अध्ययन करने के लिए स्वयं को कैसे प्रेरित करें

अध्ययन करने के लिए स्वयं को कैसे प्रेरित करें

किसी भी व्यक्ति में स्वप्रेरणा या स्वयं को प्रेरित करने की क्षमता का होना एक महत्वपूर्ण विशेषता है। स्वप्रेरणा किसी भी व्यक्ति के अध्ययन या जीवन के किसी भी क्षेत्र से संबंधित कोई भी परियोजना को लगन से पूरा करने में सहायक होती है, जैसे कि एक अच्छा नेता बनना या विभिन्न प्रकार की रचनात्मक गतिविधियां इत्यादि। स्वप्रेरणा किसी व्यक्ति में जन्म से ही एक विशेषता के रूप में उपलब्ध हो सकती है या यह समय के साथ नियमित अभ्यास द्वारा भी विकसित की जा सकती है।

जब आप अध्ययन करते हैं तो आप किसी भी विषय के सभी पहलुओं को समझते हैं और इस प्रकार उस विषय पर अधिकार हासिल करते हैं। यह विषय कोई भी नई विधा सीखने से संबंधिक कोई पाठ्यक्रम भी हो सकता है या साधारण रूप से यह आपके विद्यालय या कॉलेज के शैक्षणिक अध्ययन का विषय हो सकता है। यह भी हो सकता है कि यह विषय आपकी रूचि से संबंधित हो जिसे आप सीखना चाहते हैं, या यह आपके पसंद की कोई किताब या पढ़ने की सामग्री भी हो सकती है। दूसरे शब्दों में कहें तो अध्ययन सिर्फ अकादमिक या स्कूली शिक्षा के विषयों तक ही सीमित नहीं है।

आपके अध्ययन का विषय या कारण चाहे कुछ भी हो, अध्ययन के लिए किसी भी व्यक्ति में एक निश्चित प्रतिबद्धता का होना आवश्यक है। इसी वजह से आप अध्ययन में संलग्न होते हैं।

अध्ययन करने के लिए स्वयं को कैसे प्रेरित करें

गहन अध्ययन के कई लाभ हैं

अपने आप को समय-समय पर यह याद दिलाते रहें कि गहन अध्ययन के असीमित फायदे हैं। किसी भी विषय का अध्ययन आपको बहुत लाभ देगा। अध्ययन से मस्तिष्क और मन का विस्तार संभव हो पाता है। आप तब तक किसी भी विषय, जानकारी या ज्ञान पर अधिकार प्रप्त नहीं कर सकते जब तक आप उसका इसका अध्ययन नहीं करेंगे और बिना ज्ञान के आप मानसिक एवं बौद्धिक रूप से अपने आप को विकासित नहीं कर सकते हैं।

गहन अध्ययन में शामिल होने से आप किसी भी विषय पर व्यापक ज्ञान प्राप्त करते हैं। इसके परिणामस्वरूप आप उक्त विषय पर आप अपने विचारों को दूसरों के साथ साझा कर सकते हैं। अपने ज्ञान को साझा करके आप सबकी भलाई की दिशा में कदम उठाकर उनकी लोगों की मदद कर सकते हैं।

उदाहरण के तौर पर स्कूल या कॉलेज में शैक्षणिक महत्व वाले विषय का अध्ययन आपको महत्वपूर्ण अवधारणाओं को समझनें में मदद करेगा और इस प्रकार आप अपने आगे की पढ़ाई में महत्वपूर्ण कामयाबी हासिल कर पाएंगे। आपके द्वारा किए जा रहे किसी भी अवधारणा का अध्ययन हर विषय में आगे की उच्च अवधारणाओं की समझ की नींव रखता है।

किसी भी विषय को स्पष्ट रूप से समझने के लिए गहरे अध्ययन की आवश्यकता होती है। किसी भी विषय को केवल सतही तौर पर पढ़ने से केवल ऊपर-ऊपर का ज्ञान ही प्राप्त होता है जो समय की कसौटी पर खरा नहीं उतरता। इस प्रकार आपका ज्ञान किसी भी अध्ययन की ऊपरी अवधारण तक ही सीमित रह जाएगा। किसी भी विषय की अच्छी जानकारी के लिए गंभीर एवं समर्पित अध्ययन आवश्यक है। किसी भी विषय का गहन अध्ययन विषय के कई पहलुओं को प्रकट करता है और वास्तव में एक जिज्ञासु मन और ग्रहणशील और उत्सुक मस्तिष्क को जन्म देने में मदद करता है। और इस प्रकार किसी विषय में उच्च शिक्षा प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त हो जाता है।

गहन अध्ययन किसी विषय में विशेषज्ञता हासिल करने में भी मदद करता है। यदि कोई किसी विषय में विशेषज्ञता हासिल करना चाहता है, तो उसके लिए बिना रुके और दृढ़ता से अध्ययन करने अलावा अन्य कोई रास्ता नहीं है। अध्ययन से मिलने वाले लाभ एक कैरियर के निर्माण में सहायक सिद्ध होते हैं।

आपको अध्ययन करने के लिए स्वयं को प्रेरित करने की आवश्यकता है

जब हम सब इस बात को मानते हैं कि अध्ययन करना अत्यंत आवश्यक है, हमें अध्ययन करने के लिए स्वयं को प्रेरित करना होगा। अध्ययन सिर्फ एक बार किए जाने वाली गतिविधि नहीं है। आपके लिए अध्ययन की निरंतरता को बनाए रखने की आवश्यकता है और इसके लिए आपको प्रतिबद्ध होना चाहिए। अध्ययन में दीर्घकालिक संलग्नता जरूरी है। इसका आशय यह है कि अध्ययन को दोहराए जाने की आवश्यकता होती है। उदाहरण के तौर पर, एक स्व-सहायता के विषय पर लिखी गई किताब को कई बार पढ़ना पड़ सकता है, वहीं एक ग्रंथ को भी बार-बार पढ़ा जा सकता है और साथ ही किसी व्यवसाय या कैरियर के क्षेत्र में विशिष्टता हासिल करने के लिए कई सालों तक अध्ययन करना पड़ सकता है। है न?

अध्ययन की जो कुछ भी प्रकृति या उद्देश्य हो, हमें वास्तव में इसमें शामिल होने के लिए खुद को तैयार करना होता है। अक्सर जिन छात्रों को पढ़ना पड़ता है उन्हें लगातार अध्ययन करते रहना मुश्किल कार्य लगता है, असल में इसके लिए खुद को प्रेरित करने की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, जिन लोगों ने  किसी एक या अन्य कारणों की वजह से  एक पाठ्यक्रम को बिना पूर्ण किए छोड़ दिया हो उन्हें उस शैक्षणिक योग्यता को हासिल करने के लिए अपने अध्ययन को फिर से शुरू करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।

यदि आप जन्म से ही स्वप्रेरित हैं, तो आप एक भाग्यशाली व्यक्ति हैं और सही अर्थों में आपको भगवान द्वारा आशिर्वाद प्राप्त है। हालांकि, अगर आपमें स्वयं प्रेरणा की कमी है, तो आपके लिए इसे नियमित अभ्यास द्वारा विकसित करने की आवश्यकता है। कुछ प्रभावी तरीके जो आपको स्वप्रेरित होने में मदद करेंगे निम्नलिखित हैं:

पढ़ने की आदत का विकास करें

आपके लिए पढ़ने की आदत का विकास करना आवश्यक है। अगर आप एक गहन अध्ययनकर्ता नहीं है तो आपको अपने अंदर इस आदत का धीरे-धीरे विकास करना होगा। आखिरकार पढ़ने से ही अध्ययन की शुरूआत होती है और इसलिए सबसे पहले आपको पढ़ने में रुचि लेने की ज़रूरत है। अगर आप शुरूआत सिर्फ उपरी तौर पर पढ़ने से करना चाहते हैं तो ऐसे ही पढ़कर शुरूआत कीजिए, पढ़ना शुरू करना ही अध्ययन की दिशा में पहला कदम है।

पढ़ना आनंददायक है। यदि आपके पास काफी समय है तो इत्मीनान से पढ़िए। आपको पढ़ने से खुशी हासिल होगी और, यह आपके द्वारा पढ़े गए विषयों में आपकी दिलचस्पी बढ़ाने में भी यह सहायक होगा। आप देखेंगे कि धीरे-धीरे आपमें पढ़ने की आदत का विकास हो जाएगा और आप संबंधित विषय के प्रश्नों की सभी बारीकियों को समझने में कामयाब होंगे।

अध्ययन के दौरान दोहराने की गतिविधि में संलग्न रहें

यदि यह हमेशा संभव ना हो सके तो कभी-कभी ही सही आपको विषय को पूरी तरह से समझने के लिए या किसी विशेष विषय का अध्ययन करने के लिए पढ़ाई के कई दौरों में संलग्न होना चाहिए। पहली बार पढ़ने पर आप किसी विषय का सिर्फ उपरी तौर पर जायजा ले पाते हैं। किसी विषय को पूरी तरह से समझना अध्ययन की पुनरावृत्ति द्वारा ही संभव हो पाता है। बार-बार पढ़ने से कोई भी विषय आसान हो जाता है और पुनरावृत्ति के द्वारा ही आप उस विषय के सभी तथ्यों को वास्तविक रूप से समझ पाएंगे। अगर आपको किसी विषय से संबंधित कुछ तथ्यों को पुनरुत्पादित करना है तो उसके लिए भी उस विषय का बार-बार अध्ययन करना आवश्यक है। जैसे कि गणितीय तालिकाओं या वैज्ञानिक सूत्रों को याद रखना हो या किसी कविता का पाठ करना हो तो इन सभी के अध्ययन की पुनरावृत्ति द्वारा ही यह संभव है।

अध्ययन की पुनरावृत्ति आपकी स्मृति को भी जीवंत करने में मददगार साबित होती है। हालांकि, अपको पढ़ने के दूसरे, तीसरे और बाद के दौरों के मध्य उचित अंतराल रखना चाहिए। बिना समय के अंतराल के पुन: पढ़ने से किसी विषय को बेहतर ढंग से नहीं समझा जा सकता है और साथ ही वह विषय इस प्रकार से उबाऊ भी हो जाएगा।

प्रेरणादायक आत्मकथाएं पढ़ें

जब आप महान व्यक्तित्वों, जिन्होंने अपने विशेष चुने हुए क्षेत्रों में बहुत अच्छा काम किया था, की प्रेरणादायक और प्रेरक कहानियां पढ़ते हैं तो आप कड़ी मेहनत करने के लिए उत्साहित होते हैं। और इसलिए यदि आपके पास अध्ययन करने का काम है तो आपको परिश्रमपूर्वक अध्ययन करने की आवश्यकता महसूस होगी। साथ ही, आप अपने रोल मॉडल के पदचिन्हों पर चलने के लिए उत्सुक होंगे। और इस प्रक्रिया में आप इस बात की सराहना करना चाहेंगे कि किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए प्राथमिक आवश्यकता अध्ययन की शुरूआत है। एक फिल्म अभिनेता के लिए एक फिल्म स्क्रिप्ट का अध्ययन करना आवश्यक है और एक खिलाड़ी के लिए उन खिलाड़ियों की प्रतिभा का अध्ययन करना जरूरी है जिन्होंने ने अपने खेल में विशेष उपलब्द्धि हासिल की है। इसी प्रकार एक वैज्ञानिक के लिए भी यह जरूरी है कि वह लगातार अध्ययन करता रहे और एक इतिहासकार के लिए भी अध्ययन करना आवश्यक है।

अध्ययन में लगे रहना एक आदत है जिसे विकसित करना चाहिए

जब तक आप प्रयास नहीं करेंगे  सफलता आपसे दूर भागती रहेगी। जिस प्रकार किसी योग आसन को करने में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए अभ्यास करना आवश्यक होता है और नृत्य में प्रवीणता हासिल करने के लि अभ्यास की आवश्यकता होती है उसी प्रकार  खिलाड़ियों और थियेटर के कलाकारों को भी अभ्यास करना पड़ता है। अभ्यास, दूसरे शब्दों में, नियमित और लगातार प्रयास है। तो, अध्ययन के लिए और अच्छी तरह से अध्ययन करने के लिए, आपमें अभ्यास करने का आदत का विकास जरूरी है। आपको अध्ययन की पुनरावृत्ति लगातार करते रहना चाहिए। ऐसा करने से अध्ययन आपके लिए आकर्षक हो जाएगा। अध्ययन एक आदत है जिसे विकसित करिए।

इस आदत का विकास सिर्फ शिक्षा के क्षेत्र में सफलता अर्जित करने के लिए ही आवश्यक नहीं है बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में इस आदत का अच्छी तरह से विकास करना जरूरी है।

बिना परिश्रम किए सफलता हासिल नहीं होती

यदि आप अपना लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं तो आपको कड़ी मेहनत करनी होगी। आपको अपेक्षित प्रयास करने की आवश्यकता है और इसका मतलब यह है कि आपको गहन अध्ययन करना होगा। चाहे वह रॉकेट विज्ञान, कला, भौतिकी, भूगोल, फिल्म खेल, डिजाइनिंग या मूर्तियों का निर्माण कार्य हो आपको हर क्षेत्र में विशिष्टता हासिल करने के लिए अध्ययन करने की आवश्यकता है। अगर आप अपने कार्य के क्षेत्र में अध्ययन की कमी करते हैं तो आप अपने कार्यों के पूरा होने की अपेक्षा कर सकते हैं?

अपने लक्ष्य को ध्यान में रखें

यदि आपने अपना लक्ष्य निर्धारित कर लिया है तो आपको उसे प्राप्त करने के प्रयासों में दृढ़ संकल्प होना पड़ेगा। यदि आप अपने लक्ष्य को हासिल करने के प्रति गंभीर हैं तो आपके लिए उस लक्ष्य से संबंधित विषयों का अध्ययन करना आवश्यक है और ऐसा करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। यदि आप अपने लक्ष्य पर लगातार नजर बनाए रहते हैं तो यह आपको अध्ययन करने के लिए उत्साहित करेगा। आपको यह एहसास होना चाहिए कि सिर्फ आपका प्रेरणा ही आपके लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आपके प्रयासों को जारी रखने में मदद करने के लिए काफी है। इसलिए आप अपने लक्ष्य को सकती है। तो, यह जरूरी है कि आप अपने लक्ष्य पर लगातार नजर गड़ाए रहें।

ठोस प्रयासों के बिना किसी भी लक्ष्य को हासिल नहीं किया जा सकता। अगर आपसे पहले कुछ  लोग उच्च लक्ष्यों को प्राप्त करने में कामयाब रहें है तो इसकी सिर्फ एक ही वजह है कि उन्होंने कड़ी मेहनत की। आप भी अपने चुनिंदा विषय पर अधिकार प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत से उसका अध्ययन करके उसे समझ सकते है।

आप जो भी व्यवसाय या कैरियर जैसे कि व्यवस्थापक, इंजीनियर, कलाकार, संगीतकार, चिकित्सक अपनाना चाहें हो, आपको उस व्यवसाय से संबंधित विषयों को गहराई से अध्ययन करने के लिए खुद को प्रेरित करने की आवश्यकता है। तभी आप उस विषय की सुंदरता को गहराई से परख पाएंगे और फिर आपको आपका काम बोझ जैसा प्रतीत नहीं होगा। इस प्रकार आप वास्तव में अध्ययन में आनंद अनुभव करना शुरू कर पाएंगे।

कुशल समय प्रबंधन सफलता का मूल मंत्र है

अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए आवश्यक है कि आप एक सार्थक, व्यावहारिक और सम्भाव्य समय सीमा में काम करें। अक्सर किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने की एक आयु सीमा होती है जिसके अंदर आपको अपना लक्ष्य हासिल करना होता है। आप इस तथ्य को नज़रअंदाज़ बिल्कुल नही कर सकते और इसलिए आपको निर्धारित समय सीमा के भीतर अध्ययन करने की आवश्यकता है।

चाहे कोई परीक्षा, पाठ्यक्रम या कोई शैक्षणिक कार्यक्रम हो, निश्चित समय सीमा का अनुसरण करना आवश्यक है और इसलिए आपको समय सीमा के भीतर अपने पाठ्यक्रम को पूरा करने के लिए खुद को प्रेरित करने की आवश्यकता है।

बेशक, यदि आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में देरी करते हैं तो आपको निराशा का अनुभव होता है लेकिन उससे भी अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि इस प्रकार आप  अपने लक्ष्य को एक तय आयु सीमा के अंदर प्राप्त करने में भी असफल हो जाते है। क्यों सही है न? तो, समय के महत्व का एहसास करें और तभी आपके लक्ष्य की प्राप्ति के लिए जो महत्वपूर्ण है उसे करने के लिए आप अपने आपको प्रेरित कर पाएंगे और यह आपको सही मायनों में अध्ययन में संलग्न रहने में भी मदद करेगा।

संसाधन सीमित हैं, इसलिए इनका बेहतरीन उपयोग करें

सभी संसाधन जैसे कि समय, पैसा और ऊर्जा इत्यादि वास्तव में सीमित हैं और इसलिए, अगर आप ऐसे भाग्यशाली हैं जिनके पास इन संसाधनों की उपलब्धता है तो आपके लिए यह आवश्यक है कि आप इन संसाधनों को बर्बाद नहीं करें बल्कि इनका अच्छे से अच्छा इस्तेमाल करें। अगर आप उपयोग के लिए उपलब्ध इन संसाधनों की अस्थायीता और सीमित प्रकृति को ध्यान में रखें तो आपको पता चल जाएगा कि आपको इनका सबसे अच्छा उपयोग करना चाहिए। आपको यह एहसास होना चाहिए कि जो संसाधन बर्बाद हो जाते हैं वे फिर से वापिस नहीं आते। आपके पास उपलब्ध संसाधन यदि आपके हाथ से चले गए तो यह जान लीजिए कि वे  हमेशा के लिए चले गए। यदि आप इस सच्चाई की सराहना करते हैं, तो आप अपने आप को महत्वपूर्ण कार्य करने के लिए तैयार करेंगे और अध्ययन करेंगे ताकि आपको हर क्षेत्र में अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकें, चाहे वह परीक्षा में अच्छे अंक अर्जित करना हो, किसी परीक्षा को पास करना हो या किसी पेशे या व्यवसाय में कैरियर बनाना हो।

सफलता अद्भुत है इसका आनन्द लें

इसमें कोई शक नहीं है कि आपको अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कठिन प्रयास करना होगा। लेकिन साथ ही जब आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल हो जाते हैं तो आप सफलता प्राप्ति के सुखद एहसास का आनंद ले सकते हैं। अध्ययन करने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, लेकिन जब आपके अध्ययन के परिणाम सफलता के रूप में आपके सामने आएंगे तो सबसे ज्यादा खुश भी आप ही होंगे। और असल अर्थों में सफलता का मतलब भी यही है और इसलिए गहरे और गंभीर अध्ययन करने में कोताई न बरतें। आने वाले समय में आपको एहसास होगा कि आपके द्वारा किया गया अध्ययन ही वाकई आपके लिए मूल्यवान रहा है।

व्यावहारिक, आशावादी और सकारात्मक बनें

इसका मतलब बिल्कुल सीधा है कि आपके लिए अध्ययन करना आवश्यक है। इसलिए अपने आप को प्रेरित करें और बस अध्ययन की गतिविधि में संलग्न हो जाएं। अध्ययन से भागने से आप लंबे समय तक सफलता का रसास्वादन नहीं कर पाएंगे। इसलिए अध्ययन करना आपके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है। अतः यह सलाह दी जाती है कि सकारात्मक मानसिक स्थिति, जिज्ञासा एवं ताजगी के साथ अध्ययन करना ही सफलता अर्जित करने के लिए आपका सर्वोत्तम साधन है। आप अध्ययन का वास्तविक आनंद लें और अध्ययन करने के लिए खुद को प्रेरित करें और यह एक चक्र जैसा है जिसमें आपको प्रवेश करना है और अध्ययन शुरू करना है।

तो, ये थे कुछ ऐसे तरीके जिनके द्वारा आप नियमित आधार पर अध्ययन या किसी भी प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए प्रेरित हो सकते हैं और समय के साथ अपने आप में आत्म-प्रेरणा जगाने की आदत को विकसित कर सकते हैं।