लाल किला पर निबंध (Red Fort Essay in Hindi)

लाल किला

दिल्ली का लाल किला एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक इमारत है। इस किले को मुगल बादशाह शाहजहां के द्वारा सन 1648 ई में बनाया गया था। लाल किला भारत में महान ऐतिहासिक स्मारकों में से एक है। यह दिल्ली के केन्द्र (नई दिल्ली) में स्थित है। इसका निर्माण मुगल सम्राट, शाहजहां ने कराया था। दिल्ली ब्रिटिश सरकार द्वारा मुगल सम्राट, बहादुर शाह जफर को 1857 में निष्कासित किए जाने तक मुगलों की राजधानी थी। यह यमुना नदी के किनारे पर स्थित है।

लाल किले पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Red Fort in Hindi, Lal Kila par Nibandh Hindi mein)

निबंध 1 (300 शब्द)

प्रस्तावना

हमारे देश की राजधानी दिल्ली पुराने कलाओं का मिश्रण है। इसमें कई ऐतिहासिक दर्शनीय स्थल भी है। लाल किला दिल्ली में शहर के बिल्कुल केन्द्र में स्थित है। यह हिन्दुस्तानी किला लाल किले के रुप में भी जाना जाता है, क्योंकि यह लाल बलुआ पत्थरों के प्रयोग से बनाया गया है। यह मूल रुप से, प्राचीन काल से ही आशीर्वाद किला अर्थात् किला-ए-मुबारक के रुप में जाना जाता है। भारत के मुगल शासक लगभग 200 साल पहले 1857 तक यहाँ रहा करते थे।

लाल किला कब और किसके शासन काल में बना?

इसमें एक बड़ा संग्रहालय है, एक दीवान-ए-आम (सार्वजनिक दर्शकों के लिए) और दीवान-ए-खास (बैठकों के उद्देश्य के लिए)। यह मुगल सम्राट शाहजहां द्वारा 1648 में यमुना नदी के किनारे बनवाया था।। यह शाहजहानाबाद (शाहजहां की 5 वीं मुगल सम्राट राजधानी) के सुसज्जित महल के रूप में बनाया गया था।

लाल किला

यह पुराने सलीमगढ़ किला  (जो सन् 1546 में इस्लाम शाह सूरी के द्वारा बनवाया गया था) से सटा हुआ है। दोनों ही पानी की धार के साथ जुड़े हुए हैं, जिसे स्वर्ग (नहर-ए-बहिश्त) की धारा कहा जाता है। यह तिमुरिड, फारसी और हिंदू परंपराओं का एक भारतीय ध्वज, इसके मुख्य द्वार पर देश के प्रतिष्ठित प्रतीक के रुप में फहराया जाता है। मिश्रण सहित इस्लामी प्रति कृति का उपयोग कर नवीन स्थापित्व शैली में बनाया गया था। इसे यूनेस्को द्वारा 2007 में विश्व विरासत स्थल के तहत लिया गया है। हर साल 15 अगस्त को, प्रधानमंत्री के द्वारा एक भारतीय ध्वज, इसके मुख्य द्वार पर देश के प्रतिष्ठित प्रतीक के रुप में फहराया जाता है।

लाल किला नाम पड़ने के कारण

इस इमारत का लाल किला नाम पड़ने का मुख्य कारण था की इसे लाल बलुआ पत्थर से बनाया गया जिस वजह से इसे लाल किला कहा जाने लगा। इस इमारत का निर्माण मुगल सम्राट शाहजहां के द्वारा 1638 में शुरू करवाया था सन 1648 में यह बनकर तैयार हो गया था इस किले को उस वक्त के बेहतरीन कारीगरों से बनवाया गया था।

निष्कर्ष

शाहजहां ने इस किले में अपनी रानी -महारानियों के लिए एक विशेष महल का निर्माण करवाया था जिसका नाम रंग महल था इस महल को संगमरमर की शिला से तराशा गया था इसमें एक फव्वारा बना हुआ है जो कमल की आकृति का है। रंग महल में अंदर जाने की इजाजत केवल राजा या फिर शहजादों को ही हुआ करती थी और इस महल में किन्नरों को ही काम पर रखा जाता था।

निबंध 2 (400 शब्द)

प्रस्तावना

लाल किला भारत का एक ऐतिहासिक स्मारक है। मुगलों के समय में कला ने बहुत विकास किया था। लाल किले से राज करने वाला आखिरी शासक बहादुर शाह जफर था। लाल किला भारत का बहुत सुन्दर ऐतिहासिक स्मारक है। यह नई दिल्ली में शहर के बीच में स्थित है। इसका निर्माण शाहजहां (महान मुगल सम्राट अकबर का पोता) के द्वारा कराया गया था।

लाल किला एक ऐतिहासिक स्थल

इसे खूबसूरती से तैयार किया गया है और स्थापित्व शैली में कुशल कारीगरों द्वारा निर्मित किया गया है। यह देश में राजनीतिक उपलब्धियों और प्रशासनिक नवा चारों का केंद्र बन गया है।

यह प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थापित्व कला; जैसे- ताजमहल, जामा मस्जिद, मयूर सिंहासन, मोती मस्जिद आदि में से एक है। शाहजहां ने यहाँ 31 सालों, (मुगल स्थापित्व कला और ललित कला का स्वर्णकाल) 1627-1658 तक शासन किया था।

उसने कुशल कारीगरों और पेशेवर कारीगरों को बुलाकर यमुना नदी के पश्चिम में लाल बलुआ पत्थरों का प्रयोग करके लाल किले की प्रति कृति को तैयार करके उसका निर्माण करने का आदेश दिया था। इसमें एक संग्रहालय, रंग महल, मोती महल, दीवान-ए-आम और दीवान-ए-खास जैसी सुन्दर संरचनाएं हैं। मंडप के आसपास बहुमूल्य रत्न, बहुमूल्य पत्थर, और सिलवर लाइनों को लगाकर सजाया गया है। दीवान-ए-खास खूबसूरती से सजाया गया है और इसकी दीवारों पर निम्नलिखित सीख को उत्कीर्ण किया गया है कि, “यदि पृथ्वी पर कहीं स्वर्ग है, तो वह यहीं है, वह यहीं है, वह यहीं है”। इसके अन्दर एक दीवान-ए-आम का भी निर्माण एक सार्वजनिक दर्शकों के हॉल के रुप में किया गया है। अन्य सर्वोकृष्ट संरचना जैसे मोती मस्जिद को रंग महल के पास बनाया गया है। शाहजहां बहुत प्रसिद्ध मुगल सम्राट था और “इमारतों के युवराज” के रुप में जाना जाता था। प्रत्येक स्वतंत्रता दिवस पर, भारत के प्रधानमंत्री यहाँ राष्ट्रीय ध्वज का ध्वजारोहण करते हैं।

निष्कर्ष

किले पर तिरंगा झंडा लहराता रहता है जो हमारी स्वतंत्रता और गौरव का प्रतीक है। इस किले को 2007 में यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत की सूची में शामिल किया गया। इस किले के अंदर एक अजायबघर का निर्माण भी किया हुआ है यहां मुगल शासकों की पोशाकें उनके शास्त्र और अन्य कीमती चीज़ें रखी हुई हैं। आम लोगों के लिए हमेशा खुला ही रहता है सालभर में लाखों की संख्या में लोग इस ऐतिहासिक किले को देखने आते हैं।


निबंध 3 (500 शब्द)

प्रस्तावना

लाल किला देश का राष्ट्रीय प्रतीक है। यह भारत का सबसे सुन्दर और अलग ढंग से तैयार किया गया स्मारक है। पूरे भारत में बहुत से ऐतिहासिक स्थल हैं हालांकि, यह सबसे अधिक गौरवान्वित और आकर्षक है। यह उच्च कौशल वाले कारीगरों के द्वारा बहुत खूबसूरती से तैयार और निर्मित किया गया है। यह देश का ऐतिहासिक प्रतीक है और शैक्षणिक और ऐतिहासिक मूल्य का स्मारक बन गया है। अभिभावक आमतौर पर, यहाँ अपने बच्चों के साथ छुट्टियों में ऐतिहासिक स्थल और स्मारकों के बारे में उन्हें कुछ ज्ञान प्रदान करने के लिए आते हैं। यह विद्यार्थियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण स्थल बन गया है।

प्रसिद्ध पर्यटन स्थल

लाल किला, नई दिल्ली में, यमुना नदी के किनारे पर शहर के बिल्कुल केन्द्र में स्थित है। यह प्रसिद्ध मुगल सम्राट, शाहजहां के द्वारा 1648 में 17वीं शताब्दी के दौरान निर्मित कराया गया था। यह लाल पत्थरों का प्रयोग करके निर्मित किया गया है। यह महान ऐतिहासिक स्थल है और दिल्ली में, सलीमगढ़ किले के पास स्थित है। दिल्ली में लाल किले पास अन्य ऐतिहासिक स्थल, कुतुब मीनार, हुमायूँ का मकबरा आदि हैं। हमारे स्कूल के प्रधानाचार्य हर साल हमारे लिए लाल किला देखने की व्यवस्था करते हैं। वहाँ से लाल किले को देखकर वापस आने के बाद हमें अपनी कक्षा में लाल किले पर गृह कार्य को प्रस्तुत करना पड़ता है। यह बहुत से देशों के लोगों के लिए आकर्षण का स्थल है।

यह भारत में प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है, जहाँ हर साल बहुत से देशों से लोगों की एक भारी भीड़ आती है। भारत के प्रधानमंत्री, यहाँ हर साल 15 अगस्त, अर्थात् स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, राष्ट्रीय ध्वज का (लाहौरी गेट की प्राचीर पर) ध्वजारोहण (फहराते) करते हैं। यह 2007 में विश्व धरोहर स्थलों में से एक के रूप में यूनेस्को द्वारा में चयनित किया गया है।

चारों ओर लटकी हुई तलवारें, नेजे, तीर-कमान, कवच और ढाल आदि देखकर प्राचीन संस्कृति का चित्र हमारी आँखों के समक्ष नृत्य करने लग जाता है। लाल किले में एक दर्शनीय संग्रहालय भी है। जिसमें मुगल शासकों द्वारा प्रयोग किये गये वस्त्र, वस्तुयें एवं शास्त्र अस्त्रों को रखा गया है। विश्व का प्रसिद्ध तख्त ए ताऊस (मयूर सिंहासन) ‘दीवाने खास’ में रखा गया था।

निष्कर्ष

लाल किले में बहुत सी इमारतें हैं। दो दीवाने जिनके नाम, दीवाने आम और दीवाने खास है। ये दोनों इमारतें यहाँ कि विशेष इमारतें हैं। दूर-दूर से लोग लाल किला देखने आते हैं। लाल किले में अंदर प्रवेश करते ही सबसे पहले मिनी मार्केट आती है जहाँ पर बहुत सी प्राचीन कला की वस्तु मिलती है।

निबंध 4 (600 शब्द)

प्रस्तावना

लाल किले को रेड फोर्ट के नाम से भी जाना जाता है और यह शहर के बिल्कुल बीच में स्थित है। यह ऐतिहासिक स्थापित्व कला की उत्कृष्ट कृति है और बहुत से देशों के लोगों के लिए पर्यटन का आकर्षक स्थल है। इसे देश की ऐतिहासिक सम्पत्ति के रुप में स्वाभाविक और सुरक्षित बनाने के लिए, भारत की सरकार के द्वारा समय-समय पर इसकी देखरेख की है। यह मुगल सम्राट शाहजहाँ के द्वारा, 17वीं शताब्दी में वर्ष 1648 में, यमुना नदी के किनारे पर बनवाया गया था। यह नई दिल्ली में सलीमगढ़ किले के पास स्थित है।

भारत के स्वतंत्रता दिवस पर, प्रधानमंत्री यहाँ राष्ट्रीय ध्वज को फहराते हैं। लाल किला अपने आप में बहुत सी सुन्दर संरचनाओं (जैसे- रंग महल या रंगों का महल, मुमताज महल, खास महल, हरम, शाह बुर्ज, दीवान-ए-खास, दीवान-ए-आम, नहर-ए-बहिश्त (स्वर्ग की धारा) आदि) को लिए हुए है। यह लाल पत्थरों का प्रयोग करके निर्मित किया गया था और इसको उच्च कुशल और पेशेवर कारीगरों द्वारा तैयार किया गया है। पहली मंजिल पर युद्ध स्मारक संग्रहालय रखे हैं।

यदि धरती पर कहीं स्वर्ग है तो वह यहीं है, यहीं है, यहीं है”

शीश महल (शीश का अर्थ है- शीशा और महल का अर्थ है- राजमहल) उत्तरी और दक्षिणी क्षेत्रों में स्थित है। अच्छी तरह से तैयार किया गया खास महल (सम्राट का महल) को एक विशेष कमरे के रुप में निजी उद्देश्यों; जैसे- पूजा करने या सोने आदि के लिए बनाया गया है। सफेद संगमरमर का प्रयोग करके यमुना के किनारे की ओर एक दीवार पर लिखा गया है कि, “यदि धरती पर कहीं स्वर्ग है तो वह यहीं है, यहीं है, यहीं है।” महल के अन्दर अच्छी बॉलकनी तैयार की गई है।

यहाँ एक अच्छी तरह से तैयार किया गया मयूर सिंहासन भी है। इसकी राजा सम्राट के निजी उद्देश्यों और अकेले में आराम करने के लिए अच्छी तरह से तैयार किया गया एक शाह बुर्ज है। मोती मस्जिद को पर्ल मस्जिद भी कहा जाता है, जो राजमहल में सम्राट औरंगजेब के द्वारा जुड़वाया गया है। इसमें तीन गुम्बदें हैं और जो बहुत ही लालित्यपूर्ण लगते हैं। मोती मस्जिद के उत्तर में हयात बक्स अर्थात् मुगल गार्डन है, जो शाहजहां के द्वारा बनवाया गया था।

दिल्ली की शान लाल किला का इतिहास (लाल किला किसने बनवाया?)

यह ऐतिहासिक स्थापित्व कला की उत्कृष्ट कृति है और बहुत से देशों के लोगों के लिए पर्यटन का आकर्षक स्थल है। इसे देश की ऐतिहासिक सम्पत्ति के रुप में स्वाभाविक और सुरक्षित बनाने के लिए, भारत की सरकार के द्वारा समय-समय पर इसकी देखरेख की है। यह मुगल सम्राट शाहजहाँ के द्वारा, 17वीं शताब्दी में वर्ष 1648 में, यमुना नदी के किनारे पर बनवाया गया था। लाल किले में मयूर सिंहासन भी था जिसे इटली का चोर नादिरशाह चुराकर ले गया था। लाल किले का रंग महल बहुत ही सुंदर है। लाल किले में प्रवेश करने के दो द्वार है एक लाहौर द्वार और दुसरा दिल्ली द्वार। लाहौर द्वार सैलानियों के प्रवेश के लिए है और दिल्ली द्वार से कुछ खास लोगों को प्रवेश दिया जाता है।

निष्कर्ष

जीवंत समारोह और दावतों का आयोजन करने के लिए वहाँ एक शाह बुर्ज की राजसी मीनार भी है। दिल्ली के लाल किले को, महान मुगल महल के रुप में माना जाता है और शाहजहां के साम्राज्य के हृदय के रुप में जाना जाता है। लाल किला भारत के साथ ही विदेशों के लोगों के लिए भी पर्यटन के लिए शानदार और आकर्षक स्थान है। पिछले साल, मैं अपने माता-पिता के साथ लाल किला देखने के लिए गयी था, जहाँ मैंने बहुत मस्ती की और किले के साथ ही इसके इतिहास के बारे में बहुत सा ज्ञान प्राप्त किया।