कहा जाता है, भारत त्योहारों का देश है, भारत के इन्हीं त्योहारों में से एक प्रमुख हिन्दू त्योहार दुर्गापूजा का त्योहार होता है। देवी दुर्गा की पूजा और आराधना के लिए यह त्योहार प्रचलित है हालांकि इन दिनों भक्त मुख्य देवियों का दर्शन पूजन करते हैं। दुर्गा पूजा का त्योहार मुख्य रूप से हिन्दू त्योहार है पर अन्य धर्म के लोग भी पंडालों में जाते हैं और मेले का आनंद लेते हैं। भक्त घरों में माता का पूजा-पाठ करते हैं और सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।
आईए इस लेख के माध्यम से हम बुराई पर अच्छाई के जीत के प्रतीक दुर्गा महोत्सव के बारे में जानते हैं।
1) दुर्गा पूजा का महापर्व बुराई के ऊपर अच्छाई की विजय के रूप में मनाया जाता है।
2) माँ दुर्गा रूप बदलने वाले राक्षस महिषासुर का वध करके बुराई पर विजय प्राप्त की।
3) यह त्यौहार हिन्दू पंचांग के शारदीय नवरात्रि के दौरान मनाया जाता है।
4) अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार यह त्योहार सितंबर से अक्टूबर महीने में मनाया जाता है।
5) नवरात्रि के पहले दिन से 9वें दिन तक दुर्गा पूजा का महापर्व मनाया जाता है।
6) पूरे देश में दुर्गा पूजा महोत्सव में भव्य पंडाल बनाये जाते हैं जिसमें मूर्ति रखते हैं।
7) नवरात्रि के छठवें दिन मूर्ति रखी जाती है जहां भारी संख्या में लोग दर्शन करने आते हैं।
8) नवरात्रि के 10वें विजयादशमी के दिन मूर्तियों को गाजे-बाजे के साथ विसर्जित करते हैं।
9) विजयादशमी के दिन रावण दहन किया जाता है अतः दुर्गापूजा दशहरा से भी संबंधित है।
10) दुर्गापूजा का यह महापर्व भारत और विदेशों में रहने वाले हिन्दू जश्न के साथ मनाते हैं।
1) दुर्गापूजा 10 दिनों तक चलने वाला महापर्व है जो प्रमुख हिन्दू त्योहारों में से एक है।
2) यह पर्व पूरे देश में मनाया जाता है पर विशेष रूप से बंगाल में इसका भव्य आयोजन होता है।
3) इन दिनों देवी दुर्गा के साथ माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और देवी सरस्वती की पूजा की जाती है।
4) विभिन्न थीम पर बने पंडालों की कलाकृतियों को देखने के लिए दुनियाभर से लोग आते हैं।
5) नवरात्रि का यह पर्व हमारे समाज में महिलाओं के सम्मान का भी एक तरीका है।
6) देशभर में प्रमुख देवी के मंदिरों में अनुष्ठान, पूजा और लंगर आयोजित किया जाता है।
7) यह पर्व लोगों को हिन्दू परंपरा और संस्कृति से अवगत कराने का अच्छा अवसर है।
8) दुर्गापूजा के अवसर पर नवरात्रि के अंतिम 4 दिन भव्य मेले का आयोजन होता है।
9) नवरात्रि के अंतिम दिन विजयादशमी या दशहरा को यह कार्यक्रम समाप्त होता है।
10) दुर्गा पूजा के दौरान ही रामलीला का भी आयोजन किया जाता है जिसमें नवरात्रि के दशवें दिन रावणदहन और मूर्ति विसर्जन किया जाता है।
दुर्गा पूजा का त्योहार चारों तरफ अध्यात्म का वातावरण बना देता है। इस त्योहार के दौरान लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताते हैं और भव्य पंडाल और मेले का आनंद लेते हैं। पंडालों और मूर्तियों का निर्माण कार्य लगभग 1 से 2 महीने पहले से ही शुरू हो जाता है।