बढ़ती जनसंख्या तथा तकनीकी विकास ने ऊर्जा के खपत को कई गुना बढ़ा दिया है, जबकि हम ये अच्छी तरह से जानते हैं कि हमारी पृथ्वी पर ऊर्जा के संसाधन सीमित मात्रा में है। फिर भी हम लगातार इसका अनियंत्रित दोहन करते जा रहे है, संभव है कि ऐसी परिस्थिति में कुछ दिनों के बाद ही पूरी दुनिया को ऊर्जा संकट का सामना करना पड़ सकता है। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए तथा भविष्य के लिए ऊर्जा को बचाए रखने के लिए “ऊर्जा दक्षता ब्यूरो” (Bureau of Energy Efficiency-BEE) ने हर वर्ष 14 दिसम्बर को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया है।
साथियों आज मैं आप सभी के सामने राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस पर 10 लाइन लेकर उपस्थित हुआ हूँ, मुझे उम्मीद है कि ये लाइन आपको बेहद पसंद आएगी तथा स्कूल एवं कॉलेजों में आपके उपयोग लायक होंगी।
1) अनावश्यक ऊर्जा के खपत को कम करना तथा उसे भविष्य की पीढ़ी के लिए सुरक्षित रखना ही ऊर्जा संरक्षण कहलाता है।
2) प्रतिवर्ष 14 दिसम्बर को “ऊर्जा दक्षता ब्यूरो” (Bureau of Energy Efficiency-BEE) राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण का संचालन करता है।
3) “ऊर्जा दक्षता ब्यूरो” भारत सरकार के आधीन आने वाला एक संवैधानिक निकाय है।
4) “ऊर्जा दक्षता ब्यूरो” (Bureau of Energy Efficiency) ऊर्जा की खपत को कम करने के नीतियों तथा रणनीतियों के विकास में मदद करता है।
5) राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस लोगों को ऊर्जा के सीमित संसाधनों के बारे में जागरूक करने के लिए मनाया जाता है।
6) इस दिन लोगों को कम ऊर्जा की खपत करने तथा उसे भविष्य के लिए संरक्षित रखने की सलाह दी जाती है।
7) आज के दिन लोगों को ऊर्जा का महत्व समझाया जाता है तथा सभी क्षेत्रों में उसकी भूमिका के बारे में भी बताया जाता है।
8) विचार विमर्श, वाद-विवाद, सम्मेलनों तथा आदि के माध्यम से आज के दिन ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा दिया जाता है।
9) ऊर्जा संरक्षण अभियान को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए इस दिन सरकार तथा अन्य सरकारी एवं गैर-सरकारी संगठनों द्वारा प्रतियोगिताओं आदि का आयोजन भी कराया जाता है।
10) प्रतियोगिता के विजेता को 14 दिसम्बर (राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस) को आयोजित कार्यक्रम पर विद्युत मंत्रालय द्वारा पुरस्कृत एवं सम्मानित किया जाता है।
1) ऊर्जा का कुशलतापूर्वक उपयोग करके उसके खपत में कमी करना तथा उसे भविष्य की पीढ़ी के लिए सुरक्षित रखना ही ऊर्जा संरक्षण कहलाता है।
2) “ऊर्जा दक्षता ब्यूरो” (Bureau of Energy Efficiency-BEE) द्वारा ऊर्जा दक्षता तथा संरक्षण में प्राप्त उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए प्रतिवर्ष राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाया जाता है।
3) ऊर्जा दक्षता शब्द से आशय है एक जैसे काम करने के लिए कम से कम ऊर्जा का प्रयोग करना।
4) इस अवसर पर ऊर्जा संरक्षण की दिशा में किए गए कार्यों के लिए ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार भी लोगों में वितरित किए जाते हैं।
5) भारत में ऊर्जा की खपत को कम करने के लिए साल 2001 में ऊर्जा संरक्षण अधिनियम 2001 को लागू किया गया था।
6) ऊर्जा संरक्षण अधिनियम 2001 के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए साल 2002 में “ऊर्जा दक्षता ब्यूरो” की स्थापना हुई थी।
7) ऊर्जा संरक्षण के प्रोत्साहन के लिए कई पुरस्कारों (राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार आदि) की व्यवस्था की गई है।
8) इस दिवस को सफल बनाने के लिए केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा BEE के माध्यम से ऊर्जा संरक्षण भवन कोड, मांग पक्ष प्रबंधन जैसे कई अन्य योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।
9) अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी, सस्टेनेबल एनर्जी फॉर आल (Sustainable Energy for All) जैसी संस्थाएं भी ऊर्जा संरक्षण के लिए वैश्विक स्तर पर कार्य कर रही है।
10) आज के दिन ऊर्जा संरक्षण तथा दक्षता के दिशा में भारत द्वारा किए गए कार्यों को प्रदर्शित करने के साथ-साथ लोगो को इस विषय में जागरूक भी किया जाता है।
ऊर्जा मानव जीवन की मूल आवश्यकताओं में से एक है, जिसके बिना मानव जीवन की कल्पना करना बहुत मुश्किल है। वर्तमान समय में परम्परागत ऊर्जा के बढ़ते उपयोग तथा इसके सीमित स्रोतों ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि अगर ऊर्जा की खपत ऐसे ही बढ़ती रही तो लगभग आने वाले 40 वर्षों में पूरा विश्व ऊर्जा संकट से जूझने लगेगा, ऐसे में “ऊर्जा दक्षता ब्यूरो” (Bureau of Energy Efficiency-BEE) द्वारा ऊर्जा संरक्षण के दिशा में उठाया गया कदम सराहनीय है।
मैं आशा करता हूँ कि राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस पर 10 वाक्य (10 Points on National Energy Conservation Day) आपको पसंद आया होगा तथा इसे आप अच्छी तरह से समझ गए होंगे।
धन्यवाद !
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उत्तर- राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस भारत में प्रतिवर्ष 14 दिसम्बर को मनाया जाता है।
उत्तर- ऊर्जा का सीमित उपयोग तथा भविष्य के लिए उसे सुरक्षित रखना ही ऊर्जा संरक्षण कहलाता है।