चुनाव एक लोकतान्त्रिक प्रक्रिया है जिसमे जनता अपने लिए एक नेता का चुनाव करती है जो उनके तरफ से खड़ा होगा और उनकी समस्याओं और परेशानियों को सुलझाएगा। चुनाव के साक्ष्य वैदिक काल से ही प्राप्त होते हैं। चुनाव को जनता की शक्ति कहते हैं। चुनावी प्रक्रिया हम आज के समय में स्कूल, कॉलेज, निकाय, प्रदेश व देश के स्तर पर देखते हैं जो भिन्न-भिन्न तरीकों से होते हैं।
आज इस 10 लाइन के लेख के माध्यम से हम चुनाव के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करेंगे।
1) जनता द्वारा अपने लिए प्रतिनिधि चुनने की प्रक्रिया को चुनाव कहा जाता है।
2) चुनाव एक व्यक्ति को स्वेच्छा से अपना मत देने के लिए स्वतंत्र अधिकार देता है।
3) चुनाव को लोकतंत्र की रीढ़ की हड्डी या लोकतंत्र का मुख्य आधार माना जाता है।
4) चुनाव वह तरीका है जिसके द्वारा जनता अपनी शक्ति और एकता का प्रदर्शन करती है।
5) बोल कर, मतपत्र से और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के द्वारा चुनाव कराये जाते हैं।
6) किसी भी देश के स्वस्थ लोकतंत्र की पहचान वहाँ होने वाले निष्पक्ष चुनाव से होती है।
7) चुनाव और लोकतंत्र एक-दुसरे के पूरक माने जाते हैं।
8) चुनाव प्रक्रिया से किसी देश के लोकतंत्र में नए और योग्य प्रतिनिधि आते हैं।
9) चुनाव निष्पक्ष हो इसके लिए एक संस्था बनाया जाती है जिसे चुनाव आयोग कहते हैं।
10) समय-समय पर होने वाली चुनाव प्रक्रिया लोकतांत्रिक पार्टियों को जनता के प्रति उनके कर्तव्यों की याद दिलाती रहती है।
1) चुनाव किसी देश की राजनीतिक शक्ति को जनता द्वारा नियंत्रित करने का एक माध्यम है।
2) एक देश के विकास में चुनाव प्रक्रिया बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
3) चुनाव प्रक्रिया एक देश के भीतर स्वस्थ और स्वच्छ लोकतंत्र का निर्माण करती है।
4) जनता को प्राप्त चुनाव रूपी शक्ति, राजनीति और समाज में बड़े बदलाव ला सकती है।
5) चुनाव हमें अपने और अपने समाज के लिए बेहतर विकल्प चुनने का विकल्प देते हैं।
6) चुनाव देश को तानाशाही से बचाते हैं और लोकतंत्र को बनाये रखते हैं।
7) चुनाव हमें अपनी इच्छा के अनुसार प्रतिनिधि चुनने की स्वतंत्रता देता है।
8) एक लोकतांत्रिक देश में जनता अपने मत से विधायक, सांसद, अध्यक्ष आदि चुनती है।
9) चुनाव वह अवसर है जब जनता अपने मत का सही प्रयोग कर अपना भविष्य तय करती है।
10) चुनाव से जनता स्वार्थी या विफल सरकार का तख्तापलट करके अपने लिए नयी सरकार चुनती है।
चुनाव किसी देश की प्रगति और विकास के लिए जरूरी होते हैं ये निरंकुशता पर रोक लगाते हैं। चुनावी प्रक्रिया किसी देश के लोकतंत्र की नींव को मजबूत करती है। एक निश्चित समय अंतराल पर होने वाले चुनाव देश मे तानाशाह को रोकते हैं और जनता को शोषित होने से बचाते हैं। प्राचीन समय से ही देखा गया है कि पक्षपाती चुनाव के परिणाम सदैव विध्वंशक रहे हैं अतः किसी भी क्षेत्र में चुनाव का निष्पक्ष होना उसके विकास और प्रगति के लिए आवश्यक होता है।