भाषण

सीनियर्स के लिए विदाई भाषण

हम यहाँ कॉलेज में सीनियर्स (वरिष्ठों) के लिए विदाई भाषणों की एक श्रृंखला उपलब्ध करा रहे हैं। ये उपलब्ध भाषण जूनियरों के द्वारा अपने सीनियर्स की विदाई समारोह के आयोजन पर प्रयोग किए जा सकते हैं। सीनियर्स का विदाई समारेह का आयोजन उनकी कॉलेज में पढ़ाई पूरी हो जाने पर किया जाता है। आप दिए गए भाषणों में से कोई भी भाषण आपनी आवश्यकता और जरुरत के अनुसार चुन सकते हैं।

जूनियर्स के द्वारा सीनियर्स के लिए विदाई भाषण (Farewell Speech for Seniors in Hindi)

भाषण 1

आदरणीय अध्यापक एंव अध्यापिकाएं, हमारे सीनियर्स (वरिष्ठ) और मेरे प्यारे साथियों को शुभ संध्या। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि, आज हमारे सीनियर्स का विदाई समारोह है। सभी जूनियर्स की तरफ से, मैं इस विदाई समारोह में भाषण देना चाहता हूँ। मैं, कम्प्यूटर साइंस के 5 वें समेस्टर का विद्यार्थी, विजय दत्त, अपने प्रिय सीनियर्स के विदाई कार्यक्रम में भाषण देते हुए, खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। मैं अपने सभी सीनियर्स को उनके आने वाले उज्ज्वल और बेहतर भविष्य की यात्रा की शुरुआत के लिए शुभकामनाएं देता हूँ।

मेरी यही कामना है कि, आप सभी को शीघ्र ही उज्ज्वल भविष्य की प्राप्ति हो और यह निश्चित है कि, आप सभी को आपके कठिन परिश्रम और उच्च तकनीकी कौशल के कारण जल्द ही सफलता भी मिलेगी। और मिले भी क्यों न, आखिरकार आप सभी भारतीय तकनीकी संस्था, दिल्ली के विद्यार्थी हो, जो अपने तकनीकी परिक्षण के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध है।

जिस तरह धरती की गहराई में सोने और हीरे छिपे हुए रहते हैं, ठीक उसी तरह भारतीय तकनीकी संस्था, दिल्ली भी उच्च कौशल, अच्छे कार्यों को करने वाले और तेज दिमाग के छात्र को ढके हुए है। बुद्धिमत्ता उनके शुद्ध और शान्त मस्तिष्क से प्रदर्शित होती रहती है। कॉलेज में प्रवेश लेने और छात्रावास में रहने के पहले दिन से ही, हमें निरन्तर अपने सीनियर्स से दिशा निर्देश मिलते रहे हैं जो हमारे कॉलेज जीवन का सबसे अमूल्य भाग है।

ये हमारे सीनियर्स ही है, जिन्होंने हमें इस पूरी तरह से अलग वातावरण में रहने में सक्षम बनने में हमारी हर कदम पर मदद की है। जाहिर है, कॉलेज और छात्रावास सभी विद्यार्थियों के लिए नया घर होता है जैसे हम अपने परिवार में केवल अपने परिवार को देखते हैं हालांकि, कॉलेज में हमें बहुत कठिनाईयों, बहुत से दर्दों आदि का सामना करना पड़ता है जो हमें अभिभावकों और परिवार के सदस्यों के बिना रहना सिखाते हैं। इस तरह के असामान्य वातावरण में, हम अपने सीनियर्स की मदद के कारण ही, हर तरह के वातावरण के अनुकूल होना और खुश रहना सीखते हैं। वो हमारे सीनियर्स ही थे, जिन्होंने हमें यह महसूस कराया कि हम एक स्वतंत्र चिड़िया की तरह है और वो सब कुछ कर सकते हैं, जो हम करना चाहते हैं।

मुझे आज भी, हमारे स्वागत में सीनियर्स के द्वारा आयोजित की गई फ्रेशर पार्टी बहुत अच्छे से याद है, जब हमारे सीनियर्स ने बहुत सी सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन करके हमारा स्वागत किया था। फ्रेशर पार्टी के बाद उन्होंने हमसे अपने मित्र की तरह व्यवहार करना शुरु कर दिया और परिवार को भूलकर पढ़ाई पर ध्यान केन्द्रित करने में बहुत मदद की। जब भी हमें किसी चीज की आवश्यकता पड़ती, हम तभी उनके कमरे में जाते थे और जिसकी आवश्यकता होती उसे अपने सीनियर्स से तुरंत प्राप्त करते थे। आपने हमारी छात्रावास, कॉलेज परिसर, खेल परिसर, प्रयोगशाला कक्ष और कॉलेज में आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों के आयोजन में हमारी मदद की है।

हमने अपने कॉलेज जीवन में केवल अपने सीनियर्स के कारण बहुत सी चीजों को सीखा है। आपने हमें सिखाया कि कैसे कॉलेज में सभी के साथ अच्छा संबंध बनाए, जिसने हमारे पाठ्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका को निभाया है। इसने हमारी घर की याद से छुटकारा पाने और कॉलेज के पूरी तरह से नए वातावरण के अनुकूल बनने में मदद की। सीनियर्स के साथ इस मजबूती के बंधन ने हमारे बीच में कॉलेज में जिम्मेदारी की भावना और कौशल को विकसित किया है। हमारे सीनियर्स वास्तव में प्रोत्साहित, समर्थन, देखभाल और हमारे लिए सदा मैत्रीपूर्ण अभिभावकों की तरह व्यवहार करने वाले हैं। मैं अपने सीनियर्स से फिर से यही कहना चाहता हूँ कि, आपके उज्ज्वल भविष्य के लिए हमारी हार्दिक शुभकामनाएं हमेशा आपके साथ है।

धन्यवाद।

 

भाषण 2

सीनियर्स की विदाई के लिए आयोजित इस कार्यक्रम उपस्थित सभी सम्मानीय शिष्टजनों को शुभ संध्या। आज इस अवसर पर, आप सभी की इस खूबसूरत उपस्थिति के लिए धन्यवाद। मैं, आदित्य शर्मा, एम.सी.ए. 5वें सेमस्टर का छात्र हूँ। मुझे सभी जूनियर्स की ओर से इस कार्यक्रम पर, विदाई भाषण देने के लिए चुना गया है। यह हम सभी जूनियर्स के लिए यह एक दुख का क्षण है कि, हम सभी अब अपने सीनियर्स की छत्र छाया से अलग हो जाएगें, हालांकि हमारे सीनियर्स के लिए बहुत खुशी का भी क्षण है कि, उनकी पढ़ाई पूरी हो जाएगी और वे अपना कैरियर उज्ज्वल और सफल बनाने के लिए आई.टी. कम्पनियों से जुड़ेगें। मैं यहाँ, अपने प्रिय सीनियर्स के विदाई कार्यक्रम पर भाषण देते हुए खुद को बड़ा भाग्यशाली मानता हूँ।

यह मुझे ऐसा महसूस करा रहा है जैसे, हम कल ही अपने सीनियर्स से मिले हों और कितनी जल्दी ये 3 साल का समय खत्म हो गया। अब यह समय अपने सीनियर्स को इस कॉलेज से विदाई देने का है। उन्हें अलविदा कहना बहुत दुख दे रहा है हालांकि ये हमें कहना पड़ेगा क्योंकि यह हमारी जिम्मेदारी है कि, हम उन्हें अच्छे से और खुशी से विदा करें। मैं खुद को बहुत सौभाग्यशाली मानता हूँ कि, मैं अपने उन सीनियर्स के लिए विदाई भाषण दे रहा हूँ, जिन्होंने मेरी 2 साल तक अभिभावकों की तरह देखभाल की है। हमारे सीनियर्स ही वो व्यक्ति हैं, जिन्होंने हमें इस संघर्षपूर्ण वातावरण में, घर और अपने करीबी और प्रिय व्यक्तियों से दूर कैसे जीते हैं, सिखाया।

हमारे सीनियर्स घर से दूर हमारे सबसे अच्छे अभिभावक बनते हैं। जब भी हम बीमार होते हैं, तो वे हमारे लिए छात्रावास के कमरे में सभी वस्तुओं को उपलब्ध कराते हैं (दवा से लेकर डॉक्टर तक)। वे वास्तव में, घर में हमारे बड़े भाई की तरह होते हैं। कॉलेज परिसर और छात्रावास में उन्हें और उनके कठिन कार्यों को भूलना हमारे लिए आसान नहीं है। हम सभी आप सब को बहुत याद करेगें और हमेशा आपको अपने दिलों में रखेगें। ऐसा हो कि, हम शायद कभी भविष्य में कॉलेज के बाहर मिले या शायद नहीं भी हालांकि, आपके साथ सभी अच्छी और बुरी यादें हमारे दिलों में रहेंगी।

हमने एक साथ किसी कार्यक्रम के, त्योहार, समारोह आदि के आयोजन पर बहुत आनंद किया है। आपकी दोस्ती हमारे लिए सबसे बड़ा तौहफा है और हमेशा के लिए एक कीमती चीज है। हम में से कोई भी ये नहीं जानता कि, हमारा जीवन हमें कहाँ ले जाएगा हालांकि, कठिन परिश्रम और काम के लिए प्रतिबद्धता हमारे लक्ष्य तक पहुँचने में सक्षम करेगी। मैं आप सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ।

धन्यवाद।

 

भाषण 3

आदरणीय शिष्टजन, प्राचार्य महोदय, सर, मैडम, सीनियर और मेरे प्यारे साथियों को शुभ संध्या। मैं इस शुभ अवसर पर उपस्थित होने के लिए आप सभी का आभारी हूँ। मेरी आँखों में आँसू हैं और बहुत दुखी महसूस कर रहा हूँ क्योंकि यह अपने सीनियर्स को विदा कहने का समय हैं। यद्यपि, मैं इस विदाई समारोह में जूनियर्स की ओर से भाषण देने के लिए चुने जाने पर खुद को भाग्यशाली भी मानता हूँ। सभी जूनियर्स की ओर से, मैं साथ बिताए गए खुशियों वाले पलों को भी साझा करना चाहता हूँ।

जब कभी भी, 12 वीं कक्षा के बाद, घर से दूर आई.टी.कॉलेज में प्रवेश लेने का समय आता है, तो सामान्यतः सभी, बहुत सारी चीजों के कारण डरे हुए होते हैं, जैसे; प्रवेश कैसे लेंगे, माता-पिता और भाई-बहनों के बिना छात्रावास में कैसे रहेंगे, अभिभावकों के सहयोग के बिना पढ़ाई कैसे करेंगे आदि। शायद, शिक्षा प्राप्त करने का रास्ता संघर्षों और कठिन परिश्रम से भरा हुआ है हालांकि, इसका परिणाम बहुत मीठा होता है। मैं अपने सीनियर्स के लिए अपनी भावनाएं व्यक्त करना चाहता हूँ, जो हमें छोड़ कर जा रहे हैं। हम जब कभी अपने अभिभावकों को याद करके दुखी होते थे तो हमारे सीनियर्स हमेशा कहा करते थे कि कुछ पाने के लिए हमें अपने जीवन में बहुत सी चीजों को खोना भी पड़ता है। वो कहते थे कि, कोई स्वास्थ्य खोता है, कोई धन खोता है और कोई अपना जीवन। ये सब कुछ अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने और उज्ज्वल कैरियर पाने के लिए करते हैं।

हमारे सीनियर्स ने हमें इस बात का अहसास कराया कि, अपने परिवार, समाज और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को ज्यादा से ज्यादा पूरा करने के लिए हमारी पढ़ाई और ज्ञान की प्राप्ति ही हमारा पहला लक्ष्य है। उन्होंने हमें बताया कि, हमें कभी भी बुरी स्थितियों में अपने प्रयासों को नहीं छोड़ना चाहिए और हमेशा संघर्ष करना चाहिए। मैं अपने सभी सीनियर्स का, शिक्षण में समय-समय पर उनके सहयोग के लिए बहुत आभारी हूँ। मैं उनके सुखी जीवन और उज्ज्वल कैरियर की कामना करता हूँ।

धन्यवाद।


 

भाषण 4

सभी आदरणीय शिष्टजनों, अध्यापकों, सीनियर्स और मेरे प्यारे सहपाठियों को सुप्रभात। मैं अपने सीनियर्स के विदाई कार्यक्रम के आयोजन पर आप सभी का स्वागत करता हूँ। इस अवसर पर आप सब की बड़ी संख्या में सुखद उपस्थिति के लिए धन्यवाद। मेर प्यारे दोस्तों, आज हम अपने सीनियर्स को विदाई दे रहे हैं। इन्हें विदा करने का समय कितनी जल्दी समीप आ गया। ऐसा लगता है कि, जैसे हम कल ही मिले थे और इतनी जल्दी बिछड़ रहे हैं। मैं सभी जूनियर्स की तरफ से सीनियर्स को विदाई का भाषण देने के लिए यहाँ उपस्थित हूँ। हम कल से अपने सीनियर्स से हर रोज मिलने में सक्षम नहीं होगें क्योंकि वे हमें छोड़कर जा रहे हैं। यद्यपि, उनकी पढ़ाई पूरी हो गई है और अपने कैरियर के निर्माण के लिए जा रहे हैं। हमें दुखी नहीं होना चाहिए और उन्हें खुशी से विदाई देनी चाहिए।

हम लोग इस कॉलेज में 3 साल से एक साथ हैं, और बहुत से पलों को एक साथ आनंद भी लिया है। हमारे सीनियर्स ही वो व्यक्ति थे, जिन्होंने छात्रावास में हमारे नए होने पर हमारी सभी माँगों को पूरा किया। सभी बुरे और अच्छे पल हमारे मस्तिष्क में कैमरे की तस्वीर की तरह कैद है, जो हमें समय-समय पर याद आते रहते हैं। हमने अपना बहुत सा समय कॉलेज परिसर में फुटबॉल खेलते हुए, पुस्तकालय में किताबों को पढ़ते हुए और छात्रवास में डांस करते हुए या संगीत सुनते हुए साथ में व्यतीत किया है, जो वास्तव में अविस्मरणीय है।

मैं आज अपने सीनियर्स के साथ छात्रावास में व्यतीत किए गए कुछ विशेष पलों को साझा करना चाहता हूँ। एक बार मैं छात्रावास में घर की याद आने के कारण बहुत दुखी था। मैं किसी से भी बात नहीं करता था और खामोश रहना पसंद करता था। एक दिन मेरे सीनियर ने बड़ी विनम्रता से इसका कारण पूछा और मैने अपनी समस्या के बारे में सबकुछ बता दिया। तब उन्होंने मुझे जीवन के सदाचार के बारे में सीख दी और मुझे मेरी समाज, परिवार और देश के प्रति सभी जिम्मेदारियाँ बताई। हमारे सीनियर्स हमेशा हमारे सहयोगी और बड़े भाई की तरह रहे। मैं आपको पूरे जीवनभर याद रखूँगा।

मैं हमारे सीनियर्स के सम्मान में आयोजित सभी सांस्कृतिक गतिविधियों को प्रदर्शित करने के लिए अपने सभी साथियों को धन्यवाद कहना चाहता हूँ। मुझे उम्मीद है कि, आपने गाने, डांस और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों का आनंद लिया होगा। मैं अपने सीनियर्स का उनके प्यार, सहयोग, प्रोत्साहन और देखभाल के लिए बहुत आभारी हूँ। आज हमारे लिए थोड़ा से दुख का क्षण है फिर भी, हमें आप सभी को अलविदा कहना पड़ेगा। मैं आप सभी से प्रार्थना करता हूँ कि, कृपया हमारे सम्पर्क में रहना क्योंकि हम आपकी कीमती सलाह के बिना कुछ नहीं कर सकते। मैं आप सभी को आपके अच्छे भविष्य और शान्तिपूर्ण जीवन की शुभकामनाएं देता हूँ।

धन्यवाद।

अर्चना सिंह

कई लोगो की प्रेरणा की स्रोत, अर्चना सिंह एक कुशल उद्यमी है। अर्चना सिंह 'व्हाइट प्लैनेट टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड' आई. टी. कंपनी की डायरेक्टर है। एक सफल उद्ममी होने के साथ-साथ एक कुशल लेखक भी है, व इस क्षेत्र में कई वर्षो का अनुभव है। वे 'हिन्दी की दुनिया' और अन्य कई वेबसाइटों पर नियमित लिखती हैं। अपने प्रत्येक क्षण को सृजनात्मकता में लगाती है। इन्हें खाली बैठना पसंद नहीं। इनका कठोर परिश्रम एवं कार्य के प्रति लगन ही इनकी सफलता की कुंजी है।

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