ऐसी कई समस्याएं हैं जो केवल एक देश में ही नही बल्कि विश्व के लगभग सभी देशों में फैली हुई हैं। इन समस्याओं से निपटने का कार्य भी लगभग सभी देश मिलजुलकर कर रहे हैं। इन्ही समस्याओं में से एक गंभीर समस्या अंधेपन या आँख के बिमारियों की समस्या है। कुल आबादी के लगभग 39 मिलियन लोग नेत्रहीनता और अन्य नेत्र बिमारियों से पीड़ित हैं। कई देशों में आन्तरिक और अंन्तर्राष्ट्रीय संगठन हैं जो लोगों की सहायता और उन्हें जागरूक करने का कार्य कर रहे हैं।
आज इस लेख के माध्यम से हम 10 वाक्यों के सेट से अन्तराष्ट्रीय दृष्टि दिवस के बारे में जानेंगे।
1) आँखो से सम्बंधित समस्याओं के प्रति जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से विश्वभर में प्रतिवर्ष ‘अन्तराष्ट्रीय दृष्टि दिवस’ मनाया जाता है।
2) वैश्विक रूप से हर साल अक्टूबर के दूसरे गुरूवार के दिन अन्तराष्ट्रीय दृष्टि दिवस मनाया जाता है।
3) लायन्स क्लब इन्टरनेशनल फाउण्डेशन के द्वारा सन् 2000 में पहली बार यह दिन मनाया गया था।
4) यह दिन नेत्र सम्बंधित बिमारियों जैसे मोतियाबिंद, रतौंधी व ग्लूकोमा आदि की तरफ ध्यान केन्द्रित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है।
5) 2004 से प्रतिवर्ष एक नये थीम के साथ वैश्विक स्तर पर विश्व दृष्टी दिवस मनाया जा रहा है।
6) इस दिन का मुख्य उद्देश्य नेत्र संबंधी जानकारियों का प्रचार-प्रसार करना है।
7) यह दिन उन जरूरतमंदों की सेवा और उत्थान के लिए समर्पित है।
8) सभी देशों में कई सरकारी और गैर-सरकारी संगठन हैं जो नेत्ररोगों के इलाज और सुरक्षा के लिए कार्यरत हैं।
9) भारत के कई शहरों में इस दिन नि:शुल्क नेत्र जाँच, इलाज और अन्य कार्यक्रम किए जाते हैं।
10) गरीबी और संसाधनों की कमी ने भी नेत्ररोग और अंधेपन की समस्या को काफी तेजी से बढ़ाया है।
1) समय के साथ बढ़ती हुई नेत्रहीनता एक प्रमुख वैश्विक समस्या बनती जा रही है।
2) दुनिया में नेत्रहीन लोगों की आधी से ज्यादा आबादी भारत में निवास करती है।
3) नेत्ररोगियों के इलाज के लिए अंतर्राष्ट्रीय दृष्टीहीनता रोकथाम एजेंसी (International Agency for The Prevention of Blindness – IABP) का गठन किया गया है।
4) इस गैर लाभकारी संस्था IAPB का गठन 1 जनवरी 1953 को सर जॉन विल्सन द्वारा किया गया था।
5) 1999 में IAPB और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा एक साथ मिलकर विजन 2020 ’दृष्टी का अधिकार’ नामक कार्यक्रम की शुरूआत किया गया।
6) ये संस्थाएं लोगों को आँखों की सुरक्षा और बिमारियों के इलाज के प्रति जागरूक करने का कार्य करती हैं।
7) अंधेपन की गंभीर समस्या से लड़ने के लिए यह कार्यक्रम वैश्विक स्तर पर चलाए जा रहे हैं।
8) सही समय पर चिकित्सा और बचाव से लगभग 70% मामलों में दृष्टीहीनता से बचा जा सकता है।
9) इस अवसर पर AIIMS (All India Institute of Medical Science) अपने कर्मचारियों के लिए मुफ्त जाँच के साथ दवांए और अन्य सुविधाएं प्रदान करता है।
10) दृष्टीहीनता का इलाज किसी भी व्यक्ति के लिए नए जीवन के वरदान से कम नहीं होता है।
अन्तराष्ट्रीय दृष्टि दिवस एक अवसर है जिसपर दुनियाभर में नेत्र से जुड़ी समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक किया जाता है और मुफ्त इलाज तथा हर सम्भव सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। IAPB और WHO जैसी संस्थाएं वैश्विक स्तर पर कई कार्यक्रम व अभियान करके इस क्षेत्र में अपना योगदान दे रही हैं।