प्रौद्योगिकी पर निबंध (Technology Essay in Hindi)

क्या आपने कभी सोचा है कि प्रौद्योगिकी के बिना आपका जीवन कैसा होगा? नहीं, तो आपको इस बारे में जरुर सोचना चाहिए। मोबाइल फ़ोन से लेकर सैटलाइट तक, पर्सनल कंप्यूटर से लेकर सुपरकंप्यूटर तक, दोस्तों से लेकर बॉस तक, और जन्म से लेकर मृत्यु तक, हर जगह प्रौद्योगिकी हमारे जीवन को हर एक कण से जोड़ने में बेहद अहम किरदार निभाती है और इसे आसान बनाती है। इसलिए, आइये देखते है कैसे प्रौद्योगिकी एक वैश्विक ताकत के रूप में मानव जाति को विकास की तरफ ले जाने में कम करती है।

प्रौद्योगिकी पर लघु और दीर्घ निबंध (Short and Long Essays on Technology in Hindi, Praudyogiki par Nibandh Hindi mein)

निबंध 1 (250 शब्द) – प्रौद्योगिकी का किरदार

परिचय

“प्रौद्योगिकी” – डिजाइन करने के लिए सामग्री, विज्ञान, प्रकृति के तकनीकी पहलुओं का अध्ययन करना ताकि हमारे जीवन को आसान बनाने के साथ-साथ हमारी दक्षता को बढ़ाने के लिए एक यांत्रिक, विद्युत, जैविक और सूचना प्रणाली का अनुप्रयोग हो सके। प्रौद्योगिकी का नवपाषाण युग से या उससे पहले का इतिहास है। नवपाषाण युग में या इससे पहले के लोग अपने कौशल, संसाधनों तथा विकसित तकनीकों का इस्तेमाल अपने सर्वोत्तम उपयोग के लिए करते हैं। तब से, प्रौद्योगिकी ने मानव के जीवन में एक बड़ी प्रगति की है।

प्रौद्योगिकी की भूमिका

बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी का पहली बार उपयोग 18वीं शताब्दी में औद्योगिक क्रांति के रूप में शुरू किया गया था, जहां मानव हाथों को मशीन उपकरणों द्वारा बदल दिया गया था। उसके बाद कई शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों और इंजीनियरों ने तकनीक को इंसानों के करीब लाने की कोशिश की है। मनुष्य और प्रौद्योगिकी के इस सम्बन्ध ने हमारे जीवन को प्रौद्योगिकी पर और भी ज्यादा निर्भर कर दिया और एक केक जितना आसान बना दिया है।

प्रौद्योगिकि हमारे दैनिक जीवन में छोटे स्तर से लेकर बड़े स्तर तक प्रवेश कर चुकी है। हम प्रौद्योगिकी के बिना अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते। तकनीक के कार्यान्वयन ने हमें कई प्रकाश-वर्ष की दूरी पर स्थित अन्य ग्रहों की ओर देखना तक संभव बना दिया है।

प्रौद्योगिकी ने हमारी अर्थव्यवस्था को भी गति दी है। लोग अपनी मर्जी से अपने दोस्तों, रिश्तेदारों, दूर-नजदीक के लोगों के साथ आसानी से जुड़ सकते हैं। प्रौद्योगिकी इस ग्रह की 360 डिग्री वाली प्रणाली बन गई है। चाहे वह खरीदारी हो, स्वचालित यंत्र हो, आईटी, चिकित्सा, अंतरिक्ष, शिक्षा, संचार आदि किसी के भी बारे में हो, आप आसानी से इस सभी में प्रौद्योगिकी की उपस्थिति का पता लगा सकते हैं।

निष्कर्ष

संक्षेप में कहें तो ‘प्रौद्योगिकी हमारी नई डिजिटल युग की जीवन रेखा है’। दिन-प्रति-दिन, प्रौद्योगिकी का विस्तार हमें और आगे ही बढ़ा रही है। नए आविष्कार, दृष्टिकोण, शोध तकनीक के रूप में प्रौद्योगिकी का रीढ़ की हड्डी की तरह उपयोग किया जा रहा हैं।

निबंध 2 (400 शब्द) – प्रौद्योगिकी: कोविड-19 में एक गेम चेंजर के रूप में

परिचय

वर्ष 2019, जब अपने अंतिम पड़ाव पर था तब दुनिया ने नए ‘कोरोना वायरस’ को देखा। चीन गणराज्य के लोगों में नोवल कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था। किसी को नहीं पता था कि यह नोवल वायरस क्या है। समय बीतने के साथ-साथ पूरी दुनिया इस घातक वायरस की चपेट में आ चुकी थी। दुनिया अभी भी लाचार थी और इस नए कोरोनो वायरस के बारे में चिंतित थी। व्यापार, यात्रा, अर्थव्यवस्था, काम करना, उत्पादन, शिक्षा आदि सभी गतिविधियाँ एक पिंजरे के अंदर रख दी गयी जिसे हमने नाम दिया लॉकडाउन। फिर, यह प्रौद्योगिकी ही थी जो कॉविड-19 से दुनिया को बचाने के लिए आई।

कोविड-19 के दौरान प्रौद्योगिकियों की भूमिका

प्रौद्योगिकी एकमात्र आश्रित सहारे के रूप में उभरा जिसने दुनिया को कोविड-19 से लड़ने में मदद की। यहाँ कुछ आवश्यक क्षेत्रों के बारे में चर्चा की गयी हैं जहाँ प्रौद्योगिकी एक वरदान साबित हुई है।

स्वास्थ्य देखभाल

कोरोना वायरस और इसके इलाज के बारे में सीमित ज्ञान के साथ, प्रौद्योगिकी ने कोविड-19 के बारे में अध्ययन करने में हमारे परामर्शदाता के रूप में काम किया। कोविड-19 अस्पताल बनाए गए और मरीजों का इलाज किया गया। वायरस का निदान करने के लिए लैब की स्थापना की गई थी। इस वायरस का इलाज खोजने के लिए अभी भी अनुसंधान चल रहे है। यह चिकित्सा प्रौद्योगिकी क्षमता के कारण ही संभव हो पाया है, जिसने हमें न सिर्फ जीवित बल्कि गतिशील भी बनाये रखा है।

अर्थव्यवस्था

कोरोना वायरस ने दुनिया की अर्थव्यवस्था को बेहद गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है। दुनिया अभी भी कोरोनो वायरस के प्रभाव से जूझ रही है। लेकिन, इस कठिन समय के दौरान भी प्रौद्योगिकी की वजह से ही अर्थव्यवस्था बची हुई है। बैंकिंग, स्टॉक ट्रेडिंग, भुगतान प्रणाली और व्यवसाय जैसी अधिकांश आर्थिक गतिविधियां इंटरनेट पर काम करने के लिए बना दी गई हैं। आईटी आधारिक संरचना ने सभी गतिविधियों का बोझ उठाया और ऑफ़लाइन से ऑनलाइन तक सभी कार्यप्रणालियों को संभव और आसान बना दिया।

शिक्षा

आज माता-पिता के लिए सबसे बड़ी चिंता अपने बच्चों के अध्ययन और भविष्य को लेकर है। पूरी शिक्षा व्यवस्था अभी तक लॉकडाउन के तहत प्रभावित है। लेकिन, लॉकडाउन के दौरान प्रौद्योगिकी ने हमें एक चमक दिखाई। प्रौद्योगिकी ने हमें आभासी कक्षा और ई-लर्निंग का समाधान दिया। छात्रों ने ऑनलाइन माध्यम से अपना अध्ययन शुरू किया। ऑनलाइन माध्यम में, छात्र और शिक्षक एक साथ फिर से जुड़ गए। शिक्षकों ने आईटी कंपनियों द्वारा विकसित विभिन्न सॉफ्टवेयर के माध्यम से अपने व्याख्यान दिए। व्याख्यान उतने ही संवादात्मक हैं जितने वे असल कक्षाओं में हुआ करते थे। शिक्षा की इस नई संरचना ने माता-पिता को अपने बच्चों के भविष्य के लिए राहत और सुरक्षा की भावना प्रदान की।

काम

अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए हर किसी को पैसा चाहिए। कोरोना वायरस एक संक्रामक बीमारी है। इसका एकमात्र उपलब्ध समाधान है, सामाजिक दूरी। लेकिन, सामाजिक दूरी का मतलब हमारे काम को बंद करना या रोक देना नहीं है। आजकल कार्यालय लैपटॉप या स्मार्टफोन पर ही चल रहे हैं। छोटे से छोटे काम से लेकर उच्च-स्तरीय बोर्ड बैठकें भी प्रौद्योगिकी द्वारा आयोजित की जाती हैं।

निष्कर्ष

एक बार फिर से प्रौद्योगिकी ने दुनिया भर में करोड़ों लोगों का दिल जीत लिया। न सिर्फ प्रौद्योगिकी ने दुनिया को आगे बढ़ते रहने में मदद की बल्कि लोगों के स्वास्थ्य से बिना कोई समझौता किये उन्हें सुरक्षा भी प्रदान कराया। ये सब वर्षों की कड़ी मेहनत, समय, धन का ही परिणाम है कि जिसने आज हमारे जीवन को बदल दिया है।

Essay on Technology

निबंध 3 (600 शब्द) – प्रौद्योगिकी: एक नयी डिजिटल लाइफलाइन

परिचय

वो दिन गए जब हम बैंक में, टिकट के लिए लम्बी कतारों में लगते थे, बिल, पब्लिक फ़ोन बूथ, डॉक्टर से मिलने के लिए समय, और सरकारी कार्यालयों आदि में जाना पड़ता था। अगर आपने इन लम्बी-लम्बी कतारों और थकावट भरे कार्यों का अनुभव नहीं किया है, तो आप वाकई में बहुत ही खुशकिस्मत हैं जो इन भारी भरकम कामों से आप बच गए। इसके लिए प्रौद्योगिकी और इसके अनुप्रयोग को आपको धन्यवाद देना चाहिए।

प्रौद्योगिकियों के अनुप्रयोग

आज, प्रौद्योगिकी अपने अनुप्रयोग को हर क्षेत्र में ढूंढ लेती है फिर चाहे वो व्यक्तिगत हो, सामाजिक हो, पेशेवर हो या फिर अलौकिक जीवन हो।

व्यक्तिगत जीवन

प्रौद्योगिकी ने हमें संवाद करने का एक माध्यम दिया है। पर्सनल कंप्यूटर, स्मार्टफोन, टैबलेट और लैपटॉप जैसे संचार उपकरण आज की पीढ़ी के सबसे अच्छे दोस्त साबित हुए हैं। यह पीढ़ी तेज गति से काम करना पसंद करती है और अपरंपरागत तरीकों को अपनाकर अपने जीवन को सँवारने में विश्वास करती है। पहले के दिनों में लेखन केवल साहित्यिक लोगों के काम तक ही सीमित था। लेकिन इस नए डिजिटल युग में, कोई भी लिख सकता है और इसे दुनिया के सामने प्रस्तुत कर सकता है।

इंटरनेट पर ब्लॉगिंग, व्लॉगिंग, चैटिंग, सेल्फ-पब्लिशिंग जैसी तमाम तरह की अवधारणाएँ आजकल काफी आम हो चुकी हैं। इन अवधारणाओं को पूरा करने के लिए किसी को भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता होती है ताकि वो अपना काम पूरा कर सके।

डिजिटल युग में तकनीक-प्रेमी पीढ़ी को सोशल मीडिया के रूप में दोस्तों के साथ जुड़ने का नया स्थान मिलता है। सोशल नेटवर्क न केवल लोगों को वस्तुतः जोड़े रखता है बल्कि यह कमाई के लिए भी पर्याप्त अवसर प्रदान करता है। ऐसी कई वेबसाइटें मौजूद हैं जो फ्रीलांसिंग जॉब्स, ऑनलाइन बिजनेस मॉडल, डिजिटल मार्केटिंग और तमाम तरह के अन्य विकल्पों को चुनने का समर्थन करती हैं।

सार्वजनिक जीवन

हमारे आसपास होने वाली घटनाओं के बारे में हर कोई खुद को अपडेट रखना चाहता है। करीब हर इन्सान दो पहचान वाला जीवन जीता हैं। एक उसका वास्तविक जीवन है और दूसरा ई-पहचान यानी जो उसने इन्टरनेट की आभासी दुनिया के लिए रखा हुआ है। प्रमुख रूप से, जिस तरह से हम अपना समय इंटरनेट पर बिता रहे हैं, हम किसी भी जानकारी को केवल एक क्लिक के द्वारा आसानी से हासिल कर सकते हैं। यहां तक ​​कि सरकार भी जनता से जुड़ रही है और उनकी समस्याओं को सुन रही है। हम आसानी से एक संदेश छोड़ कर उन्हें अपनी सरल से लेकर जटिल समस्याओं से भी अवगत करा सकते हैं।

अप्रचलित प्रौद्योगिकियों को हटा दिया गया है और नई उन्नत प्रौद्योगिकियों द्वारा उन्हें बदल दिया गया है। प्रौद्योगिकी द्वारा लाए गए प्रमुख सुधारों में से एक है वित्तीय और जनता के लिए स्वास्थ्य समावेश। सार्वजनिक परिवहन जैसे मेट्रो, बुलेट ट्रेन, हवाई जहाज, क्रुज ने हमारी यात्रा के समय को काफी कम कर दिया है। यात्रा करना अब उतना झंझट वाला काम नहीं रह गया है। तमाम व्यस्त प्रक्रियायें जैसे टिकट बुकिंग और गंतव्य तक पहुंचने जैसी प्रक्रिया को कम से कम बोझिल कर दिया गया है।

फसलों की उत्पादकता में सुधार के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाता है। किसानों द्वारा अपनी खेती को सुविधाजनक बनाने के लिए विभिन्न फसल उपकरणों का उपयोग किया जाता है। किसान प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए विशेषज्ञों से संवाद कर सकते हैं ताकि उन्हें अच्छी गुणवत्ता वाले बीजों का उपयोग करने की सलाह मिल सके जो उन्हें उनकी खेती में लाभ पहुंचाएगा। वैश्विक दुनिया को एकदम संकुचित कर के स्थानीय दुनिया बनाना केवल तकनीक द्वारा ही संभव हो पाया है।

पेशेवर ज़िंदगी

पेशे के विशाल दायरे ने कई उप-श्रेणी की नौकरियों को अलग-अलग श्रेणियों वाली नौकरी में बाँट दिया है। यदि आपके पास उद्योग की मांग के अनुसार बुनियादी कौशल है, तो कोई भी अपनी आजीविका कमा सकता है। पहले के समय में, आजीविका के लिए मानवीय कार्य जैसे खेती, विनिर्माण, मिलिंग और बुक-कीपिंग आदि, किये जाते थे लेकिन प्रौद्योगिकी के उपयोग के साथ, कोई भी काम कर सकता है और उक्त स्थान पर न होने के बावजूद उससे जुड़ सकता है। पेशेवर की भौगोलिक स्थिति अब कोई खास मायने नहीं रखती है। आपके सुगमता के अनुसार काम का समय पर पूरा हो जाना ज्यादा मायने रखता है। अधिक आराम को जोड़ने के लिए, घर से काम करना कार्यालय की एक नई जगह बन चुकी है, विशेष रूप से महामारी, प्राकृतिक आपदा, और ऐसे ही अन्य अनदेखी परिस्थितियों के दौरान।

अलौकिक जीवन

प्रौद्योगिकी के उपयोग के कारण ही बाहरी क्षेत्र में नए खोज संभव हो पाए हैं। एक समय था जब अंतरिक्ष में एक मिशन भेजने को लगभग असंभव माना जाता था। लेकिन, प्रौद्योगिकी की शक्ति के साथ, ये अंतरिक्ष मिशन अब असंभव कार्य नहीं रह गए हैं। हमारे सौर मंडल के बाहर देखने के लिए, ताकि मनुष्यों की पहुंच को और भी आगे बढ़ाया जा सके, इसके लिए और अधिक नई तकनीकों की खोज की गई है।

निष्कर्ष

इन्टरनेट ट्रैफिक पैसे कमाने का एक नया जरिया बन चुका है। प्रौद्योगिकी हमारे जीवन में बहुत ही तेज गति से शामिल हो चुकी है। जीवन अब और अधिक समय तक सीमित नहीं है, लेकिन यह 1 या 0 के संदर्भ में चल रहा है। बिट्स, चिप्स और ऊर्जा ही एकमात्र भाषा है जो प्रौद्योगिकी को समझ आती है।

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