होली पर कविता

Holi Festival

होली प्रमुख हिंदु त्योहारों में से एक है, यह त्योहार वसंत ऋतु में मनाया जाता है। हिंदू पंचाग के अनुसार यह त्योहार फाल्गुन मास में पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। सामान्यतः होली का त्योहार दो दिनों का होता है, जिसमें पहले दिन को होलिका दहन और दूसरे दिन को होली के रुप में मनाया जाता है। इस त्योहार में लोग नाच-गाने के साथ एक-दूसरे को रंग लगाते है। इसके साथ ही यह त्योहार लोगो को पास लाने का भी कार्य करता है क्योंकि ऐसी मान्यता है कि लोग इस दिन अपने पुराने विवादों को भूलकर एक-दूसरे से गले मिलते है।

होली पर कवितायें (Poems on Holi in Hindi)

कविता 1

‘होली पर कविता’

देखो होली का त्योहार आया है,

सबके लिए खुशियां लाया है।

 

चारो ओर अबीर-गुलाल उड़ रहे,

देखो कैसे लोग एक दूसरे से गले मिल रहे।

 

सब मिलकर मनाते है होली का त्योहार,

सब पाते है खुशिया और ढेर सारा प्यार।

 

इस दिन सब गिले शिकवे दूर हो जाते है,

होली पर सब अपनो से प्रेम पाते है।

 

होली का यह त्योहार अनोखा,

जीवन में लाता है खुशियों का झरोखा।

 

इस दिन लोग एकदूसरे के गले मिलते,

अपने सारे विवाद और मतभेदो को भूलते।

 

आओ सब संग मिलकर नाचे गाये,

एक-दूसरे को खुशियों के रंग लगाये।

 

अपने सारे पुराने गिले-शिकवे भुलायें,

प्रेमपूर्वक होली का यह त्योहार मनायें।

————-Yogesh Kumar Singh

 

कविता 2

‘होली का त्योहार आया’

देखो होली का यह रंग बिरंगा त्योहार आया,

सबके लिए ढेरों मनमोहक खुशिया लाया।

 

सब दौड़ रहे हाथो में लेके रंग-गुलाल,

हर तरफ उड़ रहे रंग हरे-पीले और लाल।

 

कही चल रही पीचकारी से रंगो की गोली,

देखो हर तरफ मन रही मनमोहक होली।

 

होली पर तरह-तरह के पकवान है बनते,

होली के दिन सब एक दूसरे से घुलते-मिलते।

 

होली है विशेष त्योहार जो अपनो से मिलाता,

अपने-पराये सबके गिले-शिकवे दूर करवाता।

 

इस दिन सबके दिलों मेरे बस प्यार उमड़ता,

अपनों-परायों का दिल एक-दूसरे से जुड़ता।

 

इस पर्व की हर छंटा मन को मोहने वाली,

तभी तो कहते है सबसे विशेष त्योहार है होली।

 

तो आओ मिलकर होली का यह त्योहार मनाये,

जीवन में फिर से खुशहाली के रंग सजाये।

————-Yogesh Kumar Singh

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