मैं एक शेफ क्यों बनना चाहता हूँ पर निबंध (Why I Want to Become a Chef Essay in Hindi)

कुकिंग यानी खाना बनाना एक ऐसी चीज है जो मुझे खुश करती है और मुझे दूसरों के लिए खाना बनाना बेहद पसंद है। मैं हमेशा से एक शेफ बनना चाहता था और मैंने वास्तव में इसके लिए कड़ी मेहनत की है। यह एक बहुत ही अच्छा पेशा है जहां आप रोजाना नई नई चीजें सीख सकते हैं। जब मैं एक रेसिपी की कटोरी परोसता हूँ, तो इसमें मेरा प्यार, कड़ी मेहनत और अपने पेशे के लिए जुनून होता है। आज मैं यहां पर आपके लिए शेफ बनने के अलग-अलग पहलुओं पर कुछ निबंध लेकर आया हूँ। उम्मीद करता हूँ कि यह आपके लिए मददगार होगा और आप इसे पसंद भी करेंगे।

मैं एक शेफ क्यों बनना चाहता हूँ पर लघु और दीर्घ निबंध (Short and Long Essays on Why I Want to Become a Chef in Hindi, Mai EK Chef kyo banana chahata hu par Nibandh Hindi mein)

निबंध 1 (250 शब्द) – मैं एक शेफ क्यों बनना चाहता हूँ?

परिचय

मैंने अपनी माँ, दादी माँ को हर रोज सभी के लिए खाना बनाते देखा है। वे मेरे लिए कुछ भी बनाने में कभी नहीं हिचकती हैं और उन्हें अच्छा लगता है जब मैं एक और रोटी के लिए कहता हूँ। असल में ये उनका प्यार होता है जो खाने के साथ मुझे मिलता है। उन्हें खाना बनाते हुए देखना मुझे बहुत अच्छा लगता है और मैं कम उम्र से ही यह सीखना चाह रहा हूँ।

मैं एक शेफ क्यों बनना चाहता हूँ?

मेरे पास शेफ बनाने के कई वजह हैं और उनमे से सबसे पहली वजह है मुझे खाना बनाना बेहद पसंद है। मुझे पता है खाना पकाना काफी हद तक सामान्य है लेकिन मुझे यह बहुत ज्यादा पसंद है और इससे मुझे ख़ुशी मिलती है। किसी को भी वो जरुर करना चाहिए जिससे उसे ख़ुशी मिलती है और मुझे वाकई में नई नई रेसिपीज के साथ प्रयोग करना बहुत अच्छा लगता है।

कुकिंग के लिए मेरे प्यार के अलावा, एक और सबसे महत्वपूर्ण बात ये हैं कि मैं एक पेटू हूँ। हर दिन, मैं सिर्फ भोजन के बारे में सोचता हूँ और इसके बाद मैं कुछ और कोशिश करता हूँ। कभी-कभी मेरे माता-पिता मुझे स्ट्रीट फूड खाने की अनुमति नहीं देते हैं, तब मेरी खाना पकाने की क्षमता मेरी मदद करती है और वाकई में काफी कुछ सीखना चाहता हूँ, ताकि मैं घर पर ही पांच सितारा होटलों जैसे व्यंजनों को पका सकूं।

इस पेशे के प्रति मेरे प्यार की तीसरी वजह ये है कि मुझे दूसरों को भोजन परोसना काफी पसंद है। मुझे लोगों को बुलाना और उनकी पसंद का खाना बनाना काफी अच्छा लगता है। यह मुझे बहुत खुशी देता है और इस पेशे के लिए मेरा प्यार और अधिक बढ़ जाता है।

निष्कर्ष

मुझे खाना पसंद है, परोसना पसंद है और इसके साथ ही साथ बनाना भी पसंद है, जिसका मतलब है कि मैं एक शेफ बनने के लिए पूरी तरह से परिपक्व हूँ। इसलिए मैं एक शेफ बनना चाहता हूँ और मुझे यकीन है कि मैं इस क्षेत्र में कुछ अलग कर सकता हूँ। आपको जो सबसे अच्छा लगता हो वही करना चाहिए, ये आपको अपने पेशे से प्यार करने में मदद करता है। जब हम अपने पेशे से प्यार करते है, जीवन हमारे लिए और आसान और दिलचस्प हो जाती है।

निबंध 2 (400 शब्द) – एक अच्छा शेफ कैसे बनें?

परिचय

भोजन ही वह चीज है जो हमें पोषण देती है और हम सभी यह जानते हैं कि करेला खाना कितना पौष्टिक होता है। मगर सिर्फ कुछ ही ऐसे लोग होंगे जिन्हें करेला पसंद होगा और बच्चे तो इससे कोसों दूर भागते हैं, जब मम्मी किसी दिन करेले की सब्जी बना दें तो। तो आखिर मम्मी कैसे बच्चों को करेला खिलाने के लिए तैयार करेंगी, वो ये कर सकतीं है कि इसे कुछ इस तरह से बनायें की बच्चों को यह एकदम पसंद आ जाये। करेले को एक स्वादिष्ट व्यंजन में बदल देना किसी जादू से कम नहीं है, और शेफ वो व्यक्ति है जिसके पास इस तरह की चीजों का सटीक उपाय मौजूद होता है।

शेफ की विशेषताएं

  • एक शेफ को एकदम जुनूनी होना चाहिए क्योंकि जब आप सिर्फ पैसे कमाने के लिए कोई काम चुनते हैं तो आप जल्द ही उसमें अपना लगाव खो देते हैं और फिर आपका काम आपको ही बोझ की तरह लगने लगता है। ये आपके स्वाद को सीधे तौर पर असर डालता है। इसलिए एक शेफ को अपने काम के प्रति जुनूनी और शौक़ीन होना चाहिए।
  • एक साथ कई काम कर सकें वे ऐसे होने चाहिए, एक शेफ केवल किचन में खाना ही नहीं बनाता बल्कि उसे किसी टेबल या पार्टी के मेनू को व्यवस्थित करने में भी सक्षम होना चाहिए। अपनी खासियत में तो उन्हें माहिर होना ही चाहिए मगर इसके अलावा एक केक बनाने वाले शेफ को मीट बनाना भी आना चाहिए। यानी उन्हें मल्टीटास्किंग होना चाहिए।
  • कभी कभार एक शेफ बहुत ही कलात्मक होता है; कोई भी एक ही तरह की डिश हर बार नहीं खाता इसलिए उन्हें हमेशा कुछ नया इजाद करते रहना चाहिए। व्यंजन बनाने के अलावा उन्हें व्यंजन को प्रस्तुत करने भी आना चाहिए और ऐसा माना जाता है कि व्यंजन की प्रस्तुति ही उसके बारे में काफी कुछ बता देती है। यह काफी हद तक सच है, जब कुछ अच्छा दिखता है तो लोग उसे आजमाना चाहते ही है। इसलिए उन्हें रचनात्मक होना चाहिये।
  • शेफ को कभी-कभी आलोचना का भी सामना करना पड़ता है, क्योंकि हम भी इंसान हैं और यह संभव नहीं है कि हम हर बार एक ही तरह का स्वाद परोस पायें, इसलिए उन्हें भी इसके लिए तैयार रहना चाहिए। हर किसी के पास आपके जैसा स्वाद नहीं होता, इसलिए वे आपकी रेसिपी को पसंद नहीं करते हैं। तो, ऐसी स्थिति को संभालने के लिए एक शेफ को काफी हद तक विनम्र होना चाहिए।
  • ऊपर बताये गए विशेषताओं से अलग, एक शेफ को कभी भी तनाव में नहीं होना चाहिए और उसके अन्दर सीखने वाला रवैया होना चाहिए। यह उन्हें हर जगह मदद करेगा और उन्हें एक सफल शेफ बनने में भी मदद करेगा।

निष्कर्ष

शैक्षिक योग्यताओं के अलावा अगर किसी के पास ये सभी गुण हैं, तो निश्चित रूप से वह एक अच्छा शेफ बन सकता है। प्रवीणता, सीखने की गुणवत्ता, रचनात्मकता, धैर्य, आदि जीवन में हर जगह हमेशा आपकी मदद करेंगे। इसलिए, आप जो भी पेशा चुनते हैं आपको कड़ी मेहनत करनी है। मेरा यकीन कीजिये, यह आपको ना केवल सफल बनाएगा बल्कि आपको एक अच्छा इंसान बनने में भी मदद करेगा।

निबंध 3 (600 शब्द) – शेफ एक दिलचस्प पेशा है

परिचय

खाना बनाना एक ऐसी चीज है जिसे हम हर रोज देखते हैं। खाना कई तरह से बनाया जा सकता है और ये वाकई में मुझे काफी उत्साहित करता है। मुझे इस पेशे से प्यार है और खाना पकाने वाले शो देखना मुझे तब से पसंद है जब मैं 10 वर्ष का था। आमतौर पर, मेरी उम्र वाले बच्चे कार्टून देखते थे जबकि मेरी रूचि कहीं और पर थी। इस तरह के विडियो देखने के बाद, मैं अपनी माँ की सहायता करने और नए व्यंजनों को बनाने की कोशिश करता था। वाकई में यह बहुत दिलचस्प था।

एक अच्छा करियर

  • आजकल ये सबसे ज्यादा पसंद किये जाने वाले पेशों में एक बन चुका है और लगातार बढ़ते होटलों की संख्या ने भी बाजार में शेफ्स की मांग को काफी ज्यादा बढ़ा दिया है। अगर आपको खाना बनाना पसंद है या आप दूसरों को परोस भी सकते हैं तो निश्चित रूप से आपको इस पेशे को आजमाना चाहिए।
  • भारतीय व्यंजन ना सिर्फ भारतीय होटलों में बल्कि विदेशों में भी काफी ज्यादा लोकप्रिय हैं, कंपनियां उस विशुद्ध स्वाद के लिए विश्वसनीय शेफ को काम पर रखती हैं। ये पर्यटकों को आकर्षित करने की एक नया तरीका भी होता है।
  • शेफ को होटलों के शानदार वातावरण में रहने और नए ग्राहकों से मिलने का अवसर मिलता है। इसके अलवा उन्हें कई तरह की सुविधाएं भी मिलती हैं।
  • खाना पकाने के अलावा उन्हें किसी पार्टी के लिए मेनू आदि की योजना बनाने, किसी कार्यक्रम को आयोजित करने, नए व्यंजनों की खोज करने, आदि का भी मौका मिलता है।

एक शेफ की सैलरी और उसका विकास

किसी भी शेफ को काफी अच्छी सैलरी मिलती है, और यह काफी हद तक निर्भर करता है कि होटल किस श्रेणी का है। काफी कम अंतराल पर ही उनकी वेतनवृद्धि भी हो जाती है। दुनियाभर में कई होटल हैं और इस क्षेत्र में तेजी से ही रही वृद्धि शेफ के लिए काफी उमीदें भी बढ़ा दी हैं।

शेफ होने का एक फायदा यह भी है कि अपने घर पर कोई छोटा-मोटा आयोजन होने पर आपको किसी कुक को बुलाने की जरूरत नहीं पड़ती। आप खुद ही पार्टी, उसका मेनू और बाकी चीजें आसानी से संभाल सकते हैं।

अलग अलग तरह के शेफ

लोग उस वक़्त काफी असमंजस में पड़ जाते हैं जब शेफ कहता है कि उसे उक्त व्यंजन बनाने नहीं आता। मगर कम ही लोग इस बारे में जानते हैं कि वे अलग-अलग व्यवसायों में बंटे हुए हैं। चूंकि यहाँ पर तमाम तरह का खाना पकाना, स्टीमिंग, आदि हैं। ज्यादातर शेफ एक निश्चित क्षेत्र के विशेषज्ञ होते हैं।

उनमे से कुछ मिठाई बनाने में माहिर होते हैं जबकि कुछ बेकिंग में। यहाँ कई तरह के रोस्ट शेफ, पेस्ट्री शेफ, मीट शेफ, वेज शेफ आदि होते हैं।

कार्य करने का वातावरण

उन्हें शानदार होटलों के किचन में काम करना पड़ता है और उन्हें कई तरह की सुविधाएँ भी मिलती हैं। यह एक दिलचस्प पेशा है। यहाँ पर कुछ ही ऐसे पेशे हैं जिनमे आप आजाद हो कर अपने तरीके से काम करते हैं और शेफ उनमे से एक है। सिर्फ एक चीज है जिसका उन्हें खास ध्यान रखना होता है और वो है समय। उनके समय का एक आधार होता है और उन्हें कम समय में तरह तरह के व्यंजन बनाने की कोशिश करते रहनी चाहिए।

उनके काम का अलग समय होता है जो होटल पर निर्भर करता है, उन्हें 9 से 6 काम नहीं करना होता। उनका काम साप्ताहिक रूप से तय रहता है क्योंकि उन्हें सप्ताह भर में कुल 40 घंटे काम करना है। अब ये उनपर निर्भर करता है की वे इसका प्रबंधन कैसे करते है।

निष्कर्ष

जीवन जो है वह सबकुछ सीखने के बारे में है और करियर उत्तमता के बारे में है। आप जितने ज्यादा अनुभवी होंगे आप उतने ही सर्वश्रेष्ठ होते जाते हैं। इसी तरह से, शेफ लगातार काम करते हैं और नए नए व्यंजन बनाते हैं ताकि हमारे स्वाद तंत्रिकाओं को संतुष्ट कर सकें। वे अपनी एक खास रेसिपी भी इजाद करते हैं और कभी कभी उसके लिए वो मशहूर हो जाते हैं। इसका एक सबसे बेहतरीन उदाहरण है KFC, कर्नल हारलैंड सैंडर्स जो कि एक शेफ थे और 70 वर्ष की उम्र में वो मशहूर हो गए और उन्होंने इतना नाम कमाया जिसकी कभी कल्पना भी नहीं की थी। ये उनकी अपने काम के प्रति कड़ी मेहनत और लगन ही थी जिसने उन्हें KFC में इतना सफल बनाया। इसलिए हमेशा अपने पेशे से प्यार करें और ये आपके लिए सबकुछ लेकर आएगा।

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