एक बहादुर और निडर व्यक्ति के 6 सर्वश्रेष्ठ गुण (6 Best Qualities of a Fearless and Brave Person)

भगवान ने मनुष्य या इंसान को कई सारी खूबियों के साथ बनाया है और हममें से कुछ उनमे से कुछ सबसे बेहतर के साथ हैं और कुछ सिर्फ अच्छी आदतों को अपना कर, खुद को सबसे बेहतर बनाते हैं।

हमारे समाज में आपने देखा होगा की सफल लोग समाज में हमेशा प्रशंसनीय होते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं इसके लिए उन्होंने कितना संघर्ष किया होगा इस आसानी से पढ़े जाने जाने वाले शब्द ‘सफल’ होने के लिए। अगर आप माता-पिता है या कोई ऐसा जो अपने जीवन में कुछ अलग करना चाहता हो, तो निश्चित तौर पर आपको यह लेख पढ़ना चाहिए।

आपको साहसी बनने की जरूरत क्यों है?

साहसी बनना सुनने में जितना आसान लगता हैं असल में यह उतना आसान होता नहीं है; इसमें समय और अनुभव दोनों लगता है। आमतौर पर हम अपने बच्चो को सफलता की कहानियां दिखाते हैं और उन्हें प्रेरित करते हैं कि वो भी वैसे ही बनें। मान लीजिये कि आपका बच्चा अपने पढ़ाई के दौरान अच्छे नंबर प्राप्त करता है और उसकी अच्छी सी प्लेसमेंट हो जाती है और उसके पास एक अच्छी नौकरी होती है। ये सब कुछ आपकी प्रेरणा से हुआ है। उनके पास जो भी है आप उससे काफी ज्यादा खुश होते हैं लेकिन क्या आपने कभी सोचा है अगर वो कम्पनी बंद हो गयी या कुछ अनहोनी घटना हो जाती है तब आपका बच्चा इससे कैसे निपट पायेगा।

अब यहाँ पर आपके दिमाग में एक प्रश्न होगा कि उन्हें इस बात का एहसास कैसे दिलाएं कि नाकामी को कैसे महसूस किया जाये? इसका यह मतलब कभी नहीं है कि आप उनको पढ़ाई से भटका दें; फिर भी, यहाँ ऐसे बहुत से तरीके हैं जिसकी मदद से आप उन्हें सफलता और असफलता दोनों का स्वाद चखा सकते हैं। उदाहरण के लिए, उनसे कहें कि वो तमाम अलग-अलग सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लें या अगर आप खुद एक युवा हैं तो, अलग-अलग क्षेत्रों में प्रयास करें भले ही आप उसमे निपुण हो या फिर सिर्फ अच्छे हों। इस तरह, निश्चित रूप से आप अपनी कुछ खासियतों के बारे में जान सकेंगे और कई चीजों में नाकाम भी होंगे और तब आप अपनी नाकामी को भी प्रबंधित करने में सक्षम हो जायेंगे।

मैं आपको नाकामी का स्वाद चखने का प्रशिक्षण नही दे रहा हूँ लेकिन आपको इस बात का प्रशिक्षण दे रहा हूँ कि नाकामी से निपटें कैसे, मान लीजिये आपका बच्चा एक चित्रकारी प्रतियोगिता में कोई भी जगह नहीं बना पाया और उसे पेंट करना काफी पसंद है। तब आप क्या करेंगे? क्या आप उसे डांटेंगे या उसे अगली बार के लिए प्रेरित करेंगे। इसीतरह से, हमें हमारी सभी समस्याओं से निपटना चाहिए और यह हमारे अन्दर एक बहादुर और निडर वाली विशेषता बनाता है।

जांच लें! आप एक निडर और बहादुर व्यक्ति हैं या नहीं (Check! Whether You Are a Fearless and Brave Person)

एक बहादुर व्यक्ति हमेशा कड़े फैसले लेता है, परिणाम के बारे में बहुत ज्यादा कुछ सोचे बिना क्योंकि वे असफलता से नहीं डरते। मैंने यहाँ पर बहादुर व्यक्ति की कुछ मुख्य बातें दर्शायी हैं:

1. उनमें मजबूत दृढ़ संकल्प होता है

बहादुर लोग कभी भी अपने कदम पीछे नहीं खींचते हैं और बड़े कदम उठाने से पहले हिचकते नहीं हैं।

यहाँ हमारे इतिहास में ऐसे कई लोगों के उदाहरण मौजूद हैं, जो समाज द्वारा नकार दिए गए मगर वे रुके नहीं और ये उनका दृढ़ निश्चय ही था जिसने उन्हें नोबल पुरस्कार तक दिलाया।

मलाला युसफजई सबसे प्रेरक लोगों में से एक हैं, वह पाकिस्तान की एक युवा लड़की है। और हममे से सभी पाकिस्तान में होने वाली आतंकी घटनाओं से बेहतर वाकिफ हैं। इन परिस्थितियों से परे, इस लड़की ने अपने आसपास की लड़कियों को पढ़ाने की हिम्मत दिखाई और उसके सर में गोली मार दी गयी थी। मगर खुशकिस्मती से, वह किसी तरह से बच गयी और अपना काम एक बार फिर से शुरू कर दिया। यह लड़कियों को पढ़ाने का उसका दृढ़ निश्चय था, क्योंकि शिक्षा हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है।

वो नोबल शांति पुरस्कार के लिए नामित हुई और जीत भी गयी, अगर वो इन समस्याओं से भाग जाती, जिनका उसने सामना किया तो वो कभी भी एक योद्धा नहीं कहलाती। वह बहादुर थी और दृढ़ निश्चयी भी और यही उसकी सफलता का असली कारण था।

2. वे व्यावहारिक होते हैं

यह सच है कि एक व्यावहारिक व्यक्ति बहादुर होता है और ज्यादातर सफल लोगों में पाया गया है कि वे व्यावहारिक ही होते हैं। असल में एक भावुक व्यक्ति कभी बहादुर नहीं कहलाता क्योंकि वे छोटी-छोटी चीजों पर भावुक हो जाते हैं, और जब कोई व्यक्ति अपने बीते हुए कल को कुरेदने में अपना समय बर्बाद करता है तो उसके सफलता की गति काफी कम हो जाती है। वे दिन में सपने देखने शुरू कर देते हैं और अपने भविष्य पर ध्यान केन्द्रित नहीं कर पाते।

जबकि व्यावहारिक व्यक्ति भी दुःख महसूस करता है मगर वो उसे जता कर अपना समय नहीं बर्बाद करता। वे भविष्योन्मुखी होते हैं और ये उन्हें निडर और बहादुर बनाता है। वे साहस से जीते हैं और असफलता की वजह से कभी पीछे नहीं हटते। यह उन्हें सबसे अलग बनाता है और उनके लिए नाम और शोहरत लाता है। हम कह सकते हैं व्यावहारिक होना एक बहादुर इन्सान का सबसे ख़ास गुण होता है।

3. वे अपनी असफलता का कभी शोक नहीं मनाते

यहाँ हमारे आसपास कई तरह के लोग होते हैं, उनमे कुछ अपना दुःख-दर्द दिखाते रहते हैं और कुछ हमेशा अपने चेहरे पर एक खुश कर देने वाली मुस्कान लिए रहते हैं। जो अक्सर ही मुस्कुराते रहते हैं ऐसा नही है कि उन्हें कोई दर्द नहीं होगा, मगर तथ्य ये है कि वो जीने का तरीका जानते हैं। वे निडर और बहादुर लोग होते हैं, जो अपने नाकामी को लेकर सारा समय सोचते नही रहते।

वे अपनी नाकामियों से सीखते हैं और उसका सफलता में इस्तेमाल करते हैं; यह उन्हें जीवन में सफल बनाता है। यह एक तथ्य है कि निडर और बहादुर इन्सान हमेशा मजबूत होता है।

4. वे अपने जीवन को खुलकर जीते हैं

जीवन अप्रत्याशित है और किसी को किसी भी समय किसी भी तरह की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। कभी-कभी हममें से कई लोग बड़े फैसले लेने से घबराते हैं लेकिन एक बहादुर इंसान कभी नहीं हिचकता और अपनी सफलता तथा असफलता दोनों का आनंद लेता है।

यहाँ पर आपके लिए एक उदाहरण है; एक आदमी को मीठा खाना काफी पसंद था और वो हर वक़्त इन्हें खाया करता था, तो उसकी पत्नी ने फैसला किया कि उसे सारा वक़्त केवल मीठा ही देगी, नाश्ते में भी, दोपहर के खाने में भी, रात के खान में भी, आप उसकी परिस्थिति का अनुमान भी नहीं लगा सकते। वह आदमी कुछ ही दिन में ऊब गया, हालाँकि उसे मीठा पसंद था मगर वह सारा दिन सिर्फ मीठी चीजें ही नहीं खा सकता था। इसी तरह से, जब हम हर बार सफल ही होते जाते हैं तो यह बेस्वाद हो जाता है इसलिए, सफलता की ख़ुशी का आनंद लेने के लिए कभी-कभी आपको असफल भी होना पड़ता है।

निडर लोग अपने जीवन को खुल कर जीते हैं क्योंकि वे इस तरह के तथ्यों को जानते हैं इसलिए, वे सफलता और असफलता दोनों का स्वागत करते हैं। वे लोगों के लिए उदाहरण भी पेश करते हैं।

5. ‘न’ कहना इतना भी मुश्किल नहीं है

एक छोटा सा शब्द ‘ना’ जिसे कहने के लिए कभी-कभी काफी हिम्मत जुटानी पड़ती है। लेकिन एक साहसी व्यक्ति कभी इस तरह की भावना नहीं रखता है। कभी-कभी हमारे लिए ‘ना’ कहना जरूरी हो जाता है मगर हम हिचकिचाते हैं और वो काम करने लगते हैं जो हम नही करना चाहते।

लेकिन जीवन में सफल होने के लिए यह बहुत ही आवश्यक है कि ना बोलना सीखें। यह संभव है कि आपका कोई दोस्त आपसे अचानक ही पैसे मांगने लगता है और आप ना बोलने में हिचकते हैं। एक बहादुर व्यक्ति हमेशा अपनी परिस्थिति का आकलन करता है और तब वो राजी होता है या मना करता है। जब कभी जरूरत हो तो आपके अन्दर भी खासी काबिलीयत होनी चाहिए ‘ना’ बोलने के लिए। यह एक साहसी व्यक्ति की एक अन्य खासियत है।

6. वे पीठ पीछे चुगली नहीं करते

बहादुर लोगों की एक खासियत होती है कि वे कभी आपके पीठ पीछे चुगली नहीं करते हैं, वे जो भी महसूस करते हैं या सोचते हैं वो सामने से कह देते हैं। वे वास्तविकता में विश्वास करते हैं और वर्तमान दुनिया में जीते हैं; उनकी सोच काफी बड़ी होती है और वे हमेशा अच्छी बातें सोचते हैं।

अगर उन्हें लगता है कि आप गलत हैं या कुछ ऐसा जो सही नही हो रहा है, उनमे इतनी हिम्मत होती है कि वो पीठ पीछे चुगली करने की बजाय सबके सामने आपसे बोल सकते हैं। वे अपनी समस्याओं का सामना खुद करते हैं और खुद ही उनका समाधान भी निकालते हैं।

बहादुर कैसे बनें – कुछ सरल अभ्यास (How to be Brave by Some Simple Practice)

ऊपर बताये गए सभी गुणों के अलावा, कोई भी इन क्रियाओं को कर के बहादुर या निडर बन सकता है।

  • हमेशा सच बोलो; यह एक तथ्य है कि जो लोग सच बोलते हैं उन्हें कभी भी अपनी कही हुई बातों को याद करने में समय नहीं लगता है। क्योंकि अक्सर ही हम जो कहते हैं वो भूल जाया करते हैं लेकिन उसी क्षण अगर हम सच बोलते हैं, तो वही बात हम हमेशा बोलते हैं।

उदाहरण के लिए, अगर आपसे कोई पूछता है कि 10वीं कक्षा में आपके कितने नंबर आये थे और तब अगर आप झूठ बोलते हैं और बताते हैं कि 90% आये थे, जबकि असल में थे 60%। तब जब वे कुछ वर्षों बाद आपसे यही प्रश्न दुबारा करते हैं तो इसबार आप कुछ और कहते हैं। क्योंकि आपको याद ही नहीं कि आपने पिछली बार क्या कहा था। इसका मतलब है हर किसी के लिए सच बोलना आवश्यक है और बहादुर लोग ऐसा करने में कभी नहीं हिचकते हैं।

  • रिस्क लेना, जब हम कुछ अलग या खास करने जा रहे होते हैं तब बहुत सारे लोग बहुत कुछ सोचते है। ये हर कोई नहीं होता जो कुछ बड़ा और कठोर फैसला लेने की हिम्मत दिखा पाता है। यह संभव है कि आप पहली बार में नाकाम हो जाएँ, लेकिन असफलता हमें और भी मजबूत और हिम्मती बनाती है। इसलिए हमेशा अपने खुद के फैसले बनाये और अपनी असफलताओं का दोष उन्हें न दें। यह भी जरूरी है कि परिस्थिति का विश्लेक्षण करें और तब खुद से निष्कर्ष निकालें।
  • अच्छे श्रोता बनें, आजकल के बच्चे खुद को मास्टरमाइंड समझते हैं और बिना दूसरों की सुने जो मन करता है वो करते हैं। इससे उन्हें लगातार असफ़लता ही मिलती है और आखिरकार वो अवसाद में चलें जाते हैं और आत्महत्या जैसा कदम तक उठा लेते हैं। इसलिए, यह हर किसी के लिए बहुत ही आवश्यक है की वो एक अच्छा श्रोता बनें, क्योंकि इसमें धैर्य चाहिए होता है और जब आप यह ख़ूबी हासिल कर लेते हैं, यह स्वतः ही आपको एक अच्छा श्रोता बना देता है।

यहाँ आपके लिए एक उदाहरण है; मान लीजिये कि आप एक लकड़ी डिजाईन की किसी कम्पनी में काम करते हैं और आपको फैशन में कोई खास दिलचस्पी नहीं है। आपका एक दोस्त जो अक्सर ही ड्रेस डीजाइनर के पास जाता रहता था और आपको भी ले जाया करता था। कई दिनों तक उनके तमाम खूबसूरत डिजाईन को ध्यान में रखते हुए आपने अपने दिमाग में एक नई डिजाईन तैयार कर दी। आपने क्या किया? आपने सिर्फ ध्यान दिया और फिर ड्रेस डिज़ाइनर्स को सुना और फिर उसे लकड़ी उद्योग में आजमाकर शानदार बदलाव ला दिया। यह हमेशा से होता है कि वही व्यक्ति सफल होता है जो कुछ नए विचार लाता है। और सफलता हमेशा आपको साहसी बनती है।

निष्कर्ष

बहादुर बनना एक चुनाव है और आप इस आदत को ऊपर बताये गए प्रयासों से अपना सकते हैं। जीवन हमेशा अच्छा ही नहीं होता और हमें सफलता और असफलता दोनों को सहना सीखना पड़ता है। आमतौर पर समाज में हमारे माता-पिता हमेशा चाहते हैं कि उनके बच्चे सफल हों लेकिन वे कभी उन्हें असफलता को झेलना नहीं सिखाते। इसलिए, हमारे लिए दोनों ही बातों को सीखना बेहद आवश्यक है, और जो व्यक्ति यह सब सीख जाता है वो एक बहादुर और निडर इन्सान के रूप में खुद को उभार लेता हैं।

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