निबंध

विज्ञान पर निबंध (Science Essay in Hindi)

आज का युग विज्ञान का युग है। आज हर जगह सिर्फ विज्ञान का ही बोलबाला है। कलम से लेकर लैपटॉप तक सब कुछ विज्ञान की ही देन है। आज हम सौ फीसदी विज्ञान पर ही आश्रित हैं। नित नये वैज्ञानिक अविष्कारों को देखते हुए यह इतना प्रमुख एवं महत्वपूर्ण विषय बन गया है कि आए दिन इस पर निबंध आदि परीक्षाओं में पूछे जाते रहते हैं।

विज्ञान पर छोटे-बड़े निबंध (Short and Long Essay on Science in Hindi, Vigyan par Nibandh Hindi mein)

यहाँ मैंने विज्ञान के चमत्कार पर छोटे तथा बड़े निबंध दिए हैं जो आपके पढ़ाई में उपयोगी साबित हो सकते हैं:

विज्ञान पर निबंध – 1 (250 – 300 शब्द)

परिचय

विज्ञान ने विगत 500 वर्षों में दुनिया का नक्शा ही बदल दिया है। विज्ञान के नए नए अविष्कार ने मानव का जीवन सहज बना दिया है। आज हम कुछ सेकंड में दुनिया के एक छोर से दूसरे छोर तक बात चित कर सकते है। आज हम कुछ ही समय में एक जगह से दूसरे जगह जा सकते है। ये सब विज्ञान के कारण ही संभव हो सका है।

विज्ञान के प्रयोग

विज्ञान हमेशा ही नए नए प्रयोग करता रहता है। विज्ञान वर्तमान समय में रोबोटिक्स, टेक्नोलॉजी, आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस आदि के क्षेत्र में तेजी से प्रयोग कर रहा है और मानव का जीवन सरल होता  रहा है। 

विज्ञान के चमत्कार

टेलीफोन का आविष्कार, परमाणु का आविष्कार, टेलीविजन का आविष्कार आदि विज्ञान के चमत्कार है। विज्ञान के कारण आज सब कुछ संभव हो गया है। मानव ने दूसरे ग्रहों पर भी जीवन तलाशना शुरू कर दिया है।

विज्ञान के  नुकसान

विज्ञान ने मानव जीवन को सरल बनाने की चाह में परमाणु बम, हथियार आदि भी बनाने में मदद की है। जिनके प्रयोग से आतंकवाद को बढ़ावा मिलता है। विज्ञान का गलत उद्देश्य के लिए प्रयोग पुरे मानव जाती के लिए संकट का विषय है।

निष्कर्ष

विज्ञान हमारे समाज की रीढ़ है। हमारे वर्तमान समय में विज्ञान ने हमें बहुत कुछ दिया है। इसके कारण, हमारे स्कूलों में शिक्षक कम उम्र से ही विज्ञान पढ़ाते हैं। विज्ञान के बिना आज के जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती।

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निबंध 2 (400 शब्द) – विज्ञान विषय के रूप में

प्रस्तावना

विज्ञान और प्रौद्योगिकी हमारे दिन-प्रतिदिन के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। हम अपनी अलार्म घड़ियों के बजने से सुबह उठते हैं और रात को अपनी लाइट बंद करके बिस्तर पर चले जाते हैं। ये सभी विलासिता जो हम वहन करने में सक्षम हैं, विज्ञान और प्रौद्योगिकी का ही परिणाम हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात, हम यह सब थोड़े समय में कर लेते हैं क्योंकि यह केवल विज्ञान और प्रौद्योगिकी की प्रगति के कारण संभव हुआ है।

विज्ञान विषय के रूप में

विज्ञान की महत्ता इसी बात से आंकी जा सकती है कि अब कक्षा एक के बच्चे के पाठ्यक्रम में भी विज्ञान ने स्थान बना लिया है। यह विज्ञान ही है जो हमें हमारे सौर मंडल के बारे में सिखाता है। सौर मंडल में 8 ग्रह और सूर्य हैं। सबसे उल्लेखनीय यह है कि यह हमें हमारे ग्रह की उत्पत्ति के बारे में भी बताता है। इन सबसे ऊपर, हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि विज्ञान हमारे भविष्य को बनाने में हमारी मदद करता है। लेकिन यह न केवल हमें हमारे भविष्य के बारे में बताता है, बल्कि यह हमारे अतीत के बारे में भी बताता है।

जब छात्र कक्षा 6 में पहुंचता है, तो विज्ञान तीन और उपश्रेणियों में विभाजित हो जाता है। ये उपश्रेणियाँ भौतिकी, रसायन और जीवविज्ञान होती है। सबसे पहले, भौतिकी ने हमें मशीनों के बारे में सिखाया। भौतिकी एक दिलचस्प विषय होता है। यह एक तार्किक विषय है।

दूसरा उपश्रेणि ‘रसायन विज्ञान’ है। रसायन विज्ञान एक ऐसा विषय है जो पृथ्वी के अंदर पाए जाने वाले तत्व से संबंधित है। और यह विभिन्न उत्पादों को बनाने में मदद करता है। दवा और सौंदर्य प्रसाधन आदि जैसे उत्पादों के परिणामस्वरूप मानव लाभ होता है।

तीसरा उपश्रेणि, सबसे रोचक ‘जीवविज्ञान’ है। जो हमें हमारे मानव शरीर के बारे में सिखाता है। यह हमें इसके विभिन्न भागों के बारे में बताता है। इसके अलावा, यह कोशिकाओं के बारे में भी छात्रों को सिखाता है। विज्ञान इतना उन्नत है कि इसने हमें यह भी बता दिया कि, कोशिकाएं मानव रक्त में मौजूद होती हैं।

निष्कर्ष

विज्ञान की मदद से कई असाध्य रोगो का ईलाज संभव हो पाया है। चिकित्सा के क्षेत्र में विज्ञान ने अद्वितीय प्रगति की है। जिसे पहले मानव सोच भी नहीं सकता था, उसे आज विज्ञान ने सम्भव कर दिखाया है। एक्स-रे मशीन से मानव के भीतर की तस्वीर खींच जाती है। क्या गज़ब की तकनीक विकसित की है, विज्ञान ने।

निबंध 3 (500 शब्द) – विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लाभ

प्रस्तावना

विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने हमें आधुनिक सभ्यता की स्थापना के लिए प्रेरित किया है। यह विकास हमारे दैनिक जीवन के लगभग हर पहलू में बहुत योगदान देता है। इसलिए, लोगों को इन परिणामों का आनंद लेने का मौका मिलता है, जो हमारे जीवन को अधिक आराम और आनंददायक बनाते हैं।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लाभ

अगर हम इसके बारे में सोचते हैं, तो विज्ञान और प्रौद्योगिकी के कई लाभ हैं। वे छोटी चीज़ों से लेकर बड़े तक होते हैं। उदाहरण के लिए, सुबह का पेपर जो हम पढ़ते हैं, जो हमें विश्वसनीय जानकारी देता है, वैज्ञानिक प्रगति का परिणाम है। इसके अलावा, बिजली के उपकरण जिनके बिना जीवन की कल्पना करना मुश्किल है जैसे कि रेफ्रिजरेटर, एसी, माइक्रोवेव आदि उन्नत (एडवांस) तकनीकी प्रगति का परिणाम है।

इसके अलावा, अगर हम परिवहन परिदृश्य को देखें, तो हम देखते हैं कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी यहाँ भी एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं। हम तेज़ी से पृथ्वी के दूसरे हिस्से तक पहुँच सकते हैं, सभी प्रौद्योगिकी के उन्नत स्वरुप का ही परिणाम है।

इसके अलावा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने मनुष्य को हमारे ग्रह से आगे देखने में सक्षम बनाया है। नए ग्रहों की खोज और अंतरिक्ष में उपग्रहों की स्थापना बहुत हद तक विज्ञान के कारण ही सम्भव हो पाया है।

इसी तरह, विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने चिकित्सा और कृषि क्षेत्रों पर भी प्रभाव डाला है। बीमारियों के लिए खोजे जा रहे विभिन्न उपचारों ने विज्ञान के माध्यम से लाखों लोगों की जान बचाई है। इसके अलावा, प्रौद्योगिकी ने किसानों को बड़े पैमाने पर लाभान्वित करने वाली विभिन्न फसलों के उत्पादन को बढ़ाया है।

विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी वैज्ञानिक

अंत में, थॉमस एडिसन, सर आइजैक न्यूटन जैसे कई वैज्ञानिक इस दुनिया में पैदा हुए। उन्होंने बड़े आविष्कार किए हैं। थॉमस एडिसन ने प्रकाश बल्ब का आविष्कार किया। अगर उन्होंने यह आविष्कार नहीं किया होता तो आज पूरा जग अंधेरे में रहता। इस वजह से थॉमस एडिसन का नाम इतिहास में दर्ज हो गया।

एक अन्य प्रसिद्ध वैज्ञानिक सर आइजैक न्यूटन थे। सर आइजक न्यूटन ने हमें ग्रेविटी के बारे में बताया। इसकी मदद से हम कई अन्य सिद्धांतों की खोज करने में सक्षम हो पाये।

भारत में वैज्ञानिक अब्दुल कलाम थे। उन्होंने हमारे अंतरिक्ष अनुसंधान और रक्षा बलों के लिए बहुत योगदान दिया। उन्होंने कई उन्नत मिसाइलें बनाईं। इन वैज्ञानिकों ने महान काम किया और हम उन्हें हमेशा याद रखेंगे।

इसी क्रम में बेहद सराहनीय कदम उठाते हुए ईसरो के अध्यक्ष वैज्ञानिक के. सीवान के नेतृत्व में भारत ने प्रथम प्रयास में ही चंद्रयान-2 मिशन के तहत चंद्रमा पर अपना यान प्रक्षेपित किया। चूंकि इसमे हमें सफलता नहीं मिली, लेकिन यह भारत के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि साबित हुई।

उपसंहार

वास्तव में हमारा अस्तित्व ही अब विज्ञान पर निर्भर करता है। हर दिन नई तकनीकें आ रही हैं जो मानव जीवन को आसान और अधिक आरामदायक बना रही हैं। इस प्रकार, हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी के युग में रहते हैं।

इसके बाद, विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने गणित, खगोल भौतिकी, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, परमाणु ऊर्जा और अधिक सहित विभिन्न क्षेत्रों को आगे बढ़ाने में सहायता की है। इन विकासों के कुछ बेहतरीन उदाहरण हैं जैसे रेलवे सिस्टम, स्मार्टफोन, मेट्रो सिस्टम आदि।


निबंध 4 (600 शब्द) – विज्ञान के प्रकार

परिचय

विज्ञान की परिभाषा- प्रकृति में मौजूद वस्तुओं के क्रमबद्ध अध्ययन ज्ञान को विज्ञान कहते हैं। विज्ञान वह व्यवस्थित ज्ञान हैं जो अध्ययन, विचार, अवलोकलन तथा प्रयोग से मिलता है। जो किसी अध्ययन के विषय की प्रकृति को जानने के लिए किया जाता है। विज्ञान के मदद से हमारा जीवन आसान और आरामदायक हो गया है। आज हम विज्ञान के उपहार स्वरूप दिए गये उपकरणों के अभाव में अपना कार्य नहीं कर सकते यहां तक की हमारा जीवित रहना भी मुसकिल हो सकता है। गर्मी में आसमान छुता तापमान तथा इंसान को जमा देने वाली ठंड से राहत हमें विज्ञान के भेंट स्वरूपी यंत्र से मिलता है।

विज्ञान के प्रकार

प्राकृतिक विज्ञान (Natural science) – प्राकृतिक विज्ञान के अन्तर्गत प्राकृतिक और भौतिक दुनिया का व्यवस्थित ज्ञान होता है। इसके अन्तर्गत निम्न विषयों का अध्ययन करते हैं।

  • भौतिक विज्ञान (Physics) – भौतिक विज्ञान, विज्ञान की एक विशाल शाखा है, कुछ विद्वानों के अनुसार इसमें उर्जा के रूपांतरण तथा द्रव के अवयवों तथा प्राकृतिक जगत और उसके आन्तरिक क्रियाओं का अध्ययन किया जाता है। जैसे- स्थान, काल, गति, द्रव्य, विद्योत, प्रकाश तथा ध्वनि आदि।
  • रसायन विज्ञान (Chemistry) – विज्ञान की वह शाखा है, जिसके अन्तर्गत पदार्थों के संगठन, संरचना, गुणों और रसायनिक अभिक्रिया के दौरान इनमें हुए परिवर्तनों का अध्ययन किया जाता है। जिसका शाब्दिक अर्थ है- रस+आयन मतलब रसों (द्रवों) का अध्ययन।
  • खगोल विज्ञान (Geography) – अंतरिक्ष और अकाशीय पिंडों का अध्ययन खगोल विज्ञान कहलाता है। प्राकृतिक विज्ञान से संबंधित अन्य विज्ञान हैं जैसे- ओशेयेनोग्राफी, जीयोलॉजी, इकोलॉजी, एस्ट्रोनोमी आदि।

जीवन विज्ञान – जीवन विज्ञान के अन्तर्गत सभी प्रकार के जीव जन्तु, पेड़- पौधे तथा प्राणी का अध्ययन होता है। इससे संबंधित प्रमुख शाखा निम्नवत् हैं।

  • जीव विज्ञान – जीव विज्ञान के अन्तर्गत हम जीव, जीवन और जीवन की प्रक्रियाओं का अध्ययन करते हैं।
  • बॉटनी – इसमें पेड़-पौधों से संबंधित अध्ययन किया जाता हैं।
  • जूलॉजी – जूलॉजी के अन्तर्गत जानवरों से संबंधित अध्ययन किये जाते हैं।

सामाजिक विज्ञान – विज्ञान के इस प्रकार के अन्तर्गत हम सामाजिक पद्धित तथा मानव व्यवहार का अध्ययन करते हैं। यह विभिन्न श्रेणीयों में विभक्त हैं।

  • इतिहास – इस विषय के अन्तर्गत घटनाओं के इतिहास का अध्ययन करते हैं।
  • राजनीति विज्ञान – सरकारी प्रणाली तथा राजनीतिक गतिविधियों का अध्ययन।
  • भूगोल विज्ञान – पृथ्वी की भौतकि संरचना का अध्ययन।
  • अर्थशास्त्र (Economics) – धन का अध्ययन।
  • सामाजिक अध्ययन (Social studies) – मानव समाज का अध्ययन।
  • नागरिक शास्त्र (Sociology) – समाज के विकास तथा कामकाज का अध्ययन।
  • मनोविज्ञान (Psychology) – मानव व्यवहार का अध्ययन।
  • एन्थ्रोपोलॉजी – मानव के विभिन्न समाजिक पहलुओं का अध्ययन।

औपचारिक विज्ञान (Formal science) – विज्ञान के इस भाग में हम औपचारिक प्रणाली का अध्ययन करते हैं जैसे- गणित और तर्क आदि।

  • गणित (Mathematics) – अंकों का अध्ययन।
  • तर्क (Reasoning) – तर्क का अध्ययन।
  • स्टैटिक्स – संख्यात्मक डाटा के विश्लेशण से संबंधित विज्ञान। इसी प्रकार से, सिस्टम थ्यूरी तथा कम्पूटर साइन्स आदि इसके अन्तर्गत आते है।

निष्कर्ष

किसी वस्तु या विषय का क्रमबद्ध अध्ययन, उस विषय का ज्ञान, विज्ञान है। विज्ञान की सीमाएं बहुत दूर तक फैली हुई हैं। जैसे- जीवन विज्ञान, प्राकृतिक विज्ञान, सामाजिक विज्ञान आदि। जो हमें घटनाओं के पीछे के कारण का ज्ञान कराते हैं।

मीनू पाण्डेय

शिक्षा स्नातक एवं अंग्रेजी में परास्नातक में उत्तीर्ण, मीनू पाण्डेय की बचपन से ही लिखने में रुचि रही है। अकादमिक वर्षों में अनेकों साहित्यिक पुरस्कारों से सुशोभित मीनू के रग-रग में लेखनी प्रवाहमान रहती है। इनकी वर्षों की रुचि और प्रविणता, इन्हे एक कुशल लेखक की श्रेणी में खड़ा करता है। हर समय खुद को तराशना और निखारना इनकी खूबी है। कई वर्षो का अनुभव इनके कार्य़ को प्रगतिशील और प्रभावशाली बनाता है।

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द्वारा प्रकाशित
मीनू पाण्डेय