ईमानदारी सर्वोत्तम नीति क्यों है पर निबंध (Why Honesty is the Best Policy Essay in Hindi)

नीतिवाचक “बेंजामिन फ्रैंकलिन” के कथन के अनुसार ईमानदारी सबसे सर्वोत्तम नीति है। किसी भी मनुष्य के जीवन में ईमानदारी का अर्थ है “अपने जीवन में सच्चाई और जीवन के विभिन्न मूल्यों के प्रति सच्चा होना”। एक सफल व्यक्ति के पीछे सच्चाई और ईमानदारी का बहुत बड़ा हाथ होता है। सच्चाई और ईमानदारी से किया गया कार्य मनुष्य को जीवन में विभिन्न तरीकों से हमेशा पुरस्कृत करता रहता है। ईमानदारी आपके जीवन में भले ही थोड़ी कष्टदायी होती है, पर इसके द्वारा आपका सम्मान जीवन भर बना रहता है।

ईमानदारी एक अच्छी नीति क्यों है पर दीर्घ निबंध (Long Essay on Why Honesty is the Best Policy in Hindi, Imandari EK Achhi Niti Kyo hai par Nibandh Hindi mein)

Long Essay – 1500 Words

परिचय

हमारे जीवन की सबसे अच्छी नीति ईमानदारी होती है। ईमानदारी ही हमारे चरित्र का गहना होता है। कहते है की धन खो जाये तो उसे कमाया जा सकता है पर जीवन में चरित्र और ईमानदारी एक बार खो जाये तो फिर से कभी पाई नहीं जा सकती है। एक अथक प्रयास के द्वारा जीवन में कई कष्टों का सामना करके ही ईमानदारी को कमाया जा सकता है।

हमारे जीवन में ईमानदारी क्यों महत्वपूर्ण हैं

चरित्र और ईमानदारी हमारे जीवन के दो ऐसे महत्वपूर्ण आभूषण है जो हमारे जीवन की सुंदरता को निखारने का काम करते हैं। किसी के भी जीवन में ईमानदारी बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखता है और यह विश्वास और भरोसा कमाने में काफी समय लग जाता हैं। जीवन में ईमानदारी क्यों महत्वपूर्ण है, इसके कई कारण हैं-

  • ईमानदारी का दूसरा नाम है “विश्वास और भरोसा”। बिना ईमानदारी के कोई भी व्यक्ति आपके ऊपर भरोसा, आपसे मित्रता या आपसे प्यार नहीं कर सकता है। इस भरोसे और विश्वास को बनाने के लिए आपको हर रिश्ते के प्रति ईमानदार होना चाहिए।
  • व्यक्ति एक दूसरे के मस्तिष्क को नहीं पढ़ सकता है, केवल उसे भरोसे के द्वारा ही दिखाया जा सकता है, और यह भरोसा व्यक्ति की ईमानदारी को दर्शाती है।
  • हमारा परिवार, मित्र, प्यार, या किसी के प्रति हमारा लगाव केवल ईमानदारी और भरोसे पर ही टिका होता है। यही ईमानदारी हमारे अपनों के चेहरों पर मुस्कराहट बनकर एक भरोसे के रूप में चमकती है।
  • सच्चा और ईमानदार होना ही जीवन का महत्वपूर्ण गुण है। इन गुणों को अपने आत्मसात से ही कमाया जा सकता है। कुछ डर के कारण हमें इसे गवाना नहीं चाहिए, इसे कमाने के लिए हमें कई बलिदान देने पड़ते है।
  • अपनी ईमानदारी से हम अपने राष्ट्र के भ्रस्टाचार को मिटा सकते है, हालाँकि यह आसान नहीं है। इसके लिए हमें बड़ी कीमत भी चुकानी पड़ सकती है। लेकिन ईमानदारी एक व्यक्ति को राहत और बेईमानी के बोझ से मुक्त रख कर उसके जीवन में सुकून देता है।

हमें जीवन में ईमानदारी क्यों अपनानी चाहिए?

बाल्यकाल से ही हमें अपने माता-पिता, अपने परिजनों और अध्यापकों के द्वारा ईमानदार बनाने के लिए पढ़ाया और सिखाया जाता है। हमें अपने परिजनों और अपने अध्यापकों के द्वारा ऐसी कई कहानियों का उदहारण दिया जाता है जो कि ईमानदारी की अवधारणा से प्रेरित हो। हमें उनके महत्व और जीवन में इसके लाभ के बारे में भी सिखाया और बताया जाता है। हमें ईमानदारी को अपनाने और इसका अभ्यास करने के लिए भी कहाँ जाता है, क्योंकि आगे के जीवन में ईमानदारी का बहुत अधिक महत्व और जरूरत होती है। निम्न कारणों से हमें ईमानदारी को अपने जीवन का हिस्सा बनाने की आवश्यकता है-

  • ईमानदारी को अपने जीवन में अपनाने से आप अपने परिवार, दोस्त, अध्यापक और आपके करीबियों का विश्वास आपके ऊपर बढ़ता है। यह एक बहुत बड़ी बात है।
  • ईमानदारी के कारण आप खुद में एक विश्वास को जागते है, जिससे आप व्यर्थ की चिंताओं और परेशानियों से मुक्त रहते है।
  • आपके अंदर ईमानदारी होने से आपके मन की शांति और आपके अंदर की सकारात्मक ऊर्जा को और अधिक मजबूती मिलती है।
  • आपके मन का डर और आपके अंदर की नकारात्मकता दूर रहती है, और आपका शरीर हमेशा स्वस्थ बना रहता है।
  • ईमानदारी अपनाने से आप एक बेहतर निर्णय लेने में सक्षम होंगे और आप अपने जीवन की गुणवत्ता को सकारात्मक भाव से मजबूत बना सकते है।

ईमानदारी सबसे अच्छी नीति क्यों मानी जाती है?

बचपन से ही हमें बताया और सिखाया जाता है कि हमें एक ईमानदार व्यक्ति बनना चाहिए। इसके लिए हमें कई उदहारण और कहानियाँ भी सुनाई और बताई जाती है, और हमें इसके महत्व और इसके फायदों के बारे में भी बताया जाता हैं। हमारे व्यवहारिक जीवन में इसके महत्व के बारे में और जीवन को सफल बनाने के लिए कहा जाता है, जो कि निम्न प्रकार से हमारे जीवन को सफल बनाने में मदद करते है-

  • हमें सफल बनाती है

ईमानदारी हमारे जीवन की सफलता की नीव है। यह हमारे अंदर एक महान गुण के रूप में निहित होता है। इसी के द्वारा हमारे व्यक्तित्व की पहचान होती है। अपने जीवन में हम इसे अपनाकर एक अनुशासित जीवन जी सकते है और उचित नियम और फैसलों का चुनाव कर जीवन को सफल बना सकते है। हर जीवन का एक लक्ष्य होता है और हमें अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हमें ईमानदारी से कड़ी मेहनत करके उस लक्ष्य तक पहुंचना चाहिए। अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए हमें ईमानदारी का रास्ता अपनाना चाहिए। जिस प्रकार से महात्मा गांधी, सरदार पटेल, भीमराव अंबेडकर ने एक लक्ष्य को अपनाकर पूर्ण ईमानदारी और निष्ठा से उस रास्ते चलकर अपने लक्ष्य को प्राप्त किया।

  • रिश्ते बनाने में मदद करता है

हमारे जीवन में विश्वास हर रिश्ते की नीव है, और बिना विश्वास के किसी भी रिश्ते की कल्पना नहीं की जा सकती है। किसी के अंदर विश्वास पैदा करने के लिए ईमानदार होना बहुत ही आवश्यक होता है। यह ईमानदारी आपकी सत्यता पर निर्भर करती है। हमारी सच्चाई और ईमानदारी ही किसी के जीवन में हमारे लिए विश्वास पैदा करती है।

एक सच्चे और ईमानदारी से बनाये रिश्ते को आप जीवन भर बड़े ही आराम के साथ निभा सकते है और इस प्रकार के रिश्ते में कोई दुःख या परेशानी भी नहीं आती। इस प्रकार के रिश्ते में हर किसी के दिल में आपके लिए प्यार और सम्मान होता है।

  • विश्वास पैदा करता है

ईमानदारी और सच्चाई से कायम किया गया रिश्ता आपके दोस्तों, समाज और परिवार में आपके लिए भारोसा और सम्मान पैदा करता है। ईमानदारी से बनाये गए रिश्ते से हर व्यक्ति आप पर भरोसा करता है और इस भरोसे को आप अपनी ईमानदारी से बनाये रखने में कितना सफल होते है ये आप पर निर्भर करता है।

  • बहादुर और आत्मविश्वासी बनाता है

हमारे अंदर ईमानदारी ही वह गुण है, जो हमें बहादुर और हमारे विश्वास की शक्ति को बढ़ाता है। सत्यता और ईमानदारी ही वह शक्तिशाली हथियार है, जो आपको निडर बनाती है। महात्मा गाँधी इसी सत्यता और ईमानदारी के कारण वो इतने निडर थे की वो अंग्रेजी हुकूमत से कभी डरे नहीं। उन्होंने इसी को अपने हथियार बनाकर लोगों में विश्वास पैदा किया और भारत को आजादी दिलाई।

महात्मा गाँधी ने कहा था की यदि हम सच्चे और ईमानदार है तो हमें किसी से डरने की आवश्यकता नहीं है। यही सत्यता और ईमानदारी आपके अंदर आत्मविश्वास को बढ़ाता है और आपको निडर और बहादुर बनाने में आपकी मदद करता है।

  • हमारे मन और शरीर को शांति प्रदान करता है

सत्य बोलने के बाद हर व्यक्ति के मन और शरीर में एक शांति का अनुभव प्रतीत होता है। इसलिए उसे सदैव ही सत्य बोलना चाहिए और झूठ बोलने से बचना चाहिए। झूठ बोलने से हमारे अंदर एक हीन और छल की भावना पैदा होती है, जिसके कारण हमारे अंदर हमेशा एक डर बना रहता है। यही डर हमारे शरीर और मन को हमेशा परेशान करती है, और आपको आपराधिक बोध कराती है।

सच्चाई और ईमानदारी ही वह हथियार है जो इस डर से हमें लड़ने की शक्ति देता है, और हमारे मन और शरीर को शांति प्रदान करता है। इसके कारण हमारे अंदर आत्मविश्वास, बहादुरी और दुसरों को हमारे ऊपर विश्वास पैदा करने में मदद मिलती है, वही हमारे मन में शांति बनी रहती है।

क्या ईमानदारी सहज़ता से कमाई जा सकती है?

ईमानदारी हमारे जीवन का एक महान गुण है, जो हमें जन्मजात नहीं मिलती है। यह हमें जीवन में सत्य बोलने और उसके निरंतर अभ्यास करने से हमें इसकी प्राप्ति होती है। कोई भी जन्म से ईमानदार नहीं होता है, यदि ऐसा होता तो दुनिया में कोई भी अनुचित घटनाएं नहीं होती और सभी सुखी और शांति से आपस में मिल-जुलकर रहते।

जन्म से ही हमारे माता-पिता, गुरु और अपने हमें सत्य और ईमानदारी के रास्तें पर चलना सिखाते है, ताकि बाद में हम सुख और शांति से अपना जीवन व्यतीत कर सकें। बचपन में सभी को झूठ बोलने की सजा भी मिली होगी ताकि हम अपनी गलतियों को दोहराये बिना सत्य और ईमानदारी के रास्तें पर चले। कभी-कभी झूठ के लिए हमें भारी कीमत भी चुकानी पड़ जाती है।

सत्य और ईमानदारी की शक्ति बहुत ही अद्भुत होती है, इसका उदहारण हमें महात्मा गाँधी के रूप में देखने को मिलता है। उन्होंने सत्यता और ईमानदारी को मानव का सबसे बेहतर गुण माना और उसी रास्ते पर खुद चलें। गाँधी जी ने सत्य, अहिंसा और ईमानदारी को अपना हथियार बनाकर भारत को अंग्रेजो के चुंगल से मुक्त कराया।

सत्यता और ईमानदारी का गुण हम धीरे-धीरे और लम्बे समय तक उसके निरंतर प्रयास से प्राप्त कर सकते है। यह पूर्णतया आप पर निर्भर करता है कि इसके लिए आप कितने तैयार है। सभी को इसे अपने अंदर अवश्य शामिल करना चाहिए, क्योंकि यह आपके व्यक्तित्व को पूरी तरह से बदलकर चमका देती है। सत्यता और ईमानदारी ही हमें अपने परिवार, दोस्तों और समाज में एक सम्मान दिलाती है जिसे हर कोई पाना चाहता है।

निष्कर्ष

सत्यता और ईमानदारी किसी भी व्यक्ति को किसी भी स्थिति में झूठ बोलने को मजबूर नहीं कर सकती है। उसकी इसी सच्चाई और ईमानदारी के कारण ही उनका परिवार, दोस्त और समाज उनको बहुत ही प्यार और सम्मान देती है। ऐसे ईमानदार व्यक्ति पर लोग आसानी से भरोसा करते है और इस कारण उनके चाहने वाले, दोस्त, इत्यादि हर जगह होते है। ईमानदारी जीवन का एक श्रेष्ठ गुण है जिसे हर व्यक्ति को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। जिससे समाज में भ्रष्टाचार कम हो और चारों तरफ खुशहाली और शांति बनी रहें, और राष्ट्र की प्रगति में हर कोई अपना योगदान दे सकें।

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