मोबाइल फोन आज के जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। हमारे दिन की शुरुआत भी मोबाइल फोन से होती है और अंत भी। बड़े तो बड़े, बच्चों को भी इसकी लत लग गयी है। आजकल के अभिभावक भी अपनी परेशानी से बचने के लिए छोटे-छोटे बच्चों के हाथ में…
आज का युग विज्ञान का युग है। आज हर जगह सिर्फ विज्ञान का ही बोलबाला है। कलम से लेकर लैपटॉप तक सब कुछ विज्ञान की ही देन है। आज हम सौ फीसदी विज्ञान पर ही आश्रित हैं। नित नये वैज्ञानिक अविष्कारों को देखते हुए यह इतना प्रमुख एवं महत्वपूर्ण विषय…
प्रौढ़ शिक्षा एक ऐसा मंच है जो उन लोगों को पढ़ने का मौका देती है जो किसी कारण उचित समय पर पढ़ नहीं पाते। आजादी के बाद दशकों तक महिलाओं की शिक्षा पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता था। लेकिन जैसे-जैसे समाज विकसित हुआ और लोगों की सोच विकसित हुई,…
आज हम सभी करिश्माई प्रतिभा के धनी, भारत माता के महान देशभक्त वीर पुत्र नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के बारे में चर्चा करने हेतु एकत्र हुएं हैं। नेताजी जैसे वीर महापुरुष सदियों में एक बार जन्म लेते हैं। उनके बारे में जितना भी कहा जाये, कम ही होगा। उनके जैसा महापुरुष…
आजकल की दौड़ती-भागती जिन्दगी में किसी के पास समय नहीं है। जब आदमी स्वयं के लिए समय नहीं निकाल पा रहा है तो प्रकृति के लिए क्या निकाल पायेगा। स्वाभाविक है, परंतु यह बहुत दुखद है। आज पर्यावरण में जो भी अवांछनीय परिवर्तन हुए हैं, उनका जिम्मेदार मनुष्य ही है।…
पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाना ही पर्यावरण संरक्षण कहलाता है। पर्यावरण संरक्षण का मुख्य उद्देश्य भविष्य के लिए पर्यावरण या प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करना है। इस सदी में हम लोग विकास के नाम पर पर्यावरण को लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं। अब हम ऐसी स्थिति में पहुंच गए…
"प्रदूषण", एक ऐसा शब्द है जिससे हर कोई नफरत करता है। प्रदूषण किसी को पसंद नहीं, फिर यह आता कहां से है? इसके लिए इंसान के अलावा कोई और जिम्मेदार नहीं है। यह मानव और उनकी गतिविधियाँ हैं, जो पर्यावरण प्रदूषण में योगदान करती हैं। हमें अपने घर की सफाई…
आज हम सभी के हाथ में एक टुल है, जिसे मोबाइल कहते हैं। मोबाइल की लत से आशय मोबाइल के न होने पर असहज (discomfort) महसूस करने से है। वर्तमान में हम बहुत अधिक हद तक मोबाइल पर निर्भर है। इसके ऑफ हो जाने पर या गिर जाने पर ऐसा…
हमारे जीवन को चलाने के लिए भोजन एक ईंधन की भांति काम करता है। आइए समझते हैं कि आखिर ईंधन होता क्या है, और हमारे जीवन में इसकी उपयोगिता क्या है। ईंधन वो साधन या संसाधन होता है, जिससे उर्जा मिलती हो। किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का आधारभूत तत्व होता…
हमारा देश सदियों से विश्व गुरू रहा है। ज्ञान का प्रकाश-पुंज भारत वर्ष से ही चहुँ दिशाओं में प्रकाशित होता रहा है। भारत की प्रतिभा और ज्ञान का कायल पूरा विश्व सदियों से रहा है। हमारे देश में तब से विश्व-विद्यालय हैँ, जब दुनिया को अक्षर का ज्ञान भी नहीं…