हैंड वाश एक ऐसी आदत है जिसे हर किसी को अपनाना चाहिए। यह एक ऐसी आदत है जो आपको बीमारियों से भी बचाता है। इससे केवल वही लाभांवित होता है जो इसका हमेशा प्रयोग करता है, हमने इसके प्रभाव और इसके प्रयोग का एक संक्षिप्त विवरण नीचे दिया है।
परिचय
स्वस्थ रहने की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है हैंड वाश और सही मायनों में ये कई जिंदगियों को बचाता है। हमे बच्चों में शुरू से यह आदत विकसित करनी चाहिए, जो आगे चलकर उनके बहुत काम आती है। हाथों को धुलना केवल आपके लिये ही नहीं अपितु हर आयु के लोगों के लिये आवश्यक होता है और हम सबको इसकी आदत डालनी चाहिए।
हैंड वाश से होने वाले लाभ
हैंड वश के नियम
हैंड वाश का अर्थ केवल हाथ को ऐसे ही धुल लेना नहीं होता, अपितु हाथों को कम से कम 20 से 30 सेकंड तक अच्छी तरह साबुन से धुलना होता है। साबुन को किटाणुओं को मरने की प्रक्रिया में निर्दिष्ट समय लग जाता है, इस लिये कहा जाता है की कम से कम 20 सेकंड तक अवश्य धोएं।
हाथों को अच्छी तरह से ऊपर व नीचे दोनों तरफ रगड़-रगड़ के धोएं। हाथों को धुलने के बाद साफ़ तौलिये से पोछें और हाथों को अच्छी तरह सुखा लें।
निष्कर्ष
यह किसी भी प्रकार से आपको नुकसान नहीं पहुंचाता और हम सबको इसे जरूर अपनाना चाहिए। हर व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य का ध्यान अवश्य रखना चाहिए। आप स्वास्थ्य रहेंगे तो आपका परिवार भी सुरक्षित रहेगा और आपका परिवार सुरक्षित तो आपका क्षेत्र और इसी प्रकार आप पूरे देश को सुरक्षित रख सकते हैं। कहते हैं की बूंद-बूंद से ही सागर बनता है और इस प्रकार छोटी-छोटी कोशिशों से हम खुद को कई बीमारियों से बचा सकते हैं।
निबंध – 2 (400 शब्द)
परिचय
बच्चों को स्कूल में ही स्वच्छता का पाठ पढ़ाया जाता है। परंतु जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं हम इन आदतों का पालन करना छोड़ देते हैं, जो की एक अच्छी आदत नहीं है। स्वच्छता एक ऐसी आदत है जो हर उम्र के लोगों को अपनाना चाहिए, चाहे वो सुरक्षित रूप से हाथ धुलना ही क्यों न हो। हैंड वाश एक अच्छी आदत है और यह आपको कई खतरनाक बीमारियों से भी बचाता है।
कब-कब हैंड वाश आवश्यक है
हैंड वाश अच्छा है तो इसका मतलब यह नहीं की आप हमेशा हाथ धुलते रहें। कुछ काम ऐसे होते हैं जिनके बाद हाथ धुलना आवश्यक होता है, जैसे की:
कैसे करें हाथों की सफाई?
हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक साबुन से या हैंड वाश से अवश्य धुलना चाहिए। क्यों की साबुन में मौजूद रासायनिक तत्वों को कम से कम 20 सेकंड लग जाते हैं, बैक्टीरिया या वायरस को मारने में। इस वजह से हमें जल्दबाजी में ये काम नहीं करना चाहिए। आइये हाथों को सुरक्षित रूप से धुलने के प्रत्येक चरण को जाने।
निष्कर्ष
इस प्रकार हाथों की पूरी सफाई आवश्यक है, यह आपको कई प्रकार के बीमारी जैसे की निमोनिया, इन्फ्लूएंजा, फ्लू, सर्दी-खांसी, आदि जैसे बीमारियों से बचा सकता है। प्लेग और कोरोना जैसे महामारी से बचने के लिये भी हैंड वाश को ही सबसे सुरक्षित माना गया और ऐसे बड़े महामारियों से बचने के लिये भी हैंड वाश अपनाने को कहा गया।
परिचय
हैंड वाश जिसे सरल शब्दों में सुरक्षित रूप से हाथ धुलना कहा जाता है। यह एक छोटी सी प्रक्रिया है जिसमे हाथों को साबुन से कम से कम 20 से 30 सेकंड तक धुला जाता है, ताकि हाथों में से सभी प्रकार के कीटाणु मर जाएँ। हैंड वाश इस लिये आवश्यक है क्यों की इसके जरिये हम कई प्रकार के हानिकारक बीमारियों से आसानी से बच सकते हैं।
हैंड वाश की शुरुआत
हैंड वाश की शुरुआत इग्नाज़ सेमेल्विस (Ignaz Semmelweis) नमक एक डॉक्टर ने की थी। उन्होंने अपने अस्पताल में लगातार मर रहे महिलाओं का परिक्षण किया तो पाया की अधिकतर मृत्यु सफाई का ध्यान नहीं रखने की वजह से हो रही हैं। इसके बाद उन्होंने सख्ती से इस नियम को अपनाया और बेहतर परिणाम भी पाया।
हर वर्ष 15 अक्टूबर को हम ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे के रूप में मनाते हैं।
हैंड वाश की आवश्यकता
हैंड वाश संक्रमण से कैसे रोकता है?
जब हम हाथों में साबुन लागते हैं तो, उसे कम से कम 20 से 30 सेकंड लगते हैं कीटाणुओं से लड़ने के लिये अपनी संरचना बनाने में। और फिर साबुन के कण कीटाणु को मार गिराते हैं।
साबुन के अणु द्विध्रुवीय होते हैं जिनके एक छोर पर प्रोटीन व वसा होता है तो वही दूसरे छोर पानी में घुलनशील होता है। तो वहीँ किटाणुओं का भी बाहरी शैल प्रोटीन और वसा से बना होता है। साबुन के अणु के वसा वाला भाग, किटाणुओं की बाहरी सतह से चिपक जाता है और उसे तोड़ देता है। इस प्रकार हैंड वाश करते समय साबुन किटाणुओं को मार कर किसी भी प्रकार के संक्रमण को रोक देता है।
इस पूरे प्रक्रिया को करने में उल्लेखित समय लग जाता है इसी लिये कहा जाता है की हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक अवश्य धोएं। तभी किटाणु मरते हैं और आप सुरक्षित रह सकते हैं।
निष्कर्ष
कहने को एक छोटी सी आदत है परंतु ज्यादातर लोग इसे अपनाते नहीं हैं और ज्यादा जरूरी नहीं समझते। परंतु अपना के देखें, आपको फर्क अवश्य नजर आयेगा। हैंड वाश कई महामारियों में भी निर्णायक साबित हुआ है जैसे की कोरोना, प्लेग, फ्लू, आदि। यह एक अच्छी आदत है और इसे जरूर अपनाएं और दूसरों को भी प्रेरित करें और एक सुरक्षित राष्ट्र के निर्माण में आपना अमूल्य योगदान दें।