हैंड वाश पर निबंध (Hand Wash Essay in Hindi)

हैंड वाश एक ऐसी आदत है जिसे हर किसी को अपनाना चाहिए। यह एक ऐसी आदत है जो आपको बीमारियों से भी बचाता है। इससे केवल वही लाभांवित होता है जो इसका हमेशा प्रयोग करता है, हमने इसके प्रभाव और इसके प्रयोग का एक संक्षिप्त विवरण नीचे दिया है।

हैंड वाश पर छोटे-बडे निबंध (Short and Long Essay on Hand Wash in Hindi, Hand Wash par Nibandh Hindi mein)

निबंध – 1 (300 शब्द)

परिचय

स्वस्थ रहने की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है हैंड वाश और सही मायनों में ये कई जिंदगियों को बचाता है। हमे बच्चों में शुरू से यह आदत विकसित करनी चाहिए, जो आगे चलकर उनके बहुत काम आती है। हाथों को धुलना केवल आपके लिये ही नहीं अपितु हर आयु के लोगों के लिये आवश्यक होता है और हम सबको इसकी आदत डालनी चाहिए।

हैंड वाश से होने वाले लाभ

  • यह आपके हाथों में से गंदे कीटाणुओं को मारता है।
  • एक सर्वे में यह पाया गया है की हर साल कई लाख लोग हाथ धुलने के अच्छी आदत की वजह से किसी संक्रमण का शिकार नहीं होते।
  • जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है उन्हें भी यह हर प्रकार के संक्रमण से बचाता है।
  • यह कई हानिकारक बीमारियां जैसे की निमोनिया, दस्त, इन्फ्लूएंजा, पेट के कीड़े, आदि जैसे रोगों से बचाता है।
  • भयंकर बीमारियों पर होने वाले खर्च से भी आपको बचाता है।

हैंड वश के नियम

हैंड वाश का अर्थ केवल हाथ को ऐसे ही धुल लेना नहीं होता, अपितु हाथों को कम से कम 20 से 30 सेकंड तक अच्छी तरह साबुन से धुलना होता है। साबुन को किटाणुओं को मरने की प्रक्रिया में निर्दिष्ट समय लग जाता है, इस लिये कहा जाता है की कम से कम 20 सेकंड तक अवश्य धोएं।

हाथों को अच्छी तरह से ऊपर व नीचे दोनों तरफ रगड़-रगड़ के धोएं। हाथों को धुलने के बाद साफ़ तौलिये से पोछें और हाथों को अच्छी तरह सुखा लें।

निष्कर्ष

यह किसी भी प्रकार से आपको नुकसान नहीं पहुंचाता और हम सबको इसे जरूर अपनाना चाहिए। हर व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य का ध्यान अवश्य रखना चाहिए। आप स्वास्थ्य रहेंगे तो आपका परिवार भी सुरक्षित रहेगा और आपका परिवार सुरक्षित तो आपका क्षेत्र और इसी प्रकार आप पूरे देश को सुरक्षित रख सकते हैं। कहते हैं की बूंद-बूंद से ही सागर बनता है और इस प्रकार छोटी-छोटी कोशिशों से हम खुद को कई बीमारियों से बचा सकते हैं।


निबंध – 2 (400 शब्द)

परिचय

बच्चों को स्कूल में ही स्वच्छता का पाठ पढ़ाया जाता है। परंतु जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं हम इन आदतों का पालन करना छोड़ देते हैं, जो की एक अच्छी आदत नहीं है। स्वच्छता एक ऐसी आदत है जो हर उम्र के लोगों को अपनाना चाहिए, चाहे वो सुरक्षित रूप से हाथ धुलना ही क्यों न हो। हैंड वाश एक अच्छी आदत है और यह आपको कई खतरनाक बीमारियों से भी बचाता है।

कब-कब हैंड वाश आवश्यक है

हैंड वाश अच्छा है तो इसका मतलब यह नहीं की आप हमेशा हाथ धुलते रहें। कुछ काम ऐसे होते हैं जिनके बाद हाथ धुलना आवश्यक होता है, जैसे की:

  • शौचालय के प्रयोग के बाद, हाथों को अवश्य धुलना चाहिए। क्यों की वहां कई प्रकार के बैक्टीरिया और वायरस रहते हैं, जो आपको बीमार कर सकते हैं। इस लिये शौचालय के प्रयोग के बाद हमेशा हैंड वाश अवश्य करें।
  • छोटे बच्चों को खिलाने या उनके कपड़े बदलने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह अवश्य धुल लेना चाहिए। बच्चे बहुत नाजुक होते हैं और बड़े आसानी से बीमार पड़ जाते हैं।
  • खाते समय या खाना बनाते समय, अपने हाथों को अच्छे से साबुन से अवश्य धोएं। इससे भोजन भी सुरक्षित रहता है और पौष्टिक भी।
  • बाहर से आने पर भी हमे घर में आने के बाद अपने हाथों को अच्छे से साबुन से धुल लेना चाहिए, क्यों की जब हम बाहर होते हैं तो न जाने कहाँ-कहाँ हमारे हाथ जाते हैं और इससे हम कई प्रकार के संक्रमण घर ला सकते हैं। इस लिये बाहर से आने के बाद हाथ-पैर धुलने की हमारी परंपरा रही है।

कैसे करें हाथों की सफाई?

हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक साबुन से या हैंड वाश से अवश्य धुलना चाहिए। क्यों की साबुन में मौजूद रासायनिक तत्वों को कम से कम 20 सेकंड लग जाते हैं, बैक्टीरिया या वायरस को मारने में। इस वजह से हमें जल्दबाजी में ये काम नहीं करना चाहिए। आइये हाथों को सुरक्षित रूप से धुलने के प्रत्येक चरण को जाने।

  • सबसे पहले हाथों में पहने सभी प्रकार के गहने, अंगूठी, आदि सब उतार दें।
  • हाथों को पानी में भिगोयें और साबुन या हैंड वाश आवश्यकता अनुसार ले।
  • फिर हाथों को अच्छी तरह रगड़ें और प्रत्येक कोनों को अच्छी तरह रगड़ के साफ़ करें।
  • हाथों के पीछे की ओर भी रगड़ें और फिर पानी से धुल लें।
  • साफ़ तौलिये से हाथों को पोछें और अच्छे से सुखा लें।

निष्कर्ष

इस प्रकार हाथों की पूरी सफाई आवश्यक है, यह आपको कई प्रकार के बीमारी जैसे की निमोनिया, इन्फ्लूएंजा, फ्लू, सर्दी-खांसी, आदि जैसे बीमारियों से बचा सकता है। प्लेग और कोरोना जैसे महामारी से बचने के लिये भी हैंड वाश को ही सबसे सुरक्षित माना गया और ऐसे बड़े महामारियों से बचने के लिये भी हैंड वाश अपनाने को कहा गया।

निबंध – 3 (500 शब्द)

परिचय

हैंड वाश जिसे सरल शब्दों में सुरक्षित रूप से हाथ धुलना कहा जाता है। यह एक छोटी सी प्रक्रिया है जिसमे हाथों को साबुन से कम से कम 20 से 30 सेकंड तक धुला जाता है, ताकि हाथों में से सभी प्रकार के कीटाणु मर जाएँ। हैंड वाश इस लिये आवश्यक है क्यों की इसके जरिये हम कई प्रकार के हानिकारक बीमारियों से आसानी से बच सकते हैं।

Essay on Hand Wash in Hindi

हैंड वाश की शुरुआत

हैंड वाश की शुरुआत इग्नाज़ सेमेल्विस (Ignaz Semmelweis) नमक एक डॉक्टर ने की थी। उन्होंने अपने अस्पताल में लगातार मर रहे महिलाओं का परिक्षण किया तो पाया की अधिकतर मृत्यु सफाई का ध्यान नहीं रखने की वजह से हो रही हैं। इसके बाद उन्होंने सख्ती से इस नियम को अपनाया और बेहतर परिणाम भी पाया।

हर वर्ष 15 अक्टूबर को हम ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे के रूप में मनाते हैं।

हैंड वाश की आवश्यकता

  • हैंड वाश आपके स्वास्थय के लिये बहुत लाभदायक होता है।
  • हैंड वाश, हाथों के किसी भी प्रकार के संक्रमण को आपके अन्दर नहीं जाने देता, जो आपको कई बीमारियों से बचाता है। यह आपको संक्रामक रोगों, विभिन्न वायु जनित रोगों, आँखों के संक्रमण आदि से बचाता है।
  • हम जितना कम बीमार पड़ेंगे उतना हमारे दवाईयों का खर्चा कम होगा और हमारे पैसे भी बचेंगे।
  • यह एक अच्छी आदत है और हम सबको इसे जरूर अपनाना चाहिए।
  • कोई भी शरीर जितना कम बीमार पड़ेगा, उतना अधिक उसका शरीर स्वास्थ्य रहेगा और इससे किसी भी व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी। इससे आपको दूसरे प्रकार की बीमारियां भी नहीं होंगी।

हैंड वाश संक्रमण से कैसे रोकता है?

जब हम हाथों में साबुन लागते हैं तो, उसे कम से कम 20 से 30 सेकंड लगते हैं कीटाणुओं से लड़ने के लिये अपनी संरचना बनाने में। और फिर साबुन के कण कीटाणु को मार गिराते हैं।

साबुन के अणु द्विध्रुवीय होते हैं जिनके एक छोर पर प्रोटीन व वसा होता है तो वही दूसरे छोर पानी में घुलनशील होता है। तो वहीँ किटाणुओं का भी बाहरी शैल प्रोटीन और वसा से बना होता है। साबुन के अणु के वसा वाला भाग, किटाणुओं की बाहरी सतह से चिपक जाता है और उसे तोड़ देता है। इस प्रकार हैंड वाश करते समय साबुन किटाणुओं को मार कर किसी भी प्रकार के संक्रमण को रोक देता है।

इस पूरे प्रक्रिया को करने में उल्लेखित समय लग जाता है इसी लिये कहा जाता है की हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक अवश्य धोएं। तभी किटाणु मरते हैं और आप सुरक्षित रह सकते हैं।

निष्कर्ष

कहने को एक छोटी सी आदत है परंतु ज्यादातर लोग इसे अपनाते नहीं हैं और ज्यादा जरूरी नहीं समझते। परंतु अपना के देखें, आपको फर्क अवश्य नजर आयेगा। हैंड वाश कई महामारियों में भी निर्णायक साबित हुआ है जैसे की कोरोना, प्लेग, फ्लू, आदि। यह एक अच्छी आदत है और इसे जरूर अपनाएं और दूसरों को भी प्रेरित करें और एक सुरक्षित राष्ट्र के निर्माण में आपना अमूल्य योगदान दें।

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