हिन्दू धर्म में माता लक्ष्मी को धन और सुख-समृद्धि की देवी कहा जाता है और उनकी पूजा करने से व्यक्ति के सभी कष्ट तथा दरिद्रता समाप्त हो जाती है। लक्ष्मी पूजा के पर्व पर लोग अपने घरों को साफ करते हैं तथा दीप, रंगोली व झालरों से सजाते हैं। लक्ष्मी पूजा(Lakshmi Pooja) दिवाली पर्व का एक प्रमुख हिस्सा भी है।
आज हम इन 10 लाइनों के सेट से भगवान विष्णु की पत्नी और धन की देवी माता लक्ष्मी कि की जाने वाली पूजा के बारे में जानेंगे।
1) लक्ष्मी पूजा एक प्रमुख हिन्दू धार्मिक पूजा या त्यौहार है जो मुख्य दिपावली के दिन विधि-विधान से किया जाता है।
2) लक्ष्मी पूजा, हिंदी पंचांग के मुताबिक कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन किया जाता है।
3) शाम के समय में लोग नए और अच्छे कपड़े पहनते हैं और देवी लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश की पूजा करते हैं।
4) लक्ष्मी पूजा के दिन लोग भगवान कुबेर की भी पूजा करते हैं क्योंकि भगवान कुबेर को धन कोष का देवता माना जाता है।
5) इस अवसर पर लोग अपने घरों को साफ करते हैं और मुख्य द्वार पर दीप जलाकर देवी का स्वागत करते हैं।
6) लोगों की मान्यता है कि इस दिन देवी लक्ष्मी सबके घरों में आती हैं और भक्तों को धन-धान्य तथा सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं।
7) कुछ महिलाएं इस दिन उपवास रखती हैं क्योंकि माना जाता है इस दिन का एक वैभव लक्ष्मी व्रत 21 उपवास के बराबर होता है।
8) बंगाल में लक्ष्मी पूजा विजयादशमी के बाद शरद पूर्णिमा के दिन की जाती है जिसे लोकखी पूजा भी कहा जाता है।
9) लोक्खी पूजा को बंगाल में कोजगोरी (कोजागरी) लोक्खी पूजा भी कहा जाता है जो वहाँ का एक मुख्य उत्सव भी है।
10) लक्ष्मी पूजा के दिन लोग तेल और घी के दिये जलाते हैं और घरों, मन्दिरों तथा अन्य स्थानों को भी दीपों से सजाते हैं।
1) लक्ष्मी पूजा का त्यौहार ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार अक्टूबर या नवंबर महीने में मनाया जाता है।
2) इस दिन लोग मुख्य रूप से भगवान गणेश, देवी लक्ष्मी, देवी सरस्वती, देवी काली और भगवान कुबेर की पूजा करते हैं
3) हिन्दू धर्म में लोग इस दिन कोई नया कार्य आरम्भ करने के लिए शुभ दिन मानते हैं।
4) महिलाएं घरों में सुंदर रंगोलियां बनाती है और उसे दीयों से सजाकर माता लक्ष्मी का स्वागत करती हैं।
5) लक्ष्मी पूजा(Lakshmi Puja) के दिन लोग नई वस्तुएँ, बर्तन तथा आभूषण आदि खरीदते हैं और शाम के समय लक्ष्मी पूजा में उनका उपयोग करते हैं।
6) लक्ष्मी पूजा का शुभ समय शाम के समय माना जाता है जिस समय सभी ग्रह-दशा सुख-समृद्धि के अनुकूल हो।
7) पूजन स्थान को साफ व पवित्र करते हैं और एक पूजा के लिए ऊँचे आसन पर कलश, चावल आदि रख कर लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा को स्थापित करके पूजन करते हैं।
8) माता लक्ष्मी की पूजा समाप्त होने के बाद लोग आतिशबाजी करते हैं और त्यौहार का जश्न मनाते हैं।
9) पूजा के बाद परिवार के सभी लोग एक साथ अच्छे पकवान खाकर पर्व का आनंद लेते हैं।
10) लक्ष्मी पूजा के दिन लोग एक-दूसरे को मिठाइयां बांटते हैं और एक दूसरे के घर मिलने जाते हैं।
लक्ष्मी पूजा (Lakshmi Pooja)में बच्चे भी शामिल होकर पूजन स्थान के समक्ष बैठकर किताब पढ़ते हैं और माता सरस्वती से विद्या का आशीर्वाद मांगते हैं। माता लक्ष्मी और भगवान गणेश लोगों की समस्या को समाप्त करते हैं और उनके जीवन में तरक्की करने का आशीर्वाद देते हैं। भारत के साथ-साथ अन्य देशों में भी हिन्दू लोग इस पर्व को मनाते हैं।
उत्तर – 2021 में धन की देवी माँ लक्ष्मी की पूजा 4 नवंबर दिवाली की शाम को किया जाएगा।
उत्तर – दिवाली की शाम भगवान गणेश के साथ माता लक्ष्मी व उनके रूप माँ सरस्वती व माँ काली की पूजा करते हैं।
उत्तर – हिन्दू धर्म में शुक्रवार के दिन माँ लक्ष्मी या वैभव लक्ष्मी की उपासना की जाती है।
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