10 वाक्य

पंडित जवाहर लाल नेहरू पर 10 वाक्य (10 Lines on Pandit Jawaharlal Nehru in Hindi)

भारत का लगभग प्रत्येक व्यक्ति चाचा नेहरू या पंडित जवाहरलाल नेहरू को जानता है। भारत के स्वतंत्रता की लड़ाई में इन्होंने अद्वितीय योगदान दिया और भारत की स्वतंत्रता के बाद भी देश की सेवा में लगे रहें। देश के आधुनिक विकास के साथ-साथ महिलाओं की स्थिति को भी सुधारने के लिए इन्होंने कई कार्य किए। नेहरू जी एक सफल राजनीतिक तो थे ही साथ में एक उत्तम लेखक भी थे। उनके द्वारा कई लेख, पत्रिकाएं व पुस्तकें लिखी गयी।

पंडित जवाहर लाल नेहरू पर 10 लाइन (Ten Lines on Pandit Jawaharlal Nehru in Hindi)

आईये, इस लेख के माध्यम से पंडित नेहरू के जीवन के कुछ तथ्यों के बारे में पढ़ते है।

Pandit Jawaharlal Nehru par 10 Vakya – Set 1

1) भारत के प्रथम प्रधानमंत्री नेहरू जी का जन्म ब्रिटिश भारत के इलाहाबाद में हुआ था।

2) इनका जन्म 14 नवम्बर 1889 को एक संपन्न कश्मीरी ब्राम्हण परिवार में हुआ था।

3) इनके पिताजी मोतीलाल नेहरू एक प्रसिद्ध व विख्यात वकील थे।

4) नेहरू जी ने 1910 में ट्रिनिटी कॉलेज, लंदन से प्राकृतिक विज्ञान में स्नातक पास किया।

5) पंडित नेहरू को शुरू से ही बच्चों से बहुत प्यार और लगाव रहता था।

6) पंडित नेहरू को “चाचा नेहरू” बच्चों द्वारा ही पुकारा जाता था।

7) बच्चों से इनके इतने प्यार के लिए इनके जन्मदिवस को बाल दिवस भी कहते हैं।

8) भारत की स्वाधीनता की मांग करते हुए 1929 में सर्वप्रथम इन्होंने ही तिरंगा फहराया।

9) 1942-46 में अपने कारावास के दौरान नेहरू जी ने ‘डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ पुस्तक लिखी।

10) नेहरू जी का निधन 27 मई 1964 को हृदयघात के कारण हुआ।

Pandit Jawaharlal Nehru par 10 Vakya – Set 2

1) पंडित नेहरू स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री बने और 15 अगस्त 1947 से 27 मई 1964 तक कार्यरत रहें।

2) प्रधानमंत्री बनते वक्त संसद में उनका पहला भाषण “ट्रिस्ट विद डेस्टिनी” एक महान और प्रसिद्ध भाषण था।

3) 13 वर्ष के उम्र में ही ये एनी बेसेंट की थियोसोफिकल सोसायटी में शामिल हो गए।

4) नेहरू गांधी जी के पक्के अनुयायी थे और उनके सभी फैसलों में उनका साथ देते थे।

5) नेहरू जी गांधी जी के सबसे प्रिय थे इसलिए गांधी जी ने इन्हें ही अपना राजनीतिक वारिश चुना था।

6) नेहरू जी भारत के स्वाधीनता संग्राम के प्रख्यात नेताओं में से एक थे।

7) देशों के बीच शांतिपूर्ण सम्बन्ध के लिए उन्होंने ‘गुटनिरपेक्षता’ और ‘पंचशील संधि’ की नीति अपनायी।

8) नेहरू जी ने भारत में औद्योगीकरण का विकास किया और साथ ही कई सामाजिक व राजनीतिक सुधार किया।

9) नेहरू जी ने भारत के प्रधानमंत्री होने के अलावा रक्षा, विदेश और वित्त मंत्रालय का कार्यभार भी कुछ समय के लिए संभाला।

10) देश के लिए किये गये बहुमूल्य योगदान के लिए नेहरू जी को 1955 में भारत रत्न सम्मान दिया गया।

अंग्रेजों द्वारा भारत का खज़ाना खाली करने के बाद भी स्वतंत्रता के बाद भारत को व्यवस्थित प्रबंधन से विकासशील देश बनाने का श्रेय देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित नेहरू को जाता है। एक संपन्न परिवार से ताल्लुक रखने के बाद भी नेहरू जी ने स्वतंत्रता आंदोलन में कई मुश्किलों का सामना किया और देश को आज़ाद कराने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

Shubham Singh

राजनितिशास्त्र से स्नातक एवं इतिहास से परास्नातक करने के पश्चात् शुभम सिंह लेखन कार्य से जुड़ गये। लेखन से पूर्व किये गये गहन अन्वेषण इनके लेखों में साफ़ दिखाई देते है। उत्कृष्ठ लेखन के साथ-साथ ये युवाओं को उनके शिक्षा एवं भविष्य से सम्बंधित मार्गदर्शन भी करते है। इनका मानना है की सही दिशा में किया गया परिश्रम व्यक्ति को हमेशा सफल बनाता है।

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