जीवन पर भाषण

साफ़ कहें तो जीवन भगवान द्वारा हमें दिया गया सबसे मूल्यवान उपहार है और यह हमारे ऊपर है कि हम इसे किस दिशा में ले जाते हैं। हम या तो इसे अपने कार्यों के माध्यम से सफल बना सकते हैं या विफल कर सकते हैं। इसलिए यह स्कूल, कॉलेज, कार्यालय या सार्वजनिक मंच पर आम आदमी को संबोधित करने के लिए एक बहुत ही प्रासंगिक विषय है। जैसा कि हमें इन दिनों देखने को मिलता है हमारे युवा अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं और अपना समय ख़राब कर रहे हैं तो यह निश्चित रूप से हमारे लिए चिंता का एक गंभीर कारण बन गया है। तो जीवन पर एक प्रभावशाली भाषण तैयार करें और लोगों को अपने अच्छे विचारों के माध्यम से प्रभावित करने का प्रयास करें।

जीवन पर लंबे और छोटे भाषण (Long and Short Speech on Life in Hindi)

भाषण – 1

सुप्रभात साथियों – कैसे हैं आप सब?

आइए आज इस कक्षा में अपने पाठ्यक्रम या परीक्षाओं पर चर्चा न करके एक गहन विषय पर चर्चा करें, जो हर किसी के साथ संबंधित हो, इसे थोड़ा और विशेष बनाएं यानी जीवन। क्या आप जानते हैं कि जीवन क्या है? आप जीवन को कैसे परिभाषित करेंगे?

छात्रों हमें हर दिन यह जीवन देने के लिए भगवान को धन्यवाद देना चाहिए और हर दिन हमारे लक्ष्यों को प्राप्त करने की ओर काम करना चाहिए। हम सभी अद्वितीय व्यक्ति हैं और इस दुनिया में कोई भी आपके जैसा दूसरा पैदा नहीं हुआ है और ना ही कोई होगा इसलिए अपने व्यक्तित्व का आनंद लें। कई बार मैं उन लोगों को भगवान को दोषी ठहराते हुए देखता हूं जिनके पास वे सुविधाएँ नहीं हैं जो दूसरों के पास  है लेकिन अगर वे थोड़ा सा यह एहसास करें कि अगर हम इस जीवन को जीने लायक बनाते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं तो यह जीवन अपने आप में ही अनमोल है।

जीवन अपने आप में ही एक सार्थक जीवन जीने का अवसर है और दूसरों को भी ऐसा करने में सक्षम बनाता है। इसलिए इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने वर्ष जीते हैं बल्कि फर्क इससे पड़ता है कि आप किस तरह के जीवन की गुणवत्ता को जीते हैं और आप कितनी अच्छी तरह से अपना जीवन जीते हैं। इसके अलावा कितना आपने दूसरों को प्रोत्साहन और प्यार दिया है जिससे लोगों का जीवन सफल हो सका है।

दूसरी ओर मृत्यु का भय हमेशा हमारे जीवन पर मंडराता रहता है। आज नहीं तो कल हर किसी को मौत का सामना करना है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हमें अपने जीवन से कोई आशा नहीं रखनी चाहिए या अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने से खुद को रोकना चाहिए। एक व्यक्ति केवल तभी बुद्धिमान साबित होता है जब वह आने वाली मुसीबतों का सामना करने के लिए तैयार रहता है लेकिन उस समय के आने तक हर पल वह इसका आनंद लेता है। यह तैयारी की भावना है। यह हर किसी के जीवन की एक यात्रा है जिसमें हमें अनंत काल तक जीवित रहने में सक्षम होने के लिए मृत्यु रुपी पुल को पार करना होता है।

और आप विश्वास नहीं करेंगे लेकिन जीवन का रहस्य वे लोग सबसे अच्छी तरह जानते हैं जो किसी से भी गहराई से नहीं जुड़े हैं जिससे वे चिंताओं के साथ-साथ बदलते जीवन के प्रभावों से भी मुक्त रहते हैं। ये वे लोग हैं जो भौतिकवादी संपत्ति के संदर्भ में अपने जीवन को नहीं मापते हैं बल्कि लोगों के संदर्भ में अपने जीवन मापते हैं जिनके बिना वे अपना जीवन नहीं जी सकते हैं।

जीवन हमें विश्वास के रूप में भगवान द्वारा दिया गया है जिसे हम जैसे भी हो सके इसे सार्थक बना सकेंगे। हमारे दिमाग में बसा एक विचार हमेशा हमें याद दिलाएगा कि हम हर समय भगवान के लिए जवाबदेह हैं चाहे वह वो अवसर, दौलत और प्रतिभा, जिसे उसने हमें उपहार के रूप में दिया है।

भगवन यीशु ने कुछ शब्द कहे थे जो इस प्रकार हैं, “मनुष्य एक बार मरता है और उसके बाद उसे न्याय का सामना करना पड़ता है।” दूसरी सच्चाई यह है कि इस दुनिया में जो भी गलत चीजें हो रही हैं उन्हें सही किया जाएगा और भगवान अपने बच्चों की देखभाल करेंगे तथा अच्छे कर्मों को निश्चित रूप से पुरस्कृत किया जाएगा।

यह ऐसी सोच है जो जीवन को सार्थक बनाती है और केवल हमारे परिवार और दोस्तों के प्यार के साथ ही हमारे जीवन को सुंदर बनाया जा सकता है। काम, समाज और दुनिया में हमारे कर्तव्यों की वजह से जीवन और अधिक सुंदर और उद्देश्यपूर्ण बन गया है।

धन्यवाद!

 

भाषण – 2

हैलो दोस्तों – आप सभी को मेरी ओर से नमस्कार !!

आज मैं यहां ‘जीवन’ नामक विषय को संबोधित करने के लिए आपके सामने हूं। जीवन एक रोलर कोस्टर झूले की सवारी की तरह है जो कभी भी एक जैसी नहीं रहती है। उतार और चढ़ाव इसका हिस्सा है लेकिन हर कोई खुश रहने का प्रयास करता है और एक संतोषजनक जीवन जीने की इच्छा रखता है। कुछ लोग एक आकर्षक नौकरी को पाने के इच्छुक हैं, कुछ एक समृद्ध व्यवसाय के इच्छुक हैं, कुछ स्वस्थ जीवन के इच्छुक हैं और कई लोगों की सूची बहुत लंबी है। हम अपने परिवार को सबसे अच्छी सुविधाएँ प्रदान करना चाहते हैं और ऐसे दोस्त बनाना चाहते हैं जो जीवन की हर मुसीबत के समय में हमारे साथ खड़े रहें।

हम सभी धन दौलत चाहते हैं जो जीवन हमें प्रदान करता है और यह इच्छा रखते हैं कि हमारी सभी समस्याएँ आसानी से गायब हो जाएँ। तो हर कोई एक आरामदायक जीवन की इच्छा रखता है जो विभिन्न स्तरों पर हो सकता है। मिसाल के तौर पर एक व्यक्ति जीवन को ऐसे तरीके से परिभाषित कर सकता है जिससे कोई अन्य व्यक्ति संबंधित नहीं हो सकता है और उसके लिए यह सिर्फ एक दिन में 3 बार भोजन करने और सिर पर छत होना शामिल है। किसी अन्य व्यक्ति के लिए यह एक बड़ा घर होना या अपने बैंक खातों में बड़ा धन जमा होना हो सकता है।

लेकिन वर्तमान समय में प्राथमिकताएं बदल रही हैं और इसलिए लोगों की आवश्यकताएं भी बदल रही हैं। उच्च वेतन वाली नौकरियों और भौतिकवादी इच्छाओं के बढ़ने के साथ तनाव का स्तर भी बढ़ रहा है। इसलिए तनाव के बढ़ते स्तर के साथ लोगों को गंभीर चिकित्सा स्थितियों का सामना करना पड़ रहा है और वे उन चुनौतियों का सामना करने में असमर्थ हैं जो जीवन में उनके सामने आती हैं। जिसके परिणामस्वरूप आत्महत्या दर और प्रारंभिक मौत के मामलों में वृद्धि हो रही है। तो एक तनाव मुक्त जीवन होना सबकी मनोकामना है। यह मूल मानव इच्छा है।

अगर किसी को लगातार संघर्ष और प्रतिरोध दिखाने के लिए मजबूर होना पड़ता है तो इसके परिणामस्वरूप उनकी आत्माएं विकलांग हो जाती है और ऐसे लोग जीवन से अलग हो जाते हैं। उनकी ऊर्जा खत्म हो जाती है और ऐसा लगता है कि जैसे वे लगातार मैराथन में दौड़ रहे हैं। इस तरह जीवन को संभालने में बहुत मुश्किल हो जाती है लेकिन यह हमारी धारणा है जो वास्तविकता और हमारे जीवन को आकार देती है। जीवन में निश्चित रूप से हमें चुनौतियों और बाधाओं का सामना करना पड़ता है लेकिन जो उत्साह और जोश से भरा है वह सभी मुश्किलों से ऊपर उठेगा और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि परिस्थितियां कितनी भी मुश्किल हो।

जीवन इतना भी आसान नहीं है तथा जीवन में निराशा और असफ़ल महसूस करना वास्तव में बहुत सामान्य है लेकिन सभी बाधाओं के खिलाफ उठना और अपनी पूरी कोशिश करना महत्वपूर्ण है क्योंकि मुश्किलों के सामने हार मानना कोई समाधान नहीं है और निरंतर प्रयास ही निश्चित रूप से आपको अपने सपनों के करीब ले जाते हैं।

सफल जीवन के लिए एकमात्र मंत्र अपने आप पर विश्वास करना और कभी भी मुश्किल की स्थितियों में झुकना नहीं है। केवल उसी व्यक्ति को मेहनत का फल मिलेगा जो अपने सपनों को पूरा करने में अपनी सारी शक्ति झोंक देगा। तो मुश्किल की स्थिति से दूर मत भागो और उसका डट कर सामना करो। यदि जीवन कठिन है तो यह साबित करो कि आप भी उसका सामना करने के लिए तैयार हो और सफलता निश्चित रूप से आपके क़दमों को छूएगी।

मुझे सिर्फ इतना ही कहना था। धन्यवाद!

 

भाषण – 3

आप सभी को सुप्रभात!

योग और मेडीटेशन के सत्र में मैं आप सभी का गर्मजोशी से स्वागत करता हूं लेकिन इससे पहले कि हमारे योग गुरु का सत्र शुरू हो मैं – कमलकांत शर्मा – आज के लिए आपका मेजबान जीवन पर एक संक्षिप्त भाषण देना चाहता हूं। चूंकि योग जीवन से बहुत अधिक जुड़ा हुआ है तथा इसकी गुणवत्ता को भी सुधारने में मदद करता है इसलिए इसके विभिन्न पहलुओं के बारे में बात करना और कुछ स्वस्थ उपायों को अपनाने से इसे बेहतर कैसे बनाया जा सकता है के बारे में बात करना जरुरी है।

हालांकि अगर मैं जीवन के बारे में बात करूँ तो मैं कहूंगा कि इसे कुछ शब्दों में परिभाषित करना मुश्किल है। लेकिन मैं एक महत्वपूर्ण सिद्धांत साझा करना चाहता हूं यानी “जीवन एक यात्रा है गंतव्य नहीं है”। यह यात्रा साहस से भरी है और हर समय एक जैसी नहीं रहती है। यह अच्छे और बुरे समय, उपलब्धियों और निराशाओं, खुशी और दुख, विलासिता और संघर्ष, अवसरों और निराशाओं आदि बहुत कुछ का एक आकर्षक मिश्रण है।

इस यात्रा के रास्ते में आपको एक कठिन समय और मुश्किलें देखने को मिल सकती है लेकिन लोग भी इस तरह की स्थिति पर अलग-अलग प्रतिक्रिया देते हैं जैसे कि कुछ हार मान लेते हैं, कुछ ठोकरें खाकर बुरी तरह गिर जाते हैं लेकिन जीतने का उद्देश्य लिए फिर से उठते हैं। इस प्रकार जीवन वास्तव में उन लोगों के बारे में है जो वास्तव में मुसीबतों से लड़ना जानते हैं और किसी भी माध्यम से अपना रास्ता बनाना चाहते हैं। इस दृष्टिकोण और निरंतर प्रयास करने की वजह से ही ऐसे लोग अमर हो जाते हैं और उनकी बहादुरी की कहानियां दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन जाती हैं।

दूसरी तरफ यदि आप रोज़ एक ही जैसी कार्यशैली का अनुभव करेंगे और आपके पास सामना करने के लिए कोई चुनौती नहीं रहेगी तो जीवन बहुत नीरस और सुस्त हो जाएगा। समय-परीक्षण की स्थिति और चुनौतियां किसी भी व्यक्ति को बेहतर और परिष्कृत व्यक्ति बनने में मदद करती हैं क्योंकि अगर जीवन में कोई मुश्किल की स्थिति नहीं होगी तो हम अपनी संभावित और आंतरिक शक्ति को महसूस नहीं कर पाएंगे। इसलिए जीवन को एक खेल के रूप में लें, गलतियां करें और फिर अपनी गलतियों से सीखें। पूर्णता अपूर्णता में निहित है और हम सभी गलतियां करके ही अपने लक्ष्यों को प्राप्त करते हैं। आपको जो हासिल करना है उसे हासिल करने के लिए आपको संघर्ष करना होगा – चाहे वह अच्छी नौकरी, बड़ा घर या बैंक खाते में बड़ी राशि का होना हो – हालांकि दूसरों के खर्च पर और उनकी संपत्तियों को छीनकर ऐसा नहीं करें।

याद रखें कि नुकसान, असफलताओं और अकेलेपन से आपको दुःख जरुर होगा लेकिन अंत में आपको शांति का अनुभव होगा क्योंकि ऐसा अक्सर कहा जाता है कि, “बारिश के बाद ही इंद्रधनुष निकलता है”। हर बार असफ़ल होने का मतलब यह नहीं है कि आप एक हारे हुए व्यक्ति हैं और वास्तव में कुछ भी हासिल नहीं कर सकते हैं। यह भी हो सकता है कि समय आपके पक्ष में नहीं है। तो अपने रास्ते में मिलने वाले हर मौके को हाथ से ना जाने दे और पछतावे के लिए मौके को जन्म ना लेने दें तथा मेहनत करने में पसीना बहाने में कोई कसर ना छोड़ें। जीवन विविध विकल्पों के साथ एक कैलिडोस्कोपिक तस्वीर की तरह है। आप अपने सपनों का पीछा करते हुए हार माने बिना भी अपनी दुनिया की खोज कर सकते हैं। कभी-कभी ऐसा समय भी होगा जब आप पूरी तरह परेशान हो जाएंगे लेकिन याद रखें कि एक ऐसी दुनिया भी है जो आपके लिए उज्ज्वल और चमक रही है।

जिंदगी को हठ से जीना कोई विकल्प नहीं है और ना ही यह कभी होगा!

धन्यवाद!


 

भाषण – 4

सुप्रभात दोस्तों – कैसे हैं आप सब?

मैं आज के भाषण समारोह में आप सभी का स्वागत करता हूं और जो विषय हमारी समिति द्वारा चुना गया है वह है ‘जीवन’। संभावना है कि हम में से कई लोगों ने इस प्रश्न को हर समय अपने आप से पूछा होगा। प्रश्न शाश्वत और कुछ ऐसा है जिसे हम सभी इस बड़ी और विचित्र दुनिया में समझने की कोशिश कर रहे हैं। और सवाल यह है कि ‘जीवन का वास्तविक अर्थ क्या है?’

कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम किस पृष्ठभूमि से हैं, हम किस स्थिति में हैं और हमारे बैंक के खाते में कितने रूपए हैं। मेरे लिए जीवन के वास्तविक अर्थ को सेवा कहते हैं। निम्नलिखित पंक्तियों में दलाई लामा ने अपने अनुयायियों को जीवन का वास्तविक अर्थ या जीवन का उद्देश्य इस तरह बताया: “हम इस ग्रह पर आगंतुक हैं। हम यहां ज्यादा से ज्यादा सौ साल तक हैं। इस अवधि के दौरान हमें कुछ अच्छा करने की कोशिश करनी चाहिए जो हमारे जीवन के लिए उपयोगी हो। यदि आप अन्य लोगों की खुशी में योगदान देते हैं तो आपको वास्तविक लक्ष्य यानी जीवन का सही अर्थ मिल जाएगा।”

यह फिलोस्फ़ी गरीबों और जरूरतमंदों की मदद के बाद मिलने वाली अत्यधिक संतुष्टि प्राप्त करने के लिए एक प्रेरणा स्रोत है। वह जीवन जिसे केवल स्वार्थी कारणों के लिए जीया जाए वह वास्तविक अर्थ में जीवन नहीं है। असली खुशी भगवान और मानवता की सेवा में पाई जाती है बाकी सभी भ्रमपूर्ण है। हालांकि इतना सब कहते हुए मैं अभी भी यह कहना चाहूंगा कि अपने कर्म करना और अपनी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों का अच्छी तरह से निर्वहन करना महत्वपूर्ण है। अच्छे पैसे कमाना, अच्छी सामाजिक दोस्ती बनाना है और भौतिकवादी इच्छाएं रखना अच्छा होता है क्योंकि ये ऐसी चीजें हैं जो किसी व्यक्ति को कड़ी मेहनत करने और लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करती हैं।

यह सिर्फ इतना है कि आपको अपनी व्यक्तिगत इच्छाओं और परोपकार के कृत्यों के बीच संतुलन को कैसे बनाना चाहिए। बेशक आपको ज़रूरतमंद लोगों को अपना सब कुछ देने की जरुरत नहीं है लेकिन कम से कम आपसे यह उम्मीद जरुर की जाती है कि हम दूसरों के प्रति सहानुभूति और करुणा की भावना विकसित करें। आपको हमेशा इस दुनिया को युद्ध के मैदान के रूप में और जीवन की चुनौतियों रूप में नहीं लेना चाहिए बल्कि हमें सद्भाव में रहना चाहिए और हर जगह प्यार और शांति का संदेश फैलाना चाहिए तभी यह ग्रह रहने के लिए एक सुरक्षित आश्रय बन पाएगा। अगर इस समय तक आप अपने जीवन को समझने या जीवन का सच्चा अर्थ खोजने में सक्षम नहीं हैं तो आप पीछे हट सकते हैं, सोच सकते हैं/ध्यान लगा सकते हैं और अपने भीतर झांक सकते हैं। इस अभ्यास को दोहराएं और आप निश्चित रूप से जीवन में शांति और सही दिशा पा सकेंगे।

अपनी स्थिति को ध्यान से देखे और यह जानने का प्रयास करें कि आपको किससे जीवन में खुशी मिलती है और इसके प्रति कदम उठाएं। अगर ऐसी कोई चीज है जो आपकी आत्मा को निराश करती है तो आपको इसे अपने जीवन से दूर करने की कोशिश करनी चाहिए। हम अपने जुनून की पहचान और इसके प्रति काम करना चाहिए क्योंकि हम केवल एक बार जन्म लेते हैं। इसके साथ मैं अपना भाषण खत्म करना चाहता हूं।

मुझे धैर्यपूर्वक सुनने के लिए आप सभी का धन्यवाद!

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