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विश्व पर्यटन दिवस

विश्व पर्यटन दिवस समारोह संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन द्वारा 1980 में शुरु किया गया जो प्रत्येक वर्ष 27 सितम्बर को मनाया जाता है। यह विशेष दिन इसलिये चुना गया क्योंकि इस दिन 1970 में यू.एन.डब्ल्यू.टी.ओ. के कानून प्रभाव में आये थे जिसे विश्व पर्यटन के क्षेत्र में बहुत बडा मील का पत्थर माना जाता है, इसका लक्ष्य विश्व पर्यटन की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में अन्तर्राष्ट्रीय समुदायों के साथ साथ सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक मूल्यों को वैश्विक स्तर पर कैसे प्रभावित करता है के बारे में लोगों को जागरुक करना है।

विश्व पर्यटन दिवस 2021 (World Tourism Day)

विश्व पर्यटन दिवस 2021 में 27 सितम्बर, सोमवार को मनाया जाएगा।

भारत को इस बार विश्व पर्यटन दिवस 2019 की मेजबानी करने का मौका दिया गया है। जिसके माध्यम से लोग भारत के इतिहास, संस्कृति और साहित्य को बेहतर तरीके से जान पाएंगे।

इस वर्ष के पर्यटन दिवस का थीम है ‘पर्यटन और नौकरी: सभी के लिए एक बेहतर भविष्य’। आज कल के रोजगार की बढ़ती मांग को देखते हुए इसका यह थीम रखा गया है, जहां हर कोई पर्यटन के माध्यम से रोजगार प्राप्त कर सकता है, खास तौर से महिलाएं और हमारे युवा।

इस मौके पर विज्ञान भवन, नई दिल्ली में पर्यटन मंत्रालय द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न देशों से आए दिग्गज लोगों कि सहभागिता होगी और वे देश के आर्थिक विकास, पर्यटन, निजी और सार्वजनिक पर्यटन क्षेत्र और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मानव पूंजी कौशल विकसित करने आदि जैसे विभिन्न विषयों पर चर्चा करेंगे।

ये दिन हर साल एक विशेष विषय के साथ लोगों को जागरुक करने के लिये पूरे विश्व में मनाया जाता है। 2013 में इस कार्यक्रम का विषय पर्यटन और पानी: हमारे साझे भविष्य की रक्षा था और 2014 में पर्यटन और सामुदायिक विकास। शायद 2015 में इस कार्यक्रम का विषय लाखों पर्यटक, लाखों अवसर होगा। ये दिन हर साल 27 सितम्बर को लोगों को पर्यटन के महत्व के बारे में जागरुक करने के लिये मनाया जाता है।

हर वर्ष आम जनता के लिए एक संदेश यू.एन.डब्ल्यू.टी.ओ. के महासचिव द्वारा इस अवसर में भाग लेने के लिए भेजा जाता है। ये विभिन्न पर्यटन उद्यमों, संगठनों, सरकारी एजेंसियों और आदि के द्वारा बहुत रुचि के साथ मनाया जाता है। इस दिन विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएँ जैसे पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये फोटो प्रतियोगिता, मुफ्त प्रवेश के साथ पर्यटन पुरस्कार प्रस्तुतियाँ, आम जनता के लिये छूट/ विशेष प्रस्ताव आदि आयोजित किये जाते हैं।

पर्यटकों के लिए विभिन्न आकर्षक और नए स्थलों की वजह से पर्यटन दुनियाभर में लगातार बढ़ने वाला और विकासशील आर्थिक क्षेत्र बन गया है। तो यह विकासशील देशों के लिए आय का मुख्य स्रोत बन गया है।

विश्व पर्यटन दिवस के विषय (थीम)

  • 1980 का विषय “सांस्कृतिक विरासत और शांति और आपसी समझ के संरक्षण के लिए पर्यटन का योगदान” था।
  • 1981 का विषय “पर्यटन और जीवन की गुणवत्ता” था।
  • 1982 का विषय “यात्रा में गर्व: अच्छे मेहमान और अच्छे मेजबान” था।
  • 1984 का विषय “अंतरराष्ट्रीय समझ, शांति और सहयोग के लिए पर्यटन” था।
  • 1985 का विषय “युवा पर्यटन: शांति और दोस्ती के लिए सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत” था।
  • 1986 का विषय “पर्यटन: विश्व शांति के लिए एक महत्वपूर्ण शक्ति” था।
  • 1987 का विषय “विकास के लिए पर्यटन” था।
  • 1988 का विषय “पर्यटन: सभी के लिए शिक्षा” था।
  • 1989 का विषय “पर्यटकों का मुक्त आवागमन एक दुनिया बनाता है” था।
  • 1990 का विषय था “पर्यटन: एक अपरिचित उद्योग, एक मुक्त सेवा”।
  • 1991 का विषय “संचार, सूचना और शिक्षा: पर्यटन विकास की शक्ति कारक” था।
  • 1992 का विषय “पर्यटन: एक बढ़ती सामाजिक और आर्थिक एकजुटता का कारक है और लोगों के बीच मुलाकात का” था।
  • 1993 का विषय “पर्यटन विकास और पर्यावरण संरक्षण: एक स्थायी सद्भाव की ओर” था।
  • 1994 का विषय “गुणवत्ता वाले कर्मचारी, गुणवत्ता पर्यटन” था।
  • 1995 का विषय “विश्व व्यापार संगठन: बीस साल से विश्व पर्यटन में सेवारत” था।
  • 1996 का विषय “पर्यटन: सहिष्णुता और शांति का एक कारक” था।
  • 1997 का विषय “पर्यटन: इक्कीसवीं सदी की रोजगार सृजन और पर्यावरण संरक्षण के लिए एक अग्रणी गतिविधि ” था।
  • 1998 का विषय “सार्वजनिक-निजी क्षेत्र भागीदारी: पर्यटन विकास और संवर्धन की कुंजी” था।
  • 1999 का विषय था “पर्यटन: विश्व धरोहर का नयी शताब्दी के लिये संरक्षण”।
  • 2000 का विषय “प्रौद्योगिकी और प्रकृति: इक्कीसवीं सदी के प्रारंभ में पर्यटन के लिए दो चुनौतियॉं” था।
  • 2001 का विषय “पर्यटन: सभ्यताओं के बीच शांति और संवाद के लिए एक उपकरण ” था।
  • 2002 का विषय “पर्यावरण पर्यटन सतत विकास के लिए कुंजी” था।
  • 2003 का विषय “पर्यटन: गरीबी उन्मूलन, रोजगार सृजन और सामाजिक सद्भाव के लिए एक प्रेरणा शक्ति” था।
  • 2004 का विषय “खेल और पर्यटन: आपसी समझ वालो के लिये दो जीवित बल, संस्कृति और समाज का विकास” था।
  • 2005 का विषय “यात्रा और परिवहन: जूल्स वर्ने की काल्पनिकता से 21 वीं सदी की वास्तविकता तक” था।
  • 2006 का विषय “पर्यटन को समृद्ध बनाना”।
  • 2007 का विषय “पर्यटन महिलाओं के लिए दरवाजे खोलता है” था।
  • 2008 का विषय “जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग की चुनौती का जवाब पर्यटन” था।
  • 2009 का विषय “पर्यटन – विविधता का उत्सव” था।
  • 2010 का विषय “पर्यटन और जैव विविधता” था।
  • 2011 की विषय “पर्यटन संस्कृति को जोड़ता है” था।
  • 2012 का विषय “पर्यटन और ऊर्जावान स्थिरता ‘था।
  • 2013 का विषय “पर्यटन और जल: हमारे साझे भविष्य की रक्षा” था।
  • 2014 का विषय “पर्यटन और सामुदायिक विकास” था।
  • 2015 का विषय “लाखों पर्यटक, लाखों अवसर” था।
  • 2016 का विषय “सभी के लिए पर्यटन – विश्वव्यापी पहुंच को बढ़ावा देना” होगा।
  • वर्ष 2017 में विश्व पर्यटन दिवस के लिए थीम “सतत पर्यटन – विकास के लिए एक उपकरण” था।
  • वर्ष 2018 में विश्व पर्यटन दिवस के लिए थीम “पर्यटन और सांस्कृतिक संरक्षण” था।
  • वर्ष 2019 में विश्व पर्यटन दिवस के लिए थीम “टूरिज्म एंड जॉब्स: अ बेटर फ्यूचर फॉर आल” था।
  • वर्ष 2020 में विश्व पर्यटन दिवस के लिए थीम “पर्यटन और ग्रामीण विकास” था।
अर्चना सिंह

कई लोगो की प्रेरणा की स्रोत, अर्चना सिंह एक कुशल उद्यमी है। अर्चना सिंह 'व्हाइट प्लैनेट टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड' आई. टी. कंपनी की डायरेक्टर है। एक सफल उद्ममी होने के साथ-साथ एक कुशल लेखक भी है, व इस क्षेत्र में कई वर्षो का अनुभव है। वे 'हिन्दी की दुनिया' और अन्य कई वेबसाइटों पर नियमित लिखती हैं। अपने प्रत्येक क्षण को सृजनात्मकता में लगाती है। इन्हें खाली बैठना पसंद नहीं। इनका कठोर परिश्रम एवं कार्य के प्रति लगन ही इनकी सफलता की कुंजी है।

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द्वारा प्रकाशित
अर्चना सिंह