शिक्षक दिवस पर छात्र द्वारा स्वागत भाषण

शिक्षक दिवस के सुंदर अवसर पर अपने शिक्षकों को भाषण के रूप में, शब्दों का खूबसूरत गुलदस्ता देने से अच्छा और क्या हो सकता है। यह अवसर है शिक्षकों के सम्मान का और शब्दों का महत्व एक शिक्षक से ज्यादा कौन समझ सकता है। यदि किसी समारोह कि शुरूआत शानदार तरीके से की जाए तो उसका एक अलग ही प्रभाव पड़ता है और कार्यक्रम और भी अच्छी तरह संपन्न होता है। हम आपकी भावनाओं को समझते हैं और आपके एवं आपके शिक्षक के बीच के सुंदर रिश्ते को हमने खूबसूरत शब्दों की माला में पिरोया है, जिसे आप हार स्वरूप उनके स्वागत के अवसर पर पहना सकते हैं। यह अवसर काफी समीप आ चुका है और यदि आप भी इस अवसर के लिए एक शानदार भाषण तैयार करना चाहते है तो हम आपकी सहायता के लिए हाजिर हैं।

शिक्षक दिवस पर भाषण | शिक्षक दिवस के लिए धन्यवाद भाषण

शिक्षक दिवस पर छात्रों द्वारा स्वागत भाषण (Welcome Speech on Teachers’ Day by Students in Hindi, Shikshak diwas par swagat bhashan)

शिक्षक दिवस पर स्वागत भाषण

आदरणीय प्रधानाचार्य, उप-प्रधानाचार्य, शिक्षकगण और मेरे प्रिय सहपाठियों आप सभी का स्वागत है।

इस शिक्षक दिवस के अवसर पर, मैं मनु सैनी वरिष्ठ छात्रा होने के नाते आप सबके सामने अपने प्यारे शिक्षकों के लिए स्वागत भाषण देने आयी हुं। आज के इस शानदार अवसर पर हम सभी अपने शिक्षकों का हार्दिक स्वागत करते है, जहा आज हम सभी छात्र-छात्राएं आपके सामने मनोरंजक नृत्य और रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।

शिक्षक दिवस छात्र जीवन के सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक है। यह दिन 5 सितम्बर को मनाया जाता है, जो कि डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती है। डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जो कि खुद एक बहुत ही प्रतिष्ठित शिक्षक तथा भारत के दूसरे राष्ट्रपति थे।

विद्यार्थियों को देश के भविष्य का आधार स्तंभ माना जाता है और शिक्षक वह व्यक्ति हैं जो इस स्तंभ का निर्माण करते है। आप हमारे जीवन को अपने लगन और मेहनत से बेहतरीन रुप से ढालते है। यह दिन मनाकर हम आपको यह बताना चाहते है कि आपने हमारे लिए जो कुछ भी किया हम उसके लिए हम आपके कृतज्ञ है।

आज के दिन मैं आप सब से एक ऐसा ही घटना के बारे में बात करना चाहुंगी, जिससे मुझे पता चला कि वाकई में शिक्षक कितने महत्वपूर्ण होते हैं। यह उन दिनों की बात है जब मैं किन्डर गार्डन में पढ़ती थी और जब मैने अपना पहला निबंध लिखा तब मेरे शिक्षक ने मुझे स्टार दिया। मेरे लिए यह सिर्फ एक स्टार नही बल्कि जीवन में अच्छा करने की प्रेरणा थी और आज मैं आप सब के सामने अपने विद्यालय की वरिष्ठ छात्रा के रुप में खड़ी हुं। वह मेरी शिक्षक ही थी, जिन्होंने मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया और यही शिक्षक की एक विद्यार्थी के जीवन में भूमिका है।

अगर सीधे शब्दो में कहें तो शिक्षकों के पास जादू की एक छड़ी होती है, जो हमारे जीवन को आसान और सफल बनाती है। यह सच ही कहा गया है कि “शिक्षक एक मोमबत्ती के तरह होते है, जो खुद जलते हुए हमारे मस्तिष्क को प्रज्वलित करते है, जिससे हमारे दिमाग से अज्ञान का अँधियारा दुर हो जाता है। वह हमें एक अच्छा इंसान के रुप में ढालते है और हमें ज्ञान का गुण प्रदान करते है।

वह अपने इस ज्ञान को इस उम्मीद के साथ बांटते है कि उनका विद्यार्थी अपने जीवन में सफलता प्राप्त करेगा और एक अच्छा करियर बनायेगा। इसलिए हम सब अपने जीवन में हर सफलता के लिए अपने शिक्षकों के ऋणी है, जो कि हमेशा हमारा मार्गदर्शन और मनोरंजन करते रहते है, जिससे हम अपनी पढ़ाई को और भी बेहतर तरीके से कर पाते है।

इन सबके बदले में कभी भी हमारे शिक्षक हमसे कुछ मांगते नही है, बस वह हमसे यही आशा रखते है कि एक दिन हम जीवन में सफल बन जायेंगे। इसलिए एक विद्यार्थी के रुप में यह हमारा कर्तव्य है कि हम और कठिन परिश्रम करें। जिससे हमारे शिक्षकों को हम पर और भी गर्व हो सके। पढ़ाई में कठिन परिश्रम करना ना सिर्फ हमारा काम ही नही बल्कि की हमारा कर्तव्य है, इसके साथ ही हमें हमारे शिक्षकों द्वारा सिखायें गये नैतिक मूल्यों को भी आने वाले पीढ़ीयों को सिखाने की आवश्यकता है। जिसमें की सबसे आवश्यक है अपने शिक्षकों का आदर और सम्मान करना।

इसलिए मैं आप सबसे निवेदन करना चाहुंगी कि आप सभी मेरी इस सलाह को माने और अपने शिक्षकों के आदर्श छात्र बनें, जिससे कि उनके चेहरों पर मुस्कराहट आ सके।

मेरे इस भाषण को इतने धैर्यपूर्वक सुनने के लिए आप सभी का धन्यवाद!

शिक्षक दिवस पर स्वागत भाषण – 2

आदरणीय प्रधानाचार्य, उप प्रधानाचार्य, शिक्षकगण और मेरे प्रिय साथियों!

आज हम सब यहा शिक्षक दिवस के इस आनंददायी अवसर को मनाने के लिए इकठ्ठा हुए है। आज 5 सितंबर है और यह वह दिन है, जब हम शिक्षक दिवस के इस अवसर को हर्षो-उल्लास के साथ मनाते है। आज इस शुभ अवसर पर आप सबके सामने बोलने का अवसर देने के लिए मैं अपने कक्षा अध्यापक का शुक्रिया अदा करना चाहुंगा। यह दिन सिर्फ भारत में ही नही बल्कि की पूरे विश्व भर में शिक्षकों के सम्मान में मानाया जाता है। इस दिन हम विभिन्न प्रकार की गतिविधियां जैसे कि नृत्य, धन्यवाद भाषण और प्रार्थनाएं आदि करते हैं। ठीक इसी तरह आज के दिन हम सभी छात्रों ने अपने शिक्षकों के लिए कुछ विशेष तैयारी की है।

वह डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन थे, जिन्होंने अपने जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रुप में मनाना स्वीकार किया। वह एक नेक इंसान होने के साथ ही एक बहुत ही उम्दा शिक्षक भी थे यही कारण है कि उनके जन्म दिवस को पूरे शिक्षक समाज के दिवस के रुप में मनाया जाता है। हमारे शिक्षक हमारे साथ बहुत ही अच्छा व्यवहार करते है, जिसके लिए वह हमसे कुछ पाने की लालसा नही रखते है। वह हमारे साथ अपने बच्चो के तरह व्यवहार करते है और हमें सच्चे दिल से अपना मानते है.

एक छात्र के रुप मदद के लिए हम हमेशा उनकी ओर देखते है। हमारे शिक्षक हमारे आदर्श होते है और इसीलिए हम उनके अहसानमंद है। वह हमें इस दुनिया में सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करते है और हमेशा हमारे मार्ग दर्शन के लिए तैयार रहते है, वे वह व्यक्ति होते है जो बिना बताये हमारे समस्याओं को समझ जाते है।

मुझे आज भी याद है जब मैं 9वीं कक्षा में था और मुझे एक हिंदी कविता नही समझ में आ रही थी। सारे कक्षा को यह आसानी से समझ में आ गया था और हमारे हिंदी के शिक्षक के कहे अनुसार सब इसे दोहरा रहे थे, पर उन्हें बिना बताये ही पता चल गया कि मुझे कविता नही समझ आयी है। घंटी बजने के बाद जब सारे कक्षा के बच्चे चले गये तब उन्होंने मुझे कुछ देर बैठने के लिए कहा और लंच का समय होने के बावजूद उन्होंने मुझे वह पूरी कविता समझा दी। तो हम समझ सकते है कि शिक्षक कितने महान होते है और वह हमारे उज्जवल भविष्य के लिए ना जाने कितना त्याग करते है।

इस बात को तो हम सब समझते है कि पैंरेंट टीचर मीटिंग के दौरान वह कक्षा में की जाने वाली हमारी शरारतों के बारे में कभी भी शिकायत नही करते है। इसके बजाय उन्हें हमारे पढ़ाई की अधिक चिंता रहती है। वह कभी भी हमें हमारे अभिभावकों के सामने हमें डाटंते नही है और हमेशा यह सुनिश्चित करते हैं कि हम अपने अभिभावको द्वारा ना डांटे जाये।

अब मैं अपने आदरणीय कक्षा अध्यापक और प्रधानाचार्य को आमंत्रित करना चाहुंगा कि वह इस मंच पर आये और इस शुभ अवसर पर दीप प्रज्जवलित करने की कृपा करें, जिसके बाद नृत्य कार्यक्रम शुरु किया जा सके।

धन्यवाद!

शिक्षक दिवस पर स्वागत भाषण – 3

आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय, प्रिय शिक्षकगण और मेरे दोस्तों आप सभी का इस कार्यक्रम में हार्दिक स्वागत है!

शिक्षक हमारे जीवन का अभिन्न अंग है और उन्हें अपने इस कठिन परिश्रम और प्रयासो के लिए सम्मानित किया जाना चाहिए। इस विद्यालय का एक पूर्व छात्र होने के नाते, मैं अपने प्रिय शिक्षकों के सम्मान में स्वागत भाषण देने आया हुं।

शिक्षक हमारे जीवन के निर्माणकर्ता है, वह वो दूसरे व्यक्ति है, जो हमारे माता-पिता के बाद सदैव हमारा हित चाहते है। आज के इस अवसर मैं अपने सभी दोस्तों के तरफ से अपने शिक्षकों को धन्यवाद देना चाहुंगा कि उन्होंने हमें एक अच्छा इंसान बनाया और हमें इतना काबिल बनाया कि हम संसार की बाधाओं का डंटकर सामना कर सकें।

शिक्षक दिवस डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णनन के याद में मनाया जाता है, जो कि ना सिर्फ एक महान शिक्षक थे बल्कि की 1962 से लेकर 1967 तक भारत के राष्ट्रपति भी रहे। उन्होंने शिक्षक के रुप में शिक्षा के महत्व को समझा और लोगो को शिक्षा का महत्व समझाया। एक छात्र के रुप में कई बार हमें कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है पर आप सभी के ध्यान देने के कारण हम सभी अपनी इन गलतियों से सीख पाते है। इस मौके का फायदा उठाते हुए शिक्षक दिवस पर मैं अपने शिक्षकों को बताना चाहता हुं कि वह हमारे लिए कितना मायने रखते है। आप हमारे लिए जो भी करते है उसके लिए हम आप सभी के बहुत ही आभारी हैं।

हम लोगो के हिसाब से यह सबसे अच्छा दिन है, जब हम आपका सबसे अच्छे तरीके से शुक्रिया अदा कर सकते हैं। हम आपको धन्यवाद देते है क्योंकि आप हमारे साथ हमारे अच्छे और बुरे समय में बने रहते है। हम यह कह सकते है कि अपने कार्यो से एक दिन हम अवश्य ही अपने शिक्षकों को गौरवानित करेंगे।

शिक्षक हमेशा हमारे लिए एक मार्गदर्शक का कार्य करते है, जो कि हमें एक छात्र से एक जिम्मेदार व्यक्ति बनाते है। वह निस्सवार्थ भाव से हमें हमारे सपनों और लक्ष्यों को प्राप्त करने में हमारी मदद करते है। इनका योगदान सिर्फ विद्यालय तक ही सीमित नही हैं बल्कि की राष्ट्र निर्माण में भी उनका महत्व हैं क्योंकि उनके द्वारा आज्ञाकारी नागरिक भी तैयार किये जाते हैं। इसलिए माता-पिता की तरह शिक्षक का भी आदर और सम्मान करना चाहिए। शिक्षक दिवस का यह पर्व पूरे विश्व के स्कूल और कालेजों में एक विशेष दिन के रुप में मनाया जाता है। हम विद्यार्थी इस दिन को आप सभी शिक्षकों के लिए और भी खास बनाना चाहते है, इसलिए अपने तरफ से आप सभी के सम्मान के लिए फूल और ग्रीटिंग कार्ड लाये हैं।

हम सब जानते है कि आप यह चीजे हमसे नही लेंगे, लेकिन कृपया इन्हें हमारी तरफ से प्यार और सम्मान की भेंट समझकर स्वीकार करें। यह दिन हमें वह अवसर प्रदान करता है जब हम अपने प्रिय शिक्षकों के कठिन परिश्रम के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त कर सकें। इसलिए हम सब इसे आप शिक्षकों के लिए यादगार दिन बनाने का प्रयास करेंगे।

अपना बहुमूल्य समय देने के लिए आप सभी का धन्यवाद!


शिक्षक दिवस पर स्वागत भाषण – 4

शिक्षक एक मनुष्य का निर्माण करते है और उसके अंदर नैतिक मूल्य, प्रेम और आदर के गुण भरते हैं। एक शिक्षक वह होता है, जो एक बच्चे के मस्तिष्क में इस पृथ्वी पर जन्म लेने का अर्थ पैदा करता है।

आदरणीय प्रधानाचार्य, और इस संस्था के प्रेरक और मार्गदर्शक शिक्षकगण, जो हमारे हर कार्य को अर्थपूर्ण बनाते है, आज के इस शिक्षक दिवस के इस कार्यक्रम में आप सभी का हार्दिक स्वागत है

आप सभी शिक्षक हमारे प्रेरणा के स्रोत और पथ प्रदर्शक है, जो हमें सही मार्ग दिखाते है। दोस्तों आज हम सब यहा अपने प्रिय शिक्षकों के प्रति अपना सम्मान और प्रेम प्रकट करने के लिए इकठ्ठा हुए है। प्रिय शिक्षकों हम जब हम यह विशेष दिन मनाने के लिए इकठ्ठा हुए है लेकिन यह तो आप सब ही जानते हैं कि कई बार हम शरारत करते है और बाते नही मानतें है लेकिन आप सब इन समस्याओं का बहुत ही आसानी से सामना कर लेते है। आपकी हर एक मुस्कान हमें और भी ज्यादे प्रसन्नता प्रदान करती है और आप भी हमें हमारे माता-पिता के तरह ही प्रेरित करने का कार्य करते है।

हम आप शिक्षकों को इसलिए भी पसंद करते है कि आप हमें वैसै ही अपनाते है जैसे कि हम है। हम मानते है कि एक इंसान होने के नाते हर व्यक्ति के तरह आपकी भी कुछ व्यक्तिगत समस्याएं है, लेकिन फिर भी आप अपनी व्यक्तिगत समस्याएं भूलकर हमारे चेहरों पर मुस्कान लाने का प्रयास करते है। आपका ये कार्य हमारे लिए प्रेरणा का कार्य करते हैं।

प्रिय शिक्षकों हम सभी के तरफ से आपका इस कार्यक्रम में आपका हार्दिक स्वागत है। हम आशा करते है कि यह कार्यक्रम आपके चेहरों पर मुस्कान लायेगा, जिससे कि हम छात्रों को यह लगेगा कि हमारी मेहनत रंग लायी और हमारे प्रिय शिक्षकों को मनोरंजन मिला और हम आज का यह विशेष दिन आपके लिए खुशनुमा बना सके।

एक शिक्षक के रुप में आप हमारे समग्र व्यक्तित्व और चरित्र का निर्माण करते है, जो हम में आत्मविश्वास पैदा करता है और हर तरह की समस्याओं से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है। शिक्षक बिल्कुल माता-पिता की तरह होते है, जो हमारे जीवन पर सकरात्मक प्रभाव डालते है और जब भी हमें कोई समस्या होती है तो वह उसके समाधान के लिए उपस्थित रहते है। हम सभी कभी ना कभी अपने शिक्षकों की नकल करने का प्रयास करते हैं, क्योंकि वह हमारे आदर्श है और हमारे व्यक्तित्व निर्माण में हमारी सहायता करते है।

अब अंत में मैं अपने सभी शिक्षकों का उनके कठिन परिश्रम के लिए धन्यवाद करना चाहुंगा। आप सभी हमारे दिशा निर्देशक है, जो कभी भी हमें गिरने और रास्ता नही भटकने देते हैं और हमें इस बात का अहसास कराते है कि हर असफलता के बाद सफलता हमारा इंतजार कर रही होती है, इसलिए कभी भी हमें हार नही माननी चाहिए। हमारे खुद पर यकीन दिलाने के लिए और हमें सही मार्ग दिखाने के लिए, हम सभी अपने सच्चे ह्रदय से आपका आभार व्यक्त करते है।

इसी के साथ अब मैं अपने इस अंत करना चाहुंगा, आप सभी का धन्यवाद!

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