सड़को पर आए दिन घटने वाले रोष घटनाओं को रोड रेज़ कहते है। लोग सड़को पर जब लड़ाई-झगड़ो पर उतर आते हैं, तब रोड रेज़ होता है। कभी-कभी तो लोग फिजुल में ही एक-दूसरे पर गुस्सा करने लगते हैं, और बात मार-पीट तक पहुँच जाती है। जब पढ़े-लिख समझदार लोग…
भारतीय थल सेना किसी परिचय की मोहताज नहीं। समस्त देशवासी सेना के कर्जदार है। अगर हम अपने घरो में चैन से सो पाते है, तो इसका पूरा का पूरा श्रेय केवल हमारी सेना को जाता है। हमारी तीनों सेनाएं जल, थल और वायु, हमारी देश की आंखे है, जो चौबिसो…
“डिजिटल अर्थव्यवस्था में भारत वैश्विक खिलाड़ी होगा” - सुंदर पिचाई (सी.ई.ओ, गूगल) भारत मुख्य रूप से एक कृषि अर्थव्यवस्था है। कृषि गतिविधियाँ अर्थव्यवस्था का लगभग 50% योगदान देती हैं। कृषि में फसलों, मुर्गी पालन, मछली पालन और पशुपालन का विकास और बिक्री शामिल है। भारत में लोग इन गतिविधियों में…
“परिवार प्यार का दूसरा नाम हैं।” इंसान हो या जानवर, सभी को अपने परिवार से प्रेम होता है। आखिर परिवार ही तो हमारे अस्तित्व का आधार होता है। हम सभी अपने परिवार में ही जन्म लेते है, और हमारा परिवार ही हमें पाल-पोष कर बड़ा करता है। परिवार में ही…
पुराणों के अनुसार सतयुग, द्वापर, त्रेता और कलयुग इन चार युगों में समयकाल विभाजित है। द्वापर युग में युगपुरूष के रूप में असमान्य शक्तियों के साथ श्री कृष्ण ने भाद्रपद माह के कृष्णपक्ष की अष्टमी को रोहणी नक्षत्र में मध्यरात्री में कंश के कारागृह में जन्म लिया। कृष्ण को भगवान…
सदाचरण संस्कृत के सत् और आचरण से मिल कर बना है, जिसका अर्थ होता है सज्जनों जैसा आचरण या व्यवहार। एक व्यक्ति अज्ञानी होने के बाद भी सदाचारी हो सकता है। और कभी-कभी व्यक्ति प्रकांड विद्वान हो कर भी दुराचारी हो सकता है, जैसे रावण इतना ज्ञानी और शिव का…
भारत भूमि को युगों युगों से अनेक साधु-संत पीर फकीर ने जन्म लेकर कृतार्थ किया है। जिन सब में से एक संत रविदास हैं। इन्होंने अपने मन, कर्म तथा वचनों से समाज में फैले कुरीति स्वरूप जातिवाद, बड़े-छोटे का भेद को मिटाया। यह एक समाज सुधारक तथा मनुष्य के देह…
नागरिकता संशोधन विधेयक (बिल) को भारतीय राष्ट्रपति द्वारा 12 दिसंबर 2019 को मंजूरी दी गई थी। जिसके बाद यह एक अधिनियम बन गया। जैसा कि वर्तमान सरकार ने पिछले चुनाव में वादा किया था, कि इस विधेयक को लाएंगे। सरकार ने इस बिल को लाकर और दोनों सदनों में भारी…
राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर की जड़े असम से जुड़ी हैं। इसका एकमात्र उद्देश्य अवैध रुप से भारत में रह रहे घुसपैठियों को देश से बाहर निकालना है। ज्ञातव्य है कि अभी सिर्फ असम में ही इस रजिस्टर का अनुपालन हुआ है। लेकिन बहुत जल्द पूरे देश में लागू करने की बात…
परिवार के साथ पिकनिक पर जाने का अलग ही आनंद होता है। वो भी तब, जब आपको अपनी व्यस्तता, या उनकी व्यस्तता के कारण एक-दूसरे के लिए समय न मिल पा रहा हो। ऐसे में परिवार के साथ पिकनिक पर जाना एक संजीवनी का काम करता है। आजकल यदा-कदा विविध…