बच्चे हो या बड़े सभी को खेल पसंद आता है। हम सभी अपने बचपन से ही खेल खेलते हुए बड़े होते हैं और हमारे जीवन में भी खेल का बहुत ही महत्व होता है। खेल और शिक्षा का समन्वय बना कर चलने वाले लोग सफ़ल और स्वस्थ होते हैं। खेल कई प्रकार के खेले जाते हैं जिनसे हमारा मनोरंजन और व्यायाम भी हो जाता है। ओलंपिक खेल के संस्थापक डी कौबर्टिन ने कहा है कि “एक खेल में सबसे जरूरी जितना नहीं बल्कि इसमें हिस्सा लेना है”।
आईये आज 10 लाइन के सेट से हम खेल और उससे सम्बंधित बातों को जानते हैं।
1) मुख्य रूप से खेल शारीरिक और मानसिक व्यायाम की एक प्रतियोगी गतिविधि है।
2) माना जाता है कि खेल कि उत्पति 4000 ईसा पूर्व चीन में हुई थी।
3) खेल मुख्यतः 3 प्रकार के होते हैं- शारीरिक, मानसिक और मशीनी खेल।
4) इन 3 खेल प्रकारों के आधार पर खेलों को भीतरी, बाहरी व अन्य वर्गों में बांटा गया है।
5) क्रिकेट, हॉकी, दौड़, तैराकी, चेस और वीडियो गेम आदि बहुत से खेल खेले जाते हैं।
6) खेल मानव शरीर के लिए बहुत आवश्यक और लाभकारी हैं।
7) बच्चों में खेल खेलने से उनका शारीरिक और मानसिक विकास तेजी से होता है।
8) खेल हमारे लिए समय व्यतीत करने और मनोरंजन का एक अच्छा तरीका है।
9) खेलों को बढ़ावा देने के लिए वैश्विक स्तर पर कई प्रकार की खेल प्रतियोगिताएं कराई जाती है।
10) भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस 29 अगस्त को कई खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है।
1) चीन, मिस्त्र, फारस, और यूनान आदि देशों से खेल के प्राचीन इतिहास मिलते हैं।
2) खेल हमारे शरीर को स्वस्थ, स्फूर्त, चुस्त और त्वरित रखता है।
3) खेल वह प्रक्रिया है जो हमें तनाव से मुक्ति देकर मन को शांत करता है।
4) स्कूल-कॉलेजों में छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए खेल को आवश्यक कर दिया गया है।
5) अच्छे कौशल वाले खिलाड़ी देश का नाम बढ़ाते हैं और खेलजगत में भविष्य बनाते हैं।
6) खेल में प्रोत्साहन और निष्पक्षता के लिए सभी देशों के अपने खेल संस्थान बनाए गए हैं।
7) वैश्विक स्तर पर आयोजित ओलंपिक खेल यूनान की देन है जिसके संस्थापक ‘बैरन पियरे डी कौबर्टिन’ थे।
8) वैश्विक स्तर पर खेलों का आयोजन लोगों में बंधुत्व और भाईचारे को बढ़ावा देता है।
9) आज के समय में खेल में निवेश बढ़े है जिससे खेल, खिलाड़ी और खेलदर्शक सभी में वृद्धि हुई है।
10) विख्यात अमेरिकन खेल लेखक ग्रांटलैंड राइस ने कहा है कि “यह जरुरी नहीं की तुम जीते या हारे, महत्वपूर्ण ये है कि तुमने खेल कैसा खेला”।
खेल को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा भी खिलाड़ियों को कुछ सरकारी विभाग और कार्यों में वरीयता दी जाती है जो एक सकारात्मक कदम है। बच्चों को खेल के प्रति प्रेरित करना चाहिए ताकि शुरू से ही उनका शिक्षा के साथ-साथ खेलों में भी रुचि बनी रहे। खेल हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है और वर्तमान में इसकी लोकप्रियता और बढ़ी है जो खेल के क्षेत्र में भविष्य बनाने के लिए एक अच्छा संकेत है।