बुरी आदत/लत पर निबंध (Addiction Essay in Hindi)

किसी वस्तु, व्यक्ति, सामग्री या खाद्य पदार्थ के न मिलने पर व्यक्ति का असहज महसूस कर असमान्य व्यवहार करना इस बात का संकेत है कि व्यक्ति को उस वस्तु, व्यक्ति, सामग्री या खाद्य पदार्थ की लत हो गई है। किसी भी प्रकार की लत में पड़ा व्यक्ति अपने भविष्य की ज्यादा चिंता नहीं करता। कुछ क्षण की आनंद प्राप्ति के लिए, वह अपना सब कुछ दाव पर लगाने से भी पीछे नहीं हटता है। व्यक्ति के मस्तिष्क पर लत का गहरा प्रभाव पड़ता है।

लत पर छोटे-बड़े निबंध (Short and Long Essay on Addiction in Hindi, Buri aadat par Nibandh Hindi mein)

बुरी लत पर निबंध – 1 (300 शब्द)

परिचय

लत, एक आवृत्ति क्रिया है जो व्यक्ति के बार-बार दोहराए जाने पर व्यक्ति में विकसित होता जाता है। जिसके न करने पर मस्तिष्क शरीर को संकेत भेजता है एवं व्यक्ति के शरीर, स्वास्थ्य में बदलाव देखे जा सकते हैं।

आदत और लत में अंतर

आदत और लत के मध्य बहुत पतली रेखा अंकित है। जिससे लोगों को ऐसा लगता है आदत और लत एक ही विषय है पर ऐसा नहीं है। आदत पर हमारा नियंत्रण हो सकता है जबकि लत पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं होता है।

  • आदत से तात्पर्य – हाथ के नाखून चबाना, पैर हिलाना, व्यक्ति की आदत हो सकती है लत नहीं। यकीनन इससे व्यक्ति को बहुत अधिक नुकशान नहीं पहुंच सकता है।
  • लत से तात्पर्य – किसी आदत के सीमा पार कर जाने पर वह लत का रूप ले लेता है। नशीले पदार्थ के सेवन से व्यक्ति का जीवन नष्ट हो सकता है। इस बात का ज्ञान होने पर भी व्यक्ति हर हाल में नशीले पदार्थ का सेवन करता है। किसी व्यक्ति की मित्रता से हमें उस विशेष व्यक्ति की आदत हो सकती है पर उस विशेष व्यक्ति के आदत में उसकी गुलामी करने लग पड़ना इस बात का इशारा है की हमें उस व्यक्ति की लत पड़ चुकी है।

लत पड़ने के प्रमुख कारण

  • आनंद प्राप्ति – चिंता, शोक, बोरियत, अवसाद (Depression) से भागते हुए व्यक्ति आनंद की प्राप्ति के इच्छा से किसी वस्तु, कार्य, संसाधन या पदार्थ का उपयोग नियमित रूप से करने लगता है। यह लत का कारण है।
  • संगति – व्यक्ति की संगति (दोस्त) व्यक्ति के व्यक्तित्व पर गहरा प्रभाव डालता है। हम जिन्हें हृदय से चाहते हैं उनके स्वाभाव से प्रभावित हो कर हम भी वह कार्य करने लगते हैं जो कार्य हमारे मित्र करते हैं।
  • दिखावा – बार जाना, देर रात पार्टी कर शराब पीना, जुआ खेलना तथा अन्य बुरी आदतों को युवा पीढ़ी आधुनिकता का नाम देती है। इस वजह से भी कुछ व्यक्ति लोगों को दिखाने मात्र के लिए इन बुरी आदतों को पालते हैं। यह दिखावा बाद में इनकी ज़रूरत का रूप ले लेती है।

निष्कर्ष

किसी सामग्री, कार्य या वस्तु की आदत हमें संभवतः लाभ पहुंचा सकती है पर इन तमाम चीजों की लत से हमें हानि के अलावां और कुछ नहीं प्राप्त होगा।

इसे यूट्यूब पर देखें : बुरी लत

बुरी लत पर निबंध – 2 (400 शब्द)

परिचय

लत से व्यक्ति के उस स्वभाव का पता चलता है, जिसमें उसके बुरे परिणाम जानते हुए भी व्यक्ति उसे बार-बार दोहराता है। किसी चीज की लत पड़ जाने पर व्यक्ति उस वस्तु, सामग्री या संसाधन के अभाव में असमान्य बर्ताव करने लगता है।

लत लगने का जीवन पर प्रभाव

वास्तव में व्यक्ति के पास सब कुछ होने के बाद भी यदि उसे किसी चीज की लत है, ऐसे में उसके पास कुछ नहीं रह जाता। वह अपने जीवन में जो कुछ प्राप्त कर सकता है लत के वजह से उससे मीलों दूर होता चला जाता है। लत के प्रभाव से अपनी बुद्धि खोकर व्यक्ति अपने हितैषियों के साथ बुरा व्यवहार करने लगता है। इस वजह से व्यक्ति से सभी दूर होते चले जाते हैं। किसी भी प्रकार की लत हमारा समय, पैसा और जीवन सब कुछ नष्ट कर देती है।

लत लगने से हानि

  • बुरे लत का शिकार हो जाने पर व्यक्ति का पारिवारिक जीवन संकट में पड़ सकता है। उसके अपने उससे दूर हो सकते हैं।
  • किसी लत के चपेट में आ जाने से व्यक्ति के व्यवसायिक जीवन पर भी गहरा असर पड़ता है। सामान्य व्यक्ति की तुलना में लत से पीड़ित व्यक्ति के कार्य कुशलता में कमी आ जाती है।
  • व्यक्ति के स्वभाव में किसी चीज की लत के विकसित होने पर यह व्यक्ति के स्वास्थ्य को हानि पहुंचा सकती है।
  • किसी चीज की लत के वजह से व्यक्ति अपने सहकर्मी, सहपाठी से पदोन्नती में बहुत पीछे रह जाते हैं।
  • समाज ऐसे व्यक्ति को सम्मान नहीं देता जिसे किसी चीज की लत हो।
  • यदि हमें किसी बुरी चीज की लत है, इस स्थिति में लोग हमारे मित्र भी नहीं बनना चाहते।

लत के विभिन्न प्रकार

  • मादक द्रव्यों की लत – लत की जब भी बात होती है, हमारे मन में सबसे पहले शराब, रम, बीयर, हिरोइन, कोकिन, भांग, चरस, ब्राउन सुगर आदि आते हैं। यह सभी ऐसे बाध्यकारी लत है जिससे व्यक्ति जीवन भर आजाद नहीं हो पाता है।
  • जुआ खेलने की लत – जुआ खेलना एक बहुत बुरी लत है। इस लत में पड़ा व्यक्ति अपना घर-बार सब गिरवी रख सकता है।
  • मोबाइल, इंटरनेट की लत – आधुनिक समय में बहुत अधिक संख्या में व्यक्ति मोबाइल व इंटरनेट की लत में पड़ कर, स्वयं को बर्बाद कर रहें हैं।
  • धुम्रपान की लत – तम्बाकू, सिगरेट, बीड़ी, गुटखा यह नशीले पदार्थ व्यक्ति के हृदय को क्षति पहुंचा सकते हैं।

निष्कर्ष

लत हर मायने में हमारे जीवन के लिए हानिकारक सिद्ध होता है। हमारे सुरक्षित भविष्य के लिए यह आवश्यक है की हम हर प्रकार के लत से दूर रहें।

Buri aadat par Nibandh – 3 (500 शब्द)

परिचय

लत प्राणी का वह व्यवहार है, जिसका दुष्परिणाम जानते हुए भी बिना अधिक विचार किए व्यक्ति बार-बार करता है। दूसरे शब्दों में लत को व्यक्ति की ज़रूरत भी कहा जा सकता है। ऐसी ज़रूरत जिसके अभाव में व्यक्ति कुछ घंटे भी नहीं रह सकता है।

लत की पहचान या लक्षण

  • व्यक्ति जिस चीज के लत में पड़ा है, उसके अभाव में वह असमान्य बर्ताव करता है और उसका आत्मविश्वास कमज़ोर पड़ने लगता है।
  • व्यक्ति बहुत अधिक घबरा जाता है, इसके अलावां उसे गुस्सा, अनिद्र, अनियमित रक्तचाप, बेचैनी, शरीर में दर्द, भूख न लगना, कांपना, उल्टी तथा चिड़चिड़ापन होता है।
  • व्यक्ति को शारीरिक या मानसिक तकलीफ होने पर भी व्यक्ति अपनी लत को नहीं छोड़ता है।
  • मादक पदार्थों के लत की चपेट में आ जाने पर आप निश्चित समय की तुलना में अधिक समय तक दवाईयों का सेवन करते हैं।
  • जिस भी चीज की लत है हमेशा उसके बारे में सोचते रहते हैं, और किसी विशेष काम पर हमारा ध्यान नहीं होता है।
  • व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन आ जाता है, वह लत के प्रभाव में पहले के अपेक्षा असमान्य व्यवहार करते हैं।
  • पैसे न होने पर भी अपने लत की पूर्ति के लिए हर संभव प्रयास कर उसे प्राप्त करना।
  • स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या का शरीर में व्याप्त होना जैसे कमज़ोरी, नेत्र संबंधी समस्या, वजन घटना आदि।
  • अपने लत को करने की प्रबल इच्छा का होना।
  • ऐसे लोगों से मित्रता करना जो उनके लत में उनका साथ दे सके।
  • समाज परिवार तथा व्यवसाय में विशेष रुचि न रखना और उनसे दूर होते चले जाना।
  • अपने लत की पूर्ति के लिए कोई भी गलत कार्य करने के लिए तैयार रहना।

लत से मुक्त होने के उपाय

  • किसी भी प्रकार के लत से मुक्त होने के लिए सर्वप्रथम हमें स्वयं में दृढ़ इच्छा शक्ति का होना परम आवश्यक है।
  • नशाविमुक्ति केन्द्र व अन्य लत सुधार के स्त्रोत संस्थान द्वारा नशे की लत छोड़ना संभव है।
  • मनोविज्ञान उपचार का सहारा लेना कारागर साबित हो सकता है।
  • प्रेरक साझात्कारों (Motivational Interview) को देखना, सुनना लत से छुटकारा पाने में हिम्मत प्रदान करता है।
  • अपने उम्र से बड़े व समझदार लोगों से इस विषय से संबंधित बात करके समस्या का हल निकाला जा सकता है।
  • अपना मन अन्य रोचक कार्यों में लगाए जिससे अपको आनंद की प्राप्ति हो जैसे- कविताएं लिखना, बाइक राइड पर जाना, नये-नये स्थलों पर घूमना, स्विमिंग करना, संगीत या नृत्य सिखना आदि।

लत का दुष्परिणाम

लत के वजह से व्यक्ति की कार्य दक्षता पर असर पड़ता है, लोगों के साथ मार-पीट लड़ाई-झगड़ा करना, कार्यस्थल पर अकसर अनुपस्थित रहना, नौकरी से निकाला जाना, अनुशासन हीन होना, अन्य के साथ गलत व्यवहार, सोचने समझने की शक्ति का कम होना इन सब कारणों के वजह से व्यक्ति की समाजिक प्रतिष्ठा में कमी आती है तथा अनेक तरह के आर्थिक परेशानियों से उसे गुजरना पड़ता है।

निष्कर्ष

व्यक्ति के खुशहाल जीवन में, किसी भी प्रकार का लत बहुत बड़ी बाधा है। हमारे पास सब कुछ होते हुए भी, लत में पड़ जाने के पश्चात कुछ नहीं रहता। बेहतर होगा हम किसी सामग्री विशेष को अपनी ज़रूरत न बनाए और अपने प्रिय जनों को भी किसी प्रकार के लत में न पड़ने की सलाह दे।

Essay on Addiction

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