भारतीय त्योहार पर निबंध (Indian Festivals Essay in Hindi)

विश्व भर में भारत ही एक ऐसा देश है जिसे त्योहारों का देश कहा जाता है। यहां विभिन्न धर्मों के लोग रहते हैं। हर धर्म के लोग अपनी संस्कृति और परंपराओं के अनुसार अपने त्योहार मनाते है। भारत को धर्मनिरपेक्ष देश भी कहा जाता है। यहां सभी लोग एक साथ मिलजुल कर भाईचारे के साथ रहते है। वे अपने और अन्य धर्मों के त्योहार को भी बड़ी धूमधाम से मनाते है। इनका हर्षोल्लास इन त्योहारों के समय देखा जा सकता है। हर धर्म के त्योहारों का अपना महत्व और विशेषताएं होती है। महिलाओं और बच्चों में त्योहार का एक अलग उत्साह और जोश देखा जा सकता है।

भारतीय त्योहारों पर दीर्घ निबंध (Long Essay on Indian Festivals in Hindi, Bhartiya Tyohar par Nibandh Hindi mein)

भारतीय त्योहारों पर निबंध – 1 (250 – 300 शब्द)

परिचय

भारत त्योहारों का देश है, यहाँ अनेक त्यौहार मनाये जाते है। सभी त्योहारों को मनाने की खास विधि और परम्परा है। मकर संक्रांति, होली और दीपावली कुछ प्रमुख त्योहार है, जो बड़े धूम धाम से मनाये जाते है।आइये इन त्योहारों को विस्तार से जानें –

मकर संक्रान्तिका त्यौहार

यह त्यौहार नए वर्ष के आगमन का प्रतीक है। जिस दिन सूर्य मकर रेखा में प्रवेश करता है, उस दिन मकर संक्रांति मनाई जाती है। इस दिन सूर्य देवता की पूजा की जाती है। इस पर्व के माध्यम से सूर्य को धन्यवाद अर्पित किया जाता है और उनकी पूजा भी की जाती है।

होली का त्यौहार

होली का त्यौहार रंगो का त्यौहार है। यह त्यौहार भक्त प्रह्लाद की जीत की ख़ुशी में मनाया जाता है। यह त्यौहार हमें सन्देश देता है की हमें अपनी भक्ति और श्रद्धा के द्वारा अपने जीवन के दुःख को समाप्त कर ख़ुशी के रंग भरने चाहिए।

दीपावली  का त्यौहार

दीपावली दीपों और प्रकाश कात्यौहार है। यह त्यौहार भगवान राम के लंका विजय के बाद, अयोध्या लौटने की ख़ुशी में मनाई जाती है। यह त्यौहार राम रूपी प्रकाश द्वारा रावण रूपी अंधकार पर विजय का सन्देश देती है। अंधेरों और अज्ञानता को दूर भगाने के लिए दीयों और मोमबत्तियों से चारों ओर रोशनी की जाती है। सभी इस महान त्योहार को बहुत ही उत्साह और ख़ुशी के साथ मिलजुल कर मनाते है।

निष्कर्ष

अतः यह स्पष्ट है की त्योहारों का हमारे जीवन में विशेष महत्व है। त्यौहार हमारे जीवन को खुशियों से भर देते है और हमें सदा खुश रहने की प्रेरणा देते है। अतः हमें जीवन का हर दिन एक त्यौहार की तरह जीना चाहिए।

भारतीय त्योहारों पर दीर्घ निबंध (1200 शब्द)

परिचय

भारत विभिन्न धर्मों के साथ अनेकता में एकता का देश है। त्यौहार चाहे किसी भी धर्म का हो, सभी धर्म और जाती के लोग इन्हें मिल जुलकर मनाते हैं। सभी लोग आपसी भेदभाव को भुलाकर इन त्योहारों का एक साथ आनंद लेते है। लोग उसी धर्म और संस्कृति के रंग में रंगकर उस त्योहार को बड़े ही उत्साह और आनंद के साथ मनाते है। इसके साथ ही आपसी प्यार और सद्भाव की भावना देखने को मिलती है।

भारतीय त्योहारों की श्रेणिया

भारत में विभिन्न धर्मों के त्योहारों का अपना एक महत्त्व है। त्योहारों को मनाये जाने का एक विशेष कारण भी होता है फिर चाहे वो कारण धार्मिक, सांस्कृतिक या पारम्परिक भी हो सकता है। भारतीय त्योहारों को मुख्यतः तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है।

  1. धार्मिक त्योहार

भारत में हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई व अन्य धर्म को मानने वाले लोग रहते है, और सभी एक साथ मिलकर त्योहारों को मानते है। यहां जैसा की नाम से पता चल रहा है, इस प्रकार के त्योहार विभिन्न धर्मों और उनकी परम्पराओं के अनुसार होती है। इन त्योहारों में जैसे – होली, दिवाली, दशहरा, रक्षाबंधन, कृष्ण जन्माष्टमी, इत्यादि अन्य त्योहार हिन्दुओं के मुख्य त्योहार है। ईद-उल-फितर, बारावफात, मुहर्रम, इत्यादि मुसलमानों के मुख्य त्योहार है। क्रिसमस, गुडफ्राइडे, ईस्टर जैसे त्योहार ईसाइयों के है। मैंने इनमें से कुछ त्योहारों के बारे में निचे चर्चा कीया है।

  • दिवाली

दिवाली या दीपावली को हम दीयों या रौशनी के त्योहार के नाम से भी जानते है। इसे हिंदुओं के महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक जाना जाता है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि इसी दिन भगवन रामचंद्र ने अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ 14 वर्ष का वनवास काटकर अयोध्या वापस आये थे। वनवास के दौरान राक्षस राज रावण ने सीता को धोखे से अगवा कर लिया था, इसी कड़ी में श्री रामचंद्र ने रावण को मारकर सीता को उसके चंगुल से आज़ाद करवाया था। अयोध्या वासियों ने श्री राम को अपने राज्य में वापस आने की खुशी में पुरे राज्य को दीयों से सजाया था। एक परंपरा के अनुसार अंधेरों और अज्ञानता को दूर भागने के लिए दीयों और मोमबत्तियों से चारों ओर रोशनी की जाती है। सभी इस महान त्योहार को बहुत ही उत्साह और ख़ुशी के साथ मिलजुल कर मनाते है।

  • क्रिसमस

ईसाई धर्म के लोगों के लिए यह सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्योहार होता है। लोग इसे ईसा मशीह के जन्मदिवस के रूप में पुरे हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाते है। इस दिन क्रिसमस के पेड़ को खाश तौर पर सजाया जाता है, और चर्च में प्रार्थनाएं की जाती है। बाद में लोग आपस में मिलकर प्यार और सद्भाव को बाटते है और एक दूसरे को उपहार और बधाइयाँ भी देते है। इस दिन सांता क्लॉस बच्चों के लिए उपहार लाता है और बच्चे उपहार पाकर बहुत ही प्रसन्न होते है।

  • ईद-उल-फितर

मुख्य रूप से मुसलमानों का यह एक बड़ा त्योहार है। यह रमजान के पवित्र महीने के बाद मनाया जाता है। इस दिन बच्चे, बड़े सभी मस्जिदों में नमाज अदा करते है और एक दूसरे को शुभकामनाएं और बधाइयां देते है। बड़े बच्चों को ईदी के रूप में उपहार देते है और बच्चे बहुत ही प्रसन्न होते है। इस दिन उनके घरों में सेवइयां और विभिन्न प्रकार के पकवान बनाये जाते है और सभी अपने मित्रों, रिश्तेदारों को दावत के लिए आमंत्रित करते है।

  • राष्ट्रीय पर्व

राष्ट्रीय त्योहार हमारे देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों की देश भक्ति और राष्ट्र के प्रति उनके बलिदान की याद में मनाया जाता है। ऐसे त्योहारों में उनके कार्य और बलिदान की कृत्यज्ञता और उन्हें सम्मान देने के लिए मनाते है। राष्ट्रीय पर्व को सभी धर्मों के लोग मिल कर मनाते है।

  • गाँधी जयंती

यह पर्व प्रत्येक वर्ष 2 अक्टूबर के दिन महात्मा गांधी के जन्म समारोह के रूप में मनाते है। इस दिन महात्मा गाँधी के उनके अद्भुत कार्य और उनके बलिदान की याद में समर्पित किया जाता है। गांधी जयंती के दिन सभी सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर उनके महान कार्य को याद किया जाता है और उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है।

  • स्वतंत्रता दिवस

प्रतिवर्ष 15 अगस्त को हमारे देश के प्रधानमंत्री द्वारा लाल किले पर झंडा फहराकर स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा देश के प्रति किये गए कार्य और बलिदान को याद किया जाता है। इस दिन सभी सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं में भी भारतीय झंडे को फहराया जाता है और इन महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद किया जाता है। इनके सम्मान में भाषण और अन्य कार्यकर्मों का भी आयोजन किया जाता हैं।

  • गणतंत्र दिवस

26 जनवरी 1950 के दिन हमारे देश का संविधान लागु हुआ था, तब से इसे गणतंत्र दिवस के रूप में मानते है और देश के स्वतंत्रता सेनानियों और डॉ. भीमराव अम्बेडकर जिन्होंने हमारे देश के संविधान को लिखा था उन्हें याद किया जाता है। स्कूलों में कई कार्यक्रम आयोजित होते है और बच्चों में मिठाईया बांटी जाती हैं।

  • भारत के मौसमी त्योहार

भारत में कई प्रकार के मौसमी त्योहार फसलों की कटाई या मौसमों के परिवर्तन के लिए मनाये जाते है। इनमें से कुछ पारम्परिक तो कुछ सांस्कृतिक त्योहारों को दर्शाते है। जिनमें से कुछ इस प्रकार है –

  • वसंत पंचमी

वसंत पंचमी हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। आमतौर पर यह फरवरी-मार्च के महीने में होता है। वसंत पंचमी इस बात का प्रतिक है की इस दिन से वसंत ऋतू और होली के पर्व का शुभारम्भ होता है। इस दिन लोग “माँ सरस्वती” की पूजा करते है, गीत संगीत के साथ इस पर्व को धूमधाम से मानते है।

  • पोंगल/मकर संक्रान्ति

भारत के उत्तरी हिस्से में 14 जनवरी के दिन मकर-संक्रांति के रूप में तो वही देश के दक्षिण इलाके में पोंगल के रूप में मनाते है। इस दिन नयी उपज से पैदा अन्न के पकवान बनाकर भगवान को अर्पित कर उनसे समृद्धि और आशीर्वाद मांगते है। इस दिन सूर्य देवता की पूजा की जाती है। इस पर्व के माध्यम से सूर्य को धन्यवाद और उनकी पूजा भी की जाती है। परम्परा के अनुसार सूर्य के दक्षिणायन से उत्तरायण में प्रवेश करने के रूप में भी मनाया जाता है।

  • बिहू

बिहू पर्व असम राज्य की फसल कटाई के पर्व के रूप में मनाई जाती है। इस दिन फसलों की अच्छी पैदावार के लिए भगवान से प्रार्थना की जाती है और घरों की साफ़ सफाई कर हल-कुदाल इत्यादि उपकरणों की पूजा नए वस्त्र पहनकर की जाती है। गीत-संगीत के साथ इस पर्व में लोग आपस में मिलकर एक-दूसरे को बधाइयाँ और उपहार बाटते है।

  • छठ

यह पर्व मुख्य रूप से बिहार, झारखण्ड, और उत्तर प्रदेश में मनाई जाती है। इस पर्व में उगते और डूबते सूरज की आराधना और आर्ग दी जाती है। परिवार में अपनों की सलामती के लिए यह पर्व मनाया जाता है। यह त्योहार दीवाली से छः दिन पश्चात हर वर्ष मनाया जाता है।

निष्कर्ष

विश्व भर में मनाये जाने वाले सभी पर्वों में भारत सबसे ज्यादा पर्व वाला देश है। ये पर्व देश के सांस्कृतिक और समृद्धि का भी प्रतिक है। भारत में अनेक धर्म के लोग अपने धर्म, संस्कृति और परंपरा के प्रचार-प्रसार करने के लिए बड़ी ही धूमधाम से एक साथ मिलकर मानते है। ये सभी पर्व हमारे देश की अनेकता में एकता का सन्देश सारे विश्व में देते है।

Essay on Indian Festivals

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