सेमिनार के लिए स्वागत भाषण

शैक्षिक संस्थानों और विभिन्न संगठनों में सेमिनारों का आयोजन किया जाता है जिसमें विभिन्न मुद्दों के महत्व पर गर्मागरम बहस होती है। असल में विचारों की स्वतंत्र अभिव्यक्ति या असहमति के अधिकार भारत के लोकतंत्र का अभिन्न अंग है। सेमिनार के प्रतिनिधियों को संबंधित अवसर के विषय पर भाषण देने की आवश्यकता होती है। आप अपनी संस्था में आयोजित समारोह के अनुसार किसी भी स्पीच का चयन और उपयोग कर सकते हैं:

सेमिनार के लिए स्वागत भाषण (Welcome Speech for Seminar in Hindi)

कार्यालय में सेमिनार के लिए स्वागत भाषण

माननीय मुख्य कार्यकारी अधिकारी, माननीय उपाध्यक्ष और निदेशक मंडल, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सम्मानित सदस्य, प्रिय साथियों, देवियों और सज्जनों,

—- खाद्य लिमिटेड के 5वें वार्षिक सेमिनार में आप सभी का स्वागत करते हुए बहुत खुशी हो रही है। 2010 में स्थापित यह कंपनी आज सफलता की ऊंचाइयों पर पहुंच गई है। हमारी कंपनी को अच्छी गुणवत्ता के खाद्य और पेय पदार्थों के उत्पादन के साथ समाज की सेवा करने के लिए एक दृष्टिकोण से स्थापित किया गया था। हम मध्य और निम्न आय वाले परिवारों पर अधिक ध्यान देते हैं जो एक सीमित बजट के भीतर गुणवत्ता वाले उत्पादों का उपभोग करना चाहते हैं। हमारा लक्ष्य आस-पास के लोगों के साथ-साथ व्यापारिक लोग भी हैं जो 50 किलोमीटर की दूरी के भीतर काम करते हैं।

पर हमारी कंपनी की सफलता और हमारे उत्पादों की लोकप्रियता को देखते हुए प्रबंधन ने व्यापार के क्षेत्र का विस्तार करने का निर्णय लिया है। अब हम उच्च आय वर्ग के लोगों को केन्द्रित करना चाहते हैं और साथ ही हमारे व्यापार परिचालनों की श्रेणी को अन्य राज्यों और बाद में दूसरे देशों में भी बढ़ाना चाहते हैं। प्रबंधन और अन्य सभी प्रासंगिक हितधारकों के बीच गहन बातचीत के सत्र और चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया है कि संगठन अन्य पारंपरिक तरीकों के अलावा लोगों के बीच खुद को बढ़ावा देने के साधन के रूप में डिजिटलकरण को अपनाएगा।

वर्तमान समय में समाज को बदलने के लिए डिजिटलकरण सबसे बड़ा साधन है। यह आज हमारे जीवन से जुडी हर चीज़ को बदल के रख देता है जैसे कार्य करने की शैली, जीवन के साधन, संचार का मार्ग, ज्ञान का निर्माण, व्यवसाय करना आदि। डिजिटलकरण हमारे कल्याण, लोकतंत्र, स्वास्थ्य देखभाल, पर्यावरण और समाज को समग्र रूप से प्रभावित करता है।

यह कहना गलत नहीं होगा कि डिजिटलीकरण क्रांतिकारी है और उसने प्रचार और मार्केटिंग के मायनों को भी बदल दिया है। डिजिटलीकरण वैश्वीकरण का सबसे बड़ा माध्यम है क्योंकि यह दुनिया के लोगों को सेकंड के अंशों में जोड़ता है। इस प्रकार हमारी कंपनी को अपने उद्देश्य को पूरा करने में निश्चित रूप से मदद मिलेगी। 2017 के आगमन के साथ हम अपने मार्केटिंग क्षेत्र को मलेशिया, सिंगापुर, श्रीलंका, बांग्लादेश, हांगकांग और फिलीपींस जैसे कुछ अन्य एशियाई देशों में बढ़ाने की योजना बना रहे हैं।

यह सब बताने के बाद हम इस तथ्य को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं कि डिजिटलीकरण की अपनी चुनौतियां और कमियां भी हैं। आज जिन चुनौतियों का हम सामना कर रहे हैं उनमे से एक यह है की हम उन लोगों तक नहीं पहुंच रहे हैं जिनके पास इंटरनेट नहीं है या जो दूर-दराज के इलाकों में रहते हैं। इस समस्या के बारे में सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद प्रबंधन समिति उन लोगों तक पहुंचने के लिए विभिन्न पदोन्नति योजनाओं के साथ आई है। हमारा उद्देश्य लोगों तक हमारे अधिकतम गुणवत्ता वाले के उत्पादों के लाभ को पहुँचाना है और इस प्रकार हमने ऊपर चर्चा किए गए देशों में हमारे ब्रांड और सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए सबसे अच्छी मार्केटिंग टीमों में से एक का चुनाव किया है।

डिजिटलकरण का एक दोष गोपनीयता का उल्लंघन भी है। आज डिजिटलकरण के लिए सुरक्षा और गोपनीयता से संबंधित समस्याओं का कुशल प्रबंधन आवश्यक है।

इस सेमिनार का आयोजन इन सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए किया गया है जो हमारे ब्रांड और सेवाओं के विकास और प्रोत्साहन के दौरान हो सकते हैं। उद्योगों और समाज के प्रसिद्ध विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और प्रबंधकों को अपने विचार प्रस्तुत करने और इस विषय के मौके, कमजोरियां, ताकत और कमियों पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया गया है।

मुझे आशा है कि आगे का सत्र आपके लिए आकर्षक और समृद्ध होगा।

धन्यवाद।

 

कॉलेज में सेमिनार के लिए स्वागत भाषण

सभागार में मौजूद सभी को मेरा नमस्कार,

सम्मानित ——–, निदेशक—- विश्वविद्यालय, प्रिंसिपल मैडम, प्रोफेसर ——, आईआईटी के प्रेसिडिंग ऑफिसर, प्रतिष्ठित अतिथि, मेरे प्रिय छात्रों तथा देवियों और सज्जनों,

आज हम सब एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय यानी “महिला अधिकार और लैंगिक न्याय” के बारे में चर्चा करने के लिए यहां इकट्ठे हुए हैं, जो महिलाओं के भविष्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण चर्चात्मक समस्या है।

यह एक कड़वी सच्चाई है कि भारत में महिलाओं के साथ सदियों से बुरा व्यवहार होता आया है और उन्हें कभी भी पुरुषों के समान स्वीकृत नहीं किया गया। हमारे देश की विडंबना इस तथ्य में निहित है कि महिलाओं की शक्ति के रूप में पूजा की जाती है जबकि वास्तविकता में उन्हें सिर्फ एक वस्तु के रूप में देखा जाता है और उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता है। उनसे दो स्तरों पर भेदभाव किया जाता है: पहला महिला होने का और दूसरा आर्थिक स्वतंत्रता की कमी होने के कारण।

समानता पर महिलाओं की बढ़ती मांग के कारण कार्यकर्ताओं और शिक्षाविदों द्वारा लैंगिक न्याय का मुद्दा उठाया जा रहा है लेकिन फिर भी उन्हें बहुत भेदभाव का सामना करना पड़ता है। दरअसल यह समस्या भारत तक सीमित नहीं है यूरोपीय देशों में भी महिलाओं को उत्पीड़न और अनुचित व्यवहार का सामना करना पड़ता है।

धीरे-धीरे महिलाएं आगे आ रही हैं और बैंकिंग, वित्त, मार्केटिंग, सिविल सेवा, विमानन और यहां तक ​​कि सशस्त्र बलों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अपनी भूमिका निभा रही हैं। शायद यही कारण है की भारत सरकार ने देश में महिलाओं की संख्या में सुधार के लिए बड़े पैमाने पर मीडिया अभियानों, सेमिनारों, प्रशिक्षण कार्यक्रमों और कार्यशालाओं आदि के माध्यम से महिलाओं के अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए शुरूआत की है।

इस पृष्ठभूमि के खिलाफ हम इस विषय के बारे में अधिक जानने के लिए यहां इकट्ठा हुए है जहाँ आज के सेमिनार के लिए कई प्रसिद्ध वक्ता यहाँ उपस्थित हैं। इस संक्षिप्त पृष्ठभूमि के साथ मैं आज के मुख्य अतिथि श्री ——, निदेशक– विश्वविद्यालय को इस प्रासंगिक विषय पर अपना विचार साझा करने के लिए स्वागत करना चाहूँगा। मैं यहां आने वाले हमारे प्रतिभागियों का भी स्वागत करना चाहता हूं जो पूरे देश में सभी कॉलेजों से हमारे कॉलेज ——— में इस विषय पर अपने विचार पेश करने के लिए आये हैं।

हमारा निमंत्रण स्वीकार करने के लिए मैं हमारे कॉलेज की ओर से फिर से आपको —— धन्यवाद देता हूं और आज जैसे एक सेमिनार आयोजित करने के लिए तथा हमें प्रोत्साहित करने के लिए हमारे प्रधानाचार्य महोदया के प्रति अपना आभार व्यक्त करना चाहूंगा। आपकी सहायता, सुझाव और मार्गदर्शन की जब-जब आवश्यकता हो तब-तब हमारा साथ देने के लिए प्रधानाचार्य महोदया मैं फिर से आपको धन्यवाद करता हूं।

मैं खुद को बेहद सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूँ कि इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सभी माता-पिता और मेरे साथी सहयोगियों का स्वागत करने का मौका मुझे मिला।

मुझे यकीन है कि आप इस सेमिनार के बाद प्राप्त हुए ज्ञान से खुद को समृद्ध महसूस कर रहे होंगे। मैं आप सबका एक बार फिर से सेमिनार में स्वागत करता हूं और आशा करता हूं कि आप सभी का भविष्य उज्जवल हो।

धन्यवाद।

 

विज्ञान सेमिनार के लिए स्वागत भाषण

माननीय प्रमुख अतिथि, विभाग के माननीय प्रमुख, सम्मानित शोधकर्ता, सम्मानित वरिष्ठ डॉक्टर, प्रिय सहयोगी डॉक्टर, प्रिय इंटर्न विद्यार्थी, देवियों और सज्जनों,

आज हम अपने अस्पताल ‘स्वास्थ्य और आपकी देखभाल’ में विभिन्न चोटों और बीमारियों के इलाज के लिए रेडियोलॉजी के दायरे पर चर्चा करने के लिए यहां इकट्ठे हुए हैं। इस एक दिवसीय सेमिनार में आज आप सभी का स्वागत करने के लिए अस्पताल और विभाग के प्रमुख की तरफ से मुझे यह मौका मिला है जिसे पाकर मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूँ।

हमारे बीच में कई प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं जो अत्यधिक योग्य और रेडियोलॉजी के क्षेत्र में विशाल ज्ञान और अनुभव रखते हैं। हमारे अस्पताल ‘स्वास्थ्य और आपकी देखभाल’ भारत में पेट कैंसर से पीड़ित रोगियों की सहायता के लिए वर्ष 2000 में स्थापित किया गया था। हमारा मिशन कैंसर के कारणों को जड़ को पकड़ना और उन मरीजों का इलाज करना है जिनके मौत की संभावना कम है। हम अब तक इस कार्य में बेहद सफल रहे हैं और वर्ष 2015 तक हमने विदेशी देशों में भी बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है जिससे हमें सऊदी अरब और सिंगापुर में शाखाएं खोलने में मदद मिली।

हमारे पास उच्च योग्य और प्रख्यात डॉक्टर हैं, जो मरीजों के लिए अभिभावकों की तरह हैं, जिससे रोगी के जल्द ठीक होने की संभावना रहती है। हमारे अस्पताल को एक सामाजिक कारण के साथ स्थापित किया गया था और इसलिए 40% धन गरीब और जरूरतमंद लोगों के इलाज के लिए दान में दिया जाता है।

आज हम यहां कैंसर के इलाज में रेडियोलॉजी के दायरे पर चर्चा करने के लिए इकट्ठे हुए हैं। हमारे अस्पताल में कैंसर के कारण का पता लगाने और बाद में इसका इलाज करने में कई तरीकों का इस्तेमाल होता है लेकिन तकनीक ने चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में काफी प्रगति की है। रेडियोलॉजी एक ऐसी तकनीक है जिस पर आज हम इस सेमिनार में विस्तार से चर्चा करने जा रहे हैं।

रेडियोलॉजी में इमेजिंग टेक्नोलॉजीज जैसे मेगनेटिक रेज़ोनेंस इमेजिंग (एमआरआई), एक्स-रे रेडियोग्राफी, न्यूक्लियर मेडिसिन, कम्प्यूटेड टोमोग्राफी (सीटी), अल्ट्रासाउंड और पॉज़िट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी (पीईटी) जैसी तकनीक का इस्तेमाल होता है जो रोगों और असामान्यताओं का पता लगाने के लिए मानव शरीर के भीतर का निरीक्षण करती हैं। एक और विश्लेषण के हिसाब से रेडियोग्राफर एक स्वास्थ्य पेशेवर होता है जो विश्वविद्यालय से प्रशिक्षित होता है और प्रगतिशील तकनीक के साथ सीटी स्कैन, एक्सरे, एमआरआई स्कैन और कई अन्य मेडिकल छवियां तैयार करता है जिससे ​​रेडियोलॉजिस्टों और डॉक्टरों को चोटों की पहचान, निरीक्षण या इलाज और रोगियों की बीमारी के लिए सहायता मिलती है।

आज हम अन्य आधुनिक तकनीकों के दायरों पर भी चर्चा करेंगे जिनसे चिकित्सा के क्षेत्र में क्रांति आई है। इस कथन के बाद मैं दोहराना चाहूँगा कि विज्ञान की कोई सीमा नहीं है। इसमें अनंत गुंजाइश और अवसर हैं। जैसे आप सभी जानते हैं हमारे अस्पताल का मिशन अधिकतम मरीजों का सकारात्मक परिणाम पेश करना है उसी उद्देश्य से हमने इस सेमिनार की व्यवस्था की है तथा अनुसंधान एवं विकास, रेडियोलॉजी विभाग, वरिष्ठ चिकित्सा डॉक्टर, कैंसर विशेषज्ञ और केमोथेरेपिस्ट के क्षेत्र में कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों को आमंत्रित किया है। हम उनसे अपने अनुभव और विशेषज्ञता को साझा करने के लिए अनुरोध करते हैं जो हमारे अस्पताल को दुनिया भर में प्रसिद्ध बनाने में मदद करेंगे।

मैं आशा करता हूं कि यह सेमिनार आपके भविष्य के उद्यम के लिए फलदायी और लाभकारी साबित हो।

धन्यवाद।


 

स्कूल सेमिनार के लिए स्वागत भाषण

माननीय मुख्य अतिथि, सम्मानित प्रधानाचार्य, सम्मानित उपाध्यक्ष, सम्मानित बोर्ड के सदस्य, प्रिय कर्मचारी, प्रिय छात्र, देवियों और सज्जनो,

पूरे स्कूल काउंसिल की तरफ से यहां उपस्थित सभी लोगों का बहुत गर्मजोशी से स्वागत करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है। मैं अपने सम्मानित न्यायाधीशों के प्रति हमारा आभार व्यक्त करना चाहूंगा जिन्होंने निजी विकास पर इस स्कूल सेमिनार की अध्यक्षता करने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।

सेंट मैरी हाई स्कूल को 1967 के वर्ष में स्थापित किया गया था जिसने शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में अपने छात्रों को बढ़ावा देने में शानदार 50 वर्ष पूरे कर लिए हैं। यह बहुत ही संतोषजनक है कि हमारा स्कूल महान ऊंचाइयों तक पहुंच गया है और इसने अपने लक्ष्यों और उद्देश्यों को हासिल भी किया है। स्कूल हर साल छात्रों को ज्ञान प्राप्त करने और स्कूल की गतिविधियों में सक्रिय रूप से संलग्न करने के लिए सेमिनार आयोजित करता है। प्रत्येक विषय का चयन इस स्कूल के छात्रों के सर्वोत्तम हित में किया गया है। हर सेमिनार में यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि ये विषय प्रतिभागियों द्वारा अच्छी तरह पसंद किए जाते हो। पिछले साल सेमिनार “एक्सेंट इम्प्रूवमेंट” पर आधारित था जिसने बहुत से छात्रों को अंग्रेजी भाषा में बेहतर उच्चारण प्राप्त करने में मदद की है। सेमिनार का उद्देश्य हमारे छात्रों के साथ-साथ कर्मचारियों को अंग्रेजी को अधिक सुचारू और सटीक रूप से बोलने तथा बोलते वक़्त कहाँ, कैसे और कब रुकना है उस पर ध्यान देना था।

इस वर्ष का विषय “व्यक्तिगत विकास” भी छात्रों को जीवन के बदलते कौशल की समझ हासिल करने में मदद करेगा और मुख्य रूप से लक्ष्य की स्थापना, बेहतर आत्मविश्वास, नेतृत्व विकास, प्रभावी संचार और जीवन जीने की कला जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर आधारित होगा। प्रत्येक वर्ष की तरह विभिन्न विषयों और पेशेवर निकायों के संकायों को विषय पर अपने विचारों और ज्ञान के तथ्यों साझा करने के लिए कहा जाता है लेकिन आज का सेमिनार पिछले साल की तुलना में काफी हद तक अलग होगा क्योंकि सेमिनार के बाद इच्छुक उम्मीदवारों को निजी परामर्श सत्र के लिए आमंत्रित किया जाएगा।

पेशेवरों और छात्रों, जो अपने संबंधित क्षेत्रों में प्रतिभा प्राप्त करना चाहते हैं, के लिए व्यक्तिगत विकास आवश्यक है। इस सेमिनार के माध्यम से छात्र अपने कमजोर पहलुओं की पहचान करने और साथ अपनी जीवन शैली में आवश्यक परिवर्तन, जिनमें सुधार की आवश्यकता होगी, की शिनाख्त करने में सक्षम होंगे। व्यक्तिगत विकास कौशल के अलावा छात्रों को यह भी पढ़ाया जाएगा कि वह अपने सामाजिक कौशल कैसे सुधारें।

सेमिनार के एजेंडे में बहस, विभिन्न विशेषज्ञों के दृष्टिकोण और वास्तविक जीवन की प्रेरणायें आदि शामिल होगी। सेमिनार के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं तक आसान पहुंच के लिए स्कूल अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर सभी प्रमुख विवरण प्रदर्शित करना सुनिश्चित करेगा।

मुझे उम्मीद है कि सेमिनार बहुत फायदेमंद रहेगा और अगले कुछ घंटे आपके लिए सुखद और फलदायी साबित होंगे।

धन्यवाद।


 

क्लास सेमिनार के लिए स्वागत भाषण

माननीय मुख्य अतिथि, माननीय उपराष्ट्रपति, सम्मानित प्रधानाचार्य, सम्मानित शिक्षक, विभाग के सम्मानित प्रमुख, प्रिय कर्मचारियों व सहयोगियों, प्रिय छात्रों तथा देवियों और सज्जनो,

यह मेरा सौभाग्य है कि आर्ट्स कॉलेज —– के तीसरे वार्षिक सेमिनार में पूरे कॉलेज की तरफ से आज आप सभी का स्वागत करने का मौका मुझे मिला है। शिक्षा, ज्ञान और कौशल प्रदान करके कल के भविष्य के नेता बनाने की दृष्टि के साथ वर्ष 2011 में इस कॉलेज की स्थापना की गई थी। हमारे कॉलेज का उद्देश्य न केवल सैद्धांतिक शिक्षा प्रदान करना था बल्कि हमारे छात्रों का पोषण करना और उन्हें सामाजिक संस्कृति और नैतिकता की जड़ बनाना भी था। यह बेहद रोमांचकारी है कि कॉलेज सफलता की ऊंचाइयों पर पहुंच गया है और इसने लक्ष्य को काफी हद तक हासिल भी कर लिया है।

विषय को दिलचस्प बनाने के लिए हमने 2015 से वार्षिक सेमिनार का आयोजन करना शुरू कर दिया है। हम हर साल छात्रों की दिलचस्पी बरक़रार रखने और उन्हें व्यस्त रखने के लिए ताजा और उभरते हुए विषयों का चुनाव करते हैं तथा उन्हें प्रोत्साहित करते हैं ताकि वे चर्चा करें और अपने विचार और राय को साझा करें। पिछले साल का विषय ‘इंटरनेट सुरक्षा’ था और यह काफ़ी सफल भी रहा था। चूंकि इंटरनेट आज लगभग हर व्यक्ति की आवश्यकता बन गया है, खासकर युवा पीढ़ी, इसलिए इंटरनेट का उपयोग करते समय सुरक्षा जरुरी है ताकि सुरक्षा उल्लंघन के कारण खुद को अनदेखे खतरे से बचाया जा सके।

इस साल हमने जो विषय चुना है वह सोशल कारण है। आपको यह अवश्य पता होना चाहिए कि हमारे कॉलेज ने दो गैर-सरकारी संगठनों के साथ भागीदारी की है जो गरीब और वंचित छात्रों के लिए काम कर रहे हैं और उन्हें शिक्षा और जीवन जीने के साधनों की सुविधा प्रदान करते हैं। इस एक दिवसीय सेमिनार में हम सामाजिक कारणों के महत्व, हमारे कॉलेज और समाज पर इसके प्रभाव और हमारे छात्रों को बड़े सामाजिक कारणों में योगदान क्यों और कैसे करना चाहिए इस पर चर्चा करेंगे।

हर साल की तरह हमने विषय विशेषज्ञों और कुछ आम लोगों को आमंत्रित किया है जो इस विषय पर अपने विचार, अनुभव, विशेषज्ञता और विचारों को साझा करेंगे। युवा राष्ट्र का भविष्य है और उन्हें अच्छे पेशेवर बनाने के साथ-साथ एक बेहतर इंसान बनाने की कॉलेज की जिम्मेदारी है।

सेमिनार को कुछ हिस्सों में बांट दिया गया है जैसे कि बहस और विचार-विमर्श, सैद्धांतिक विचार, तथ्यों और आंकड़े और उसके बाद व्यावहारिक कार्यभार हैं जिन्हें अगले साल पूरा करने का लक्ष्य है। भले ही समाज की भलाई के लिए काम करना एक व्यक्ति की पसंद हो लेकिन हम अपने विद्यार्थियों और कर्मचारियों को सामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। परोपकारी गतिविधियां न केवल कॉलेज के लिए प्रशंसा और प्रतिष्ठा लाती हैं बल्कि प्रतिभागियों के मनोबल और चेतना को भी बढ़ावा देती हैं।

हम बहुत ही आश्वस्त हैं कि यह सेमिनार भी हर दूसरे वर्ष की तरह बहुत सफल होगा और हम इसे यादगार बनाने के लिए आपके सहयोग का अनुरोध करते हैं।

धन्यवाद।

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