भारत सरकार द्वारा डिजिटल पेमेंट के क्षेत्र में e-RUPI के रूप में एक नया प्लेटफार्म लांच किया गया है। वर्तमान समय में इस्तेमाल हो रहे पेमेंट कार्ड, डिजिटल पेमेंट ऐप, यूपीआई व अन्य कई भुगतान के माध्यमों से इसे अलग बनाया गया है। यह किसी भुगतान के लिए नगद के रूप में न होकर एक गिफ्ट वाउचर के रूप में होता है जिसे हम विशिष्ट स्थानों पर रिडीम (Redeem) कर सकते है या इस्तेमाल कर सकते हैं। e-RUPI पार्टनर बैंकों के द्वारा ज़ारी किया जाता है जिसे नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (National Payments Corporation of India, NPCI) अपने यूपीआई प्लेटफॉर्म से चलाता है। कोई भी सहकारी या निजी संस्थाएं पार्टनर बैंक के माध्यम से e-RUPI जारी करा सकते हैं।
आज 10 लाइन्स के सेट से मैंने e-RUPI से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों को साझा किया है, आशा करता हूँ ये आपके लिए उपयोगी होंगे।
1) e-RUPI एक प्रकार का डिजिटल भुगतान प्रणाली (Online Payment System) है।
2) यह इलेक्ट्रॉनिक वाउचर (Voucher) पर आधारित भुगतान करने का तरीका है।
3) इसे भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NCPI) ने 2 अगस्त 2021 को लांच किया है।
4) e-RUPI को पूरी तरह से कैशलेस और कांटेक्टलेस बनाया गया है।
5) यह वाउचर QR Code या SMS पर आधारित होता है।
6) यह वाउचर बिना किसी मध्यस्थ के सीधे लाभार्थी के मोबाइल पर भेजा जाता है।
7) यह वाउचर लाभार्थी को एक विशिष्ट सेवा के भुगतान के लिए जारी किया जाता है।
8) लाभार्थी वाउचर को केवल सरकार द्वारा तय स्थानों पर ही इस्तेमाल कर सकते हैं।
9) e-RUPI कल्याणकारी सेवाओं की लीक-प्रूफ वितरण को सुनिश्चित करता है।
10) इसका उपयोग निजी व सरकारी अस्पतालों में आसानी से किया जा सकता है।
1) e-RUPI किसी सेवा के लिए प्रीपेड भुगतान का तरीका है।
2) e-RUPI एक डिजिटल वाउचर है, जिसे किसी पेमेंट कार्ड या एप के बिना इस्तेमाल किया जा सकता है।
3) e-RUPI को सरल और सुरक्षित बनाया गया है।
4) e-RUPI का स्वरूप पेमेंट एप या डिजिटल करेंसी की तरह है पर यह उनसे भिन्न है।
5) यह व्यक्ति विशिष्ट और उद्देश्य विशिष्ट भुगतान प्रणाली पर आधारित है।
6) एक विशिष्ट सेवा के लिए जारी किया गया वाउचर केवल उसी सेवा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
7) इसे वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य और परिवार मामलों के मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सहयोग से बनाया गया है।
8) e-RUPI का मुख्य उद्देश्य लाभार्थी को कम लागत के साथ पारदर्शी तरीके से सेवा प्रदान करना है।
9) e-RUPI का इस्तेमाल शिशु व माँ वेलफेयर स्कीम, टीबी इलाज, दवाओं व आयुष्मान भारत जैसी स्कीमों में किया जा सकता है।
10) e-RUPI जैसे वाउचर भुगतान प्रणाली का इस्तेमाल अमेरिका, कोलंबिया, स्वीडेन और चिली आदि देशों में किया जा रहा है।
सरकार द्वारा मिलने वाली सुविधाओं के क्षेत्र में पारदर्शिता लाने के लिए e-RUPI एक गेम चेंजर साबित हो सकता है। कई सहकारी व निजी बैंक इस कार्यक्रम का हिस्सा है जो यह सुनिश्चित करते है कि लेन-देन की यह प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षित और सरल हो। भुगतान के लिए किसी बिचौलिए की आवश्यकता नहीं होती है, जिसका उद्देश्य है कि सुविधा सीधे लाभार्थी तक पहुंच सके। एक वाउचर केवल एक व्यक्ति के लिए जारी होता है जिसका इस्तेमाल केवल वही व्यक्ति कर सकता है। भ्रष्टाचार की रोकथाम के क्षेत्र में यह सरकार का बड़ा फैसला है।