आजादी की लड़ाई को एक नया रूख प्रदान करने वाले, अंग्रेजों के दाँत खट्टे करने वाले, हताश युवाओं के मन में आजादी की चिंगारी पैदा करने वाले तथा वर्तमान समय के युवाओं के प्रेरणास्रोत महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को उड़ीसा के कटक…
भारत देश दुनिया का एक ऐसा देश है जहाँ अनेक धर्मों को मानने वाले लोग साथ-साथ निवास करते हैं तथा एक-दूसरे के धर्म जाति तथा भाषा का भी सम्मान करते हैं। प्रत्येक धर्म का अपना अलग-अलग धार्मिक रीति-रिवाज तथा त्यौहार होता है, पोंगल पर्व भी उनमें से एक है। यह…
बीमारियों का नाम सुन अच्छे से अच्छा धुरंधर भी सिहर उठता है। आज हम खुद को स्वस्थ रखने के लिए लाख जतन करते हैं फिर भी बीमारियां किसी न किसी रूप में हम पर हावी हो ही जाती हैं। बीमारियां कुछ ऐसी हैं जो बहुत जल्दी ठीक हो जाती हैं…
त्योहारों का नाम सुनते ही हर किसी के चेहरे पर खुशी आ जाती है। हर वर्ग के लोग त्योहारों को अपने-अपने तरीके से मनाते हैं। हमारा भारत तो विशेष रूप से त्योहारों के देश के तौर पर मशहूर है क्योंकि यहाँ हर दिन ही कोई न कोई पर्व रहता ही…
एक उच्च स्तर के नेतृत्वकर्ता और देश को एक धागे में पिरोने वाले सरदार पटेल द्वारा देश के लिए किए गए बलिदानों की श्रद्धांजलि के रूप में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को बनाया गया है। भारत में बनी यह प्रतिमा काफी मजबूत बनाई गई है और ये विश्व में अबतक की…
जीवन के लिए जल को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। पृथ्वी पर जल की मात्रा तो बहुतायत है पर धरती के कुल जल का लगभग 4% ही साफ जल है। विश्व में जनसंख्या बढ़ रही है और साथ ही अन्य संसाधनों के साथ जल की भी मांग में काफी वृद्धि…
कर को दो भागों में विभाजित किया गया है जिसमें पहला प्रत्यक्ष कर है जो व्यक्ति अपनी आय के अनुसार भुगतान करता है और दूसरा अप्रत्यक्ष कर है जिसे किसी उत्पाद या सेवा का लाभ उठाने पर भुगतान किया जाता है। केंद्र और राज्य द्वारा अलग-अलग लगाए गए अप्रत्यक्ष करों…
भारत हमेशा से ही वीर भूमि और वीरों का देश रहा है, जब-जब किसी ने इस वीर भूमि की वीरता को क्षीण करने का प्रयास किया है तब-तब इस भूमि की कोख से वीर सपूतों ने जन्म ले इसकी शान और सम्मान पर जरा भी आँच नहीं आने दी है।…
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद भयावह परिणाम को देखते हुए भविष्य में फिर कभी ऐसा न हो इस बात को सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र का गठन किया गया था। संयुक्त राष्ट्र ने अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए समय-समय पर अनेक कदम उठाए, उसी में से एक है स्वयंसेवी…
भ्रष्टाचार किसी भी राष्ट्र के प्रगति के पथ में पड़ने वाला ऐसा रोड़ा है जिससे टकराने पर राष्ट्र अपाहिज हो सकता है। इस बात को भारत सरकार बखूबी जानती है और उससे निपटने के लिए समय–समय पर कानूनों एवं आयोगों का गठन भी करती रहती है। इसी क्रम में भारत…