परोपकार घर से आरंभ होती है – अर्थ, उदाहरण, उत्पत्ति, विस्तार, महत्त्व
अर्थ (Meaning) “परोपकार घर से आरंभ होती है” इस कहावत का मतलब है कि पहले अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करो उसके बाद पुण्य के लिए बाहर वालों की मदद करो। इस बात का कोई मतलब नहीं बनता है कि आप बाहरियों की मदद करते फिरें जबकि आपके अपके घर में ही ऐसे लोग …
परोपकार घर से आरंभ होती है – अर्थ, उदाहरण, उत्पत्ति, विस्तार, महत्त्व Read More »