अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भाषण (International Women’s Day Speech in Hindi)

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस आज के समय में कोई नया विषय नहीं है। विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के योगदान और उपलब्धियों की पहचान और सराहना करने के लिए इसे पूरे विश्व में मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आपको स्पीच देने का मौका कभी भी मिल सकता है। हम आपको अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर स्पीच तैयार करने के लिए अलग-अलग नमूने उपलब्ध करवा रहे हैं।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर स्पीच (Speech on International Women’s Day in Hindi, Antarrashtriya Mahila Divas par Bhashan Hindi mein)

स्पीच की भाषा बेहद सरल है और आसानी से समझी जा सकती है जो अत्यधिक प्रभावशाली और प्रेरक है।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भाषण – 1

यहां उपस्थित सभी बड़ों को मेरा स्नेह भरा नमस्कार। आज के इस अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के पावन अवसर पर मैं आपके समक्ष महिलाओं के सम्मान में कुछ शब्द कहना चाहती हूं। और आशा करती हूं कि यह आपको अवश्य पसंद आएगा।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस हर वर्ष 8 मार्च को मनाया जाता है। हालांकि 1975 से पूर्व इसे 28 फरवरी 1909 में पहली बार मनाया गया था, परंतु 1975 में संयुक्त राष्ट्र अमेरिका द्वारा इसे हर वर्ष 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय रुप से मनाये जाने का निर्णय लिया गया।

कई सदियों से महिलाएं आपने अधिकारों के लिए लड़ती आई हैं और आज भी लड़ ही रही हैं। हमारे पुरुष प्रधान समाज में, सदैव महिलाओं को अनदेखा किया गया है, शायद यही वजह है इस दिवस को मनाने कि। 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है, और इसी वजह से लोगों को यह पता भी है, क्यों कि अगर मैं राष्ट्रीय महिला दिवस के बारे में पूछूं तो शायद ही किसी को पता होगा। यह हमारे देश कि स्थिति है। गलती आपकी नहीं हमारी प्रथाओं का है, जिसमें समयानुसार परिवर्तन लाते रहना चाहिये। अन्य देशों में भी महिलाओं कि स्थिति कुछ खास नहीं थी, पर वहां के लोगों ने महिलाओं के महत्व को समझते हुए उनके उत्थान के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए, और नतीजन आज वे विकसित देशों की सूची में अव्वल स्थान पर बैठे हैं। और हम उनकी नकल करते हुए महिला दिवस तो मनाते हैं परंतु असल मायनों में अभी बहुत पीछे हैं।

भारत अपनी परंपराओं के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध रहा है, और अगर हम अपनी ही परंपराओं को सही मायनों में अपना लें, तो हमें कभी इस दिवस को मनाने कि जरूरत ही नहीं पड़ेगी। भारत में नारी को देवी का स्वरूप माना जाता है, तो वहीं दूसरी तरफ आए दिन कोई नवजात लड़की सड़क के किनारे या कूड़ेदान में मृत मिलती है। हालांकि एक खास दिन को मना लेने मात्र से महिलाओं का विकास नहीं हो जाएगा। यह दिवस आपको हर वर्ष यह सोचने पर मजबूर करता है कि, आप महिलाओं के प्रति अपनी सोच बदलें और हर वर्ष इस दिन खुद को आंके कि आखिर महिलाओं के लिए पूरे वर्ष आपने क्या किया।

महिलाओं के लिए कुछ करने का अर्थ यह नहीं कि कुछ अलग और खास करें। आप अपने आस-पास कि महिलाओं से ठीक से पेश आएं, उन्हें सम्मान दें, उनके विचारों को भी तवज्जोह दें। वह महिला आपकी माता, बहन, पत्नी, सहकर्मी कोई भी हो सकती है। हमारे देश कि तरह विश्व के कई देशों में महिलाओं कि स्थिति अच्छी नहीं है और उन्हें बराबरी का अधिकार दिलाने के लिए, सब को अपना योगदान देना होगा और यह तभी मुमकिन है जब हम स्वयं उसका सीधा उदाहरण बनें।

हर वर्ष इसे मनाने हेतु एक थीम निर्धारित किया जाता है। जैसे कि वर्ष 2020 का थीम है “I am Generation Equality: Realizing Women’s Rights”, जिसका अर्थ यह है हर जाति, धर्म, समुदाय कि महिलाएं बराबर हैं और उन्हें समान अधिकार प्राप्त हैं।

आज के दौर में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं, तो उनके साथ यह भेद-भाव क्यों। आइये हम सब मिलकर इस महिला दिवस पर संकल्प लेते हैं कि आज से हम सब, महिलाओं का सम्मान करेंगे और उनके प्रगति में कभी बाधा नहीं बनेंगे। अगर दुनिया का हर व्यक्ति यह विचार कर ले तो, महिलाओं को कभी अपने अधिकारों से वंचित नहीं रहना पड़ेगा। इसी के साथ मैं आप सभी को महिला दिवस के उपलक्ष में ढेर सारी बधाइयां देती हूं और अपने वाणी को विराम देती हूं।

धन्यवाद!

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भाषण – 2

सुप्रभात मित्रों।

हम अपने कार्यालय में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के लिए यहां इकट्ठे हुए हैं। मुझे बहुत प्रसन्नता है कि मुझे इस कार्यक्रम की मेज़बानी करने और आज एक स्पीच देने का अवसर मिला है। सबसे पहले मैं सीईओ, निदेशक मंडल और इस संगठन की प्रबंधन समिति के प्रति अपना आभार व्यक्त करना चाहूंगी जो काम और समाज में महिलाओं के सशक्तिकरण के महत्व पर बहुत जोर देती है और इस प्रकार हमारी कंपनी हर वर्ष इस समारोह को अत्यंत उत्साह और जोश के साथ मनाती है। इस संगठन का एक हिस्सा बनना वास्तव में मेरे लिए एक सम्मान है।

समाज के महान महिलाओं को सम्मान देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को पूरे विश्व में मनाया जाता है। लैंगिक समानता लाने के लिए महिलाओं का सशक्तीकरण बहुत जरूरी है। उन समाजों का विकास बहुत अच्छी तरह से होता है जहां महिलाओं को एक समान सम्मान दिया जाता है। अधिकांश परंपरागत लोगों को अब भी लगता है कि महिलाओं को घर के कामों तक ही सीमित रखा जाना चाहिए और बाहर के काम-काजों के लिए कदम नहीं उठाना चाहिए क्योंकि ये उनका कार्य क्षेत्र नहीं है जिसका के समाज में और महिलाओं द्वारा अभ्यास किया जा रहा है। महिलाओं के पास पुरुषों जितनी समान क्षमता है बशर्ते उन पर भरोसा किया जाए। आज की महिलाएं अपनी शक्तियों और क्षमताओं का एहसास करती हैं और समाज तथा विश्व में फलस्वरूप योगदान करने के लिए घर से बाहर निकलती हैं।

एक महिला होने के नाते महिलाओं के लिए एक खास दिन होना अच्छा लगता है जहाँ उन्हें सराहा और सम्मानित किया जा सके लेकिन मुझे लगता है कि महिला का सम्मान सिर्फ महिला होने के कारण ही नहीं होना चाहिए बल्कि इसलिए भी क्योंकि उनकी खुद अपनी व्यक्तिगत पहचान है। वे समाज की भलाई में समान रूप से योगदान करती हैं। यदि मैं थोडी पक्षपाती बनूँ तो मैं कहूंगी कि अगर पृथ्वी पर कोई औरत नहीं बची तो मानव जाति का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा क्योंकि स्त्री ही है जो इस धरती पर जीवन लाती है। हर महिला विशेष है चाहे वह घर पर या कार्यालय में काम कर रही हो या दोनों ही कर रही हो। वह बच्चों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और अपने घर को भी कुशलतापूर्वक प्रबंधित करती है।

जैसा की मैंने आपको बताया हमारा संगठन लैंगिक समानता के महत्व पर बहुत जोर देता है और मुझे यह घोषणा करने में अत्यधिक प्रसन्नता हो रही है कि अब हमारा संगठन तीन अलग-अलग गैर-सरकारी संगठनों से जुड़ गया है जो महिलाओं और बच्चों की बेहतरी के लिए बेहतर काम करेगा। मुझे सभी औपचारिकताओं को पूरा करने की जिम्मेदारी दी गई है और साथ ही साथ प्रासंगिक दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों का भी प्रबंध करना है। मैं बहुत खुश हूँ तथा सम्मानित भी महसूस कर रही हूँ और मैं इस चीज़ को लेकर केंद्रित हूं कि हमें एक साथ उन सभी महिलाओं की मदद करनी है जो वंचित हैं, जरूरतमंद हैं या जिनको समाज में अपने पुरुष समकक्षों के साथ खड़े रहने के लिए समर्थन की आवश्यकता है।

हमारे पास इस एजेंडे पर बहुत सारी योजनाएं हैं और हम दूर-दूरदराज के क्षेत्रों का दौरा करेंगे जहां शिक्षा अब भी युवा लड़कियों के लिए एक सपना है। हम न केवल एनजीओ के साथ मिलकर उन इलाकों में शिक्षा प्रणाली शुरू करने की योजना बना रहे हैं बल्कि हम कुल शिक्षा लागत का 50% खर्चा भी देंगे। मुझे यकीन है यह यात्रा मेरे लिए बहुत कुछ सीखने का अनुभव है लेकिन मुझे आपकी शुभकामनाएं और प्रेरणा की आवश्यकता होगी।

धन्यवाद।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भाषण – 3

आप सभी को मेरी ओर से सुप्रभात।

महिला दिवस के अवसर पर मैं आप सभी महिलाओं का स्वागत करती हूँ। यद्यपि मेरा मानना ​​है कि हर दिन नारीत्व को समर्पित होना चाहिए लेकिन हम सभी जानते हैं कि यह पुरुषों के लिए अन्यायपूर्ण होगा .. मैं तो बस मजाक कर रही हूँ।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस वह दिन है जो विशेष रूप से महिलाओं के लिए समर्पित है ताकि हम उनके द्वारा सभी के लिए जबरदस्त प्रयासों की प्रशंसा कर सकें। हर किसी के जीवन में एक महिला की उपस्थिति बहुत जरुरी होती है। इस दुनिया में महिलाओं के बिना जीवन संभव नहीं है। प्रत्येक लड़की जिसका जन्म होता है उसे विरासत में महिला की विशेषताएँ मिलती है। महिलाओं में देखभाल, स्नेह, और अंतहीन प्यार करने की विशेष भावनाएं शामिल होती हैं।

हम महिलाओं को महिला होने की ख़ुशी होनी चाहिए। मुझे अपने जीवन में कई बार ऐसा देखने को मिला है कि केवल हम ही हैं जिन्हें बलिदान करना पड़ता है या हमसे जुड़े हुए अन्य लोगों के लिए अपनी भावनाओं और सपनों को छोड़ना पड़ता है लेकिन यह सिर्फ परमेश्वर की शक्ति का परिणाम है। ईश्वर ने स्त्री को अत्यंत स्नेह के प्रतीक के रूप में बनाया है जो न केवल अपने लिए सही जीवन का नेतृत्व करती हैं बल्कि दूसरों के लिए भी सशक्त रूप से मजबूत आधार बनती है।

यही कारण है जिससे हम कह सकते हैं की दिन के 24 घंटे का समय भी महिलाओं के कामों की सराहना या पहचानने के लिए बहुत कम हैं। इस दिन को उस दिन के रूप में निर्दिष्ट किया गया है जो किसी महिला के सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और व्यक्तिगत उपलब्धियों को पहचाना जाता है। हम में से हर एक अपनी कमजोरियों को जानने और उन पर काबू पाने के सर्वोत्तम प्रयासों के साथ काम करने के लिए बहुत आश्वस्त है। यह देख कर बहुत अच्छा लगता है कि ‘ टॉप 100 महिला उद्यमियों’, ‘ टॉप 20 महिला सीईओ’, ‘एनजीओ की अगुवाई वाली महिला’ इत्यादि उच्च मान्यता पदों पर महिलाओं की श्रेणियां गिनी जा रही है। महिलाओं की पहचान और कामकाजी शैली बड़ी ऊंचाइयों तक पहुंच रही हैं। आज की चर्चा समानता के लिए भी समर्पित है।

हमें अपने सभी प्रयासों को जारी रखना चाहिए। पुरुषों के मुकाबले महिलाएं किसी भी रूप में कम नहीं है। यह सिर्फ हमारी मानसिकता है और हमारी मानसिकता बदलते ही हमारा ध्यान हमारे अपने कार्यों पर केंद्रित हो जाता है। हमारे कार्य और विचार हमें अपने सपनों की ऊंचाई को हासिल करने के लिए आगे बढ़ने को प्रेरित करती हैं और इसी से दुनिया हमारे कर्मों पर विश्वास करती । मेरे लिए महिला दिवस सिर्फ एक आम दिन है जिससे मुझे यह महसूस होता है कि हमारे द्वारा और हमारे साथ जुड़े सभी अन्य लोगों के लिए हमने पूरे 365 दिनों में कितने प्रयास किए हैं।

प्रत्येक महिला को अपना महत्व समझना चाहिए और उनमें अपनी प्रगति के लिए प्रयास करने का साहस होना चाहिए। पूरे संगठन की तरफ से यहां मौजूद हर महिला को महिला दिवस की शुभकामनाएँ। मैं इसका हिस्सा बनने और सफलता की इसकी दृष्टि को पूरा करने के लिए आप सभी को धन्यवाद देना चाहूंगी।

महिला शक्ति अविश्वसनीय है और इसे कुछ शब्दों के द्वारा व्यक्त नहीं किया जा सकता।

धन्यवाद।


अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भाषण – 4

मेरी ओर से आप सभी को नमस्कार। यहां उपस्थित सभी सुंदर व्यक्तित्वों को सुप्रभात। आप सभी को यह जानना चाहिए कि आज सुबह हम यहां क्यों इकट्ठे हुए हैं ताकि हमारी महिला कर्मियों के प्रति अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के इस अवसर पर हमारा आभार व्यक्त किया जा सके। इसे कुछ शब्दों के द्वारा व्यक्त नहीं किया जा सकता।

पूरे प्रबंधन और यहां मौजूद सभी लोगों की ओर से मैं यहां उपस्थित सभी महिलाओं को धन्यवाद देना चाहता हूं। आप लोग वाकई अविश्वसनीय हैं। मुझे पूरा यकीन है कि मेरे पास स्त्रीत्व के लिए अपना आभार व्यक्त करने के लिए शब्दों की कमी पड़ेगी। इस देश में पूरी तरह से स्त्री श्रेणी में उपस्थित होने से यह दुनिया एक असाधारण सीमा तक पहुंच गई है। यह एक दिन आपके द्वारा अपने जीवन के दोनों निजी और पेशेवर जीवन में की गई चीजों की सराहना करने के लिए बहुत कम है। उन काम या प्रयासों की कोई सीमा नहीं है जो एक महिला अपने और उसके साथ जुड़े लोगों की प्रगति के लिए कर सकती है।

पिछले कुछ दशकों से महिलाएं खुद को इस तरह से प्रदर्शित करने में सक्षम हुई है कि लोगों की मानसिकता समाज के लिए समग्र रूप से महिलाओं द्वारा किए गए कार्यों को पहचानने के लिए बदलने लगी है। यह महिलाओं के अधिकारों, उनके योगदान, उनकी शिक्षा का महत्व, उनके कैरियर के अवसरों आदि के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। महिला दिवस के जश्न का अवसर महिलाओं द्वारा किए गए कार्यों के रूप में परिभाषित नहीं किया जा सकता क्योंकि यह कभी भी अभिव्यक्त नहीं हो सकता है। किसी रिश्ते के बारे में बात करें तो महिलाएं अपने अनन्त प्रयास से उसे सफल बनाने में मेहनत करती हैं। चाहे घर हो या घर से बाहर हो महिलाएं हर जगह एक विशेष भूमिका निभाती हैं।

पिछले दशकों के दौरान महिलाओं ने अपने प्रयासों से मजबूत छवि बनाई है और मैं आप सभी को  इसके लिए बधाई देना चाहता हूं। आपको मजबूत होना चाहिए और अपने अधिकारों के लिए लड़ना चाहिए। आपको अपने कौशल को बेहतर बनाने, सुरक्षा तकनीकों को जानने और बहुत कुछ सीखने के सभी अधिकार हैं। महिलाएं पानी की तरह होती हैं किसी भी रोल में फिट हो जाती है। व्यक्तिगत या पेशेवर जिंदगी, बड़े या छोटे काम, उद्यमियों या कर्मचारियों; प्रत्येक भूमिका में महिलाओं के संयोजन का सही मिश्रण दिखता है। हम आपको इस संगठन में देखकर आश्वस्त हैं आप सब की उपस्थिति ने कंपनी को प्रगति की ओर अग्रसर किया है।

मुझे बेहद प्रसन्नता है कि हमें महिला दिवस के इस अवसर पर आपके प्रयासों को पहचानने और मनाए जाने का सम्मान प्राप्त हुआ है। मैं पुरुष कर्मचारीगणों से माफ़ी मांगना चाहूँगा लेकिन आप यह देखें कि इन महिलाओं में कितनी खासियत है कि उनके लिए विशेष समर्पित दिन की घोषणा की जाती है। हम सभी को अपनी ज़िंदगी में मौजूद हर महिला की सराहना और सम्मान की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। वे शिक्षा और भावनाओं का सबसे अच्छा मिश्रण हैं।

आप सभी साहसी और अविश्वसनीय महिलाओं को महिला दिवस की शुभकामनाएं। आपकी उपस्थिति और आपके द्वारा किए गए कार्यों का कुछ शब्दों में वर्णन नहीं किया जा सकता। आप में से प्रत्येक में एक विशेष ख़ूबी है जो आपको जीवन में आगे बढ़ने में प्रोत्साहित कर रही है। महिलाओं के बिना दुनिया और हमारा जीवन अधूरा है।

इस अवसर का हिस्सा बनने के लिए आप सभी को धन्यवाद।

FAQs: Frequently Asked Questions on International Women’s Day (अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्रश्न 1- विश्व सर्वप्रथम अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कब मनाया गया था?

उत्तर- सन् 1909 में अमेरिका में पहली बार 28 फरवरी को महिला दिवस मनाया गया था।

प्रश्न 2- सन् 2022 की अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की थीम क्या थी?

उत्तर- वर्ष 2002 की अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की थीम ‘breaking the bias’ थी।

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