भारत सरकार

प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना

आम आदमी को सामाजिक सुरक्षा का आधार प्रदान करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन योजनाओं – प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई)  एवं अटल पेंशन योजना (एपीवाई) – का 9 मई, 2015 को शुभारंभ किया।

इनमें से प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) 1 जून, 2015 से प्रभाव में है। नवीनिकरण किया जा सकने वाली यह एक उपयोगी बीमा योजना है जो मात्र 330 रुपए प्रतिवर्ष प्रीमियम के भुगतान पर नागरिकों को पर्याप्त सामाजिक सुरक्षा प्रदान करता है। इसके प्रीमियम का भुगतान करना भी बेहद सुविधाजनक है। इस बीमा का प्रीमियम सीधे ग्राहक के बैंक खाते से ऑटो डेबिट हो जाता है। पीएमजेजेबीवाई देश में बीमा के प्रति जागरूकता एवं बीमा की पहुंच बढ़ाने की दिशा में एक प्रगतिशील कदम है।

प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) का विवरण

पीएमजेजेबीवाई के माध्यम से केंद्र सरकार ने समाज के सभी वर्गों को बीमा सुरक्षा (कवर) के तहत लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। वर्तमान में, देश की कुल आबादी के 80-90 प्रतिशत लोगों को किसी भी प्रकार का बीमा कवर उपलब्ध नहीं है।

इस योजना के तहत एक साल के लिए 2 लाख रुपये का जीवन बीमा कवर जो ग्राहक की किसी भी वजह से मृत्यु होने पर देय है। 18-50 वर्ष आयु वर्ग के बचत खाता धारक इस प्रति वर्ष नवीनीकरण कराए जा सकने वाले जीवन बीमा का लाभ प्रति ग्राहक सालाना 330 रुपए का प्रीमियम भरकर उठा सकते हैं। किसी व्यक्ति के किसी एक या अलग-अलग बैंकों में एक से ज्यादा बचत खाते हैं तो भी वह पीएमजेजेबीवाई का लाभ उठा सकता है लेकिन उस स्थिति में वह सिर्फ एक ही बचत खाते के साथ इस योजना में सम्मिलित हो सकता है।

प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) के लाभ:

इस योजना के तहत, 2 लाख  रुपए की राशि किसी भी कारण से बीमित व्यक्ति की मृत्यु होने की स्थिति में इस योजना के सदस्य द्वारा नामित व्यक्ति को देय है। इस योजना के लिए मृत्यु की स्थिति में मिलने वाले हितलाभ को प्राप्त करने के लिए किसी भी प्रकार का कोई अन्य शर्त नहीं है यदि इस बीमा से जुड़े सभी देय प्रीमियम एवं सेवा कर इत्यादि का पहले से ही पूरा भुगतान कर दिया गया है। हालांकि, यहां यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि इस योजना में न तो कोई परिपक्वता लाभ देय है और न ही इस बीमा की पॉलिसी का समर्पण करने से कोई लाभ देय नहीं है क्यों कि यह एक टर्म जीवन बीमा योजना है।

प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना को सक्रिय (चालू) करने की प्रक्रिया

एसएमएस के माध्यम से: इस योजना के लिए आवेदन कर सकने योग्य ग्राहकों को एसएमएस भेजा जाता है जिसपर उन्हे अंग्रेजी में PMJJBY<स्पेस> ‘Y’ लिख कर अपनी प्रतिक्रिया देनी होती है। अगर ग्राहक PMJJBY<स्पेस> ‘Y’ लिख कर भेजता है तो इस योजना में वह शामिल हो जाता है और उसे एक अन्य एसएमएस पावती के तौर पर यह बताने के लिए भेजा जाता है कि उसे इस योजना में सम्मिलित कर लिया गया है।

अपने सुचारू संचालन के लिए यह योजना बैंकिंग प्रणाली पर निर्भर करती है। नामित व्यक्ति का नाम/ उसका आवेदक से संबंध एवं जन्म की तारीख इत्यादि विवरण बचत खाते में उपलब्ध जानकारियों द्वारा यह स्कीम खुद ही ले लेती है।

बैंक के रिकार्ड में नामित व्यक्ति के बारे में सूचना नहीं मिलने पर पीएमजेजेबीवाई के लिए किए गये आवेदन को संसाधित नहीं किया जाता।

पॉलिसी के लिए सालाना प्रीमियम का भुगतान बचत खाते से ऑटो डेबिट मोड के माध्यम से किया जाता है और अगर किसी वजह से प्रीमियम का भुगतान नहीं हो पाता तो योजना के सदस्य का बीमा कवर समाप्त हो जाता है।

नेट बैंकिंग के माध्यम से: ग्राहक नेट बैंकिंग द्वारा लॉग इन करने के बाद ‘इंश्योरेंस’ टैब पर क्लिक कर सकते हैं। और उसके बाद उन्हें पीएमजेजेबीवाई का चयन करना होगा और साथ ही उन्हें उस खाते का भी चुनाव करना होगा जिसके माध्यम से प्रीमियम भुगतान किया जाना है। साथ ही, वे मौजूदा बचत खाता पद के नामित व्यक्ति को बनाए रख सकते हैं या इच्छानुसार किसी नए व्यक्ति को नामित कर सकते हैं।

उन्हें यह भी घोषणा करनी होगी कि उनका स्वास्थ्य अच्छा है और इसके लिए उन्हें एक स्व-हस्ताक्षरित प्रमाणपत्र भी जमा करना होगा। इस प्रक्रिया के पूरा हो जाने के बाद सिस्टम पीएमजेजेबीवाई की पूरी जानकारी प्रदर्शित करेगा। फिर ‘कन्फर्म’ के बटन पर क्लिक करने के बाद उन्हें फॉर्म जमा होने की रसीद एक यूनीक संदर्भ संख्या के रूप में मिलेगी जिसे डाउनलोड करके भविष्य में संदर्भ के लिए संभाल कर रखा जा सकता है।

 

प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना का प्रीमियम

पीएमजेजेबीवाई का साल-दर-साल नवीनीकरण किया जा सकता है। इस योजना के सदस्य को 330 रुपए सालाना प्रीमियम का भुगतान करना होता है जिसका मतलब है उसे एक रुपए से भी कम प्रतिदिन एवं 27.5 रुपए मासिक जमा करना होता है। यह राशि एक किस्त में ‘ऑटो डेबिट’ सुविधा के माध्यम से खाता धारक के बचत बैंक खाते से काट लिया जाता है। इसलिए, ग्राहकों के लिए यह आवश्यक है कि वे अपने संबंधित बैंक खाते में आवश्यक राशि जमा करके रखें एवं पॉलसी का नवीनीककरण हर वर्ष कराएं।

इस योजना के तहत वार्षिक किस्त प्रत्येक वार्षिक कवरेज अवधि के दौरान 31 मई से पहले भुगतान किया जाता है। इस तारीख से पहले अगर वार्षिक किस्त जमा नहीं कराई जा सकी तो पॉलिसी का नवीनीकरण पूरे वार्षिक प्रीमियम का एकमुश्त भुगतान अपने अच्छे स्वास्थ्य की स्व-घोषणा पत्र के साथ जमा कराने के द्वारा कराया जा सकता है। अपनी सुविधा के लिए इस योजना की अवधि के दौरान हर वर्ष ऑटो-डेबिट होने का अधिदेश योजना के सदस्य एक बार में ही जारी कर सकते हैं।

पात्रता की शर्तें:

इस योजना के लिए आवेदन भारत के वे सभी नागरिक कर सकते हैं जिनकी आयु 18 साल से 50 साल के बीच हो एवं उनका खाता इस योजना के लिए सुझाए गए किसी भी बैंक में हो और उसमें कम से कम इतनी रकम जमा हो जो इस योजना के प्रीमियम 330 रुपए के भुगतान के लिए पर्याप्त हो। साथ ही आवेदक के पास आधार कार्ड होना चाहिए जो उस बैंक खाते के लिए उम्मीदवार के मुख्य केवाईसी (ग्राहक की जानकारी) के तौर पर माना जाएगा। आवेदक के लिए यह आवश्यक है कि वे नामित व्यक्ति का नाम एवं उसके साथ रिश्ते का विवरण उपलब्ध कराए। इसके अलावा आवेदक को विधिवत भरा हुआ आवेदन फार्म अपने अच्छे स्वास्थ्य की स्व-घोषणा पत्र जमा कराना होगा।

मृत्यु दावा:

इस योजना के सदस्य की मृत्यु हो जाने पर खाते के उम्मीदवार द्वारा नामित व्यक्ति इस योजना के तहत मृत्यु दावा राशि 2 लाख रूपए पाने का हकदार होगा।

इस योजना के लिए मास्टर पॉलिसी धारक

यह कम लागत वाली जीवन बीमा योजना जीवन बीमा निगम (एलआईसी) एवं अन्य जीवन बीमा कंपनियों सहित इस योजना में भाग ले रहे बैंको जो मास्टर पॉलिसी धारक हैं के सहयोग के माध्यम से प्रशासित एवं पेश की गई है। एलआईसी / चुनी हुई बीमा कंपनी, भाग ले रहे बैंक के साथ परामर्श द्वारा, एक सरल एवं ग्राहकों के अनुकूल प्रशासन एवं दावा निपटान को लागू करेगा। बीमा कंपनी भाग लेने के लिए बैंक के साथ विचार-विमर्श के लिए एक सरल और ग्राहक अनुकूल प्रशासन और दावा निपटान प्रक्रिया लागू करेगी। वास्तव में, अपने ग्राहकों के लिए इस योजना के क्रियान्वयन हेतु किसी भी जीवन बीमा कंपनी को अपने साथ सम्मिलित करने का निर्णय प्रतिभागी बैंको को अपने विवेक के अनुसार खुद करना होगा। वे विकल्प के अनुसार सालाना प्रीमियम एक किस्त में खाता धारकों से ‘ऑटो डेबिट’ प्रक्रिया के माध्यम से नियत तारीख से ठीक पहले वसूल करने की जिम्मेदारी वहन करेंगे। वे हर वर्ष प्रीमियम प्राप्त होते ही बीमा कंपनियों को भेजेंगे।

 

बीमा की समाप्ति:

जीवन बीमा कवर निम्न किसी भी स्थिति में या तो समाप्त हो सकती है या इसमें कटौती की जा सकती है:

  • खाता धारक की आयु 55 वर्ष पूरी हो जाने पर।
  • अगर वह अपना बैंक खाता बंद कर दे या उसके बैंक खाते में बीमा योजना चालू रखने के लिए जमा कराने लायक पर्याप्त रकम ना हो।
  • अगर उसने एक से अधिक खातों के माध्यम से कवर प्राप्त किया हुआ हो तो कवर 2 लाख रुपये तक ही सीमित हो जाएगा और प्रीमियम जब्त कर ली जाएगी।

निष्कर्ष:
सिर्फ 330 रुपये प्रति वर्ष की कम वार्षिक प्रीमियम पर 2 लाख रुपये के जीवन बीमा कवर के साथ, पीएमजेजेबीवाई  सामाजिक सुरक्षा कवर के अंतर्गत भारत की विशाल जनसंख्या को शामिल किए जाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस योजना का उद्देश्य देश के सभी नागरिकों को अधिकाधिक लाभ प्रदान करना है। यह लाखों गरीबों के लिए जिनके पास जीवन बीमा ज्यादातर नहीं होती है, के लिए वरदान है।

तालिका 1 : संक्षेप में पीएमजेजेबीवाई

  • पात्रता : आवेदक की आयु 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  • प्रीमियम : 330 रुपए प्रति सदस्य प्रति वर्ष।
  • भुगतान का मोड : एकल किस्त द्वारा व्यक्ति के बैंक खाते से डेबिट (निकालना)
  • जोखिम वहन (कवरेज): किसी भी कारण से बीमित सदस्य की मृत्यु होने पर 2 लाख रुपये की राशि का जोखिम वहन (कवरेज);  राशि केवल नामित व्यक्ति को देय है।

तालिका 2 : पीएमजेजेबीवाई  के तहत प्रीमियम का ब्रेक-अप:

 

एलआईसी / बीमा कंपनी को बीमा प्रीमियम : 289 रूपए / – प्रति सदस्य प्रतिवर्ष

बीसी / माइक्रो / कॉर्पोरेट / एजेंट के लिए व्यय की प्रतिपूर्ति: 30 रुपए / – प्रति सदस्य प्रतिवर्ष

प्रतिभागी बैंक के प्रशासनिक व्यय की प्रतिपूर्ति: 11 रुपए / – प्रति सदस्य प्रति वर्ष

कुल – 330 रुपए

अर्चना सिंह

कई लोगो की प्रेरणा की स्रोत, अर्चना सिंह एक कुशल उद्यमी है। अर्चना सिंह 'व्हाइट प्लैनेट टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड' आई. टी. कंपनी की डायरेक्टर है। एक सफल उद्ममी होने के साथ-साथ एक कुशल लेखक भी है, व इस क्षेत्र में कई वर्षो का अनुभव है। वे 'हिन्दी की दुनिया' और अन्य कई वेबसाइटों पर नियमित लिखती हैं। अपने प्रत्येक क्षण को सृजनात्मकता में लगाती है। इन्हें खाली बैठना पसंद नहीं। इनका कठोर परिश्रम एवं कार्य के प्रति लगन ही इनकी सफलता की कुंजी है।

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द्वारा प्रकाशित
अर्चना सिंह