संयुक्त परिवार पर भाषण

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। यह कथन महान यूनानी दार्शनिक अरस्तु जी का है उनका मानना था कि समाज के निर्माण में अनेक इकाईयों की भूमिका होती है जिसमें परिवार एक मुख्य इकाई है। प्राचीन भारतीय परम्परा में संयुक्त परिवार का चलन था जिसमें एक ही परिवार में कई पीढ़ीयों के लोग मिल-जुल कर एक …

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