निबंध

छोटा परिवार पर निबंध (Small Family Essay in Hindi)

इन दिनों शहरों और महानगरों की ओर छोटे परिवारों का एक बड़ी मात्रा में प्रवास (पलायन) की बात आम हो गयी है। एक या दो बच्चों वाले कामकाजी माता-पिता इन दिनों एक आदर्श बने हुये है। नीचे दिये इस निबंध में मैने छोटे परिवार के अनेक पहलुओं पर चर्चा की है जिनकी तुलना मैने बड़े परिवारों के साथ भी इन निबंध में की है। मै आशा करता हूँ कि आप मेरे इन निबंध को पढ़कर पसंद करेंगे।

छोटा परिवार पर छोटे-बड़े निबंध (Short and Long Essay on Small Family in Hindi, Chhota Parivar par Nibandh Hindi mein)

निबंध 1 (300 शब्द) – छोटे परिवार का महत्व

परिचय

एक छोटे परिवार में माता-पिता और अधिकतम दो बच्चे होते है। अपने छोटे आकार के कारण इसे एक परमाणु परिवार भी कहा जाता है। छोटे परिवार में रहना बहुत अच्छा होता है क्योंकि इन परिवारों में संसाधनों का एक बेहतर प्रबंध होता है। आईये जानते है की एक छोटा परिवार क्यों अच्छा होता है और एक छोटे परिवार का मानदंड क्या है:

एक छोटा परिवार क्यों अच्छा होता है?

एक छोटे परिवार में रहना अच्छा होता है क्योंकि इनमें अपने परिवार के सदस्यों की औसत संसाधनों की आवश्यकता होती है और इन आवश्यकताओं को प्रभावी ढंग से पूरा किया जाता है। परिवार के कम सदस्यों के साथ ऐसे परिवारों में खर्चे कम और बचत अधिक होते है जो कि परिवार के अर्थिक खर्चे को स्थिर बनाता है।

एक बड़े परिवार की तुलना में एक छोटा परिवार अपने बच्चों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, और मनोरंजन का बेहतर तरीके से देखरेख कर सकता है। छोटे परिवार के बच्चे एक अच्छे स्कूल में जाकर अपनी बेहतर शिक्षा को प्राप्त करते है और त्योहारों और अन्य अवसरों का भरपूर आनंद ले सकते है।

एक छोटे परिवार का मानदंड

छोटे परिवारों के संबंध में सरकार द्वारा कुछ मानदंड निर्धारित किये गये है। इस मानदंड में सरकार का सबसे महत्वपूर्ण मानदंड, परिवार में माता-पिता और बच्चों को मिलाकर सदस्यों की कुल चार संख्या निर्धारित किया गया है।

हालाकि यह मानदंड अलग-अलग जगहों के लिए अलग हो सकती है। जैसे कि कुछ जगहों पर एक छोटे परिवार में दादा-दादी को भी शामिल किया गया है।

निष्कर्ष

बड़े परिवार की तुलना में छोटे परिवार के कई सारे लाभ होते है। लेकिन इसका मतलब ये नहीं की बड़े परिवार में रहना नुकसानदायक होता है, बड़े परिवार के अपने ही फायदे होते है।

निबंध 2 (400 शब्द) – छोटे और बड़े परिवार में भिन्नता

परिचय

हम सभी ने यह कहावत सुनी है कि एक छोटा परिवार सुखी परिवार होता है। यह वाक्यांश ही एक छोटे परिवार के सबसे बड़े लाभ को इंगित करता है और बताता है कि एक बड़े परिवार की तुलना में एक छोटा परिवार ज्यादा पसंद किया जाता है।

एक छोटे परिवार की व्याख्या

छोटे परिवार को एक ऐसे परिवार के रूप में परिभाषित किया गया है जिस परिवार में माता-पिता और ज्यादा से ज्यादा दो या तीन बच्चे होते है। सरल शब्द में, एक छोटे आदर्श परिवार में माता-पिता और दो बच्चे होने चाहिए। हालांकि, एक छोटे परिवार की परिभाषा परिवार से परिवार और समाज से समाज के अनुसार बदल सकती है। कुछ लोगों के अनुसार दादा-दादी और चार अन्य लोगों के साथ के परिवार को एक छोटा परिवार कहा जा सकता है। यह समुच्य एक छोटे परिवार को प्रस्तुत करता है और इसके अलावा किसी और सदस्य की मौजूदगी उसे एक बड़े परिवार के रूप में बदल सकती है।

छोटे और बड़े परिवार में अंतर

एक छोटे परिवार और बड़े परिवार के बीच बहुत सारे अंतर होते है। हम यहां छोटे और बड़े परिवार के बीच कुछ महत्वपूर्ण अंतर के बारे में वर्णन किये है।

  • छोटा परिवार बेहतर होता है

एक छोटे परिवार में कम सदस्य होते है और इससे खर्च भी कम होता है, इस कारण एक औसत आय में बचत ज्यादा होती है। वही दूसरी ओर, औसत आय वाले एक बड़े परिवार को जीवित रहने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है।

  • बड़े परिवार में ज्यादा समर्थन प्रणाली (सपोर्ट सिस्टम) होता है

जैसा कि एक छोटे परिवार में परिवार की आवश्यकता को पूरा करने के लिए जहां एक या दो व्यक्ति होते है वही दूसरी ओर एक बड़े परिवार में आवश्यकता पड़ने पर भावात्मक और अन्य सहायता के लिए कई लोग होते है।

  • छोटा परिवार खुशियां बेहतर मनाता है

क्योंकि एक छोटा परिवार अच्छी बचत करता है इसलिए वह खुशियों को अच्छे ढंग से मनाता है। एक छोटा परिवार किसी भी त्योहार या अन्य मौकों को अच्छे तरीके से मनाता है। वही दूसरी ओर एक बड़ा परिवार को पूरी तरह से जश्न मनाने में थोड़ी दिक्कत होती है क्योंकि इसमें सदस्यों की संख्या ज्यादा होती है।

  • छोटा परिवार अच्छे से बसर करता है

एक छोटा परिवार घर और बाहर की चीजों का बेहतर ढ़ग से प्रबंधन कर सकता है। वही दूसरी ओर बड़े परिवार को सुविधाजनक परिवहन की कमी और अन्य कारणों के कारण पिकनीक या सैर सपाटे को छोड़ना पड़ता है। एक छोटा परिवार बाइक या छोटी कारों में सफर कर सकता है जबकि बड़े परिवार को बाहर जाने के लिए परिवहन में ज्यादा खर्च करना पड़ता है।

निष्कर्ष

परिवार छोटा हो या बड़ा किसी भी परिवार के लिए व्यक्ति का जीवन सबसे महत्वपूर्ण होता है। लेकिन एक छोटा परिवार अपने बच्चों के लिए ज्यादा सुविधा और अच्छा माहौल तैयार करता है। इसका मतलब यह नहीं कि बड़ा परिवार अच्छा नहीं होता है। दोनों के अपने-अपने फायदे और नुकसान दोनों ही होते है।

निबंध 3 (500 शब्द) – छोटे परिवार के लाभ और हानि

परिचय

एक परिवार जिसमें माता, पिता, और अधिकतम दो बच्चे होते है उसे ही एक आदर्श छोटा परिवार कहा जाता है। वही दूसरी ओर जहां एक परिवार में माता-पिता और चार या पांच बच्चे हो, उसे किसी भी तरह से छोटा परिवार नहीं माना जा सकता है। अधिकतम चार सदस्य वाले परिवार को छोटा परिवार कहा जाता है।

छोटा परिवार सुखी परिवार

लोगों का अक्सर यह कहना होता है कि, एक छोटा परिवार सुखी परिवारहोता है। अतः इस कथन के दावे की पुष्टि के लिए कई सारे तथ्य हैं। परिवार की खुशियां इस बात पर निर्भर करती है कि उसमें कितने सदस्य है। यह संतुष्टि मौद्रिक ही नहीं बल्कि मनोवैज्ञानिक रूप से भी होनी चाहिए। इन आवश्यकताओं के अलावा परिवार मे प्यार और भावात्मक जुड़ाव भी होना आवश्यक हैं।

छोटे परिवार में, माता-पिता अपनी सीमित साधनों के साथ भी अपने बच्चों की आवश्यकताओं को अच्छे से पूरा कर सकते हैं। इसमें परिवार को संभालने के लिए किसी को मिलिनियर होने की आवश्यकता नहीं, बस उनको अपने पेरोल और अपने खर्चे में कटौती की आवश्यकता है। जबकि बड़े परिवार में सभी की आवश्यकताओं और उनकी खुशी के लिए आपको किसी चमत्कार की आवश्यकता होती है। अतः मैं इस कथन से पूरी तरह सहमत हूँ कि एक छोटा परिवार सुखी परिवार होता है।

छोटे परिवार के फायदे और नुकसान

छोटे परिवार के फायदे

  • एक बेहतर जीवन स्तर

छोटे परिवार में खर्च बहुत कम होता है इसलिए वह परिवार के जीवन स्तर को बनाए रखने के लिए अच्छे से खर्च कर सकता है।

  • बच्चों की अच्छी शिक्षा

कम बच्चों के साथ माता-पिता बच्चों की शिक्षा के लिए पर्याप्त बचत कर सकते है। और वे अपने बच्चों के लिए सर्वोत्तम शिक्षा व्यवस्था कर सकते है।

  • अधिक बचत

परिवार के कम सदस्यों और कम खर्चे के साथ एक छोटा परिवार भविष्य के लिए अच्छी बचत कर सकता है। यह बचत उनके घर बनाने, कार खरीदने, या शादी करने इत्यादि में उपयोग आता है।

  • बेहतर स्वास्थ्य कवर

एक छोटे परिवार के पास अपने परिवार के सदस्य के लिए अच्छी स्वास्थ सेवा पर खर्च करने के लिए पर्याप्त बचत होती है। जबकि एक बड़े परिवार में अपने कम बचत के कारण उन्हें स्वास्थ सेवा में कटौती करनी पड़ती है।

  • परिवार का खुशहाल वातावरण

अंतिम है पर अंत नहीं, इन्ही सभी उपरोक्त कारणों और कई तरह के अन्य कारणों के देखते हुए हम कह सकते है कि एक छोटा परिवार सूखी परिवार होता है।

छोटे परिवार के नुकसान

  • सामाजिक रूप से हेजीटेंट बच्चे

एक छोटे परिवार में जन्म लेने वाले और पलने वाले बच्चे अजनबीयों के साथ बातचीत करने और उनके सामने होने पर थोड़ा हिचकीचाते है। जब वे वयस्क होते हैं तो यह एक सबसे बड़ी खामी हो सकती है।

  • गैर-साझाकरण रवैया

एक छोटे परिवार में अपना जीवन व्यतीत करने के बाद वह अपनी किसी भी चीज को औरों के साथ साझा नहीं करते है जो कि बड़ा व्यक्तित्व दोष है।

  • ज्यादा ध्यान

एक छोटे परिवार में माता-पिता अपने बच्चों पर ज्यादा ध्यान देते है जो की बच्चों के रवैये बिगाड़ सकता है।

  • कम समर्थन

एक छोटे परिवार में आवश्यकता पड़ने पर भावनाओं और अन्य प्रकार की समर्थन की कमी देखी जा सकती है।

  • अकेलेपन का खतरा

छोटे परिवार में जहां एक या दोनों माता-पिता काम करने के लिए बाहर चले जाते है और बच्चे स्कूल चले जाते है, वहां पर जब कोई सदस्य अकेला होता है तो अकेलेपन का खतरा अधिक मात्रा में बढ़ जाता है।

निष्कर्ष

कुछ नुकसान के बावजूद एक छोटा परिवार वास्तव में खुशहाल परिवार होता है जो अपनी जरूरतों और आवश्यकताओं को अच्छी तरह से पूरा कर सकता है।

कनक मिश्रा

आंग्ल भाषा में परास्नातक, कनक मिश्रा पेशे से एक कुशल कंटेंट राइटर हैं। इनकी हिन्दी और अंग्रेजी पर समान पकड़ इनकी लेखनी को खास बनाती है। ये नियमित लेखन करती हैं और इनकी सृजनात्मकता इनके कार्य को प्रभावशाली बनाती है। ये बहुमुखी प्रतिभा की धनी हैं। आपने आहार-विशेषज्ञ और स्टेनोग्राफी में भी कुशलता प्राप्त कर रखी है।

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कनक मिश्रा