सुश्री बहन कु. मायावती पर 10 वाक्य (10 Lines on Mayawati in Hindi)

भारतीय राजनीति के सियासी जंग की सबसे प्रबल योद्धा (नेता) मानी जाने वाली भारतीय इतिहास में देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की प्रथम दलित महिला मुख्यमंत्री के रूप में चुनी गई। जिस समाज की महिलाओं को पढने का अधिकार नहीं था, सर उठाकर चलने तक का अधिकार नहीं था, आज उन्हे भारत के साथ-साथ संपूर्ण विश्व “आयरन लेडी” सुश्री बहन कु. मायावती के नाम से जानता है। भारत के संपूर्ण नागरिक सप्रेम “बहन जी” के नाम से संबोधित करते है। उन्होंने देश की सभी दलित, शोषित, एवं अन्य पिछड़ी वर्ग के लिए एक मिसाल प्रस्तुत की “लड़की हूँ लड़ सकती हूँ”।

Mayawati

सुश्री बहन कु. मायावती “आयरन लेडी” पर 10 लाइन (Ten Lines on Mayawati – The Iron Lady in Hindi)

तो आइए दोस्तो आज हम उस महान महिला के व्यक्तिगत जीवन,राजनीतिक जीवन के साथ-साथ उनकी उपलब्धियों को जानने का प्रयास करेगें।

Mayawati par 10 Vakya – Set 1

1) 15 जनवरी सन् 1956 को आयरन लेडी “सुश्री बहन कु. मायावती” का जन्म भारत की राजधानी दिल्ली के एक दलित परिवार में हुआ था।

2) इनकी माता श्रीमती रामरति एवं पिता जी का नाम श्री प्रभु दयाल एक दलित परिवार से ताल्लुक रखते थे।

3) देश की मुख्य तीन राष्ट्रीय राजनीतिक दलों में से एक दल बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री बहन कु. मायावती जी है।

4) उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक तथा एल.एल.बी. एवं मेरठ विश्वविद्यालय से बी.एड की डिग्री प्राप्त की है।

5) वे अपने शिक्षण कार्य के साथ-साथ अपने शोषित समाज को जगाने का प्रयास निरंतर करती रही।

6) सन् 1984 में बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक मान्यवर कांशीराम के विचारों से प्रेरित होकर उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली।

7) उन्होंने सन् 1989 में अपना पहला आम चुनाव मुजफ्फरनगर जिले की कैराना विधानसभा से लड़ी और जीत हासिल की।

8) सन् 1994 में पहली बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनी तथा उसी वर्ष राज्यसभा की सदस्य के रूप में चुनी गई।

9) इन्हें दूसरी बार 3 मई सन् 2002 में फिर से मुख्यमंत्री पद के लिए चुना गया पर भारतीय जनता पार्टी के समर्थन वापस ले लेने के कारण उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा।

10) सन् 2007 में सुश्री बहन कु. मायावती जी पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में वापस आयी और 5 वर्षों तक बेहतर शासन की, जो राजनीति जगत में एक मिसाल है।

Mayawati par 10 Vakya – Set 2

1) मायावती जी का पैतृक गाँव बादलपुर, उत्तर प्रदेश के जनपद गौतम बुद्ध नगर में है।

2) समाज में व्याप्त अनेकों कुरीतियों एवं सामाजिक असमानता सामना करते हुए देश की सबसे प्रभावशाली नेता साबित हुई।

3) मायावती जी ने वैवाहिक जीवन से विरक्त होकर अपना संपूर्ण जीवन दलितों एवं पिछड़ों के कल्याण हेतु समर्पित कर दिया है।

4) भारत के पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव जी ने मायावती जी के राजनीतिक जीवन को लोकतंत्र का चमत्कार कहा है।

5) फोर्ब्स पत्रिका ने दुनिया की 100 शक्तिशाली महिलाओं की सूची में 59 स्थान दिया है।

6) मायावती जी कुल 6 भाई 2 बहन है तथा इनके पिताजी दिल्ली के एक डाकघर में अधिकारी के पद पर आसीन थे।

7) मायावती जी बाबा साहब डा. भीम राव अम्बेडकर जी की विचारधारा को निरंतर आगे बढाने का कार्य कर रही है।

8) मायावती जी बौद्ध धर्म को मानती है और भगवान बुद्ध के मार्ग पर चलने का प्रयास करती है।

9) सम्राट अशोक के बाद बौद्ध विरासत को जीवित करने का प्रयास केवल बहन कुमारी मायावती जी ने किया है।

10) मायावती जी के जीवन का एकमात्र उद्देश्य देश में असमानता को दूर कर समतामूलक समाज का निर्माण एवं उन्हे संविधान की मुख्य धारा से जोड़ना है।


केवल 10 वाक्य मायावती जी के जीवन एवं राजनितीक संघर्ष को समझाने के लिए काफी नहीं है। पर इसके बारे में थोड़ी सी जानकारी जरुर हो जाएगी। मायावती जी के जीवन संघर्ष को देखकर आज भारत की बहुत सारी दलित एवं पिछड़े समाज की महिलाएं राजनीति में चढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही है और समाज में परिवर्तन कर रही है।

दोस्तों मैं आशा करता हूँ कि मायावती जी पर 10 लाइन (Ten Lines on Matyavati ji) आपको पसंद आए होंगे तथा आप इसे भली-भांति समझ गए होंगे।

धन्यवाद!

मायावती जी पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently Asked Questions on Matyavati ji in Hindi)

प्रश्न 1- मायावती जी को सर्वप्रथम किस अवार्ड से सम्मानित किया गया था?

उत्तर- मायावती जी को सर्वप्रथम राजर्षि शाहू मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा ‘राजर्षि शाहू पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया था।

प्रश्न 2- मायावती जी के जीवन पर लिखी किताब का क्या नाम है?

उत्तर- आयरन लेडी कुमारी मायावती ‘जो की मायावती पर लिखी गयी है, के लेखक  मोहम्मद जमील अख्तर हैं. उनकी आत्मकथा हिंदी में 3 खंडो में प्रकाशित हुई है; इसका नाम है ‘मेरे संघर्षमयी जीवन एवं बहुजन मूवमेंट का सफरनामा’. इसके अलावा अंग्रेजी में ‘ए ट्रैव्लॉग ऑफ़ माई स्ट्रगल-रेज़्ड लाइफ और बहुजन समाज’।

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