मैं एक नर्स क्यों बनना चाहती हूँ पर निबंध (Why I Want to Become a Nurse Essay in Hindi)

नर्सिंग सिर्फ एक पेशा नहीं है, बल्कि यह आपको लोगों से जोड़ता भी है। जब कभी आप बीमार होते हैं, तो सिर्फ एक ही व्यक्ति होता है जो आपकी देखभाल करता है और वह एक नर्स है। वे आपकी अपने खुद के बच्चे की तरह सेवा करते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि आप सुरक्षित और अच्छा महसूस कर पायें। आज मैं आपके लिए कुछ निबंध लेकर आयी हूँ जो ‘मैं एक नर्स क्यों बनना चाहती हूँ’ पर आधारित है, मुझे यकीन है कि यह आपके लिए उपयोगी होगा:

मैं एक नर्स क्यों बनना चाहती हूँ पर लघु और दीर्घ निबंध (Short and Long Essays on Why I Want to Become a Nurse in Hindi, Mai Ek Nurse kyo banana chahata hu par Nibandh Hindi mein)

निबंध 1 (250 शब्द) – मैं एक नर्स क्यों बनना चाहती हूँ?

परिचय

हम में से अधिकतर लोग सिर्फ एक इंजेक्शन से डरते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर हम सभी एक ही तरह से व्यवहार करेंगे, तो हमारा इलाज कौन करेगा? कौन हमें दवाईयां देगा और कौन हमारे घावों की देखभाल करेगा? वास्तव में यह एक नर्स ही है जो हमारे अस्पताल में होने पर हमारे लिए सब कुछ करती है। मैं अलग-अलग नर्सों से मिली हूँ और वे सभी तक़रीबन एक जैसे ही थी। उनका मुख्य उद्देश्य मरीज की सेवा करना और डॉक्टर की अनुपस्थिति में उनका इलाज करना होता है।

कौन सी चीज मुझे नर्स बनने के लिए प्रेरित करती है?

नर्स बनने की कई वजहें हो सकती है और उनमे से सबसे पहले वजह ये हैं:

  • वे बहादुर होती हैं और मैंने इसका जीता-जागता उदाहरण कोरोना महामारी के दौरान देखा है। यहाँ तक कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी चिकित्सा कर्मचारियों की तारीफ़ की है। मैंने देखा है कि नर्स दुधमुहें बच्चों की देखभाल भी करती है जो अपनी माँ से दूर होते हैं। वे सभी की देखभाल करते हैं और समझ में एक अलग तस्वीर बनाते हैं।
  • मेरी दूसरी प्रेरणास्रोत खुद एक नर्स हैं क्योंकि उन्हें लोगों की सेवा करना का मौका मिलता है। दूसरों की मदद या सेवा करना, जब वो स्वस्थ्य ना हो, यह बहुत ही महान काम होता है। जब हम दर्द में होते हैं, हमें किसी की आवश्यकता होती है और यह एक सबसे बेहतर तरीका है दूसरों की मदद करने का। मगर हर किसी को ऐसा करने का मौका नहीं मिल पाता। इसलिए मैं एक नर्स बनना चाहती हूँ।

निष्कर्ष

यहाँ पर हर पेशे का एक सकारात्मक पहलु होता है। नर्स होना एक गर्व की बात होती है और मैं एक नर्स बनना चाहती हूँ। वे हमेशा अपने मरीजों को प्रेरित करते रहते हैं और इस बात का यकीं दिलाते हैं कि वो जल्द ही ठीक हो जायेंगे। हम सोते हैं मगर वो सारी रात जागते हैं हमारी सेवा के लिए। वाकई में, वे सच्चे नायक हैं और ऐसा कभी कभार ही होता है कि उन्हें वो पहचान मिल पाती है।

निबंध 2 (400 शब्द) – नर्सिंग एक खूबसूरत पेशा है

परिचय

ये बात सच है कि किसी ने भगवान को नहीं देखा है, मगर कुछ ऐसे लोगों को देखा है जो लोगों की इस तरह से मदद करते हैं जैसे उन्हें खुद भगवान ने खासतौर से हमारे लिए ही भेजा है। वही एहसास हमें उस वक़्त होता है जब हम बीमार होते हैं और हमारे डॉक्टर और नर्स हमारी देखभाल करते हैं। डॉक्टर्स समय समय पर आते हैं जबकि नर्स पूरे दिन और यहाँ तक की रात में भी हमारी सेवा करते हैं। वे जगे रहते हैं ताकि हम चैन से सो सकें।

नर्सिंग पेशे का इतिहास

दुनिया की पहली नर्स ‘फ्लोरेंस नाइटिंगेल’ थी जो एक ब्रिटिश परिवार से थी। एक सांस्कृतिक दौरे पर जब वो इजिप्ट गयीं थी, उस दौरान वो एक अस्पताल और अनाथालय में गयीं जिसके बाद उन्होंने फैसला किया कि वो एक डॉक्टर बनेंगी। यहाँ तक कि उनके परिवार ने उन्हें इसके छुट नहीं दी, मगर उन्होंने नर्सिंग को अपना पेशा चुना।

आगे चलकर उन्हें ‘लेडी विथ ए लैंप’ की उपाधि भी जीती; उन्होंने नर्सिंग पर कई किताबें भी लिखीं और महारानी की तरफ से ‘रॉयल रेड क्रॉस’ से नवाजा भी गया। हर वर्ष हम 12 मई को ‘अंतरराष्ट्रिय नर्सिंग दिवस’ के रूप में मानते हैं। यह उनका जन्मदिन है।

यहाँ पर एक और मशहूर नाम मदर टेरसा का भी है, उन्होंने अपने पूरी जिंदगी नर्सिंग के लिए समर्पित कर दी और गरीबों की मदद की। उन्हें समाज के प्रति उदारता और उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए साल 1979 में नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजा गया। उन्होंने हर किसी की मदद एक माँ की तरह से की और लोग उन्हें ‘मदर टेरसा’ कह कर पुकारने लगे। वह बहुत ही अद्भुत व्यक्तित्व वाली थी और भारत में रह रहीं थीं। वो एक साधू थीं और ईसाई धर्म के साथ-साथ मानवता की प्रबल समर्थक भी थीं।

नर्स कैसे बनें?

  • नर्सिंग पेशा चुनने के लिए किसी को भी स्कूल में बायोलॉजी विषय से पढ़ाई की हुई होनी चाहिए और इसके आगे की पढ़ाई भी इसी विषय से होनी चाहिए।
  • स्कूली शिक्षा पूरी कर लेने के बाद बी. एससी. नर्सिंग का कोर्स करना चाहिए। यह एक चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम होता है।
  • स्नातक करने के बाद उसी विषय से आप एम. एससी. नर्सिंग भी कर सकते हैं और साथ में इंटर्नशिप भी शुरू कर देना चाहिए।
  • यहाँ पर नर्सिंग पेशे के लिए कुछ अन्य कोर्स भी हैं जैसे सामान्य नर्सिंग मिडवाइफरी और सहायक नर्स और मिडवाइफरी भी उपलब्ध हैं। लेकिन इन पाठ्यक्रमों के लिए कुछ नियम और शर्तें हैं।
  • इन पाठ्यक्रमों को पूरा करने के बाद आप अलग अलग रिक्तियों के लिए आवेदन कर सकते हैं और पेशेवर तौर से नर्सिंग की शुरुवात कर सकते हैं।

निष्कर्ष

अगर वाकई में आपमें उत्साह है, तो यक़ीनन एक दिन आप नर्स जरुर बन जायेंगे। यह गर्व की बात है की आप जरूरतमंदों की मदद करते हैं और एक नर्स को यह मौका हर रोज मिलता है। वाकई में उनके इस कठिन कार्य और लगन को सराहना मिलनी ही चाहिए। आमतौर पर, हम किसी खास डॉक्टर या अस्पताल का नाम लेते हैं, मगर कुछ ही लोग वहां की देखभाल के बारे में बात करते हैं। हमें उनकी भी तारीफ़ करनी चाहिए और उनके कार्य के लिए उनका धन्यवाद् भी करना चाहिए।

निबंध 3 (600) – देखभाल का दूसरा नाम नर्सिंग है

अगर आप उन लोगों में से हैं जो दान में विश्वास करते हैं और वास्तव में अपने तरफ से लोगों के लिए कुछ करना चाहते हैं। आप इस पेशे को चुन सकते हैं। एक नर्स ही है जो आपकी देखभाल करता है। जब हम बीमार होते हैं, जब हम निर्जीव और निष्प्राण महसूस करने लगते हैं और खुद से कुछ भी कर पाने के काबिल नहीं होते। वह नर्स ही है जो हमारी देखभाल करते हैं और हमारे लिए हर तरह की दवा समय पर उपलब्ध करते हैं। वे हमारे घाव को भी साफ़ करते हैं और हमारी हर तरह से मदद करते हैं।

एक नर्स किस तरह से हमारी मदद करती है?

  • जीवन में एक वक़्त ऐसा आता है जब हम सभी को जरूरत पड़ती है और अगर आपके पास परिवार है तो आप खुशकिस्मत है। लेकिन यह संभव नहीं है की वो हर वक़्त अस्पताल में आपके साथ ही रहें। अगर कोई रहता है तो वो है नर्स। वे आपकी देखभाल करते हैं और आपको समय पर दवा आदि देते हैं।
  • कभी कभी लोग अपने घर पर नर्स को बुलाते हैं ताकि वो 24 घंटे उनकी देखभाल कर सके।
  • एक नर्स सिर्फ मरीज का इलाज ही नहीं करती बल्कि उसे प्रेरित भी करती है साथ ही उसका व्यवहार भी काफी शांत और नरम होता है। किसी बच्चे को दवा देना काफी मुश्किल होता है मगर उसके अन्दर एक खास गुण होता है जिससे वो आसानी से बच्चों को मना कर उन्हें दवा दे देती हैं।
  • वे हमारे साथ, अपने बारे में कुछ सोचे समझे बिना ही काम करते हैं। कभी कभी कुछ बिमारियों के संपर्क में आने से उनकी तबियत भी ख़राब हो जाया करती है; बावजूद इसके वो रुकते नहीं हैं और हर परिस्थिति में हमारे लिए हाजिर रहते हैं।
  • कोरोना महामारी के दौरान जब मरीज के परिवार का कोई भी व्यक्ति उसके साथ नही होता है, तब यही नर्स अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहे थे। यह बहुत ही खतरनाक था मगर फिर भी वो बहुत बड़ा खतरा मोल कर हमारे लिए कार्य कर रहे थे।

नर्स की ख़ास बातें

  • इस धरती पर वो सबसे ज्यादा देखभाल करने वाले जीव हैं। जब आप किसी दुर्घटना में जख्मी हो जाते हैं और आपका काफी खून निकल रहा होता है, वे ही आपकी पट्टी करते हैं। जब आप ऑपरेशन से गुजरते हैं और दर्द से कराहते हैं, तब वो आपको दावा देते हैं और आपके आराम की व्यवस्था करते हैं। वाकई में, वे बहुत ही ज्यादा देखभाल करते हैं और आपकी काफी मदद करते हैं ताकि आप फिर से स्वस्थ्य हो जाएँ।
  • वे बहादुर होते हैं! हाँ, वे हैं। किसी के भी घाव की मरहम पट्टी करने के लिए, इंजेक्शन लगाने के लिए हौसला और हिम्मत चाहिए होती है। वे ये सभी काम आसानी से करते है। यहाँ तक कि गंभीर जला या कटा हो, फिर भी वे कभी संकोच नहीं करते।
  • उनके पास बात करने की बेहतरीन कला होती है। आपने इस बात पर ध्यान दिया होगा कि हम जब भी कभी किसी नर्स से मिलते हैं वो हमें काफी रिलैक्स महसूस करा देती हैं और अपनी बातों से आसानी से हमें समझा भी देती हैं। बहुत से बच्चे दवाई के नाम पर भाग खड़े होते हैं मगर वे उन्हें भी आसानी से समझा लेती हैं।
  • सिर्फ बच्चे ही नहीं उमरदराज लोग भी उनकी बात से सहमत हो जाते हैं जो आमतौर पर जरा जरा बातों पर चिढ़ते हैं और बच्चों जैसा व्यवहार करते हैं। एक नर्स उन्हें बहुत अच्छी तरह से संभालती है और उन्हें उनका साथ भी पसंद आने लगता है।
  • एक नर्स हमें सिर्फ इंजेक्शन ही नहीं लगाती बल्कि जरूरत पड़ने पर वो हमारे लिए जरूरी उपचार भी कर सकती है। मान लीजिये कि आधी रात को कोई मरीज उल्टियाँ करने लगे। तब वे डॉक्टर के आने और दवा देने का इन्तजार नहीं करती हैं। कभी कभी परिस्थिति को समझने के बाद वे खुद भी मरीज को दवा देकर उसका इलाज कर सकती हैं।
  • नर्स मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से मजबूत होते हैं। कभी कभी उन्हें लगातार कई घटनों तक कम करते रहना पड़ता है। इसलिए उनके पास बेहतर शारीरिक क्षमता भी होती है।

निष्कर्ष

किसी को भी उनके पेशे की इज्जत करनी चाहिए और उन्हें भी अपना काम पूरी ईमानदारी से करना चाहिए। इससे ना सिर्फ उनके कार्य के स्तर में सुधर होगा बल्कि उन्हें इससे और भी बहुत कुछ सिखने को मिलेगा। हम चाहे जो भी पेशा चुनते हैं हमे इससे हमेशा सीखना चाहिए। नर्सिंग सिर्फ एक पेशा नहीं है बल्कि ये एक तरह का सामाजिक कार्य भी है। यदि संभव हो, एक दिन आप अस्पताल में काम कर के देखिये आपको समझ आ जायेगा कि यह कितना मुश्किल होता है। इसलिए, हर किसी की इज्जत कीजिये और दूसरों की मदद कीजिये क्योंकि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता। फिर चाहे आप अमीर हो या गरीब, हम सभी बीमार पड़ते हैं और तब हमें नर्स की आवश्यकता पड़ती है।

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