निबंध

जीवन में प्रौद्योगिकी और विज्ञान की भूमिका पर निबंध (Role of Science and Technology in our Daily Life Essay in Hindi)

नवंबर 2019 से लेकर अब तक पूरी दुनिया एक महामारी की चपेट में है। घातक वायरस कोविड-19 के गंभीर लक्षणों के कारण अब तक दुनिया भर में कई लोगों की मौत हो गई है और कई लोग इस बीमारी से के मुँह से बचकर बाहर निकले है। एक समय ऐसा था कि इस समस्या(कोविड) का कोई हल नहीं मिल पा रहा था और स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही थी। यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी की ही देन थी जिससे लाखों लोगों की जान को बचाया जा सका। महामारी के दौरान मास्क, सेनेटाइजर, दवा और टिका जैसे निवारक उपाय विज्ञान और प्रौद्योगिकी के कारण ही संभव हो सका है।

मैंने यहां दैनिक जीवन में उपयोग होने वाले विज्ञान और प्रौद्योगिकी के महत्त्व के बारे में चर्चा की है। मुझे आशा है, कि इस निबंध के माध्यम से छात्रों को निबंध लिखने, असाइनमेंट लिखने और उनके बुद्धि विकास के लिए काफी सहायक सिद्ध होगी।

हमारे दैनिक जीवन में प्रौद्योगिकी और विज्ञान की भूमिका पर दीर्घ निबंध (Long Essay on Role of Science and Technology in our Daily Life in Hindi, Hamare Dainik Jivan mein Praudyogiki aur Vigyan ki Bhumika par Nibandh Hindi mein)

प्रौद्योगिकी और विज्ञान – 1500 Words Essay

परिचय

हम में से बहुत से लोगों के पास अपने दादा-दादी की तस्वीरें नहीं होंगी, क्योंकि उन दिनों कैमरा और मोबाइल का इस्तेमाल नहीं हुआ करता था। उस समय हमें अपने फोटो निकलवाने या बनवाने का स्टूडियो ही केवल एकमात्र विकल्प था। लेकिन परिदृश्य बदला और वर्तमान समय में कुछ और ही है। आज के समय में हर घर में कम से कम एक स्मार्टफोन अवश्य ही होता हैं। यहां प्रौद्योगिकी ने प्रगति की जटिलता को कम करने और उसे सरल बनाने के लिए जन्म लिया।

हमारे आस-पास जो भी चीजे मौजूद हैं, वो हमारे जीवन को आसान बनाती हैं, जैसे रेफ्रिजरेटर, टेलीविजन, मोबाइल, कंप्यूटर, बिजली, ओवन, गीजर इत्यादि के उपयोग से हमारा जीवन सहज हो गया है, ये सब केवल और केवल विज्ञान और प्रौद्योगिकी के कारण ही संभव हो सका हैं। स्मार्टफोन ने हमारे जीवन की जटिलताओं को काफी हद तक कम कर दिया हैं। इसके माध्यम से हम कही भी पैसे का भुगतान घर बैठे ही कर सकते हैं, किसी को फोन पर कॉल और वीडियो कॉल कर सकते हैं, किसी भी चीज के बारे में कोई भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और हम जब भी चाहे अपनी तस्वीरें भी क्लिक कर सकते हैं।

विज्ञान के अनुप्रयोग में प्रौद्योगिकी (Technology as an Application of Science)

विज्ञान हमारी वह सोच और जिज्ञासा है, जो अवलोकन के बाद हमारे दिमाग में आती है। यह बहुत ही जरुरी है कि हम अपने दिमाग में आने वाले विचारों के अनुसार काम करें। ये ही हमें नयी तकनीक के अविष्कार को जन्म देता है। इसलिए प्रौद्योगिकी को विज्ञान का अनुप्रयोग कहा जा सकता है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी हमेशा ही आपस में जुड़े होते हैं और एक दूसरे पर निर्भर रहते हैं। हमें एक नई तकनीक विकसित करने के लिए हमें विचार और अपने ज्ञान और सोच पर काम करने की आवश्यकता है। विज्ञान उन तथ्यों और ज्ञान को सही साबित करने के लिए है जो तथ्य और तकनिकी में सहायक होती है।

जीवन के विभिन्न क्षेत्रो में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का अनुप्रयोग (Application of Science and Technologies in Various Sectors of Life)

  • दैनिक जीवन में (In Daily Life)

हम अपने जीवन में जो कुछ भी उपयोग करते हैं, उसमें विज्ञान और प्रौद्योगिकी का बहुत बड़ा योगदान होता है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने हमारे जीवन को काफी हद तक आसान बना दिया है। पहले जिन कार्यों में हमें अधिक समय लगता था, उन कामों को प्रौद्योगिकी और विज्ञानं ने आसान बना दिया और अब वही काम आसानी से कम समय में पूरे कर लिए जाते है। ब्रश करना, खाना पकाना, कपड़े धोना, यात्रा, संचार आदि में अब पहले की अपेक्षा बहुत कम समय लगता है।

  • शिक्षा और सीखने में (In Teaching and Learning)

शिक्षा में इस्तेमाल पुरानी पद्धति जैसे चॉक, डस्टर, ब्लैकबोर्ड इत्यादि को प्रौद्योगिकी और विज्ञान ने ‘स्मार्ट क्लास सिस्टम’ में बदल दिया है। इसके माध्यम से किसी विषय पर चित्रों के माध्यम से उसका स्पष्टीकरण किया जाता है, जो अध्ययन की प्रक्रिया को और सरल बना देती है। इनके माध्यम से छात्र अब ऑनलाइन कक्षाओं में भी शामिल हो सकते हैं, विशेष रूप से वो छात्र जो दूर रहकर पढ़ाई करते हैं और कक्षा में शामिल होने में असमर्थ होते हैं। आज इंटरनेट और तकनिकी के रूप में कंप्यूटर के आने से उन्हें बहुत लाभ हुआ हैं, जो की विज्ञान की देन है।

  • कृषि के क्षेत्र में (In Agriculture)

पुरानी कृषि पद्धतियों का स्थान आज कई नई तकनीकियों ने ले लिया है। इन तकनीकियों ने किसानों के काम के बोझ को काफी कम कर दिया है। खेती के बहुत से नए तरीके इजात हुए हैं, जिसने उपज को काफी बढ़ा दिया हैं, हार्वेस्टर, थ्रेशर, सिचाई पम्प इत्यादि मशीनों ने खेतों में किसानों के बोझ को काफी कम कर दिया है।

फसलों की गुणवत्ता और उत्पादकता को बढ़ाने के लिए अनुवंशिक रूप से संशोधित फसलें जैसे बी.टी. कटान, बी.टी. ब्रिंजल, और गोल्डन राईस आदि को बनाया गया। खेतों की निगरानी जीआईएस प्रौद्योगिकी द्वारा की जाने लगी है। हाल ही के दिनों में कृषि में नई तकनिक के उपयोग से खेतों में नमी और तापमान को नापने में उपयोग किए जाने वाले सेंसर, जीआईएस द्वारा प्राप्त तस्वीरें, कृत्रिम रूप से रोबोट की बुद्धिमत्ता का इस्तेमाल इत्यादि शामिल हैं।

  • चिकित्सा के क्षेत्र में (In the Medical Sector)

विज्ञान और प्रौद्योगिकी चिकित्सा के क्षेत्र में वरदान बनकर साबित हुए हैं। इसके कारण लाइलाज बीमारियों के लिए दवा और औषधि का निर्माण हुआ है, जिसके कारण मनुष्यों की आयु बहुत बढ़ गयी है। पहले के दिनों में लोगों के जटिल रोगों के उपचार की कोई ठोस व्यवस्था नहीं थी, जिसके कारण लोगों की मृत्यु हो जाती थी। आजकल बिमारियों का सही पता लगाने के लिए विभिन्न प्रकार की मशीनें है और उन बीमारियों का इलाज करने के लिए वभिन्न प्रकार की मशीनें और दवाएं उपलब्ध है।

इसका सबसे बड़ा उदहारण कैंसर की बीमारी है, जिससे कई लोगों की मौत हो जाती थी, लेकिन आज इस घातक बीमारी से राहत के लिए बाजारों में कई प्रकार की दवाये उपलब्ध है। प्रारंभिक अवस्था में इस बीमारी के इलाज के लिए कई प्रकार की मशीनें इजात की गयी है। इस लाइलाज बीमारी का पूर्ण रूप से इलाज करने के लिए आज भी कई प्रकार के शोध किये जाते है।

  • संचार के क्षेत्र में (In Communication)

आज मोबाइल फोन, लैपटॉप, फैक्स, टेलीफोन जैसी कई तकनीकियों का विकास विज्ञान के द्वारा ही संभव हो सका है। विज्ञान की इन प्रगतियों ने संचार को बहुत ही तेज और आसान बना दिया है। आज संदेशों और मेल को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचाने में केवल कुछ ही सेकंडों का समय लगता है। कोई भी व्यक्ति अपने घर बैठे विदेशों में संपर्क कर सकता है और अपने व्यापार और उसके विकास को एक ही जगह से जारी रख सकता है। हम अपने परिवार और करीबियों से दूरी की चिंता किए बिना ही आपस में बात और उन्हें देख भी सकते है।

  • परिवहन के क्षेत्र में (In Transportation)

वो पुराने दिन बीत गए जब परिवहन के लिए बहुत कम साधन हुआ करते थे और लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए उन्हें कई दिनों का सफर करना पड़ता था। आजकल हमारी यात्रा को छोटा और दिलचस्प बनाने के लिए कई ट्रेनें, बसें, कार, बाइक और हवाई जहाज जैसी सुविधा मौजूद हैं। विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने विभिन्न साधनों के अविष्कार किये हैं और आगे भी शोध जारी रहेंगे। आज हम भारत या दुनिया के किसी कोने में बिना किसी घबराहट या तनाव के कुछ ही घंटों की यात्रा कर सुरक्षित पहुंच सकते हैं।

  • सुरक्षा के क्षेत्र में (In Defence)

विज्ञान और तकनीकी प्रगति किसी भी राष्ट्र द्वारा सुरक्षा के लिए उपयोग की जाने वाली विभिन्न मिसाइलों, जहाजों और विभिन्न हथियारों का विकास किया है। डी.आर.डी.ओ. (रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन) रक्षा मंत्रालय के साथ काम करने वाली एक एजेंसी है जिसमें 52 अनुसंधान प्रयोगशालाएं हैं। नए अनुसंधान कार्य और नए हथियारों का प्रौद्योगिकी विकास यही से होता है। टारपीडो, वरुणास्त्र जैसे हथियार हाल ही के दिनों में डी.आर.डी.ओ. की प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला में विकसित किए गए है और 21 नवंबर 2020 को इसे नौसेना के हाथों में सौप दिया गया।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी की वजह से अंतरिक्ष में भी विकास को तेजी से बढ़ावा मिल रही है (Science and Technology is Fostering Development in Space Too at the Fast Pace)

हमारे दैनिक जीवन में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के आगमन से हमारा जीवन बहुत ही सरल और रोचक बन गया है। पुराने समय के मनुष्यों के खानाबदोश जिंदगी की अपेक्षा आज के आधुनिक मनुष्यों की तेज जिंदगी केवल विज्ञान और तकनीकी के कारण ही संभव हो सका है। आज मनुष्य चन्द्रमा पर अपना घर बनाने और रहने की योजना बना रहा है, जो केवल विज्ञान और प्रौधोगिकी के कारण ही संभव हुआ है।

आज विज्ञान के उपयोग और प्रौद्योगिकी के विकास से अंतरिक्ष के कई उलझे पहलू अब धीरे-धीरे हल हो रहे है। अंतरिक्ष की जानकारी इकट्ठा करने के लिए अंतरिक्ष यान, उपग्रह, अंतरिक्ष स्टेशन का भी अविष्कार किया जा चूका है, जो हमें अंतरिक्ष की एक स्पष्ट तस्वीर देता है। शोधकर्ता और वैज्ञानिक अंतरिक्ष के अन्य तथ्यों को उजागर करने के लिए रात-दिन प्रयास कर रहे हैं। चंद्रयान-2, मंगलयान, उपग्रह प्रक्षेपण मिशन (PSLV-C40) इत्यादि भारत के विज्ञान और प्रौद्योगिकी के कुछ महान उपलब्धियों के रूप में हैं।

निष्कर्ष

मनुष्य के जीवन में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का बहुत अधिक महत्त्व है। इसने मनुष्य के जीवन की जटिलताओं को काफी कम कर दिया है और हमारे जीवन स्तर में भी बहुत सुधार किया है। मुख्य मुद्दा इन तकनीकियों का गतल तरीके से इनका उपयोग करने में है, जिससे की सारी दुनिया का विनास हो सकता है। इसका उचित उपयोग निश्चित रूप से मानव जाती के विकास के लिए वरदान साबित होगा।

FAQs: Frequently Asked Questions

प्रश्न 1 – विज्ञान और प्रौद्योगिकी में क्या संबंध है?

उत्तर – विज्ञान का अर्थ है खोज और प्रौद्योगिकी खोज पर ही निर्भर करती है अतः ये दोनों एक दुसरे के संपूरक हैं।

प्रश्न 2 – मानव जीवन में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का क्या महत्व है?

उत्तर – विज्ञान के द्वारा हम किसी वस्तु की खोज करते हैं और प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान के संगम से वस्तु को विकसित करते जाते हैं।

प्रश्न 3 – “राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस” (National Technology Day) कब मनाया जाता है?

उत्तर – 11 मई

प्रश्न 4 – “राष्ट्रीय विज्ञान दिवस” (National Science Day) कब मनाया जाता है?

उत्तर – 28 फरवरी

प्रश्न 5 – भारत में “विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग” (Department of Science and Technology) की स्थापना कब हुई थी?

उत्तर – 3 मई 1971

Shiv Prasad Vishwakarma

बचपन से ही लेखन में रुचि रखने वाले शिव प्रसाद विश्वकर्मा पेशे से एक कॉन्टेंट राइटर हैं। लेखन के क्षेत्र में इन्होंने अपना वर्चस्व स्थापित करने के साथ साथ बहुत से युवाओं को साहित्य की तरफ मोड़ने का काम भी किया है। अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद इन्होंने लेखन शैली को ही जीवन का आधार बनाया है।

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Shiv Prasad Vishwakarma