ओणम दक्षिण भारत के केरल राज्य के हिन्दू मलयाली लोगों का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह हिन्दू मान्यताओं के साथ-साथ फसल महोत्सव के रूप में भी मनाया जाता है। केरल में हिन्दू के साथ-साथ इसाई धर्म के लोगों की भी धार्मिक मान्यताएं इस पर्व से जुड़ी हुई हैं। ओणम महोत्सव केरल का आधिकारिक राज्य पर्व है, जिसपर राज्य सरकार सार्वजनिक अवकाश की घोषणा करती है। यह पर्व केरल में निवास करने वाले सभी धर्म के लोग मनाते हैं।
इस महोत्सव पर केरल के लगभग 30 शहरों में विशाल मेला लगता है और उत्सव के कार्यक्रमों को देखने के लिए बड़ी संख्या में भीड़ इकट्ठी होती है। आज हम भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक “ओणम” के बारे में जानेंगे।
1) ओणम भारत के केरल राज्य का एक महत्वपूर्ण त्योहार है।
2) यह त्योहार भगवान विष्णु के ‘वामन अवतार’ एवं राजा महाबली से सम्बंधित है।
3) ओणम एक महत्वपूर्ण हिन्दू त्योहार माना जाता है।
4) हिन्दू त्योहार होने के बावजूद केरल में सभी धर्मों के लोग इसे मिलकर मनाते हैं।
5) राजा महाबली के पाताल लोक से धरती पर वापस आने के उपलक्ष्य में यह पर्व मनाते हैं।
6) केरल के महान शाषक राजा महाबली, विष्णु भगवान के भक्त प्रह्लाद के पोते थें।
7) ओणम पर्व को केरल का वार्षिक फसल उत्सव भी कहा जाता है।
8) ओणम का भव्य महोत्सव 10 दिनों तक लगातार मनाया जाता है।
9) यह उत्सव मलयालम कैलेंडर के अनुसार वर्ष के पहले 10 दिनों तक चलता है।
10) ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार यह पर्व अगस्त या सितंबर महीने में आता है।
1) केरल के सुप्रसिद्ध त्योहार ओणम लोगों को केरल के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व से परिचित कराता है।
2) इस पर्व का आरंभ त्रिक्काकारा के ‘वामन मंदिर’ से किया जाता है।
3) 10 दिनों तक चलने वाले ओणम त्योहार में कई प्रकार के कार्यक्रम किए जाते हैं।
4) इस उत्सव में संगीत, लोक नृत्य और शक्ति प्रदर्शन खेल जैसे कई कार्यक्रम होते हैं।
5) केरल का सुप्रसिद्ध “वल्लमकली” नौका दौड़ इसी महोत्सव के दौरान आयोजित होता है।
6) इस पर्व पर महिलाएं पोक्कलम अर्थात रंगोली बनाती हैं और उसके चारों तरफ ‘तिरुवाथिरा कलि’ नृत्य करती हैं।
7) लोग घरों में कई प्रकार के पारंपरिक भोजन बनाते हैं जिन्हें केले के पत्ते पर परोस कर खाते हैं।
8) इस त्योहार पर केरल में 4 दिनों का राजकीय अवकाश होता है।
9) भारत के इस महोत्सव को देखने के लिए देश-विदेश से काफी लोग आते हैं।
10) ओणम का महोत्सव दुनिया भर में मलयाली प्रवासियों द्वारा संयुक्त अरब अमीरात, संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया आदि कुछ देशों में मनाया जाता है।
ओणम हमारे देश का इतना प्रसिद्ध त्योहार है कि विदेशी लोग भारतीय प्रवासियों को यह उत्सव करते देख अपने देश में भी इस पर्व को बड़े ही उत्साह से मनाने लगे हैं। ओणम का पर्व लोगों को एकसाथ लाता है और अपने राजा महाबली के योगदान के लिए उन्हें याद करने का मौका देता है। लोग अच्छे-अच्छे पकवान बना कर घर के आंगन में रंगोली के पास पास रखते है, उनकी मान्यता है कि राजा महाबली रात में इसका सेवन करने आते हैं और केरलवासियों को सुख-समृद्धि देते हैं। कई प्रकार के नृत्य व संगीत आदि इस पर्व का ख़ास हिस्सा है।