कलम तलवार से ताकतवर होता है पर निबंध (The Pen is Mightier than the Sword Essay in Hindi)

कहावत “कलम तलवार से ताकतवर होता है” का अर्थ है कि कलम की शक्ति बहुत अधिक है बल्कि तलवार से भी ज्यादा है। एक छोटी सी कलम आपको इतना कुछ प्राप्त करने में मदद कर सकती है जो एक तलवार नहीं कर सकती। इस वाक्यांश के माध्यम से एक कलम की शक्ति पर जोर दिया गया है। इसका अर्थ है कि एक कलम इतना कुछ प्राप्त करने में सक्षम है जितना कि एक बड़ी तलवार भी नहीं कर सकती।

‘कलम तलवार से ताकतवर होता है’ पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on ‘The Pen is Mightier than the Sword’ in Hindi, Kalam Talwar se Takatwar hota hai par Nibandh Hindi mein)

निबंध – 1 (300 शब्द)

हिंसा पर शब्दों की शक्ति का जोर देने के लिए “कलम तलवार से अधिक शक्तिशाली है” का उपयोग किया गया है। यह इंगित करता है कि लेख की शक्ति प्रत्यक्ष हिंसा की तुलना में अधिक प्रभावी है। हम यह कह सकते है कि साधारण शब्दों के माध्यम से जो कुछ भी कहा जाए वह हिंसा के माध्यम से कभी भी नहीं बोला या समझाया जा सकता है।

वाक्यांश की उत्पत्ति

1839 में अंग्रेजी लेखक एडवर्ड बुलवेर-लिटलन द्वारा लिखी गई एक पुस्तक में “कलम तलवार से अधिक शक्तिशाली है” का इस्तेमाल किया गया था। इसे उनके नाटक रिकेल्यू में भी स्थान दिया गया था।

यह नाटक मार्च 1839 में लंदन के कोवेन्ट गार्डन में दिखाया गया था। इस लोकप्रिय वाक्यांश का पहला ज्ञात संस्करण 7वीं शताब्दी ईसा पूर्व में अश्शूरी ऋषि अय्यर द्वारा गढ़ा गया था। वह वाक्यांश कुछ इस प्रकार था “शब्द तलवार से ज्यादा शक्तिशाली है”। लोग तलवार पर पेन की श्रेष्ठता को पहचानते हैं और इस वाक्यांश का इस्तेमाल अक्सर यही बताने के लिए किया जाता है।

अलग व्याख्याएं

इस कहावत की विभिन्न व्याख्याएं हैं “कलम तलवार से अधिक शक्तिशाली है”:

  • इसका मतलब है कि लेखन का कार्य हिंसा के कार्य की बजाए लोगों पर अधिक प्रभाव डाल सकता है।
  • इसमें कहा गया है कि शब्दों में बल की तुलना में समस्याओं को हल करने की क्षमता है।
  • पेन और लेखन सभ्य व्यवहार का संकेत देते हैं जो चीजों को प्राप्त करने के लिए क्रूर शक्ति का इस्तेमाल करने से कहीं बेहतर है।
  • छोटी चीज़ों की क्षमता और शक्ति को कम नहीं समझना चाहिए। वे कभी-कभी बड़ी चीजों की तुलना में एक मजबूत प्रभाव डाल सकती हैं।
  • वाक्यांश कलम और लेखन की शक्ति बताता है और यह दर्शाता है कि लेखक योद्धाओं से अधिक शक्तिशाली हैं।

निष्कर्ष

वाक्यांश “कलम तलवार से ताकतवर होता है” जोर देती है कि हमें एक छोटी सी चीज़ की शक्ति को कम नहीं समझना चाहिए। एक छोटी सी कलम ही लोगों और समाज पर इतना बड़ा प्रभाव डाल सकती है जितना एक तेज तलवार भी नहीं डाल सकती।

निबंध – 2 (500 शब्द)

परिचय

प्रसिद्ध वाक्यांश ‘कलम तलवार से ताकतवर होता है’ को पहली बार एडवर्ड बुल्वर-लिटन ने लिखा था जो बाद में दुनिया भर में बेहद लोकप्रिय हुआ। हर कोई जानता है कि तलवार तीक्ष धार का एक हथियार है जबकि कलम एक लेखन का साधन है लेकिन कलम की शक्ति तलवार से बहुत अधिक है। तलवार की तेज धार जो कुछ हासिल नहीं कर सकती वह कलम की एक छोटी नोक आसानी से हासिल कर सकती है।

अर्थ

कलम और तलवार की तुलना नहीं की जा सकती है क्योंकि कलम उद्देश्यों को लिखने के लिए प्रयोग की जाता है और तलवार का इस्तेमाल लड़ने के उद्देश्यों के लिए किया जाता है लेकिन “कलम तलवार से ताकतवर होता है” कहावत के माध्यम से लेखक यह कहना चाह रहा है कि लेखन की शक्ति युद्ध के प्रभाव से अधिक मजबूत है। युद्ध हमेशा विनाशकारी होता है और जीवन को समाप्त करता है। तलवार केवल मार सकती है और जिससे केवल हार, हानि और मृत्यु का परिणाम हासिल होता है। हालांकि युद्ध में एक दल जीत सकता है लेकिन कई जानों का नुकसान सबसे बड़ा नुकसान है जबकि लेखन सद्भाव, शांति और अनमोल है। कलम से लिखी गई किताबें हमें शिक्षा और ज्ञान देती हैं जो हमेशा हमारे साथ रहता है। हम अपने दादा-दादी, माता-पिता, अध्यापकों आदि से हमारे बचपन में सुनी कहानियों की सीख भूला नहीं सकते हैं। ये सब कहानियां हमें सबक देती हैं जिसे हम अपने जीवनकाल के लिए संरक्षित रखते हैं।

पुस्तकों के बारे में लिखा गया और कहा गया है कि ‘पुस्तकें ज्ञान का खजाना हैं’, ‘पुस्तकें सर्वश्रेष्ठ साथी हैं’, ‘किताबें सत्य का मार्ग हैं’ आदि। कलम से लिखी गई किताब मह्तवपूर्ण और सही पाठ पढ़ाती है। हर पुस्तक गलत नहीं होती क्योंकि कुछ गलत पाठ भी सिखातीं हैं। कुछ पुस्तकों को प्रतिबंधित या रोका जा सकता है। यह कलम ही है जो पुस्तक को शक्तिशाली बनाती है।

कलम की शक्ति को इस तथ्य से भी समझा जा सकता है कि परीक्षा आदि के दौरान जवाब में लिखा गया एक गलत उत्तर हमारे ऊपर भारी पड़ सकता है। हम इतिहास, भूगोल, धर्म, विज्ञान आदि के बारे में पढ़ना और कलम से लिखने में सक्षम हैं जिसने लेखकों को आने वाली पीढ़ियों के लिए महत्वपूर्ण ज्ञान और जानकारी देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

इतिहास इस बात का सबूत है कि लेखकों ने अपने लेखन के माध्यम से दुनिया को बदल दिया है। महात्मा गांधी, जॉन कीट, स्वामी विवेकानंद, विलियम वर्ड्सवर्थ आदि ने अपने लेखन के माध्यम से जादू का सृजन किया है। पेन में जनसांख्यिकीय बाधाओं को तोड़ने की शक्ति है। एक पुस्तक को किसी दूसरे देश में लिखा जाता है परन्तु इसे दुनिया भर में पढ़ा जा सकता है। अपने प्रचार और ज्ञान के माध्यम से लेखकों ने विभिन्न सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लड़ाई लड़ी जिसके फ़लस्वरूप समाज में परिवर्तन हुआ।

निष्कर्ष

लेखन में राजनीतिक नेताओं, अभिनेताओं, खिलाड़ीयों आदि की छवि को बनाने या नष्ट करने की शक्ति है। लेखक को वास्तव में कलम की ताकत के माध्यम से लिखने के बारे में जानने के लिए सावधानी और समझदारी बरतनी चाहिए। लेखन के माध्यम से किसी भी लेखक को अपनी निजी शिकायत को प्रदर्शित नहीं करना चाहिए। लेख युद्ध के दौरान शांति बना सकता है और शांति के दौरान युद्ध पैदा कर सकता है क्योंकि हम सभी जानते हैं कि ‘कलम तलवार से ताकतवर होता है’।

निबंध – 3 (600 शब्द)

परिचय

प्रसिद्ध वाक्यांश ‘कलम तलवार से ताकतवर होता है’ का महत्व सदियों से है। यह दर्शाता है कि कलम तलवार से अधिक शक्तिशाली है बावजूद इसके कि तलवार की धार तेज और युद्ध को जीतने की शक्ति रखती है। प्राचीन काल से ही मानव जाति के इतिहास में तलवार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हम सभी जानते हैं कि तलवार में बड़ी ताकत और वीरता के कारण युद्ध जीतने की शक्ति है लेकिन दूसरी तरफ एक कलम नाजुक होने के बावजूद इतिहास और मानवता को बदलने की क्षमता के साथ बहुत शक्तिशाली और संपन्न है।

Essay on The Pen is Mightier Than The Sword in Hindi

अर्थ

प्रसिद्ध लेखक एडवर्ड बुल्वर-लिटटन द्वारा लिखित ‘कलम तलवार से ताकतवर होता है’ सरल और गहन अर्थ के साथ बड़ा महत्व रखता है। इससे पता चलता है कि दुनिया के लेखकों ने सैनिकों की तुलना में लोगों पर अधिक प्रभाव डाला है क्योंकि दुनिया में विलियम वर्ड्सवर्थ, जॉन कीट्स, बंकिम चंद्र चटर्जी, रबींद्रनाथ टैगोर आदि जैसे कई प्रसिद्ध लेखकों का नाम है जो लोग जानते हैं लेकिन बहुत कम लोग उन सैनिकों के नामों की पहचान कर पाएंगे जिन्होंने युद्ध के द्वारा कई किलों को फतह किया। कलम कई सदियों से अद्भुतता पैदा कर रही है क्योंकि लिखित जानकारी ज्ञान के रूप में फैल गई जिससे लोगों के जीवनकाल को संरक्षित किया जा सका। वाक्यांश स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि लेखक शक्तिशाली सेनानियों की तुलना में अधिक प्रभावशाली है और तलवार ऐसा प्रभाव नहीं छोड़ सकती जो लेखक छोड़ सकते हैं।

लेखन लोगों को सामाजिक या राष्ट्रीय बुराई के खिलाफ खड़ा कर सकता है। महात्मा गांधी ने अपने प्रचार और ज्ञान के माध्यम से नागरिकों को एकजुट किया। महात्मा गांधी ने लड़ाई नहीं की लेकिन ज्ञान की शक्ति और इच्छा के साथ राष्ट्र आज़ादी हासिल की। युद्ध एक पार्टी के लिए जीत के माध्यम से ख़ुशी दे सकता है और दूसरों को हार लेकिन एक पुस्तक बिना किसी रक्तपात के, किसी व्यक्ति को नुकसान पहुंचाए बिना दुनिया में ख़ुशहाली फैला सकती है।

पेन लेखकों का हथियार है जिससे वे इतिहास बना सकते हैं। कलम रचनात्मक है जबकि तलवार विनाशकारी है। एक कलम में विज्ञान, गणित, भूगोल, आदि से संबंधित उपन्यास, कविता, भावनात्मक कहानियां, तथ्य और आंकड़े लिखने की क्षमता है। कोई भी व्यक्ति अपने जीवनकाल के लिए पुस्तकें पढ़ कर और ज्ञान प्राप्त करके आनंद और शांति हासिल कर सकता हैं। लेख विभिन्न भावनाएं जैसे प्रेम, दया, नफरत, दुश्मनी, सहानुभूति इत्यादि को प्रेरित कर सकते हैं। लेखन को सम्मान के रूप में देखा जाता है और लेखकों को हमेशा समाज के मजबूत खंभे के रूप में जाना जाता है क्योंकि उनके पास उनके लेखन के जादू के माध्यम से दुनिया को बदलने की शक्ति है। राष्ट्रीय स्तर पर भी वाद-विवाद और विचार-विमर्श अलग-अलग देशों के बीच विभिन्न समस्याओं को हल कर सकता है लेकिन युद्ध देशों की आर्थिक और भौतिक ताकत को नष्ट कर सकता है। निजी स्तर पर भी साहित्य ज्ञान को फैलाता है लेकिन लड़ाई नफरत को फैलाती है।

निष्कर्ष

राजनीतिक युद्ध और अशांति की दुनिया में हमें तलवार की तुलना में कलम की आवश्यकता अधिक है। इसके पीछे तथ्य यह है कि पुरुष तलवार या भौतिक ताकतों के भय के मुकाबले विचारों से अधिक प्रभावित और निर्देशित हैं। यह सच है कि तलवार की शक्ति एक विशेष समय अवधि के लिए सीमित है लेकिन कलम का प्रभाव अमर और सार्वभौमिक है। लेखक को इस शक्ति को अत्यंत सावधानी के साथ उपयोग करना चाहिए क्योंकि उनके लेखन में विशाल व्यक्तियों की छवि बन सकती है या टूट सकती है।

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