तनाव व बालों का झड़ना

बालों पर तनाव के दुष्प्रभाव

बालों का झड़ना एक आम समस्या है और आजकल तो पुरुषों के साथ महिलाओं में भी यह समस्या कम उम्र से ही पाई जाने लगी है। जहां पुरुषों में गंजा होने की प्रवृत्ति बढ़ रही है, महिलाओं में भी गंजापन एक बड़ी समस्या का रूप धारण करती जा रही है और वे अपने बालों का झड़ना रोकने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं ताकी उनकी खूबसूरती बरकरार रहे।

ये ते आप सभी जानते ही हैं कि किसी भी समस्या से निपटने के लिए पहले उसके पीछे के कारणों का पता लगाना आवश्यक है। बालों के झड़ने के भी कई कई कारण हैं जैसे कि बालों के देखभाल में प्रयुक्त उत्पादों में परिवर्तन या  आपकी जीवन शैली में आया बदलाव या कुछ शारीरिक परिवर्तन इत्यादि जो इस स्थिति को जन्म देते हैं। हालांकि, यदि आपके साथ इनमें से कोई भी स्थिति नहीं है और फिर भी आपके बाल झड़ रहे हैं तो इसका कारण तनाव हो सकता है। आइए हम यह जानें कि कैसे तनाव और चिंता बालों के झड़ने का कारण बन सकता है और आप इसे कैसे रोक सकते हैं।

तनाव के कारण बालों का झड़ना

तनाव की वजह से होने वाली बालों की विभिन्न परेशानियां जिनकी वजह से बाल झड़ते हैं:

तनाव आपको केवल मानसिक रूप से ही प्रभावित नहीं करता है बल्कि आपके शारीरिक स्वास्थ्य पर भी इसका बहुत असर पड़ता है। हमारे जीवन में तनाव के विभिन्न स्तर होते हैं और जब तनाव की तीव्रता बहुत बढ़ जाती है तो हमारे शरीर में कई प्रकार के परिवर्तन होते हैं जिनकी वजह से बाल झड़ने लगते हैं।

टेलोजेन एफ़्ल्यूवियम: ऐसा कहा जाता है कि निरंतर तनाव और चिंता बालों के रोम छिद्रों को सुषुप्ता अवस्था में भेज सकते हैं और इस प्रकार बालों का बढ़ना रुक सकता है और कुछ महीनों के बाद इन रोम छिद्रों से जुड़े बाल गिरने भी लगते हैं। यदि आप अपने बालों के गिरने की दर में बेतहशा वृद्धि महसूस कर रहे हैं तो आप निश्चित तौर पर इस स्थिति का सामना कर रहे हैं। तनाव के कारण बालों के झड़ने का सबसे आम कारण टेलोजेन एफ़्ल्यूवीयम को माना जाता है।

बालों पर तनाव के दुष्प्रभाव

त्रिकोटिलोमानिया: यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें एक व्यक्ति अनजाने में अपने सिर, भौहें और शरीर के अन्य भागों से बालों के किनारों को निकालना शुरू कर देता है। वैसे तो इस स्थिति के कई अन्य कारण भी हो सकते हैं लेकिन तनाव इसकी सबसे बड़ी वजह है। इसे तनाव, चिंता या अकेलेपन के सामना कर रहे लोग ऐसा आक्सर करना शुरू कर देते हैं और बाल झड़ने लग जाते हैं।

एलोपेशिया एरेटा: इस बिमारी में मुख्य रूप से खोपड़ी के आसपास के बाल झुंड के झुंड अचानक झड़ने लग जाते हैं। इस स्थिति में बालों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है जिससे बाल ज़ड़ से कमजोर होकर गिरने लग जाते हैं। निश्चित रूप से तनाव इस स्थिति के पैदा होने की एक बड़ी वजह है।

यह देखा गया है कि जो लोग अपने बालों के झड़ने की समस्या की वजह से बहुत ज्यादा तनाव में रहते हैं उनके बाल वास्तव में झ़ड़ जाते हैं। निश्चित रूप से तनाव ही इस प्रकार से बाल झड़ने का सबसे बड़ा कारण है। जब आप लगातार तनावग्रस्त रहते हैं तो बालों के झड़ने की गति को नियंत्रित करना और भी मुश्किल हो जाता है।

बालों पर तनाव के दुष्प्रभाव

तनाव न केवल बालों के झड़ने का कारण है बल्कि यह आपके बालों और सिर की त्वचा को कई अन्य तरीकों से प्रभावित कर सकता है। आइए हम विस्तार से इनके बारे में जानें:

  • सूखी और खुजली युक्त सिर की त्वचा: जब आप तनावग्रस्त रहते हैं तो कुछ विशेष हार्मोनों का उत्पादन बढ़ना शुरू हो जाता है जिससे शरीर में सूजन बढ़ाने वाले रसायनों का उत्पादन बढ़ जाता है जिससे सिर की त्वचा की अवरोधक क्षमता को नुकसान पहुंचना शुरू हो जाता है। इससे सिर की त्वचा की नमी खत्म होने लगती है और बाल एवं सिर की त्वचा सूखने लगती है और लगातार खुजली होने लगती है। इस स्थिति का सामना करने के लिए सिर में प्राकृतिक तेलों के निर्माण को बढ़ाने एवं बालों को कम बार धोने का सुझाव दिया जाता है। साथ ही इस स्थिति में अपने बालों की मालिश करें और बालों को धोने के लिए हल्के शैम्पू का उपयोग करें।
  • बालों का पतला हो जाना: तनाव की वजह से आपके बाल बढ़ने की जगह सुषुप्ता अवस्था में पहुंच जाते हैं जिससे यह बालों का विकास बाधित हो जाता है। बालों को बढ़ाने के लिए आपको पोषक आहार का सेवन करना चाहिए और तेल के द्वारा अपने बालों को नियमित रूप से पोषण देना चाहिए।
  • एक्जिमा: तनाव के कारण एक्जिमा का समस्या भी पैदा हो सकती है जिसके फलस्वरूप सिर की त्वचा में खुजली होना शुरू हो जाती है सिर की त्वचा में लाल चकत्ते हो जाते हैं। हालांकि यह समस्या आम तौर पर वंशानुगत होती है लेकिन तनाव की वजह से इस समस्या के उपचार की प्रक्रिया धीमी हो जाती है। इसकी वजह से बालों का विकास भी बाधित होता है और यह बालों की समस्याओं में वृद्धि होती है। इस स्थिति में यह सुझाव दिया जाता है कि तुरंत ही किसी तव्चा विशेषज्ञ से परामर्श किया जाए।
  • सोरायसिस: इस स्थिति के तहत, लोगों को अपने सिर की त्वचा में फ्लैकिंग, खुजली और यहां तक कि खून के रिसाव का सामना भी करना पड़ता है। हालांकि यह बिमारी आमतौर पर एक्जिमा के तरह ही वंशानुगत होती है तनाव की वजह से यह बिमारी और भी तीव्र हो जाती है। इस बिमारी में भी त्वचा चिकित्सकों एवं विशेषज्ञों से राय लेने की सलाह दी जाती है।

तनाव के कारण बालों के झड़ने की समस्या को कैसे रोकें?

तनाव के कारण बालों के झड़ने को रोकने का सबसे अच्छा तरीका अपने तनाव के स्तर को कम करना है। हालांकि यह मुश्किल है लेकिन आप थोड़ी मेहनत के द्वारा अपने तनाव के स्तर को कम कर सकते हैं:

  • स्वस्थ आहार का सेवन: जंक फूड खाने से बचें और उसकी जगह ऐसे स्वस्थ आहार का सेवन करना चाहिए जिसमें आवश्यक पोषक तत्वों को शामिल किया गया हो। स्वस्थ भोजन खाने से आपको तनाव का समाना करने की शक्ति मिलती है। इससे आपके बालों की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा और बालों के झड़ने की गति कम हो जाएगी। जिससे उनके झड़ने की गति कम हो जाएगी।
  • पर्याप्त नींद लेना: तनाव के मुख्य कारणों में से ठीक से नींद न लेना भी एक प्रमुख वजह है। यह सुनिश्चित करें कि आप हर दिन कम से कम 7-8 घंटे नींद लें ताकि आप शारीरिक और मानसिक दोनों ही प्रकार के तनावों से बच सकें। इसके अलावा आप अपनी नींद का पैटर्न सेट करने का भी का प्रयास करें और उसका प्रतिदिन दैनिक पालन करें। ऐसा कहा जाता है हर दिन सोने और जागने का एक निश्चित समय हो तो उससे स्वास्थ्य अच्छा होता है और इसके द्वारा तनाव को भी दूर रखा जा सकता है।
  • व्यायाम: व्यायाम करने से शरीर में एंडोर्फिन, जिसे खुशी फैलाने वाला हार्मोन भी कहा जाता है, बड़ी मात्रा में निकलती है और यह हार्मोन आपको आराम महसूस कराता है जिससे यह तनाव को दूर करने में भी मदद करता है। दौड़ने, तैराकी, साइकिल चलाने या अपनी पसंद के किसी भी अन्य व्यायाम के लिए अपने दैनिक शेड्यूल में से एक घंटा जरूर निकालना चाहिए। कुछ दिनों के लिए आप ऐसा करने की कोशिश करें और फिर और फर्क देखिए।
  • चिकित्सक से परामर्श लें: यदि आपको इन सभी तरीकों के अपनाने के बाद भी कोई फायदा नजर नहीं आ रहा तो आपको किसी पेशेवर से मदद लेना चाहिए। आपका चिकित्सक आपको यह पता लगाने में मदद करेगा कि आपके बालों के झड़ने की वजह कोई शारीरिक या मानसिक तनाव ही है या किसी अन्य वजह से आपको इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

तनाव के अलावा बाल झड़ने के अन्य कारण

इस बात पर भी ध्यान दिया जाना जरूरी है कि तनाव बालों के झड़ने की एक बड़ी वजह है लेकिन ऐसा साबित करने के लिए कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। यह अभी भी एक विवादास्पद विषय है। खास तौर पर महिलाओं में इस समस्या की वजह कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं। आइए हम विस्तार से इनके बारे में जानें:

  • प्रसूति के बाद एस्ट्रोजेन के स्तर में गिरावट: महिलाओं के लिए प्रसूति के बाद बालों के झड़ने की समस्या आम है। इसका कारण यह है कि प्रसव के बाद एस्ट्रोजन का स्तर काफी कम हो जाता है। हालांकि, यह एक अस्थायी स्थिति है और कुछ ही हफ्तों के बाद बालों की वृद्धि सामान्य रूप से होने लगती है।
  • गर्भ निरोधक गोलियों का सेवन: गर्भ निरोधक गोलियों के कई दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं और बालों का झड़ना उनमें से एक है। जो महिलाएं अपने शरीर में हार्मोनों की वजह से होने वाले परिवर्तनों के प्रति अतिसंवेदनशील होती हैं वे गर्भ निरोधक गोलियों के सेवन करने एवं सेवन करना बंद करने के बाद आमतौर पर बाल झड़ने की समस्या से ग्रसित हो जाती हैं।
  • विभिन्न दवाओं एवं उपचारों के दुष्प्रभाव: विभिन्न दवाओं या उपचारों के दुष्प्रभाव के रूप में भी महिलाओं में बालों के झड़ने की समस्या उत्पन्न हो सकती है। मधुमेह, थायराइड, सोराइसिस या अन्य पुरानी बीमारियां भी इस समस्या का कारण बन सकती हैं।
  • रजोनिवृत्ति: एक महिला के शरीर में रजोनिवृत्ति के बाद कई बदलाव आते हैं क्योंकि इस चरण के दौरान एस्ट्रोजेन का स्तर गिर जाता है और यह अन्य समस्याओं के साथ ही बाल झड़ने की समस्या भी पैदा करता है। रजोनिवृत्ति के बाद अक्सर महिलाओं के बालों की चमक खो जाती है और वे रूखे और बेजान हो जाते हैं इसलिए इस समय के दौरान उन्हें अपने बालों का ख्याल रखने के लिए स्वस्थ आहार लेना चाहिए और हल्के शैंपू और कंडीशनर का उपयोग करना चाहिए।
  • अत्यधिक हेयर-स्टाइलिंग: युवा महिलाओं में बालों के झड़ने की समस्या की एक प्रमुख वजह है हेयर-स्टाइलिंग (केशविन्यास) उपकरणों जैसे बाल सीधे करने वाले मशीनों एवं बालों को घुंघरैला बनाने के लिए कर्लिंग छड़ का अत्यधिक उपयोग है। इन उपकरणों के अत्यधिक प्रयोग से बाल क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। साथ ही जब बालों के रंगने, उन्हें मुलायम बनाने के लिए विभिन्न प्रयोग किए जाते हैं या उनपर जैल या स्प्रे जैसे अन्य कठोर उत्पादों का इस्तेमाल किया जाता है तो बालों के झड़ने की संभावना बढ़ जाती है।

बालों के झड़ने की समस्या आपकी रातों की नींद उड़ा सकती है। हालांकि, आपको यह भी समझने की आवश्यकता है कि इस बारे में सोचकर तनावग्रस्त रहने से यह समस्या बढ़ती ही जाएगी। आपको इस समस्या के निदान के लिए स्वस्थ आदतें अपनानी होंगी। यदि आप अपने बालों के झड़ने की समस्या पर काबू पाने में खूद को असमर्थ महसूस कर रहे हैं तो पेशेवरों का मार्गदर्शन प्राप्त करने में जरा भी संकोच न करें।

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