कोई फर्क नहीं पड़ता कि मौसम क्या हो सकता है, बारिश का दिन भी बहुत राहत और आराम देता है और हमारी आत्मा को शांत करता है। बरसात के दिनों का आनंद लेने के लिए कोई आयु सीमा नहीं है। लगभग हर उम्र के लोग समान रूप से इसका आनंद लेते हैं। इस प्रकार, कई कारणों से बारिश के दिन बहुत महत्वपूर्ण होते हैं।
10 Lines on Rainy Day in Hindi | Rainy Season Essay in Hindi
बारिश का दिन पर छोटे-बड़े निबंध (Short and Long Essay on Rainy Day in Hindi, Barish ka Din par Nibandh Hindi mein)
निबंध – 1 (300 शब्द)
प्रस्तावना
बरसात के दिन किसी भी अन्य दिन से अलग होते हैं। वे सभी के लिए अलग-अलग महत्व रखते हैं। लोगों के पास वर्षा ऋतु के आने का बेसब्री से इंतज़ार करने के अलग-अलग कारण होते हैं। आखिरकार, यह सभी के लिए एक राहत की सांस लाता है।
बरसात का यादगार दिन
मैं परीक्षा देने के डर से सुबह उठी, जिसके लिए मैं बिलकुल तैयार नहीं थी। मैंने परीक्षा रद्द करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। जैसे-जैसे मैं तैयार हो रही थी, तेज बारिश होने लगी। मैं तैयार होकर अपने पिता के साथ स्कूल गई, और मेरे आश्चर्य का ठिकाना ही नहीं था, जब हमें पता चला कि उस दिन बारिश के कारण स्कूल बंद था।
मैं सातवें आसमान पर थी, अब मुझे परीक्षा उस दिन नहीं देना था। मैं अपने पिता के साथ वापस आ गयी। घर आकर तुरंत मैंने अपनी स्कूल यूनीफॉर्म बदली और अपने घर के कपड़ों में आ गयी और फिर मैं अपने छत पर बारिश में स्नान करने लगी। चूँकि माँ मना कर रही थी, लेकिन हमने एक न सुनी। मुझे बारिश में भीगना बहुत अच्छा लगता है।
मैंने अपने भाई-बहनों के साथ बारिश में खूब मजे किये। हमने कागज की नावें भी बनाईं। जब हम काम कर रहे थे, तब हमने देखा कि मेरी माँ प्याज़ के पकौड़े बनाने वाली थी। उन्होंने उसे मिर्च की चटनी के साथ गरमागरम परोस दिया। हमने बारिश को देखते हुए पकौड़ो का आनंद लिया। यह वास्तव में मेरी सबसे यादगार बारिश के दिनों में से एक था।
उपसंहार
प्रकृति सुंदर है और इसके कई रूप और दृश्य हैं, जिनमें से प्रत्येक एक दूसरे से अलग होते हैं और उनकी सुंदरता में भिन्नता है। बारिश उनमें से एक है जो दुख या शोकपूर्ण समय में खुशी और कृतज्ञता की वास्तविक भावना देती है।
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निबंध – 2 (400 शब्द)
प्रस्तावना
बारिश प्रकृति के सबसे खूबसूरत पलों में से एक होता है। वर्षा पृथ्वी पर वापस आने वाले बादलों से पानी का गिरना है, जो अप्रत्यक्ष रूप से सूर्य द्वारा लिया जाता है। बारिश एक बहुत ही खूबसूरत पल होता है जो किसी भी व्यक्ति को हर्षित कर सकता है, और कई लोगों का यह मानना होता है कि भगवान का आशीर्वाद कुछ विशिष्ट समय में उसके द्वारा दिया जाता है।
बारिश के दिन का महत्व
सभी उम्र के लोगों द्वारा बारिश के दिनों का आनंद लिया जाता है। बच्चे शायद सबसे ज्यादा उत्साहित होते हैं। बारिश के दिन सुखद मौसम हो जाता हैं और बच्चों के मूड को बढ़ा देता हैं। इसके अलावा, यह उन्हें बाहर निकलने और बारिश में खेलने, पोखर में कूदने और कागज की नाव बनाने का मौका भी देता है।
इसी तरह, छात्रों के लिए, एक बरसात के दिन का मतलब है स्कूल से छुट्टी। यह उन्हें अपनी नीरस दिनचर्या से छुट्टी देता है क्योंकि स्कूल छुट्टी घोषित करता है। बारिश के दिन स्कूल जाने और मौसम का आनंद लेने और फिर स्कूल बंद होने का आनंद, एक तरह का हर्ष से परिपूर्ण अनुभव होता है। छात्र शिथिल हो जाते हैं और अपना दिन अन्य गतिविधियों जैसे मित्रों के साथ बाहर जाने में बिताते हैं।
अगर हम एक आम आदमी के दृष्टिकोण से बारिश के दिनों को देखते हैं, तो हम देखते हैं कि यह कैसे हमें गर्मी से राहत दिलाता है। यह हमारे मूड को बदलता है और हमारी सुस्त दिनचर्या में भी जान फूंक देता है। दूसरे शब्दों में, बारिश के दिन तनाव के बीच कायाकल्प का मौका देता हैं।
सबसे महत्वपूर्ण बात, हम देखते हैं कि बारिश के दिन किसानों के लिए अत्यधिक महत्व के होते हैं। यह फसलों के उत्पादन के लिए काफी आवश्यक और लाभदायक होते है। यह उन्हें अपनी फसलों को फलने-फूलने के लिए पर्याप्त पानी प्रदान करता है जो अंततः फसल अच्छी कराता है।
उपसंहार
बारिश का सिर्फ एक दिन लोगों के चेहरे पर खुशी की लहर ले आता है। इतना ही नहीं यह प्यासी धरती के संताप को भी कम करता है। हर आयु वर्ग के लोग अपने-अपने कारणों से खुश होते रहते हैं। जहाँ बच्चे बारिश के कारण स्कूल बंद होने के कारण खुश होते हैं, वहीं बड़े मौसम खुशनुमा होने से खुश होते है और साथ ही बारिश के बहाने कई चटपटे नाश्ते का लुत्फ उठाते हैं।
निबंध – 3 (500 शब्द)
प्रस्तावना
बारिश से पूरी धरती लहलहा उठती है। मानों खुशी से नाच रही हो। यह सब देखना बहुत ही आकर्षक प्रतीत होता है। गर्मी या किसी भी मौसम में अचानक बारिश से मानव ही नहीं अपितु प्रकृति भी आनंदित हो जाती है। उसका रोम-रोम खिल उठता है। मानो वो इंद्र देव का धन्यवाद कर रही हो।
बारिश के दिन का नज़ारा
जिस भी दिन बारिश होने वाली रहती है। पहले से ही प्रकृति इशारे करने लगती है। आकाश में चहुंओर काले बादल छाने लगते हैं। दिन में भी रात जैसी अनुभूति होने लगती है। पशु-पक्षी भी अपनी खुशी ज़ाहीर करने लगते हैं। पेड़ो पर पक्षी जोर-जोर से चहकने लगते हैं। मानो जैसे वो बारिश का तहेदिल से अभिनंदन कर रहे हों।
जब हवा चलती है और बारिश होती है तो हर दिल खुश हो जाता है। पिकनिक आयोजित करने के लिए हम गंगा घाटों पर जाते हैं। कुछ लोग प्रकृति का नजारा देखने के लिए बाहर जाते हैं। लड़कियां झूले का आनंद लेने के लिए किसी बड़े पेड़ के नीचे इकट्ठा होती हैं। वे झूले पर झूलकर आनंद लेती हैं। वे मधुर गीत गाती हैं। ये गाने हमें बहुत खुशी देते हैं। हम बारिश के पानी में स्नान करते हैं। बच्चे बहते पानी में कागज की नावें चलाते हैं। जब उनकी नावें डूब जाती हैं या पानी की धारा से बह जाती हैं तो वे कैसे चिल्लाते हैं!
बारिश के बाद प्रकृति की हर चीज में नई जान होती है। घास जो एक दिन पहले गर्मियों की गर्मी में सूख जाती थी, वह गर्व से सिर उठाती है। कोयल आम के पेड़ से अपने मधुर गीत गाती है। इसके गाने इतने मधुर होते है कि मन को मोह लेते है।
सर्वत्र पानी के पूल बन जाते हैं। मकान और सड़कें अपनी गंदगी को धोती हैं। पेड़-पौधे बारिश के पानी में नहा लेते हैं। वे बेहद हरे-भरे दिखते हैं। पशु और पक्षी भी बारिश का आनंद लेते हैं। मेंढक बारिश के बाद बहुत ही खुश होकर शोर करने लगते हैं। टर्र-टर्र की आवाज सब जगह गूंज जाती है।
बारिश के बाद सड़कों, गलियों और चौराहों पर कीचड़ छा जाता है। यह बहुत परेशानी का कारण बनता है। हम अपने कपड़े खराब किए बिना नहीं चल सकते। हर कोई कुछ समय के लिए असहज महसूस करता है। कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने पर रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त हो जाता है। कीचड़ ही कीचड़ हर जगह दिखाई देने लगता है। भारी बारिश के तहत कुछ सड़के क्षतिग्रस्त होकर धँस जाती हैं और बड़े-बड़े गड्ढे हो जाते हैं। हम पूरी तरह से भीग जाते हैं। कभी-कभी बीमार भी पड़ जाते हैं। और कुछ त्वचा रोगों के शिकार भी होते हैं।
उपसंहार
गर्मियों में पूरे बरसात के दिन आम तौर पर खुशी से भरे होते हैं। इससे हमें सुकून मिलता है। यह पूरी तरह से सुखद है। लेकिन अगर बादल गरजते हैं और बिजली कड़कने लगती है। तब हमारा आनंद गायब हो जाता है। सड़कों पर कीचड़ हो जाता है। बारिश की बस यही चीज़/बात मुझे अच्छी नहीं लगती। सड़को पर कीचड़ हो जाने से गाड़ियां बहुत फिसलती हैं। कभी-कभी खतरनाक हादसे भी हो जाते हैं।
FAQs: Frequently Asked Questions
उत्तर – विश्व में सबसे अधिक वर्षा भारत के मेघालय स्थित मासिनराम में होती है।
उत्तर – भारत में सबसे कम वर्षा राजस्थान के जैसलमेर में होती है।
उत्तर – वर्षा एक संघनन की प्रक्रिया है।
उत्तर – वर्षा तीन प्रकार की होती है – संवहनीय वर्षा, पर्वतकृत वर्षा तथा चक्रवाती वर्षा।
उत्तर – वर्ष मापने के लिए प्लवीओमीटर का उपयोग किया जाता है।
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