सितंबर और अक्टूबर माह के दौरान हिंदी पंचांग के अश्विन माह में 9 दिनों की शारदीय नवरात्रि आती है जो मुख्य रूप से हिन्दुओं के लिए पवित्र त्योहार के रूप में मानी जाती है। हिन्दू धर्म में माता दुर्गा और उनके नवदुर्गा रूप की बड़ी मान्यता होती है। शारदीय नवरात्रि के इन पावन दिनों में नवदुर्गा माता की पूजा की जाती है। नवरात्रि के समय लगभग पूरा देश भक्ति और आध्यात्म के रंग में रंगा हुआ लगता है।
आज इस लेख के माध्यम से मैंने शरद की नवरात्रि या शरद नवरात्रि से सम्बंधित बातों का उल्लेख किया है जो आपके लिए ज्ञानवर्धक होंगी।
1) शरद ऋतु या ठण्ड के समय में आने वाली नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि कहते हैं।
2) यह नवरात्रि हिंदी कैलेंडर के अश्विन माह के प्रतिपदा से नवमी तक मनाई जाती है।
3) एक वर्ष में आने वाली कुल 4 में मुख्य 2 नवरात्रियों में से एक शारदीय नवरात्रि है।
4) नवरात्रि 9 दिनों का पर्व होता है जिसमें माता दुर्गा के नौ रूपों की उपासना करते हैं।
5) दसवें दिन माता दुर्गा द्वारा राक्षस महिषासुर के वध की खुशी में जश्न मनाते हैं।
6) शारदीय नवरात्रि के दसवें दिन विजयादशमी या दशहरा का महापर्व मनाया जाता है।
7) भारत के अलग-अलग भागों में अपने-अपने विशेष तरीकों से इसे मनाया जाता है।
8) बंगाल में इसे दुर्गा पूजा और दक्षिणी और उत्तरी राज्यों में नवरात्रि कहते हैं।
9) नवरात्रि में कई भक्त पूरे 9 दिन और कई प्रथम व अष्टमी के दिन उपवास रखते हैं।
10) नवरात्रि के सभी 9 दिनों में 9 देवियों के दर्शन और पूजन से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
1) शारदीय नवरात्रि भारत में हिन्दुओं द्वारा मनाया जाने वाला प्रमुख त्योहार है।
2) चैत्र माह और अश्विन माह की शारदीय नवरात्रि वर्ष की 2 मुख्य नवरात्रि मानी जाती है।
3) शारदीय नवरात्रि के छठवें दिन पंडालों में मूर्ति स्थापना किया जाता है।
4) शारदीय नवरात्रि के सप्तमी से विसर्जन तक पंडालों में दर्शन के लिए भीड़ लगती है।
5) घरों में लोग नवरात्रि में कलश स्थापित करते हैं और माता की पूजा करते हैं।
6) इन दिनों माता के मंदिरों और शक्तिपीठों में भारी संख्या में लोग दर्शन के लिए आते हैं।
7) नवरात्रि में भक्त बंगाल में काली माता और जम्मू व हिमांचल में स्थित शक्तिपीठ की यात्रा करते हैं।
8) गुजरात में नवरात्रि पर डांडिया और गरबा नृत्य का मनमोहक आयोजन किया जाता है।
9) इन 9 दिनों में क्रमशः माता शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और माता सिद्धिदात्री की उपासना करते हैं।
10) नवरात्रि पूजा की इस महान हिन्दू संस्कृति को विदेशों में हिन्दू और गैरहिन्दुओं द्वारा बड़े ही उत्साह और सद्भावना से मनाया जाता है।
पुराणों और कथाओं के अनुसार राक्षसों से 9 दिन के युद्ध के पश्चात् माँ दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था तब से प्रतिवर्ष यह पर्व मनाया जाता है। यह 9 दिन माता के भक्तों के लिए बहुत महत्व रखता है। भक्त दूर-दूर स्थित माता के मंदिरों में दर्शन के लिए आते हैं और माँ दुर्गा से अपने और अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।