मित्रता एक ऐसा रिश्ता है जो पारिवारिक या खून से संबंधित न होने के बावजूद भी इनसे कम भरोसेमंद नहीं होता। सच्ची दोस्ती करना हरेक के लिये बहुत कठिन कार्य है हालांकि अगर कोई सच्ची दोस्ती को पाता है तो एक बड़ी भीड़ में वो बहुत भाग्यशाली व्यक्ति होता है। ये जीवन का एक दैवीय और सबसे अनमोल उपहार है। सच्ची दोस्ती कम ही नसीब होती है और जीवन की एक बड़ी उपलब्धियों के रुप में गिनी जाती है। मैं उतना ही भाग्यशाली हूं क्योंकि मेरे बचपन से ही मेरे पास एक अच्छा दोस्त है।
मेरा अच्छा दोस्त पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on My Best Friend, Mera Achha Dost par Nibandh Hindi mein)
मेरी सबसे अच्छी दोस्त पर निबंध – 1 (250 – 300 शब्द)
प्रस्तावना
ज्योति मेरी सबसे अच्छी दोस्त है। मेरा बहुत ध्यान रखती है। वो मुझसे अच्छा व्यवहार करती है और हमेशा मदद करती है। मैं उससे क्लास 6 में मिली और फिर हम दोनों अच्छे दोस्त बन गये। वो मेरी सच्ची दोस्त है क्योंकि वो मुझे अच्छे से समझती है और मेरी हर ज़रुरतों का ध्यान रखती है। मेरी इसके पहले तक उसके जैसी कोई दोस्त नहीं थी।
मेरी दोस्त की विशेषता
वो बहुत खुले दिमाग की लड़की है और कभी-भी मेरे गलत व्यवहार से बुरा नहीं महसूस करती। वो स्वभाव से बहुत मनोरंजक है और खाली समय में अपनी बातों और मजाक के द्वारा मुझे हँसाती है। वो बहुत प्यारी और आकर्षक है, और सभी को अपने बात करने के तरीके और मुस्कान से आकर्षित कर लेती है।वो खेल और अकादमिक क्रियाओं में अच्छी है।
मेरा और मेरी दोस्त का दोस्ती
वो कई सारी बातों में मेरी तरह ही है। हमारे अभिभवाक हम दोनों को बहुत प्यार करते हैं और हमारी दोस्ती को पसंद करते हैं। वो मेरे लिये अनमोल है और मैं कभी उसकी दोस्ती को खोना नहीं चाहती। जब कभी- मैं क्लास में नहीं आ पाती, वो बचे हुए सभी क्लास और गृह कार्य को पूरा करने में मेरी मदद करती है। क्लासरुम और परीक्षा में वो मुझे हमेशा अच्छा करने के लिये प्रेरित करती है। वो अपने हर कठिन कार्यों को ठीक तरीके से करने के लिये मुझसे सलाह लेती है।
निष्कर्ष
हम सभी को अपने जीवन में अच्छे दोस्त बनाने चाहिए। अगर हमारी संगती अच्छी रहती है तो हमारे अंदर अच्छे गुणों का सृजन होता है। इसलिए बुजुर्गों ने कहा है की संगत से गुण आवत है संगत से गुण जात।
इसे यूट्यूब पर देखें : Essay on My Best Friend in Hindi
निबंध 2 (300 शब्द)
मेरे पास मेरे बचपन से बहुत सारे दोस्त हैं लेकिन रुषि मेरी हमेशा के लिये मेरी सबसे अच्छी दोस्त है। वो अपने माता-पिता के साथ मेरे घर के बगल के अपार्टमेंट में रहती है। वो एक प्यारी और स्वाभाव से मददगार लड़की है। जीवन में सही दिशा पाने और आगे बढ़ने के लिये हम सभी के लिये सच्ची दोस्ती की बहुत ज़रुरत है। अच्छा और सच्चा दोस्त पाना बहुत कठिन कार्य है हालांकि कुछ भाग्यशाली लोग इसे पाते हैं।
वो मेरे सभी दोस्तों में पहली ऐसी व्यक्ति है जिससे मैं अपनी सभी भावनाओं को बाँट सकता हूँ। वो स्वाभाव से बहुत अच्छी है और सभी की मदद करती है। वो क्लास मॉनिटर है और सभी क्लास के शिक्षक उसे पसंद करते हैं। वो खेल और पढ़ाई में बहुत अच्छा प्रदर्शन करती है। उसका व्यक्तित्व बहुत अच्छा है और ज़रुरतमंद लोगों की मदद करना उसे बहुत पसंद है।
वो सभी के लिये स्वाभाव से बहुत दोस्ताना है और जोशीले तरीके से मिलती है। वो सकारात्मक सोचती है और हर समय मुझे प्रेरित करती है। वो बहुत विनम्रता से बात करती है और कभी-भी मुझसे और दूसरों से नहीं लड़ती है। वो कभी झूठ नहीं बोलती और अच्छा व्यवहार करती है। वो बहुत मजकिया इंसान है और जब कभी-भी हम लोग दुखी होते हैं तो वो मजाकिया चुटकुले और कहानियाँ सुनाना बहुत पसंद करती है। वो एक सहानुभूतिशील मित्र है और हमेशा मेरा ध्यान रखती है। अपने जीवन में कुछ भी कठिन करने की उसके पास क्षमता है और मैं हमेशा उसकी हर छोटी-बड़ी उपलब्धियों पर उसकी सराहना करता हूँ। वो स्कूल की बहुत प्रसिद्ध विद्यार्थी है क्योंकि वो पढ़ाई, खेल और दूसरी गतिविधियों में बहुत अच्छी है।
वो क्लास टेस्ट और मुख्य परीक्षा में हमेशा सबसे अधिक अंक लाती है। परीक्षा के समय वो किसी भी विषय को बहुत आसानी से समझाती है। उसके पास बहुत अच्छी अवलोकन शक्ति और कौशल है। जब भी शिक्षक क्लास में कुछ समझाते हैं वो उसको बहुत तेजी से समझती है। वो बहुत अच्छी फुटबॉल खिलाड़ी है और स्कूल और जिला स्तर के कई प्रतियोगिताओं में भाग लेकर पुरस्कार भी जीता है।
निबंध 3 (400 शब्द)
मेरे जीवन में हमेशा से एक दोस्त रहा है जिसका नाम आशुतोष है। मेरे जीवन में वो कुछ खास है जो मेरी हर मुश्किल समय में मेरी मदद करता है। वो कोई ऐसा है जो मुझे सही रास्ता दिखाता है। अपने व्यस्त दिनचर्या के बावजूद उसके पास मेरे लिये हमेशा समय रहता है। वो मेरा पड़ोसी है इसी वजह से स्कूल बीत जाने के बावजूद भी हम दोस्त हैं। जब भी हमें स्कूल से छुट्टी मिलती है हम लोग साथ में पिकनिक पर जाते हैं। हम दोनों अपने त्योहारों को एक-दूसरे के साथ और परिवार के साथ मनाते हैं।
हम लोग रामलीला मैदान में एक-साथ रामलीला मेला देखने जाते हैं और बहुत मस्ती करते हैं। हम दोनों स्कूल के पाठ्येतर क्रियाकलापों में हमेशा भाग लेते हैं। हम दोनों घर पर क्रिकेट और कैरम खेलना पसंद करते हैं। वो मेरे लिये एक दोस्त से भी बढ़ कर है क्योंकि वो हमेशा मुझे सही रास्ता दिखाता है जब भी मैं कठिन परिस्थितियों में रहता हूँ।
वो मेरे जीवन में बहुत खास है। मैं उसके बिना कुछ नहीं करता। वो हमेशा एक अच्छे मूड में रहता है और गलत रास्तों से कभी समझौता नहीं करता है। वो हमेशा सही चीजें करता है और क्लास में भी सभी को सही कार्य करने के लिये प्रेरित करता है। वो अपने कठिन परिस्थितियों में भी मुस्कुराता रहता है और कभी भी अपने परेशानियों को अपने चेहरे पर नहीं आने देता है। वो एक अच्छा सलाहकार है कुछ भी समझाना उसे पसंद है। वो अपने माता-पिता, दादा-दादी और दूसरे पारिवारिक सदस्यों का ध्यान रखता है। वो हमेशा उनकी और समाज के दूसरे बुढ़े लोगों की आज्ञा का पालन करता है। मैं उससे पहली बार मिला जब मैं पाँचवीं कक्षा में था और अभी हम दोनों आठवीं कक्षा के एक ही वर्ग में पढ़ते हैं।
वो बहुत लंबा है और मेरे दूसरे सहपाठियों से बहुत अलग दिखता है। एक बार मैं कुछ कारणों से बहुत दुखी हो गया था। मैं कक्षा 6 की सभी ज़रुरी किताबें नहीं खरीद सकता था। उसने मुझसे पूछा, क्या हुआ तो मैं उसे अपनी पूरी कहानी सुनाई। उसने कहा कि इतनी छोटी सी बात के लिये तुम इतने दिन से दुखी हो। वो हंसने लगा और कहा कि घबराओ मत मैं स्कूल और घर में तुम्हारे साथ सभी किताबें साझा कर सकता हूँ। तुम्हें पूरे साल भर एक भी किताब खरीदने की जरुरत नहीं है।
इसके बाद उसने मुझे अपने चुटकुले और कहानियों के द्वारा हँसाया। मैं उस पल को कभी नहीं भूल सकता जब उसने मेरी मदद की और वो हमेशा मेरी मदद को तैयार रहता है। वो बहुत व्यवहारिक है और कभी-भी व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन को मिलाता नहीं है। वो हमेशा मेरी गणित के प्रश्नों को हल करने में मदद करता है। हमारी पसंद और नापसंद अलग है फिर भी हम दोनों सबसे अच्छे दोस्त हैं।
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