एक व्यक्ति के अंदर अपने देश के लिए सेवा और निष्ठा की भावना तथा देश के लोगों के प्रति सम्मान देशभक्ति को प्रदर्शित करती है। देश के लिए केवल जान देना ही देशभक्ति नहीं कहलाती है। देश की सुरक्षा के लिए लड़ रहे सैनिक, देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान करने वाले शहीद और देश के विकास की भावना से कार्य करने वाला आम नागरिक भी देशभक्ति का उदहारण प्रस्तुत करता है।
आईये मैं इन 10 लाइन्स के माध्यम से आपको देशभक्ति से जुड़े कुछ पंक्तियों से अवगत कराता हूँ।
1) अपने देश के लिए प्रेम और भक्ति की भावना को देशभक्ति कहते है।
2) भारतीयों में देशभक्ति की भावना का इतिहास विदेशी आक्रमणकारियों से भी पहले का है।
3) देशभक्ति अपने देश के लिए कुछ कर गुजरने की इच्छा जागृत करती है।
4) देशप्रेम की भावना लोगों को एक दुसरे से जोड़ती है।
5) देशभक्ति हमें अपने राष्ट्र के धरोहरों का सम्मान करना सिखाती है।
6) देशभक्ति केवल जान देना ही नहीं देश के लिए जीने में भी होता है।
7) देशभक्ति की ज्वाला ही भारत को स्वतंत्रता की ओर ले गयी।
8) देशभक्ति की भावना ने ही शहीदों को अमर कर दिया।
9) स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान करके हम देशभक्ति प्रकट करते हैं।
10) एक सच्चा देशभक्त हर परिस्थिति में देश के प्रति ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ होता है।
इसे यूट्यूब पर देखें – 10 Lines Essay on Desh Bhakti
1) देश की प्रगति, सुरक्षा, और विकास में योगदान करना भी देशभक्ति है।
2) देश के सैनिक, देश की सुरक्षा के लिए सीमा पर तत्पर रहते हैं और अपने प्राणों की आहुति देकर देशभक्ति का परिचय देते हैं।
3) देशभक्ति के विकास में सामाजिक और राजनितिक कारण भी सहायक होते है।
4) देशभक्ति का कोई दिन नहीं होना चाहिए, अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में भी देश के प्रति निष्ठावान रहना ही वास्तविक देशभक्ति है।
5) असहायों की मदद करना और देश को स्वच्छ रखना भी देशभक्ति को प्रदर्शित करता है।
6) आपदा और विपदा के समय देश के नागरिको की सेवा के लिए तत्पर रहना देश के प्रति प्रेम को उजागर करता है।
7) भारत के इतिहास में कई लोगो ने देशभक्ति में अपना प्राण न्यौछावर कर दिया।
8) अंग्रेजो के अत्याचार के संघर्ष में देशभक्ति की भावना ने भारतीयों को एकजूट कर दिया।
9) देश की आज़ादी के लिए कई क्रांतिकारियों ने जान न्यौछावर कर दिया।
10) देशभक्ति की भावना में वो ताकत है जो दो भिन्न लोगों को भी एक साथ कर देती है।
आज युवाओं में देशप्रेम की भावना को जागृत करने की आवश्यकता है ताकि वो देश के समृधि और सुरक्षा के लिए आगे आये। वर्तमान समय के व्यस्त समाज में भी हमें अपने स्वतंत्रता के महत्व और उसके लिए शहीद हुए देशभक्तों को भूलना नहीं चाहिए। हमें उनसे प्रेरणा लेना चाहिए और जिस प्रकार से कर सकते है राष्ट्र की सेवा करनी चाहिए। देशभक्ति केवल सीमा पर लड़ते हुए ही नहीं बल्कि देश में रहते हुए अपने लोगों के उत्थान की ओर कार्य करते हुए भी किया जा सकता है।